व्यावसायिक गतिविधियां संचालित करना-
कंपनी की सफलता का संकेतक
व्यापार घटना एक व्यापार घटना है, व्यापार समुदाय के विशाल क्षेत्रों को कवर । व्यावसायिक गतिविधियों के तहत आमतौर पर समझा मंचों, बैठकों, प्रेस संमेलनों, पैनल चर्चा, गोलमेज संमेलन, सेमिनार, pitchingi, व्यापार खेल, teambuilding, प्रस्तुतियों, संमेलनों और अंय व्यावसायिक गतिविधि बुधवार । व्यवसायिक गतिविधियों ने, लंबाई, संरचना, भौगोलिक कवरेज या उठाए गए मुद्दों के महत्व पर पारंपरिक कार्यालय की बैठकों का विरोध किया ।
जो कुछ भी व्यापार उद्योग कंपनी से संबंधित नहीं था और अपने व्यवसाय नहीं है, व्यापार गतिविधियों प्रत्येक संगठन की गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण पहलू है ।
व्यापार गतिविधियों के मुख्य उद्देश्य है:
- सामरिक व्यापार लक्ष्यों का विकास;
- प्रचालनात्मक प्रक्रियाओं का निर्माण;
- व्यावसायिक अनुभव और ज्ञान का आदान-प्रदान ।
संमेलनों, सेमिनारों के सभी प्रकार के आयोजन, एक बार एक विशिष्ट संगठन के सदस्यों को शामिल है, और बाहरी कंपनियों के कर्मचारियों को शामिल, एक कंपनी की छवि बढ़ जाती है और उसकी प्रतिस्पर्धात्मकता से पता चलता है ।
सार और संकल्पना
वहां व्यापार गतिविधियों के कई प्रकार के होते हैं, लेकिन उनमें से प्रत्येक का मुख्य कार्य रचनात्मक संचार और कंपनी के विकास के सदिश के विकल्प के माध्यम से व्यापार प्रदर्शन में सुधार है ।
तो, संमेलनों और मंचों उपलब्धियों की चर्चा पर जोर दिया और विफलताओं कंपनी, संक्षिप्त और अनुभवों को साझा । आउटडोर घटनाक्रम (M.I.C.E.) विचार एक अनौपचारिक वातावरण और मनोरंजन और मज़ा में चर्चा की जा रही है कि में अलग-खेल के M.I.C.E. व्यापार उद्देश्य का एक अभिंन हिस्सा है रुपक एक सरल खेल का एक उदाहरण पर व्यापार प्रक्रियाओं का प्रदर्शन आदेश में कमजोरियों की पहचान करने के लिए, संचार की स्थापना । कार्यशाला में एक लघु मानव भाषण (एक अतिथि प्रशिक्षक, पर्यवेक्षक) कर्मचारियों को प्रेरित करने के लिए है । और रणनीतिक सत्र के लिए एक पूरे के रूप में कंपनी के कर्मचारियों के काम का सार को बेहतर समझने में मदद करता है ।
व्यापार घटना के सफल संचालन प्रायोजकों की आंखों में कंपनी के निवेश जलवायु में सुधार, लक्षित दर्शकों द्वारा आकर्षित किया और अच्छा विज्ञापन उत्पादों और कंपनी की सेवाओं देता है ।
बिग जैक के साथ व्यापार की घटनाओं के संगठन?
घटना एजेंसी बिग जैक के लिए आप संगठन के साथ सहायता खुश है । हमारा मानना है किप्रत्येक प्रश्न व्यापारियों की सलाह के समाधान के लिए व्यापक रूप से संपर्क किया जाना चाहिए, इसलिए, ग्राहकों की जरूरतों के आधार पर गतिविधियों की मूल योजना विकसित करना ।
उद्देश्यों और वांछित उत्पादन परिणाम के आधार पर, हम इस घटना के फार्म का चयन और पूरी तरह से यह आयोजन के लिए जिंमेदारी संभालने में ग्राहक की सहायता । यदि एक संमेलन या मंच, बिग जैक स्थान मेहमानों का चयन करता है और रखरखाव गतिविधियों के लिए जिंमेदार है । M.I.C.E. के मामले में हम रसद और मनोरंजन कार्यक्रम के लिए विशेष देखभाल दृष्टिकोण के साथ ।
व्यावसायिक गतिविधियों के संगठन को खोजने और व्यापार की समस्याओं व्यापारियों की सलाह को हल करने के लिए महत्वपूर्ण है । इस कुंजी हमें लेने के लिए सौंपो, और वांछित परिणाम प्राप्त करने के व्यापारियों की सलाह लिए सुनिश्चित है!
