10 रुपये से 120 के पार पहुंचे सोनल एडहेसिव के शेयर
सोनल एडहेसिव के शेयरों ने इस साल अब तक ताबड़तोड़ रिटर्न दिया है। कंपनी के शेयरों ने इस साल अब तक 1155 पर्सेंट का रिटर्न लोगों को दिया है। साल की शुरुआत में 3 जनवरी 2022 को सोनल एडहेसिव के शेयर बीएसई में 9.80 रुपये के स्तर पर थे। कंपनी के शेयर 9 दिसंबर 2022 को बीएसई में 122.95 रुपये के स्तर पर बंद हुए हैं। अगर किसी इनवेस्टर ने 3 जनवरी 2022 को सोनल एडहेसिव के शेयरों में 1 लाख रुपये का निवेश किया होता और शेयरों में अपने पैसे बनाए रखे होते तो मौजूदा समय में यह पैसा 12.54 लाख रुपये होता।
Market Outlook 2022: 2023 में कौन से शेयर दिला सकते हैं बेहतर मुनाफा? जानें मोतीलाल ओसवाल ब्रोकिंग की राय
By: ABP Live | Updated at : 26 Dec 2022 04:09 PM (IST)
शेयर बाजार ( Image Source : Getty )
Stock Market Outlook 2023: भारत ने 2022 में ग्लोबल बाजारों को पीछे छोड़ दिया. इसका लचीलापन इसकी सबसे बड़ी वजह रही. मसलन, महंगाई की ऊंची दर, बढ़ती ब्याज दरें, करेंसी में भारी उतार-चढ़ाव, जियो-पॉलिटिकल अस्थिरता और एफआईआई की भारी बिकवाली जैसी विपरीत वैश्विक परिस्थितियों का इसने मजबूती से सामना किया. भारतीय बाजार के इस लचीलेपन को कई संरचनात्मक सपोर्ट मिले, जिन्होंने भारत को दुनिया के मानचित्र पर उज्ज्वल भविष्य वाला बाजार बना दिया.
आप देख सकते हैं कि भारी उतार-चढ़ाव के बावजूद इस साल (12 दिसंबर तक) निफ्टी करीब 7 फीसदी चढ़ा है. इसके उलट ज्यादातर ग्लोबल इंडेक्स में 10-20 फीसदी की गिरावट आई है. वास्तव में नवंबर 2022 में इसने 18,888 का फ्रेश लाइफ हाई देखा. निफ्टी मिडकैप इंडेक्स ने भी इस साल अब तक 7 फीसदी की बढ़त ली. हालांकि निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स में इस दौरान करीब 11 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. सरकारी (पीएसयू) बैंकों का प्रदर्शन सबसे शानदार रहा. इस साल अब तक इनके शेयरों में 72 फीसदी तेजी दर्ज की गई.
इस साल इन 3 शेयरों ने कराई तगड़ी कमाई, 1 लाख के 16 लाख रुपये तक बने
घरेलू शेयर बाजार में इस साल काफी उथल-पुथल रही है। हालांकि, कुछ शेयरों ने इस भारी उतार-चढ़ाव में भी लोगों को छप्परफाड़ रिटर्न दिया है। 3 ऐसे स्मॉलकैप शेयर हैं, जिनमें इस साल अब तक 1500 पर्सेंट से ज्यादा की तेजी आई है। यह शेयर हेमांग रिसोर्सेज लिमिटेड, अलायंस इंटीग्रेटेड मेटलिक्स और सोनल एडहेसिव के हैं। इन कंपनियों के शेयरों ने साल भर एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार के भीतर ही 1 लाख रुपये के निवेश को 16 लाख रुपये से ज्यादा बना दिया है।
3 रुपये से 52 पर पहुंचे शेयर, 1 लाख के बन गए 16.66 लाख
हेमांग रिसोर्सेज लिमिटेड (Hemang Resources ) के शेयरों ने इस साल अब तक 1566 पर्सेंट का रिटर्न लोगों को दिया है। साल की शुरुआत में 3 जनवरी 2022 को बीएसई में हेमांग रिसोर्सेज के शेयर 3.12 रुपये के स्तर पर थे। कंपनी के शेयर 9 दिसंबर 2022 को बीएसई में 52 रुपये पर बंद हुए हैं। अगर किसी व्यक्ति ने साल की शुरुआत में कंपनी के शेयरों में 1 लाख रुपये लगाए होते और अपने इनवेस्टमेंट को बनाए रखा होता तो मौजूदा समय में यह पैसा 16.66 लाख रुपये होता।
साल 2022 में इन स्टॉक्स ने निवेशकों को बनाया करोड़पति! दिया छप्परफाड़ रिटर्न, इन शेयरों ने खूब रुलाया
अडानी समूह के शेयरों इस साल बंपर तेजी देखने को मिली है।
