अगर आपको शेयर बाजार के विषय पर कोई भी सवाल हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर भेज सकते हे। और अगर आपको शेयर बाजार में दिलचस्पी हे। और आप स्विंग ट्रेडिंग करना चाहते स्विंग Trading के फायदे हे। या आपको अपना डीमेट खाता खोलना हे ,तो आप हमे संपर्क कर सकते है। धन्यवाद !
Swing Trading कैसे करे | What is Swing Trading in Hindi
आज के इस लेख में हम आपको What is Swing Trading in Hindi के बारे में पूरी जानकारी दी है। जिस किसी को नहीं पता है की स्विंग ट्रेडिंग क्या है ? उसे इस लेख को पूरा पढ़ना चाहिए। लंबे समय के निवेश के लिए अधिक रिटर्न मिलता है लेकिन इंतजार भी अधिक करना होता है । कई बार तो 4–5 वर्ष का इंतजार भी करना होता है। इसमें रिस्क रेश्यो भी कम होता है लेकिन निवेश के लिए अधिक पैसों की जरूरत होती है।
स्विंग ट्रेडिंग के केवल एक ही उद्देश है की शेयर की कीमत को गिराबट या बढ़ोतरी को देखकर अपनी पोजीशन को होल्ड करना होता है। इसका समय 24 घंटे से लेकर कुछ हफ्तों और तक का होता है। लेकिन लंबे समय के निवेशों में अधिक मुनाफा कमाने के लिए अधिक समय तक इंतजार करना होता है।
Swing trading के माध्यम से निवेशक छोटे–छोटे मुनाफा प्राप्त करते है क्योंकि कम अवधि में अच्छा मुनाफा कमा सकते है। मार्किट में शेयर की कीमत का अनुमान लगाने के लिए ज्यादातर सभी ट्रेडर टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग करते है जिससे हमे शेयर की सही स्थिति का अनुमान लग जाता है।
स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे
Swing trading करने के लिए आपको सबसे पहले अकाउंट खोलना होगा। कुछ कंपनियां डेमो अकाउंट भी देती है जिसके उपयोग से ट्रेडिंग को समझने में आसानी होती है और लाइव ट्रेडिंग करने से पहले कुछ अनुभव भी हो जाता है।
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के बाद एनालिसिस की जरूरत होती है, इसमें मदद के लिए financial tools उपलब्ध होते है जिससे हमे उचित रास्ता मिलता है। What Is Swing Trading In Hindi में पूरी जानकारी.
स्विंग ट्रैडिंग के लिए शेयर कैसे चुने ?
जब आप समझ चुके है की Swing trading in Hindi क्या है। अब आप अपनी जरूरत के हिसाब से जोखिम उठाने के लिए तैयार हो जाएं , क्योंकि अब स्विंग Trading के फायदे आपको एक ऐसे शेयर की खोज करनी होगी जो आपके रिस्क सहने के हिसाब से हो।
ऐसा जरूरी नहीं हैं कि आपके द्वारा लिया गया निर्णय सही साबित हो और आपको हमेशा मुनाफा हो, कई बार आपका अनुमान और स्ट्रेटजी अचानक उलट जाती है। आपको अपनी financial risk के अनुसार मुनाफा और हानि दोनों के लिए स्विंग Trading के फायदे तैयार रहना चाहिए।
अपनी ऐसेट को मॉनिटर कैसे करे?