जीएसटी ने बढ़ाई व्यापारियों की परेशानी, सीए की सलाह के बगैर नहीं बढ़ा सकते एक भी कदम
फोटो ग्वालियर। नईदुनिया प्रतिनिधि जीएसटी जब से लागू हुआ है तब से व्यापारियों की परेशानी बढ़ गई है। चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की उद्योग एवं व्यापार में बढ़ी भूमिका है। क्योंकि वर्तमान में व्यापारी एक भी कदम बिना सीए की सलाह के नहीं बढ़ा सकते। यह बात शनिवार को चैंबर भवन में आयोजित जीएसटी एनुअल रिटर्न्स एवं ऑडिट पर आयोजित सेमिनार में चैंबर अध्यक्ष विजय
ग्वालियर। नईदुनिया प्रतिनिधि
जीएसटी जब से लागू हुआ है तब से व्यापारियों की परेशानी बढ़ गई है। चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की उद्योग एवं व्यापार में बढ़ी भूमिका है। क्योंकि वर्तमान में व्यापारी एक भी कदम बिना सीए की सलाह के नहीं बढ़ा सकते।
यह बात शनिवार को चैंबर भवन में आयोजित जीएसटी एनुअल रिटर्न्स एवं ऑडिट पर आयोजित सेमिनार में चैंबर अध्यक्ष विजय गोयल ने कही। उन्होंने कहा कि चैंबर व्यापारियों एवं उद्योगपतियों की जीएसटी संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिए जीएसटी सेल गठित करना चाहता है। जिसके लिए सीआईआरसी ब्रांच से आग्रह है कि सप्ताह में कोई भी तीन दिन चैंबर आएं। जिससे व्यापारियों को जीएसटी के संबंध में मार्गदर्शन प्राप्त हो सके। कार्यक्रम में सैशन के चेयरमेन सीए अशोक विजवयर्गीय, सीए नवनीत गर्ग, चैयरमेन सीए दीपक वाजपेयी समेत अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
जीएसटी का मतलब, गलती सिर्फ तुम्हारी
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर कोलकाता से आए प्रदीप व्यापारियों की सलाह मोदी ने व्यापारियों की तमाम जिज्ञासाओं व समस्याओं का समाधान किया। साथ ही उन्होंने अंत में जीएसटी पर यह व्यंग भी कसा कि जीएसटी का मतलब साफ-साफ है, गलती सिर्फ तुम्हारी। इस बात पर हॉल ठहाकों से गूंज उठा। डिप्टी डायरेक्टर बोर्ड ऑफ स्टडी, सीएस शालीन सुनेजा ने कहा कि 1994 में अप्रत्यक्ष कर के रूप में सर्विस टैक्स लगाया गया था। प्रारंभ में कुछ वस्तुओं से प्रारंभ होकर इस टैक्स का दायरा आज काफी बढ़ गया है। सीकासा, सीआईआरसी के चैयरमेन सीए देवेन्द्र कुमार सोमानी ने कहा कि उदयपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स के साथ हम जीएसटी पर मार्गदर्शन व्यापारियों को दे रहे हैं। मप्र चैंबर में जो जीएसटी सेल गठित होगी उसमें हम सहयोग करेंगे।
सवालः चैंबर मानसेवी सचिव डॉ.प्रवीण अग्रवालः किसी काम को अगर जीएसटी लागू होने से पहले ही पूरा कर दिया गया हो। लेकिन भुगतान जीएसटी लागू होने के बाद किया। ऐसे व्यापारियों की सलाह में क्या जीएसटी काटा जाना चाहिए।
जवाबः सीए नवनीत गर्ग, भोपालः तीन चीजें हैं, वर्क कब कंपलीट किया, बिल कब रेज किया गया व पेमेंट कब हुआ। दो चीजें यदि जीएसटी लागू होने के पूर्व हुई हैं तो उसका समाधान जीएसटी से पूर्व के नियमानुसार होगा। यदि कोई भी दो जीएसटी के बाद हुई हैं तो जीएसटी के नियमानुसार होगा। यदि इसमें कुछ गलत हुआ है तो इसे नॉर्मल सिविल लॉ के तहत सुलझाया जाना चाहिए।
सवालः चैंबर अध्यक्ष विजय गोयलः ईवे बिल द्वारा माल व्यापारियों की सलाह धौलपुर से ग्वालियर मंगाया जा रहा है, यदि माल को मुरैना में उतारना चाहें तो क्या उतारा जा सकता है?
