जानिए क्यों है म्यूचुअल फंड्स आपके लिए फायदे का मौका, कैसे और कब लगाएं पैसा, पढ़ें सभी सवालों के जवाब
आप Mutual Fund ब्रोकर या फिर डिस्ट्रीब्यूटर के ऑफिस पहुंच कर ऑफ लाइन तरीके से निवेश कर सकते हैं। इसमें भी आपको फार्म भर कर केवाईसी की शर्तों को पूरा करना होगा। आप म्यूचुअल फंड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर घर बैठे स्कीम में निवेश कर सकते हैं.
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। निवेश एक ऐसी प्रकिया है जिसकी योजना तो सभी बनाते हैं लेकिन इस पर समय से फैसला बेहद कम ही लोग ले पाते हैं. दरअसल निवेश को लेकर लोगों के मन में इतने सवाल होते हैं कि इनका जवाब तलाशते तलाशते वक्त हाथ से निकल जाता है. अगर आप भी Mutual Fund में निवेश करने की योजना बना रहे हैं लेकिन अपने ही सवालों से परेशान हैं तो आज हम आपके सामने ऐसे 4 सबसे ज्यादा उठने वाले सवालों के जवाब लेकर आएं हैं. इन्हें पढ़ें और इससे पहले कि निवेश का सही वक्त निकल जाए आप फैसला लें और अपनी मेहनत की कमाई से अपना भविष्य बना लें.
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क्यों करें म्यूचुअल फंड में निवेश?
ये सवाल सभी लोगों के दिमाग में सबसे पहले आता है। आप जानते ही हैं कि हर तरह के निवेश में कम या ज्यादा जोखिम रहता ही है, और निवेश पर रिटर्न इस बात पर निर्भर करती है कि आप कितना जोखिम उठा रहे हैं. अक्सर ऊंचे रिटर्न के लालच में आम लोग अपनी बड़ी रकम गंवा देते हैं वहीं कुछ लोग रकम गंवाने के डर से बेहतर निवेश पाने की कोशिश ही नहीं करते और पारंपरिक निवेश विकल्पों में पैसा लगा देते हैं जो अक्सर बढ़ती महंगाई में नुकसान का सौदा बन जाते हैं। Mutual Fund आम निवेशकों के जोखिम को कम करता है और बेहतर रिटर्न देने की कोशिश करता है। म्यूचुअल फंड में आम लोग छोटी छोटी रकम से कम जोखिम के साथ निवेश की शुरुआत कर सकते हैं और आपके इस छोटे निवेश पर भी बाजार के एक एक्सपर्ट की लगातार नजर रहती है, जो पूरी कोशिश करता है कि आपका रिटर्न बाकी लोगों से ऊंचा रहे। वहीं निवेश क्यों करें, इस सवाल का जवाब पाने के लिए आप 5Paisa की भी मदद ले सकते हैं. 5paisa के एप या वेबसाइट पर जाकर आप म्यूचुअल फंड्स के प्रदर्शन पर नजर डाल सकते हैं वहीं इन स्कीम के फायदों की भी जानकारी ले सकते हैं. जिससे आपको ये समझने में काफी आसानी होगी कि एमएफ में क्यों निवेश किया जाना चाहिए .
किस म्यूचुअल फंड स्कीम में करें निवेश?
