शेयर बाजार भले ही निवेश का एक बड़ा विकल्प है, लेकिन रिटेल इन्वेस्टर्स इसकी बजाए सोने में ज्यादा निवेश करते हैं.

Budget 2021: बजट में गोल्ड पर GST और इंपोर्ट ड्यूटी में की जाए कटौती, सराफा उद्योग ने भेजे सुझाव

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। बजट 2021 (Union Budget 2021) जल्द ही पेश होने जा रहा है। इस बार लगभग हर सेक्टर के लिए कुछ न कुछ नया होने जा रहा है। इसके लिए मंत्रालय ने कई डिमांड्स और सुझावों को भी बजट में शामिल करने की बात कही है। खास कर सराफा उद्योग (Bullion Industry) की तरफ से भी वित्त मंत्रालय को आम बजट में कुछ सुझाव शामिल करने गोल्ड इंस्ट्रूमेंट्स के लिए भेजे गए हैं।

गोल्ड इंड्रस्ट्री में शामिल किए जा सकने वाले सुझावों को भारत के बुलियन व ज्वैलरी ट्रेडर्स के शीर्ष संगठन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन ने भेजा है। इन सुझावों में गोल्ड पर कम इंपोर्ट ड्यूटी, कम जीएसटी दर के साथ-साथ कुछ अन्य भी वित्त मंत्रालय को भेजे गए हैं।

बताया जा रहा है यह सुझाव नीति आयोग द्वारा जारी गोल्ड रिपोर्ट की सिफारिशों के आधार पर भेजे गए हैं। बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के अनुसार, गोल्ड इंडस्ट्री के इन सुझावों पर सरकार बजट 2021 में विचार कर सकती है।

-गोल्ड व्यापर करने वाली दोनों फॉर्म बुलियन और माइन डोर के आयात पर लगने वाले शुल्क को घटाया जाए।

-कस्टमर ड्यूटी के साथ भुगतान किए जाने 3% आईजीएसटी (IGST) से बैंक गारंटी के प्रावधान के साथ एक्सपोर्टर द्वारा छूट दी जाए। इसके साथ ही, विदेशी खरीदार द्वारा गोल्ड सप्लाई पर भी इसे लागू जाना जाए।

-गोल्ड पर 3% की जीएसटी (GST) दर को घटाया जाए। दूसरे राज्यों से गोल्ड प्राप्त करने वाले जॉब वर्कर्स को जीएसटी रजिस्ट्रेशन से छूट देने पर सोचा जाए।

-छूट के लिए गोल्ड इंस्ट्रूमेंट्स GST के तहत 20 लाख रुपये की लिमिट को वैल्यू एडेड के बेस पर संशोधित किया जाए।

-गोल्ड डेरिवेटिव्स पर कमोडिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स (CTT) और गोल्ड संबंधी फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स के लिए कैपिटल गेन्स टैक्स एग्जेंप्शन प्रावधान को खत्म किया जाए।

-किसी पुरुष के पास मौजूद 100 गोल्ड इंस्ट्रूमेंट्स ग्राम तक की गोल्ड ज्वैलरी, अविवाहित महिला के पास 250 ग्राम तक की ज्वैलरी और विवाहित महिला के पास 500 ग्राम तक की ज्वैलरी को सर्च और सीजर प्रक्रियाओं के मामले में सीज किए जाने से छूट मिली हुई है। सुझाव है कि इसे असेसमेंट प्रोसिडिंग्स के लिए भी लागू किया जाए और एक्सप्लेन्ड इनकम के तौर पर माना जाए।

-इसके साथ ही, गोल्ड ज्वैलरी की रिपेयर सर्विस के लिए जीएसटी रेट को 18% से घटाकर 3% कर दिया जाए।

इन सुझावों के अलावा, एसोसिएशन ने नीति आयोग गोल्ड रिपोर्ट द्वारा गठित उप-समिति के सुझावों को भी वित्त मंत्रालय को भेजा गया है और बजट 2021 में उन्हें शमिल किए जाने का विशेष आग्रह किया गया है।

रॉयल एनफील्ड इंटरसेप्टर 650 की तुलना में कितनी दमदार है BSA गोल्ड स्टार?

रॉयल एनफील्ड इंटरसेप्टर 650 की तुलना में कितनी दमदार है BSA गोल्ड स्टार?

ब्रिटिश मोटरसाइकिल निर्माता BSA ने पिछले हफ्ते अपनी गोल्ड स्टार बाइक को पेश किया था। इसमें रेट्रो लुक के साथ स्टैंडर्ड सस्पेंशन, बेहतरीन सेफ्टी सेटअप और 650cc इंजन दिया गया है। लोगों का मानना है कि भारत में इस BSA बाइक का सीधा मुकाबला रॉयल एनफील्ड की इंटरसेप्टर 650 से होगा। आज हम आपके लिए इन दोनों बाइक्स के फीचर्स में तुलना लेकर आये हैं। आइये, जानते हैं कौन सी बाइक आपके लिए बेहतर है।

एक ही जैसी फ्रेम पर बनी है दोनों बाइक्स

डिजाइन की बात करें तो दोनों बाइक्स BSA गोल्ड स्टार और इंटरसेप्टर 650 को ट्यूबलर फ्रेम पर बनाया गया है और इसमें ढलान वाली ईंधन टैंक, गोल हलोजन हेडलाइट, गोलाकार साइड मिरर, बड़ी सिंगल-पीस सीट और लंबा क्रोम का एग्जॉस्ट सिस्टम दिया गया है। BSA गोल्ड स्टार में पूरी तरह से डिजिटल इंस्ट्रूमेंट कंसोल, 18-इंच के फ्रंट और 17-इंच के रियर वायर-स्पोक व्हील्स दिए गए हैं। वहीं, इंटरसेप्टर 650 में सेमी-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट यूनिट और 18-इंच वायर-स्पोक व्हील मिलते हैं।