आपको अपने शेयर की कीमत को समय–समय पर देखते रहना है कि का वह अच्छा प्रदर्शन कर रहा है या नही। फायदा दिखते ही मार्केट से शेयर को बेचकर बाहर निकलना ठीक रहता है क्योंकि ज्यादा कीमत बढ़ने के लालच में नुकसान भी हो जाता है। मार्केट में लाभ के अलावा नुकसान भी होता है कभी–कभी नुकसान होने के बाद भी मार्केट से शेयर को बेचकर बाहर निकलना होता है।
Buy Now – Swing Trading
What Is Swing Trading In Hindi – मार्केट ट्रेडिंग के लिए बेहतरी स्टॉक को कैसे चुने। ज्यादातर ट्रेडर्स मार्केट की स्थिति के अनुसार ही शेयर को खरीदते हैं। स्विंग ट्रेडिंग के लिए एक अच्छे स्टॉक को चुनने के लिए, आपको उससे जुड़ी हुई सभी खबरों पर ध्यान देना होगा। आपकी पूरी कोशिश हो कि शेयर अच्छा प्रदर्शन करता हो।
मार्केट ट्रेंड : बहुत से ऐसे ट्रेडर होते है जो मार्केट के ट्रेंड के अनुसार ही शेयर को चुनते है। कंपनी की स्थति जानने स्विंग Trading के फायदे के लिए, उससे जुड़ी हुई सभी खबरों को समझना होगा। स्टॉक को किसी भी तरह से चुने लेकिन वह प्रदर्शन अच्छा कर रहा होना चाहिए।
स्वींग ट्रेडिंग (Swing Trading)
SWING TRADING कर हिंदी अर्थ थोडा FUNNY सा लगता है, झूले से मतलब है, एक छोटे TIME PERIOD के रेंज में की जाने वाली ट्रेडिंग, जैसे – 2 दिन या 7 दिन या फिर 15 दिन के टाइम पीरियड में स्टॉक खरीदना और बेचना ,
SWING इसलिए कहा जा रहा है, क्योकि जिस तरह झूले एक DISTANCE के RANGE में झूलता रहता है,
वैसे ही स्टॉक मार्केट में की जाने वाली TRADING एक टाइम पीरियड में बार बार होती रहती है,
SWING TRADING IN STOCK MARKET
स्वींग ट्रेडिंग SWING TRADING, यानी कुछ दिन या सप्ताह के अन्तराल में की जाने वाली STOCK की खरीद और विक्री (ट्रेडिंग)
जब किसी शेयर या स्टॉक को खरीदने के बाद, अगर उसे कुछ दिन के बाद बेचा जाये, तो जितने समय कोई स्टॉक हमारे पास रहता है, वो उस स्टॉक का होल्डिंग पीरियड कहलाता है,
यानी शेयर खरीदने के बाद जितने समय तक हम उसे नहीं बेचते है, वो समय उस शेयर का होल्डिंग पीरियड टाइम होता है,
और अगर आपका “स्टॉक होल्डिंग पीरियड” ,कुछ दिनों से लेकर कुछ सप्ताह तक का है, तो इस तरह के WEEKLY , या MONTHLY HOLDING PERIOD में की जाने Trading को, स्वींग ट्रेडिंग कहा (Swing Trading) जाता है,
अगर स्वींग ट्रेडिंग में होल्डिंग पीरियड्स यानी समय बात की जाये समय की तो –
स्वींग डे ट्रेडिंग (Swing Trading) के फायदे –
Swing is the King
स्वींग ट्रेडिंग एक बहुत पोपुलर ट्रेडिंग सिस्टम है, जिसमे आपको मंथली बेस्ड ट्रेडिंग भी कह सकते है, अगर आप अपने इन्वेस्टिंग के लक्ष्य के अनुसार हर महीने 5 से 10 % लाभ की अपेक्षा रखते हुए ट्रेडिंग कर रहे है, तो स्वींग ट्रेडिंग से आप बहुत पैसे बना सकते है, और इसलिए स्वींग ट्रेडिंग को ट्रेडिंग का किंग कहा जाता है,
Short Term Investing
Swing trading शार्ट टर्म इन्वेस्टिंग भी कहा जा सकता है, क्योकि इसका टाइम पीरियड कुछ दिनों से लेकर कुछ सप्ताह या कुछ महीनो तक के लिए हो सकता है,
जैसे – 3- से 5 दिन, 1 सप्ताह से 4 सप्ताह, या 1 महीने से 6 महीने,