इस सवाल का जवाब पाने के लिए पहले आपको ये तय करना होगा कि आप आने वाले समय में इस रकम से क्या करना चाहते हैं. दरअसल MF scheme कई तरह की होती हैं और वे अलग अलग रिटर्न के आधार पर प्लान की जाती. यानि आपको सुरक्षित लेकिन एफडी से बेहतर रिटर्न चाहिए तो डेट फंड आपके लिए हैं. वहीं आप कम समय में तेज कमाई करना चाहते हैं लेकिन मार्केट में उतरने से डरते हैं तो आपके लिए इक्विटी आधारित कई स्कीम मौजूद है। बच्चों की पढ़ाई, उनकी शादी यहां तक कि कुछ सालों बाद फॉरेन ट्रिप के लिए भी Mutual Fund की मदद ले सकते हैं। आपको करना ये है कि पहले अपना जोखिम लेने का स्तर चुने और फिर अपनी जरूरत का कैलकुलेशन करें और फिर बाजार में रिसर्च करें.या फिर आप बाजार के किसी काबिल जानकार की भी मदद ले सकते हैं जो आपको आपका लक्ष्य हासिल करने के लिए सबसे अच्छे विकल्प बताएगा। 5Paisa भी आपको आपकी जरूरतों और जोखिम के स्तरों के आधार पर एमएफ स्कीम चुनने में मदद करता है. जिससे आप अपना रिटर्न बढ़ा सकते हैं। ये एक डीआईवाई प्लेटफार्म है यानि यहां आप सिर्फ निवेश ही नहीं करते बल्कि निवेश, रणनीतियों और बाजार को समझते और सीखते भी हैं जिसकी वजह से आप अपनी पूरी संतुष्टि के साथ फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हो जाते हैं।
कब करें म्युचुअल फंड में निवेश?
MF scheme के रिटर्न पर नजर डालें तो निवेशकों को इसका असली फायदा लंबी अवधि में दिखता है.वहीं लंबी अवधि का नजरिया लेकर चलने पर आप बेहद छोटी रकम को बढ़ता हुआ भी देखते हैं. अगर आप 5 Paisa के म्यूचुअल फंड कैलकुलेटर की मदद लेंगे तो आपको पता चलेगा कि कैसे लंबी अवधि में छोटी रकम बड़ी संपत्ति में बदल जाती है. और इससे आपको बाजार में समय पर निवेश के फायदे साफ दिखते हैं। बाजार के सभी जानकार मानते हैं कि म्यूचुअल फंड्स में इंश्योरेंस की तरह ही जितनी जल्दी हो निवेश की शुरुआत कर देनी चाहिए. दरअसल युवावस्था में खर्च सीमित किए जा सकते हैं. हालांकि जिम्मेदारी बढ़ने के साथ ये संभव नहीं होता। ऐसे में अगर आपकी नई जॉब लगी हो तो बेहतर है पहली सैलरी से मिठाई खरीदने के साथ एक mutual fund scheme में पैसा लगाना आपके लिए काफी फायदे का सौदा होगा। हालांकि आपने समय बीतने के साथ भी निवेश नहीं किया है तो भी जितनी जल्दी शुरुआत करने का फायदा उतना ज्यादा होगा।
कैसे करें म्युचुअल फंड में निवेश?
Mutual Fund में निवेश आप कई तरीकों से कर सकते हैं। आप जिस स्कीम में निवेश करना चाहते हैं उस स्कीम से जुड़े फंड हाउस में जाकर ऑफलाइन तरीके से निवेश कर सकते हैं। इसके लिए आपको पहले अपनी और स्कीम की पूरी जानकारियों के साथ फॉर्म भरना होगा और केवाईसी की शर्तें पूरी करनी होगी साथ ही चेक या डीडी के जरिए भुगतान करना होगा, अगर आप एसआईपी ले रहें हैं तो आपको कैंसिल चेक देने होंगे।
आप Mutual Fund ब्रोकर या फिर डिस्ट्रीब्यूटर के ऑफिस पहुंच कर ऑफ लाइन तरीके से निवेश कर सकते हैं। इसमें भी आपको फार्म भर कर केवाईसी की शर्तों को पूरा करना होगा। आप म्यूचुअल फंड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर घर बैठे स्कीम में निवेश कर सकते हैं. यहां आपको ई-केवाईसी के लिए डाक्यूमेंटस अपलोड करने होंगे. पैसों का भुगतान ऑनलाइन किया जा सकता है। आप इसी तरह ब्रोकर की वेबसाइट पर भी जाकर निवेश कर सकते हैं।
कई fund house और broker app निवेश की सुविधा भी देती हैं. इसमें आपको एप डाउनलोड कर eKYC की शर्तों को पूरा करना होगा। 5paisa भी एक ऐसा ही ऐप है। जिसके जरिए शेयर बाजार और Mutual Fund में पैसा लगाने और निकलाने की सुविधा मिलती है. 5paisa देश का सबसे तेजी से बढ़ने वाला डिस्काउंट ब्रोकर ऐप है. एक करोड़ से ज्यादा लोग इस ऐप के साथ जुड़ चुके हैं. इसकी एक और खासियत है. यहां म्यूचुअल फंड में निवेश पर कोई कमीशन नहीं देना होता है। तो अब ज्यादा का सोचना फोन उठाएं और जुड़ जाएं।
LIC Jeevan Labh: LIC की शानदार स्कीम में करें 256 रुपये का निवेश, हो जाएंगे मालामाल
अगर आप अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए निवेश करने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपके लिए काम की खबर है। बता दें कि सिक्योर और सुरक्षित मुनाफा कमाना चाहते हैं तो LIC की योजना में निवेश कर सकते हैं.