जवाबः सीए प्रदीप मोदी, कोलकाताः ईवे बिल में माल की जहां डिलेवरी होना है नियमानुसार वहीं उतारा जाना चाहिए।
व्यापारियों को BJP MLA की सलाह, रखें दुकान पर पत्थर की 1 पेटी, 2 पिस्तौल….देंगे ट्रेनिंग
इस वीडियो में उन्होंने व्यापारियों से पत्थर, पिस्तौल और हथियार दुकानों में रखने की बात की है। उन्होंने कहा कि पुलिस की अपनी सीमाएं हैं और जब तक पुलिस व्यापारियों की सलाह आती है तब तक हमलावर अपना काम कर जाते हैं इसीलिए हर दुकानदार को अपने दुकान में एक पत्थर की पेटी, 4-5 कृषि के उपकरण और दो पिस्तौल रखना चाहिए।
इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा की – वे अपने आश्रम में युवाओं को पत्थरबाजों से निपटने के लिए लाठी बाजी और पत्थरबाजी की ट्रेनिंग भी देंगे।
बता दे कि हालही में जानसठ तहसील क्षेत्र के वाजिदपुर कवाली गांव में एक सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए विधायक विक्रम सैनी ऐसी बातें कहीं। जो अब चर्चा का विषय बनी हुई है।
चीन की अपने व्यापारियों को सलाह- बिना समय गंवाए रूस-यूक्रेन युद्ध का उठाएं लाभ
इंटरनेशनल डेस्कः रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज 30वां दिन है। एक महीने पूरे होने के बाद भी इस युद्ध को रोकने के लिए कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है। इस बीच चीन का एक अजीब बयान सामने आया है। चीनी राजदूत झांग हनहुई ने मास्को में चीनी व्यापारियों से मुलाकात के दौरान वर्तमान रूस-यूक्रेन युद्ध का फायदे उठाने की सलाह दी है। वह इस सप्ताह के शुरू में अपने चीनी प्रतिनिधियों से मिले थे। रूसी कन्फ्यूशियस कल्चर प्रमोशन एसोसिएशन द्वारा 21 मार्च के सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार राजदूत ने अपने व्यापार प्रमुखों को बिना समय बर्बाद किए इस मौके का लाभ उठाने का आग्रह किया है ।
रूस में चीन के राजदूत ने मास्को में चीनी व्यापारियों से यूक्रेन संकट का लाभ उठाने के लिए अपने उद्यमों का विस्तार करने का आह्वान किया है। दरअसल यूक्रेन हमले के मद्देनजर गंभीर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों ने रूस की अर्थव्यवस्था को पंगु बना दिया है और चीन इसी मौके का लाभ उठा कर अपने व्यापार को रूसी बाजार में विस्तार की सलाह दे रहा है। प्रतिनिधियों से मुलाकात दौरान चीनी राजदूत झांग हनहुई ने कहा कि “मौजूदा व्यापारियों की सलाह अंतरराष्ट्रीय स्थिति जटिल है। बड़े उद्यमों को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। भुगतान और आपूर्ति श्रृंखला में रूकावट भी आ रही है ।
हालांकि सम्मेलन के सारांश में पश्चिमी प्रतिबंधों का कोई उल्लेख नहीं किया गया, फिर भी झांग ने कहा कि यह निजी, छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों के लिए रूस में व्यापार आगे बढ़ाने का सही समय है। राजदूत की टिप्पणी के बारे में एक सवाल के जवाब में, मास्को में बैठक का उल्लेख किए बिना चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि दोनों पक्ष लंबे समय से "सामान्य आर्थिक और व्यापार सहयोग" में हैं ।
दरअसल, यूक्रेन संकट को समाप्त करने के लिए पश्चिम देश रूस को वैश्विक आर्थिक और वित्तीय प्रणाली से अलग करने पर जोर दे रहे हैं । इसी के तहत मुख्य अंतरराष्ट्रीय भुगतान प्रणाली स्विफ्ट से कई रूसी बैंकों को अलग कर दिया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि चीन प्रतिबंधित रूसी अर्थव्यवस्था की सहायता करेगा। बता दें कि रूस और पश्चिमी देशों के मध्य संघर्ष के बीच एक तटस्थ रुख को चित्रित करने की मांग के बावजूद बीजिंग को व्यापक रूप से मास्को का समर्थन करने के रूप में देखा जाता है। जंग के बीच ही चीन कई बार रूस के साथ सामान्य रूप से व्यापार करने की की प्रतिबद्धता भी जाहिर कर चुका है।
