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स्टॉक मार्केट इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग के क्या नियम हे ?

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स्टॉक मार्किट में इन्वेस्ट करने से पाहिले किन बातो का ध्यान रखना चाहिए।और ट्रेडिंग के कुछ नियम होते हे जो की एक सफल ट्रेडर अच्छे से जानता हे तो में आपको इन्ही नियमो के बारे में आज बताने वाला हूँ।

चलो दोस्तों आज हम देखंगे की स्टॉक मार्किट में लोग क्यू नुकसान करते हे। और इन्वेस्टिंग के क्या नियम हे ,और साथ ही ट्रेडिंग के भी नियम होते जो हम अगर सिख गए तो हम भी ट्रेडिंग में माहिर हो सकते हे। आपको अगर interday trading kya hota he के बारे में पता नहीं हे,तो आप हमारा पिछले पोस्ट देख सकते हे। हमने उसने ट्रेडिंग क्या होता हे सविस्तार में बताया हे। और अगर पोस्ट अच्छी लगे तो इसे अपने फॅमिली या दोस्तों के साथ शेयर जरूर कीजियेगे।

शेयर मार्केट के नियम । शेयर मार्केट का गणित

share market ka ganit/niyam

शेयर मार्केट का गणित शब्द का कोई ऐसा अर्थ न निकल लीजियेगा की चलो हमको अब वह चीज़ मिलने वाली है जिसका use करके हम शेयर मार्केट के साथ ही गणित कर देंगे तो आपको मै बता दूँ की यह एक दिन में सपना देखने वाली बात होगी। यहां पर गणित का अर्थ है नियम,तरीका ,समझ और भी बहुत कुछ इस गणित में शामिल है। आइये समझते है की एक अच्छे शेयर trader and investor में क्या quality होनी चाहिए।

-: शेयर मार्केट के 7 महत्वपूर्ण नियम :-

(1) आपको शेयर मार्केट में investor की तरह long -term invest करना चाहिए न कि trader की तरह short – term मुनाफा के बारे में सोचना चाहिए क्योकि ट्रेडर को तुरंत फायदा चाहिए होता है जो की अधिकतम केस में नहीं होता है और ट्रेडर को माल नुकसान के ही काटना पड़ता है जिससे उसको नुकसान उठाना पड़ता है। अगर सोच लॉन्ग टर्म का होता तो आप वह सौदा hold कर लेते और जब आपको उसमे profit मिलता तो उसे sell करके मुनाफा कमा लेते। यही शेयर मार्केट का नियम /गणित इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम है।

(2) जिस भी कंपनी के शेयर में आप पैसा लगा रहे हैं उसके बारे में कुछ जानकारी इकठ्ठा कर लीजिये मेरी समझ में आपको blue chip कंपनी के शेयर में ही निवेश करना चाहिए।

  • किसी भी शेयर का fundamental जानना बहुत ही जरुरी होता है।
  • शेयर quarter to quarter result क्या रिजल्ट दे रहा है
  • YEAR TO YEAR क्या GROUTH है
  • कंपनी के शेयर गिरवी तो नहीं रक्खे पड़े हैं
  • कंपनी का मार्केट कैप क्या है
  • कम्पनी का BOOK VALUE क्या है
  • कंपनी का PB /PE RATIO क्या है
  • उस SECTOR का PB /PE RATIO क्या है
  • कंपनी का 52 WEEK HIGH और 52 WEEK LOW कितना है
  • कंपनी का मार्केट में डिमांड कितना है

शेयर बाजार-शेयर मार्केट क्या है-STOCK MARKETजानने के लिए यहाँ क्लिक करें

(3) Diversification mode में investment करना चाहिए और diversified portfolio बनाना चाहिए शेयर मार्केट का नियम /गणित यही कहता है। Diversification mode का अर्थ है की विभिन्न sector के विभिन्न share में थोड़ी मात्रा में ही निवेश करना चाहिए। विभिन्न सेक्टर जैसे – FMCG ,software ,IT ,oil & gas ,hotel ,energy ,entertainment, Tour and Travels एंड many more sector हैं। इन सेक्टरों के अंतर्गत आने वाले विभिन्न शेयर में invest करना ही Diversification mode में investment करना कहलाता है।

(4) Research on stock: कोई भी शेयर खरीदने से पहले हमें अच्छी तरह से उस पर रिसर्च कर लेना चाहिए इसके कुछ बिंदु हैं

  • Chart देखने आना चाहिए Weekly Monthly and Yearly for long term investment.
  • Resistance level क्या है इस शेयर का देखने आना चाहिए।
  • Support level क्या है इस शेयर का देखने आना चाहिए।
  • Candle stick पढ़ने आना चाहिए।
  • RSI देखने आना चाहिए।
  • MACD को पढ़ने आना चाहिए।
  • Over brought इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम /over sell zone का पता होना चाहिए।