इंट्रा डे कि स्विंग Trading के फायदे अपेक्षा रिस्क कम होना,
जब आप स्वींग ट्रेडिंग करते है, तो आप अपने प्रॉफिट टारगेट का इन्तेजार कर सकते है, और इस तरह आप इंट्रा डे की अपेक्षा अपने रिस्क को कई दिनों तक आगे ले जाते है, लेकिन मार्केट कि volatility को देखते हुए,आप रिस्क को कम भी करते है, अगर आपने fundamentally अच्छी कंपनी में पैसे लगाये हुए है तो,
स्विंग ट्रेडिंग में की जनि वाली गलतिया
ज्यादा टूल्स का इस्तेमाल करना
ज्यादा टूल्स का इस्तेमाल करना। मतलब ट्रडिंग के लिए कभी इंडिगेटर का इस्तेमाल करते है। तो कभी स्विंग Trading के फायदे स्विंग Trading के फायदे किसीके स्टेटर्जी का या फिर बाहत सरे इंडिगेटर एक साथ इस्तेमाल कर लेंगे।
गलत टाइम फ्रेम
– बहुतसे लोग स्विंग ट्रेडिंग के लिए ५ मिनिट १५ मिनिट या १ घंटे का टाइम फ्रेम का इस्तेमाल करके ट्रेडिंग करेते है। स्विंग ट्रडिंग में हमेशा दिन या हप्ते या महीने का टाइम फ्रेम का इस्तेमाल करना चाहिए।
न्यूज़ पे ट्रेडिंग करना –
अगर हमारे ख़रीदे हुए शेयर को लेके अगर कोई ख़राब न्यूज़ आ जाती है। तो उस शेयर को हम बेच देते है। बिना एनालिसिस किये बिना उसका अभ्यास किये सिर्फ न्यूज़ को देखकर हम उस शेयर को बेच देते हे। ये हमारी सबसे बड़ी गलती है।
स्टेटर्जी को फॉलो नहीं करना –
अगर स्टेटर्जी में stoploss लगाना हे। तो स्टॉपलॉस लगनाहि जाहिए। कयी लोग क्या करते हे ,जब शेयर की प्राइज निचे जनि लगाती हे ,तो स्टॉपलॉस निकल देते है। स्टॉपलॉस लगाने की भी एक स्टेटर्जी होती हे अगर आप स्टॉपलॉस निकल देंगे तो बड़ा नुकसान होना तय हे।
swing trading statergy
swing trading in hindi
स्विंग ट्रेडिंग में आप एक चैनल का इस्तेमाल कर सकते है। जैसे की ऊपर चार्ट में दिख रहा है। शेयर प्राइज निचे आने पर उसे buy कीजिये। और ऊपर जाने पर दीजिये। कैसे की चार्ट में दिया गया हे वैसे ही। स्टॉक की प्राइज एक रंग में ऊपर की और जारही हे।
आपको काम समय में ज्यादा प्रॉफिट कमाना हे तो इसिहि स्टेटर्जी का इस्तमाल कीजिये। एक ऐसा शेयर ढूंढिए जो इस रेंज में चल रहा हो। और फिर उसमे स्विंग ट्रेडिंग कीजिये। और आपका स्टॉपलॉस हमेशा ट्रेंडलाइन के निचे लगाइये।क्यूंकि अगर स्टेटर्जी फेल भी गयी तो ज्यादा नुकसान नहीं होगा।
suport & resistance statergy
swing trading in hindi
शेयर का प्राइज एक ऐसे रेंज में रहता हे। जहा उसका सपोर्ट और रेजिस्टेंस होता हे। इस स्टेटर्जी को भी आप इस्तेमाल करके प्रॉफिट बना सकते हो। जैसे ही शेयर सपोर्ट को पास अत है। आप उस शेयर को खरीद सकते हो। और रेजिस्टेंस के पास जाने पर बेच सकते हो।
सपोर्ट पर buy करो और रेजिस्टेंस पर sell करो। और आपका स्टॉपलॉस ब्लू लाइन के निचे होना चाहिए। कभी कभी स्टॉक brakout भी दे सकता है। यानि की रेजिस्टेंस को तोड़कर ऊपर जा सकता है। अगर शेयर में बुलिश मोमेंटम रहा तो। या फिर उसकी अच्छी नई आने पर शेयर रेजिस्टेंस तोड़ सकता हे। उस टाइम पर हम हमारा स्टॉपलॉस सपोर्ट से उठाकर रेजिस्टेंस के निचे लगा सकते हे। उसे ही स्विंग Trading के फायदे ट्रेलिंग स्टॉपलॉस कहा जाता है.