मार्च की शुरुआत में रूसी बैंकों को क्रेडिट कार्ड सेवाओं को निलंबित करने की घोषणा के बाद रूसी बैंकों ने वीज़ा और मास्टरकार्ड के विकल्प के रूप में चीन के सरकारी स्वामित्व वाले यूनियनपे पर जोर देना शुरू कर दिया । हालांकि रिसर्च फर्म गावेकल ड्रैगनोमिक्स के विश्लेषकों ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि चीन रूस के बचाव में नहीं आएगा। वाशिंगटन स्थित थिंक टैंक पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स के रिसर्च फेलो मार्टिन चोरज़ेम्पा ने द वाशिंगटन पोस्ट को बताया, "चीन में अधिकांश बड़े संस्थान अमेरिकी प्रतिबंधों के उल्लंघन का जोखिम उठाने को तैयार नहीं हैं।" मॉस्को में चीनी दूतावास और रूस कन्फ्यूशियस कल्चर प्रमोशन एसोसिएशन के अधिकारियों ने फिलहाल इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
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दिल्ली: कोरोना पर केजरीवाल के प्रस्ताव पर गृह मंत्री से व्यापारियों का आग्रह, बिना हमारी सलाह के ना हो फैसला
प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा इस तरह का प्रस्ताव दिल्ली में COVID-19 से निपटने में दिल्ली सरकार की विफलता को दिखाता है. दिल्ली के मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों ने सबसे ज्यादा कोरोना स्थिति को संभालाने के दावे किए हैं.व्यापारियों की सलाह
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 17 नवंबर 2020,
- (अपडेटेड 17 नवंबर 2020, 3:00 PM IST)
- अमित शाह और अनिल बेजल से CAIT का आग्रह
- दिल्ली में लॉकडाउन पर बिना सलाह के ना लें फैसला
- CAIT के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने साधा दिल्ली सरकार पर निशाना
दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के राज्य में बाजारों को बंद करने के लिए सामान्य प्रस्ताव पर कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से आग्रह किया है कि लाखों व्यापारियों और उनके कर्मचारियों की आजीविका के लिए ऐसा कोई भी निर्णय लेने से पहले बैजल व्यापारियों व्यापारियों की सलाह से सलाह लें.
'COVID-19 से निपटने में दिल्ली सरकार विफल'
CAIT के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा इस तरह का प्रस्ताव दिल्ली में COVID-19 मुद्दे से निपटने में दिल्ली सरकार की विफलता को दिखाता है. दिल्ली के मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों ने सबसे ज्यादा कोरोना स्थिति को संभालाने के दावे किए हैं.
कोरोना वायरस का प्रसार एक बड़ी चिंता
खंडेलवाल ने आगे कहा कि कोरोना वायरस का प्रसार निश्चित रूप से दिल्ली के लोगों के बीच एक बड़ी चिंता का विषय है, इसे रणनीतिक तरीके से नियंत्रित करने की आवश्यकता है ना की टुकड़ा-टुकड़ा करके. दिल्ली के व्यापारी और व्यापार संघ, COVID की स्थिति से निपटने के लिए सरकार के साथ पूरी तरह से एकजुट हैं. हालांकि, व्यापारियों से सलाह के बिना, सरकार द्वारा उठाए गए किसी भी कदम का काउंटर विरोध किया जाएगा.
न केवल नियमित वस्तुओं, बल्कि आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी इस तरह के लॉकडाउन के साथ कठिन हो जाएगी. इसलिए जरूरी है कि तुरंत ही एक रणनीति तैयार की जाये. जिससे ना सिर्फ कोरोना वायरस मामलों में कमी आएगी बल्कि, माल और सेवाएं भी चलती रहेंगी.
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