यहां रिस्क फैक्टर नहीं है, और मुनाफा भी निश्चित है. दरअसल, छोटे और सुरक्षित निवेशकों के लिए LIC की योजना बेहतर विकल्प के रूप में है.
आज यहां हम आपको LIC की एक ऐसी स्कीम के बारे में बता रहे हैं, जिसमें आप रोजाना 250 रुपये निवेश कर निवेश कर 54 लाख रुपये का मोटा फंड बना सकते हैं. आइये जानते पेनी स्टॉक के रिस्क और फायदे हैं इस योजना के बारे में.
LIC ने पेश की शानदार योजना
LIC ने एक शानदार स्कीम पेश की है, जो एक नॉन लिंक्ड और प्रॉफिट वाला प्लान है. इसमें निवेशक को मोटी रकम मिलती है.
इतना ही नहीं, इसमें किसी दुर्घटनावश अगर धारक की मौत हो जाए तो ऐसी स्थिति में परिवार को वित्तीय सहायता Financial Benefits) मिलती है. इसमें निवेशकों को अपने मर्जी से प्रीमियम की राशि और अवधि चुनने का अधिकार है.
जानिए इस पॉलिसी के फायदे
- इसमें आपको मैच्योरिटी पर रिवर्सिनरी बोनस और फाइनल एडिशनल बोनस का लाभ मिलता है.
- इसमें 8 साल से 59 साल के बीच का नागरिक निवेश कर सकता है.
- इसमें 59 साल वाले व्यक्ति 16 साल वाली बीमा पॉलिसी चुन सकते हैं, ताकि मैच्योरिटी पर उनकी उम्र 75 साल से अधिक न हो.
- इसमें पॉलिसी धारक 10,13 और 16 साल तक पैसा जमा कर सकते हैं, जिन्हें 16 से 25 साल के मैच्योरिटी पर पैसा दिया जाएगा.
यहां देखें कैलकुलेशन
- अब उदाहरण से समझते हैं कि कैसे आप इसकी मैच्योरिटी पर मोटी रकम पा सकते हैं.
- मान लीजिये कोई निवेशक 25 साल की एज में जीवनलाभ पॉलिसी (LIC Jeevan Labh Policy) लेता है.
- अब वह हर दिन 256 रुपये बचाता है तो हर महीने उसका निवेश 7700 रुपये होगा.
- यानी इसका सालाना सलाना निवेश = 92,400 रुपये होगा.
- अब अगर ये निवेशक 25 साल के लिए पेनी स्टॉक के रिस्क और फायदे निवेश करता है, तो वह करीब 20 लाख रुपये जमा करेगा.
- मैच्योरिटी पूरा होने के बाद पॉलिसी होल्डर को 54.50 लाख रुपये की मोटी राशि एक तगड़े रिटर्न के रूप में मिलेगी.