Swing Trading क्या होता है
जब हम शेयर मार्केट में किसी शेयर को बहुत स्विंग Trading के फायदे कम समय के लिए निवेश करते हैं तो उसे हम Swing Trading कहते हैं! जब हम Intraday Trading करते है तो हमे Share को उसी दिन बेचना होता है, लेकिन Swing Trading में आप कुछ दिनों तक रख सकते है ! इसमें आप शेयर को Delivery, F &O, Cash में खरीद बेच सकते है !
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Swing Trading |
इसे आप इस तरह से भी कह सकते है कि जब आप लंबे समय के लिए Trading करते है तो उसको Swing Trading कहते है !
जैसे माना कि आपने किसी कंपनी XYZ के शेयर आज खरीदे हैं और आप उसे एक दिन से एक सप्ताह या एक-दो महिने के लिए निवेश करते हैं और उसके बाद बेच देते तो इसे हम Swing Trading कहते हैं, स्विंग ट्रेडिंग शेयर खरीदने का मकसद यह होता है कि जब शेयर कि मूल्य बढ़ जाये तब बेचना होता है!
जब हम इन्वेस्टमेंट करते हैं तब हम कंपनी के Value के बारे में पता करते हैं और कंपनी और लंबे समय में कैसा प्रदर्शन करेंगी उसे देख कर इन्वेस्ट करते हैं! तो उसे Investment कहते हैं! स्विंग ट्रेडिंग में बिल्कुल इसके उलट होता है हम शेयर को एक कम समय के लिए एक निश्चित स्विंग Trading के फायदे टारगेट के साथ खरीदते या बेचते हैं!
कितना टाइम बढ़ाने की हो रही है बात?
कुछ लोगों के बीच राय है कि पूरे बाजार की ट्रेडिंग बढ़ानी है तो शाम 5 बजे तक बढ़ा दें. लेकिन इसपर दूसरी राय है कि बाजार की ट्रेडिंग बढ़ाने का मतलब नहीं है, बस इंडेक्स का ही बढ़ाएं. इंडेक्स की ट्रेडिंग क्या 24 घंटों के लिए ओपन रहे या फिर कबतक इसे बढ़ाया जाए? इसपर Editor's Take में Zee Business के मैनेजिंग एडिटर और मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने कहा कि इसपर एक सेंसिबल हल निकल सकता है कि अगर इसे रात 8 बजे तक खुला रखेंगे तो ट्रेडर्स यूरोपियन बाजारों की क्लोजिंग और अमेरिकी बाजारों की ओपनिंग के साथ सिंक कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि यूं तो अगर 24 घंटों के लिए भी खोल दें तो भी कम ही है, आपको कमाई करनी है तो आप दो घंटों में भी कर सकते हैं.
⏲️इंडेक्स ट्रेडिंग का समय बढ़ाने की क्यों हो रही है चर्चा?
क्या इंडेक्स ट्रेडिंग का समय बढ़ना चाहिए?⬆️#IndexTrading का समय कितना बढ़ना चाहिए?⌛️#Trading का समय बढ़ने से क्या फायदा, क्या नुकसान?
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