(5) Live Market Practice:आपने सुना ही होगा “practice make a man perfect” यही फंडा शेयर मार्केट में काम आता है। आप केवल एक शेयर को प्रैक्टिस के लिए buy करें और इस एक शेयर को खरीदने में अपना सारा ज्ञान झोक दें ,फिर analysis करें की आपने जो कुछ सीखा है उसने आपको फायदा दिलाया है की नहीं ,आप निश्चित रूप से पहले के मुकाबले अब अच्छा निर्णय ले पा रहे होंगें। इसे जारी रखिये जब तक की आप शेयर के बेचने और खरीदने में माहिर नहीं हो जाते यही शेयर मार्केट का गणित /नियम है।

(6) किसी विशेष शेयर से प्यार ,लगाव,मोह को त्यागें क्युकी मार्केट में बहुत अधिक option हैं। अगर आपको शेयर मार्केट से कामना है तो आपको धैयशील होना पड़ेगा। हो सकता है आपके इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम इन्वेस्ट करते ही मार्केट गिर जाय और शेयर का दाम भी गिर जाएगा इस समय अगर आप पैनिक होकर माल बेच देंगें तो आपको loss हो जायेगा इसीलिए long term investment करिये और धैर्य धारण कीजिये। यदि इसका उल्टा हो जाये invest करते ही मार्केट और शेयर बढ़ जाए तो भी आप panic होकर शेयर तुरंत बेच देते हैं अगर हमें शेयर बाजार से कामना है तो मार्केट के उतार -चढाव पर धैर्य धारण करना होगा। इसे ही शेयर मार्किट का गणित /शेयर मार्केट का नियम कहते हैं।

(7) Risk management by stop-loss :पहले अपने शेयर के price का analysis करिये फिर decide करिये की कितना loss आप सहन कर सकते है और इसके निचे के पॉइंट पर अपना स्टॉप लॉस लगा लीजिये इसके निचे प्राइस जाते ही अपने आप आपका शेयर sell हो जायेगा और आप एक निश्चित नुकसान को ही सहन करना पड़ेगा। इसे ही Risk management कहते है अगर आप स्टॉप लॉस नहीं लगते तो शेयर के निचे जाने पर आपको जयादा नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसे ही शेयर मार्किट का गणित /शेयर मार्केट का नियम कहते हैं।

11 Intraday Trading Rules in Marathi

11 Intraday Rules in Marathi | टॉप ११ इंट्राडे ट्रेडिंग नियम | इंट्राडे ट्रेडिंग म्हणजे काय?

11 Intraday Rules in Marathi | टॉप ११ इंट्राडे ट्रेडिंग नियम

11 Intraday Rules in Marathi | टॉप ११ इंट्राडे ट्रेडिंग नियम | what is intraday आपल्या जीवनात नियम …

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ?

सुबह 9:15 बजे से लेकर शाम को 3:30 बजे तक जो शेयर आपने इंट्राडे कहकर लिया है उसे 3:10 तक बेचना ही पड़ता है उस ट्रेड में आपको चाहे नुकसान हो, चाहे फायदा दोनों में से एक चीज ” बुक ” करनी ही पड़ेगी फायदा होता है तो आपकी पूंजी बढ़ जाएगी
और शेयर का रेट घट गया और आपको घटे रेट पर शेयर को बेचना ही पड़ेगा तो आपकी पूंजी घट जाएगी इसको (इंट्रा डे) बाजार कहते है इस बाजार में
इंट्राडे का व्यापार करने के लिए आपके पास कम से कम
₹50,000,00/= (पचास लाख) तो होना ही चाहिए
नहीं तो शॉर्ट टर्म या long टर्म निवेश कर
शेयर की डिलीवरी लेकर व्यपार करे!

अगर आप एक या ₹2,000,00/=लाख से इंट्राडे का व्यापार करेंगे तो आपकी पूंजी आहिस्ता आहिस्ता घटती जाएगी और एक दिन आप शेयर बाजार से बिल्कुल कंगाल हो जाएंगे।

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ?