Penny Stocks: चार पेनीस्टॉक कंपनियों ने मार्च में दिया जबरदस्त रिटर्न, जानें- क्या Penny Stocks खरीदना फायदे का सौदा होता है?
Penny Stocks: चार पेनीस्टॉक कंपनियों ने मार्च में दिया जबरदस्त रिटर्न दिया है. जिन कंपनियों के शेयरों के दाम इकाई अंक में रहते हैं, उन्हें पेनीस्टॉक कहा जाता है और ऐसी कंपनियों पर हर उथलपुथल का भारी असर होता है.
Published: April 8, 2022 8:35 AM IST
Penny Stocks: गत माह मार्च में चार पेनीस्टॉक (Penny Stock) कंपनियों ने शेयर बाजार (Share Market) में जमकर धूम मचाया और निवेशकों को भारी रिटर्न दिया. राज रेयॉन इंडस्ट्रीज, आल्प्स इंडस्ट्रीज, जेनीथ बिरला इंडिया और रादान मीडियावर्क्स के शेयरों के दाम में बीते माह क्रमश: 78 प्रतिशत, 93 प्रतिशत, 86 प्रतिशत और 60 प्रतिशत की तेजी रही.
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इस दौरान बीएसई का सेंसेक्स (BSE Sensex) और एनएसई का निफ्टी (NSE Nifty) भी 10 फीसदी की बढ़त में रहा.
जिन कंपनियों के शेयरों के दाम इकाई अंक में रहते हैं, उन्हें पेनीस्टॉक कहा जाता है और ऐसी कंपनियों पर हर उथलपुथल का भारी असर होता है.
क्या पेनी स्टॉक खरीदना अच्छा है?
हालांकि, पेनी स्टॉक (Penny Stock) की आम तौर पर अच्छी प्रतिष्ठा होती है. नई और युवा कंपनियों में छोटे वैल्यूएशन या स्टॉक्स की कीमतों के साथ निवेश करके मजबूत रिटर्न प्राप्त करना संभव है, लेकिन आमतौर पर केवल उन कंपनियों में निवेश करना पेनी स्टॉक के रिस्क और फायदे बेहतर होता है जो बड़ी होती हैं और जिनमें सट्टेबाजी कम होती है.
(With IANS Inputs)
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म्यूचुअल फंड या शेयर मार्किट किसमे पैसा लगाए, कौन है ज्यादा सुरक्षित
हेलो दोस्तों आपका बोहोत स्वागत है हमारे ब्लॉग में आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे म्यूचुअल फंड या शेयर मार्किट किसमे पैसा लगाए, कौन है ज्यादा सुरक्षित और इससे जुड़े आपके मन में आये सवालो जवाब भी इस लेख में आपको देंगे।
एक नए निवेशक के मन में बड़े ढेर सारे सवाल होते है उन सब सवालों में से सबसे ज्यादा पूछे जाने वाला यह सवाल है की म्यूचुअल फंड या शेयर मार्किट किसमे पैसा लगाए, कौन है ज्यादा सुरक्षित क्युकी नए निवेशक को इसकी जानकारी नहीं होती और उसके मन में डर होता की मेरा पैसा सुरक्षित तो होगा ना और इन्वेस्टमेंट करने से पहले आपको रिसर्च जरूर करनी चाहिए यही एक अच्छे निवेशक की पहचान है इसमें कोई शर्म की बात नहीं है सिखने से ही ज्ञान बढ़ता है तो चलिए आपको इसकी जानकारी देते।
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म्यूचुअल फंड और शेयर मार्किट में कैसे निवेश करते
Mutual Funds vs Shares: शेयर बाजार में आप 2 तरीको से निवेश कर सकते है पहला तरीका यह है कि आप इसमें सीधा डीमैट अकाउंट बनाकर उसमे से शेयर खरीद सकते है डीमैट अकाउंट बनाने के लिए आप WAZIRX से आसानी से बना सकते है और दूसरा तरीका जिससे आप शेयर बाजार में निवेश कर सकते वह है कि आप म्यूचुअल फंड के माध्यम से भी शेयर में GROW APP के जरिये से निवेश कर पाएंगे, निवेश करने का यह दोनों तरीका बेहद माना जाना है.