हाइलाइट्स
- 24 फरवरी को रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के चलते सेंसेक्स 2,702 अंक टूट गया था
- साल 2022 में अडानी समूह की कई कंपनियों के शेयरों में बंपर तेजी देखी गई है
- पेटीएम, नायका और जोमैटो सहित कई शेयरों में निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है
24 फरवरी रहा सबसे खराब दिन
साल 2022 में सेंसेक्स ने 15 फरवरी को 1,736 अंकों के सबसे बड़े एक दिन के लाभ के साथ 14 बार 1,000 से ज्यादा की रैलियां देखीं। 24 फरवरी सेंसेक्स के लिए सबसे खराब दिन था, जब रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद यह 2,702 अंक टूट गया था। शुक्रवार यानी 23 दिसंबर 2022 को भी शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखी गई। कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स में 1000 अंक से अधिक की गिरावट देखी गई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) शुक्रवार को 1.61 फीसदी या 980.93 अंक की गिरावट के साथ 59,845.29 पर बंद हुआ है। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी (Nifty) 1.77 फीसदी या 320.55 अंक की गिरावट के साथ 17,806.80 पर बंद हुआ।
अडानी समूह के शेयरों के नाम रहेगा साल 2022
साल 2022 अडानी समूह के शेयरों के नाम रहने वाला है। अडानी समूह के शेयरों इस साल बंपर तेजी देखने को मिली है। इसी का नतीजा है कि चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) ने धन के मामले में कई दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है। अडानी दुनिया के तीसरे सबसे अमीर शख्स बन गए हैं। गौतम अडानी की नेटवर्थ में इस साल करीब 47 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है। स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड 7 शेयरों में से 4 शेयरों ने निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न (Multybagger Return) दिया है।
Year Ender 2022: इस साल ने निवेशकों को सिखाईं 3 खास बातें, 2023 में बड़े काम आएंगे ये टिप्स
साल 2022 शेयर बाजार के लिए भारी उतार-चढ़ाव वाला रहा. इस साल ने निवेशकों को कई अहम बातें सिखाई हैं. अगर इन बातों को मन में बैठा लें तो ये 2023 में कमाई कराने वाले टिप्स जैसी साबित होंगी.
इस साल की शुरुआत में सेंसेक्स 58,310 अंकों (Sensex) पर खुला था. वहीं 21 दिसंबर 2022 तक इसमें 2757 अंकों की तेजी देखी जा चुकी है और अब सेंसेक्स 61,067 अंकों पर पहुंच चुका है. इस अवधि में सेंसेक्स में काफी उतार-चढ़ाव भी देखने को मिला. सेंसेक्स ने इस दौरान 63,583 अंकों का उच्चतम स्तर छुआ तो 50, 921 अंकों के न्यूनतम स्तर तक भी जा पहुंचा. इसी तरह निफ्टी (Nifty) के लिए भी इस साल की शुरुआत 17,387 अंकों के साथ हुई और 21 दिसंबर तक यह 812 अंक चढ़कर 18,199 अंकों पर पहुंच चुका है. साल भर में निफ्टी ने 18,887 अंकों का उच्चतम स्तर छुआ और 15,183 अंकों का न्यूनतम स्तर छुआ.
2022 से मिलीं ये 3 सीख
2022 के दौरान भारत ने महंगाई (Inflation) और मंदी (Recession) से लेकर युद्ध (Russia-Ukraine War) तक देख लिए. इनका शेयर बाजार (Share Market) पर बुरा असर भी देखने को मिला, लेकिन देखते ही देखते बाजार ने तगड़ी तेजी भी हासिल की. आइए जानते हैं शेयर बाजार में पैसा लगाने वालों को 2022 से क्या सीखने की जरूरत है, जो 2023 में उनके बड़े काम आएंगे.