इक्विटी बाजार में ट्रेडिंग 2 सेगमेंट होते है

1) कैश ट्रेडिंग

इस प्रकार के ट्रेडिंग में आप मॉर्निज के बिना आपके खुदके पैसों ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें आप शेयर की दिलीविरी लेकर खरीद और बिक्री कर ट्रेडिंग करते है। इसमें आपको बहोत कम रिटर्न्स मिलता है। मगर इसमें आर्थिक जोखिम भी बहोत कम होता है। शेयर बाजार में पेशे आदर ट्रेडर इस तरह के ट्रेडिंग नहीं करते है । इसमें लेवल लघु समय ( < 1 वर्ष ) के निवेशक ट्रेडिंग करते है।

2) डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग

इस प्रकार के इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम ट्रेडिंग में आप ब्रोकर मॉर्निज पैसों के साथ आपके ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें आप स्टॉक ( ITC , HDFC , Reliance ) , करेंसी ( USD/INR ) , इंडेक्स ( NIFTY 50 / SENSEX ) और कमोडिटी ( Cruid Oil , Gold , Silver ) की दिलीविरी लिए बिना खरीद और बिक्री कर ट्रेडिंग करते है। इसमें आपको बहोत ज्यादा रिटर्न्स मिलता है। मगर इसमें आर्थिक जोखिम बहोत ज्यादा होता है। शेयर बाजार में पेशेदार ट्रेडर इस तरह के ट्रेडिंग करते है ।

डेरिवेटिव्स इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम ट्रेडिंग 2 तरह के होते है

a) फ्यूचर ट्रेडिंग

शेयर मार्किट में फ्यूचर ट्रेडिंग या फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट ट्रेडिंग का मतलब होता हे की आप इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम किसी भी स्टॉक / इंडेक्स को उसकी एक्सपाइरी डेट से पहले खरीद या बेच सकते हे, कोई भी फिक्स प्राइस पर।

b) ऑप्शन ट्रेडिंग

शेयर बाजार मेंहर दिन शेयर और इंडेक्स की मूल्य ऊपर नीचे होते रहता है । इस में अगर आप किसी शेयर को भबिष्य के किसी निधारित मूल्य (strick price) में बेचना और ख़रीदना हो तो आपको किसी के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट करना होता है । इस को इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम आसान भासा में स्टॉक हेजिंग कहे ते है इस के निबेश की रिस्क कम होजा ता है । सभी कॉन्ट्रैक्ट का एक निधारित समय सीमा होता है । इसी कॉन्ट्रैक्ट (Option) को बेचना और खरीदना को option trading कहते है ।

इंट्राडे और डिलीवरी ट्रेडिंग में क्या अंतर है?

शेयर बाजार में 1 दिन केलिए ट्रेडिंग करते है तो उसको इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है। इसमें आपको शेयर को एक ही दिन में 9:15 AM से 3:30 PM तक खरीद बिक्री करना होता है। इसमें केबल ट्रेडिंग कर सकते है । मगर आपको लंबी अबधि केलिए निवेश केलिए शेयर की डिजिटल फॉरमेट के जरिए डिलीवरी लेनी होती है। इसमें आपको शेयर को डिजिटल फॉरमेट में खरीद के T +2 दिनों में आपके CDSL / NSDL एकाउंट में शेयर जमा होता है । इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको बहोत ज्यादा ब्रोकेज़ ( प्रति आर्डर ₹20/- ) का शुल्क देना होता है। मगर शेयर की डिलीवरी में ब्रोकेज़ बहोत कम लगता है। इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको > 30% ज्यादा इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम इनकम टैक्स भरना होता है। मगर डिलीवरी ट्रेडिंग / निवेश में आपको ( 10 % से 15 % ) तक की इनकम टैक्स लगता है। इंट्राडे ट्रेडिंग शेयर बाजार के अनुभवी लोगों करना चाहिए । अगर आप शेयर में नए हो तो आपको डिलीवरी ट्रेडिंग / निवेश करना चाहिए।

ट्रेडिंग करने केलिए सबसे अच्छी ट्रेडिंग कंपनी कौन सी है?

बाजार में बहोत सारे ऐप है जो कि ऑप्शन ट्रेडिंग देते है मगर सबमें अलग ब्रोकेज चार्ज और मार्जिन के नियम अलग अलग है । इस लिए आपको बहोत सावधानी से अपना ब्रोकर चुने । में आपको कुछ ब्रोकर की सलाह देसकता है ।

1. जेरोधा सेकुरिट्स
2. ऐंजल ब्रोकिंग
3. मोतीलाल ओसबल सेकुरिट्स
4. IIFL सेकुरिट्स
5. उप स्टॉक

ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है

ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है

ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते है आपके मन मे भी ये सवाल जरूर आया होगा की आखिर स्टॉक मार्केट में कितने प्रकार की ट्रेडिंग होती है. मै आपको बता दू स्टॉक मार्केट में चार प्रकार की ट्रेडिंग होती है intraday trading. Swing trading. Short term trading. Long term trading. ये चार प्रकार की ट्रेडिंग कैसे की जाती है ये हम आज आपको बतायेंगे तो चलीये जानते है.शेअर मार्केट मे ट्रेडिंग कैसे होती है. और कितने प्रकार की होती है.