आपके लिए इसमें से कौन सा तरीका बेहतर हो सकता है यह आप पर ही निर्भर करता है क्युकी अगर आप सही ढंग से रिसर्च नहीं करते है तो दोनों ही तरीको में आपका पैसा डूब सकता है।
म्यूचुअल फंड या शेयर मार्किट किसमे पैसा लगाए
MUTUAL FUND : म्यूच्यूअल फंड उन निवेशकों के लिए है जो की शेयर बाजार में निवेश तो करना चाहते है लेकिन उन्हें ये सब की उतनी जानकारी नहीं होती है या फिर वो जोखिम नहीं लेना चाहते है ऐसे लोगो के लिए म्यूच्यूअल फंड अच्छा विकल्प है क्युकी इसमें आपका पैसा फंड मैनेजर अपने मुताबिक निवेश करता है और उसके पास बाजार का अच्छा खासा अनुभव होता है जो की पूरा मदद करता की आपका पैसा से आपको मुनाफा मिल सके।
SHARE MARKET : शेयर बाजार में अगर आप निवेश करना चाहते तो आप इसमें डायरेक्टली डीमैट अकाउंट बनाकर शेयर खरीदना शुरू कर सकते है लेकिन इसमें आपको बाजार के उतार चढ़ाओ की जानकारी होनी चाहिए क्युकी इसमें आपको खुद ही अपने लिए अच्छा शेयर चुनना होगा। वरना आपका पैसा डूब भी सकता है, अगर आपके पास उतनी जानकारी नहीं है और आप नए निवेशक है तो आप म्यूच्यूअल फण्ड से शुरुवात कर सकते है क्युकी उसमे रिस्क कम होता है
कौन है ज्यादा सुरक्षित
आजके पेनी स्टॉक के रिस्क और फायदे टाइम में हर इंसान शेयर बाजार के फायदे देख आकर्षित होजाता है और निवेश करने को सोचने लगता है और आजके टाइम में निवेश करना बोहोत आसान भी होगया है लेकिन जितना आसान निवेश करना है उससे कई गुना ज्यादा मुश्किल यह है की एक अच्छा शेयर कैसे ढूंढें। इसके लिए आपके पास या तो अच्छी बाजार की नॉलेज होनी चाहिए या कोई एक्सपर्ट से राये लेनी चाहिए।
अगर आप एक नए निवेशक है तो शेयर बाजार में निवेश करने के लिए आपको शेयर मार्किट की बेहतर जानकारी होनी चाहिए तभी आप इसमें निवेश करने को सोचे वरना आपको इससे दूर ही रहना चाहिए क्युकी इसमें आपका पैसा डूब भी सकता है। और एक नए निवेशक के लिए सुरक्षित भी नहीं है।
अगर आप एक नए निवेशक है तब म्यूच्यूअल फण्ड आपके लिए बढ़िया ऑप्शन है क्युकी इसमें आपका शेयर एक शेयर बाजार का एक्सपर्ट चुनता है जिससे आपका जोखिम कम होजाता है और यह आपके लिए सुरक्षित भी रहता है। लेकिन अगर आपको बाजार की जानकारी है तो आपके लिए दोनों ही सुरक्षित होसकते है बस आपको अच्छी रिसर्च करनी आती हो।
भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं हार्ट अटैक के मामले, जानिए किन लोगों में है ज्यादा खतरा
New Delhi: भारत में हार्ट अटैक से मरने वाले लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. हाल ही के कुछ महीनों में बहुत से बॉलीवुड एक्टर-एक्ट्रेसेस की मौत हार्ट अटैक से हुई है. बूढ़े लोगों की तुलना में अब नौजवानों में भी हार्ट अटैक का खतरा काफी ज्यादा बढ़ गया है.