अगर बात मुसीबतों की करें तो पूरा 2022 ही एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार मुसीबतों भरा रहा है. रूस-यूक्रेन युद्ध से लेकर ब्याज दरें बढ़ने, चीन में सख्त लॉकडाउन पॉलिसी आने और मंदी-महंगाई आने तक. पूरे 2022 के दौरान रुक-रुक कर कोई ना कोई मुसीबत आती ही रही. इन सबके बीच ये सबके लेने की जरूरत है कि कुछ भी हो जाए दुनिया रुकती नहीं और आगे बढ़ती रहती है. यही वजह है कि इतनी परेशानियों के बावजूद शेयर बाजार 2022 में चढ़ा है. यानी मुसीबतों के पहाड़ हमेशा ही टूटते रहेंगे, लेकिन उनसे जिंदगी रुक नहीं जाती. 2022 में ही भारत में करीब 25 फीसदी आईफोन बनने लगे हैं. वहीं चिप बनाने का काम भी भारत में ही शुरू हो गया है. यहां तक कि भारत को सस्ता कच्चा तेल एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार भी मिल रहा है. यानी घबराकर अपना निवेश नुकसान में बेचने की जरूरत नहीं है, धैर्य रखिए और मुनाफा होगा.
2- महंगाई और ब्याज दरें बढ़ती-घटती हैं
आज के वक्त में दुनिया के कई देश मंदी की मार झेल रहे हैं. अमेरिका भी आर्थिक मंदी की चपेट में है. इसी वजह से बहुत सारे देशों से खबरें आ रही हैं कि तमाम कंपनियां तेजी से छंटनी कर रही हैं. वहीं अगर मंदी की मार भारत पर देखी जाए तो तुलनात्मक रूप से भारत पर मंदी का असर बहुत कम है. ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले कुछ सालों में भारत सरकार अपनी पॉलिसी में कई अहम बदलाव किए हैं, जिसकी वजह से भारत कई चीजों में आत्मनिर्भर हो गया है. मंदी से निपटने के लिए दुनिया भर के केंद्रीय बैंक ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं, भारतीय रिजर्व बैंक भी दरें बढ़ा रहा है. हालांकि, यहां एक बात समझने की है कि महंगाई कभी ज्यादा होती है तो कभी कम. उसी तरह ब्याज दरें भी कभी बढ़ती हैं तो कभी घटती हैं. तो भविष्य में जब शेयरों में निवेश करें तो इस बात का भी ध्यान रखें.
2020 में बाजार बहुत अधिक उतार-चढ़ाव वाला रहा. अगर 2022 की बात करें तो इस साल में भी तगड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिली. निफ्टी ने 18,887 अंकों का उच्चतम स्तर छुआ और 15,183 अंकों का न्यूनतम स्तर छुआ. यानी 3704 अंकों का उतार-चढ़ाव रहा. सेंसेक्स ने इस दौरान 63,583 अंकों का उच्चतम स्तर छुआ तो 50, 921 अंकों के न्यूनतम स्तर तक भी जा पहुंचा. इस तरह सेंसेक्स में भी 12,662 अंकों का उतार चढ़ाव देखने को मिला. अगर साल की शुरुआत से साल के अंत तक को देखें तो निफ्टी में 812 अंक और सेंसेक्स में 2757 अंकों की तेजी देखने को मिली है. बाजार में उतार-चढ़ाव हमेशा ही रहेगा, आपको सिर्फ धैर्य रखने की जरूरत है. हां, किसी भी शेयर में निवेश करने से पहले उसकी फंडामेंटल एनालिसिस जरूर करें वरना दिक्कत भी हो सकती है.
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इस आईपीओ ने निवेशकों को किया था निराश
मई में सरकारी क्षेत्र के भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आईपीओ ने निवेशकों को निराश किया है। एलआईसी ने इस ऑफर के जरिए रिकॉर्ड 20,557 करोड़ रुपये जुटाए थे। इसे देश का सबसे बड़ा आईपीओ बताया गया था। एलआईसी का शेयर फिलहाल अपने आईपीओ कीमत से 38 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है। निगेटिव रिटर्न देने वालों में लॉजिस्टिक्स यूनिकॉर्न डेल्हीवरी (Delhivery) भी शामिल है, जिसने मई में आईपीओ के जरिए 5,235 करोड़ जुटाए थे। फिलहाल कंपनी का शेयर अपने आईपीओ मूल्य से 27 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है।
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