Intraday trading – इंट्राडे ट्रेडिंग

जब मार्केट 9 बजकर 15 मिनिट में शुरू होता है. और 3 बजकर 30 मिनिट मे बंद होता है. उस टाइम के अंदर आप जो कोई भी शेअर्स खरीद लेते है. या बेज देते है उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है. यांनी की आपको इसी टाइम के अंदर शेअर्स खरीद लेना है और बेच देना है. अब हम जानते है इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे

इंट्राडे ट्रेडिंग मे आपको शेअर बाजार के उतार-चढाव के बारे मे पता होना बेहात जरुरी है. इंट्राडे ट्रेडिंग से अगर अच्छे स्टॉक का शेअर्स आप खरीद लेते है तो आप 8000 रुपये per day से भी ज्यादा कमा सकते हो

इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान

इंट्राडे ट्रेडिंग मे जितना फायदा होता है उतना ही रिक्स और loss होता है,इस ट्रेडिंग मे आपको कोई ये नही बताएगा आखिर इंट्राडे मे ट्रेडिंग कैसे करे अगर आपके पास knowledge नही है और आप नये हो तो मेरी ये राय रहेगी आपके लिए ये ट्रेडिंग नही है. क्युकी नये लोग सबसे पहले यही ट्रेडिंग करना शुरू करते है इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम और बाद में उनको असफलता मिलती है अब हम जानते है स्विंग ट्रेडिंग

Swing trading स्विंग ट्रेडिंग

इस ट्रेडिंग मे कोई भी स्टॉक खरीदकर कुछ दिनो मे या कुछ हप्तो के अंदर बेच सकते हो इसे स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है .इसे ट्रेडिंग किंग भी कहा जाता है. ये ट्रेडिंग इंट्राडे की तरह नही है लेकिन इसमे आप अपना टारगेट प्राईस लगाकर loss और profit को आसानी से झेल सकते हो

स्विंग ट्रेडिंग के फायदे

अगर आप नये हो तो सुरुवात मे आपको यही ट्रेडिंग करनी चाहिए तभी आप अच्छा स्टॉक select कर पाओगे और शेअर मार्केट के उतार और चढाव के बारे मे आसानी से और बारीकीसे जान पाओगे

स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान

स्विंग ट्रेडिंग मे अगर आप अच्छे स्टॉक को नही चुन, पाओगे तो आपको लॉस ही होगा क्यूकी इस ट्रेडिंग मे अच्छे स्टॉक को चूनना बेहद जरूरी है ताकी आप ज्यादा दिन तक अच्छे से स्टॉक मे invest कर सके

Short term trading शॉर्ट ट्रम ट्रेडिंग

जब कोई ट्रेडिंग कुछ हप्तो से लेकर कूछ महिनो मे complete होता है.उसे शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे एक active trade investment हे आपको इसमे अपने स्टॉक पर नजर रखनी पडती है तभी आप अपने स्टॉक को minimise कर सकते है

शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के फायदे

वैसे तो इस ट्रेडिंग मे आप अगर पुरी research के साथ stock स्सिलेक्ट करोगे तो आप अपने लॉस ओर प्रॉफिट को मिनिमाईज कर पावोगे

शॉर्ट ट्रेडिंग के नुकसान

अगर आप किसीके कहने पर या YouTube पर video देखकर किसी स्टॉक को खरीद लेते हो तो आपको पक्का लॉस ही होगा क्युकी आप जिस किसी भी स्टॉक को सिलेक्ट करते हो ऊस कंपनी के fundamentals के बारे मे हि आपको पता नही होता तभी आप लॉस मे जाते हो

Long term trading लॉंग टर्म ट्रेडिंग

अब आप इसके नाम से ही जान गये होंग आखिर लॉंग टर्म ट्रेडिंग क्या है. इस ट्रेडिंग में आप जो कोई स्टॉक एक साल या उससे ज्यादा के लिये खरीद लेते हो उसे लॉंग टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है

लॉंग टर्म इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम ट्रेडिंग के नुकसान और फायदे

इसमे अगर आप कोई अच्छा स्टॉक सिलेक्ट नही कर पाओगे तो आपको नुकसान होगा .और रिसर्च करके अगर सिलेक्ट करोगे तो आपको बहुत ज्यादा प्रॉफिट भी हो सकता है

दोस्तो आशा करता हु आपको यह आर्टिकल देहत पसंद आया होगा अगर आपका कोई सवाल है तो आप हमे नीचे comment मे जरूर बताये और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे

संबंधित लेख

FAQ

ट्रेडिंग कितने प्रकार कि होती है

ट्रेडिंग चार प्रकार की होती है
1, Intraday trading
2, Swing trading
3, Short term trading
4, Long term trading

नमस्ते दोस्तों आपका स्वागत है इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम आपको इस website पर शेयर मार्केट, म्यूचल फंड, शेयर प्राइस टारगेट, इन्वेस्टमेंट,से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी रिसर्च के साथ हिंदी मे दी जाएगी

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