ऐसे बहुत से मामले सामने आ रहे हैं जहां जिम में एक्सरसाइज करते हुए, सड़क पर चलते हुए और किसी शादी में डांस करते समय लोगों को अचानक से कार्डियक अरेक्ट आता है और मौके पर ही उनकी मौत हो जाती है. इस तरह के मामले सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में सामने आ रहे हैं. बीते कुछ हफ्तों में कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक के ये मामले लगातार बढ़ रहे हैं.
मैक्स अस्पताल के प्रिंसिपल डाइरेक्टर डॉ. विवेक कुमार ने बताया कि कोविड 19 महामारी के दौरान जो लोग भी कोरोना वायरस के संक्रमित हुए थे, उनमें हार्ट अटैक का खतरा काफी ज्यादा पाया जा रहा है. मरीजों में यह खतरा सिर्फ कोरोना महामारी के दौरान ही नहीं पाया गया था बल्कि उसके एक साल बाद भी पाया गया. पोस्ट-कोविड टीकाकरण के शुरुआती चरण में भी हार्ट अटैक के मामले बढ़ते हुए नजर आए.
डॉ. कुमार ने बताया कि कोरोना महामारी के बाद से हार्ट अटैक के मामले लगभग दोगुने हो चुके हैं. उन्होंने यह भी कहा कि नौजवान मरीज जो अनियंत्रित डायबिटीज की समस्या से पीड़ित हैं और स्मोकिंग करते हैं, उनमें हार्ट अटैक का खतरा काफी ज्यादा होता है. अस्पताल में आ रहे हार्ट अटैक के मामलों को देखते हुए डॉ. कुमार ने बताया कि कोरोना महामारी से पहले एक महीने में हार्ट अटैक के 15 से 18 मामले सामने आते थे जो अब बढ़कर 30 से 35 हो गए हैं.
किन लोगों को है सबसे ज्यादा खतरा?
डॉ. कुमार ने बताया कि जिन लोगों में अभी भी कोरोना का वायरस मौजूद है, ऐसे लोगों में हार्ट अटैक का खतरा काफी ज्यादा है. इसके अलावा जो लोग स्मोकिंग करते हैं और अनियंत्रित डायबिटीज के साथ हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे हैं, उनमें भी हार्ट अटैक का खतरा काफी ज्यादा होता है.
इमरजेंसी मेडिकल जर्नल की एडिटर एलेन वेबर ने इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान बताया कि, कोरोना महामारी के बाद लोगों में हार्ट अटैक का खतरा काफी ज्यादा बढ़ गया है.
एलेन ने बताया कि हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा उन मरीजों में सबसे ज्यादा पाया गया है जो किसी बीमारी के कारण अस्पताल में एडमिट है, इसमें भी खासतौर पर वो मरीज जो आईसीयू (ICU) में हैं.
सबसे ज्यादा चिंता की बात यह है कि भारत में पहले से ही हृदय संबंधित बीमारियों के मामले ग्लोबल एवरेज से काफी ज्यादा हैं.
कैसे कम करें हार्ट पेनी स्टॉक के रिस्क और फायदे अटैक का खतरा?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि जिन लोगों ने वैक्सीनेशन की सभी डोज ली हैं, उनमें हार्ट अटैक का खतरा काफी कम होता है और साथ ही जो लोग किसी बीमारी के चलते खून को पतला करने वाली दवाइयों का सेवन कर रहे हैं, उनमें भी हार्ट अटैक का खतरा कम होता है. इसके अलावा, हार्ट अटैक का खतरा उन लोगों को सबसे ज्यादा है जिन्हें गंभीर कोविड था. ऐसे में कोरोना के गंभीर रूप से बचने के लिए वैक्सीनेशन को काफी जरूरी माना जा रहा है.
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