इंटरसेप्टर 650 में बड़ा फ्यूल टैंक

जानकारी के लिए आपको बता दें कि BSA गोल्ड स्टार का व्हीलबेस 1,425mm, फ्यूल कैपेसिटी 12 लीटर और वजन 213 किलोग्राम है। इसकी तुलना में रॉयल एनफील्ड इंटरसेप्टर 650 का वजन 202 किलोग्राम, व्हीलबेस 1,400mm और फ्यूल कैपेसिटी 13.7 लीटर है। गौरतलब है कि अभी BSA गोल्ड स्टार के माइलेज की कोई जानकारी सामने नहीं आयी है। वहीं, इंटरसेप्टर 650 एक लीटर पेट्रोल में 25 से 30 किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है।

इंटरसेप्टर 650 में है ज्यादा दमदार इंजन

BSA गोल्ड स्टार में 652cc का लिक्विड कूल्ड इंजन दिया गया है जो 45hp का अधिकतम पावर और 55Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। दूसरी तरफ रॉयल एनफील्ड इंटरसेप्टर 650 में 648cc का एयर या ऑयल कूल्ड इंजन दिया गया है जो 47hp की पावर और 52Nm का टॉर्क जनरेट करता है। दोनों बाइक्स के ट्रांसमिशन का ध्यान रखते हुए इंजन को क्रमशः 5-स्पीड और 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से जोड़ा गया है।

राइडर के लिए बेहद आरामदायक हैं दोनों बाइक्स

राइडर की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए गोल्ड स्टार और रॉयल एनफील्ड इंटरसेप्टर 650 में दोहरे चैनल ABS के साथ आगे और पीछे दोनों पहियों पर डिस्क ब्रेक दिए गए हैं। यह बाइक को बेहतर हैंडलिंग भी प्रदान करते हैं। सस्पेंशन की बात करें तो दोनों गोल्ड इंस्ट्रूमेंट्स बाइक्स के फ्रंट में 41mm टेलिस्कोपिक फोर्क्स दिया गया है, जबकि पीछे की तरफ इनमें ट्विन-शॉक एब्जॉर्बर दिया गया है। बता दें कि गोल्ड स्टार का रियर शॉकर एडजस्टेबल है।

कौन सी बाइक है आपके लिए बेहतर?

BSA गोल्ड स्टार की कीमत की जानकारी इसके लॉन्च के समय दी जाएगी। हालांकि, इसकी कीमत रॉयल एनफील्ड इंटरसेप्टर 650 के आस-पास ही होगी जो 2.81 लाख से गोल्ड इंस्ट्रूमेंट्स 3.03 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) की रेंज में भारत में उपलब्ध है। अगर आप इनमें से किसी एक को खरीदने का मन बना रहे हैं तो ट्विन एग्जॉस्ट, हल्का चेसिस, शार्प स्टाइलिंग, बड़ा फ्यूल टैंक और अधिक शक्तिशाली इंजन के साथ हमारा वोट इंटरसेप्टर 650 को जाता है।

सोना 850 रूपए गिरकर 28,000 के नीचे पहुंचा

रिजर्व बैंक के स्वर्ण आयात में ढील देने, विदेशी बाजारों में सोने के करीब चार महीने के.

जयपुर। रिजर्व बैंक के स्वर्ण आयात में ढील देने, विदेशी बाजारों में सोने के करीब चार महीने के न्यूनतम स्तर पर आने और घरेलू स्तर पर आगे कीमतें और घटने की उम्मीद के साथ ही ग्राहकी कमजोर पड़ने से मई महीने में इसके दामों में दस प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।

माह के अंतिम सप्ताह में जयपुर सर्राफा बाजार में सोना 850 रूपए लुढ़ककर एक वर्ष के न्यूनतम स्तर 27,450 रूपए प्रति दस ग्राम पर आ गया। सप्ताहांत में जेवराती सोने के भाव भी 800 रूपए की गिरावट के साथ 26,000 रूपए प्रति दस ग्राम पर आ गए। औद्योगिक मांग कमजोर पड़ने से चांदी भी 500 रूपए टूटकर 40,800 रूपए प्रति किलोग्राम पर आ गई।

डॉलर के मुकाबले रूपए में आई मजबूती और शेयर बाजार में सुधार का भी कीमती धातुओं पर असर पड़ा है। समीक्षाधीन अवधि में वैश्विक स्तर पर कीमती धातुओं पर भी दबाव देखा गया। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोना सोमवार को 1292.45 डॉलर प्रति औंस के जो गोल्ड इंस्ट्रूमेंट्स सप्ताहांत पर 41.2 डॉलर उतरकर 1251.25 डॉलर प्रति औंस पर आ गया।

इसी तरह से अमरीका सोना वायदा भी इस अवधि में 17.1 डॉलर लुढ़ककर 1251.40 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। इस दौरान चांदी में मामूली गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को यह 19.39 डॉलर प्रति औंस पर थी, जो शुक्रवार को 0.48 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 18.91 डॉलर प्रति औंस पर आ गई। बाजार विश्लेषकों के मुताबिक बीते सप्ताह वैश्विक स्तर पर शेयर बाजार की जबरदस्त तेजी और एशियाई बाजारों से मांग सुस्त पड़ने की वजह से सोने पर दबाव देखा गया।

Gold Vs Stock Vs बचत खाता: गोल्ड से है गुड लक! निवेशक क्यों दनादन लगा रहे हैं पैसा

शेयर बाजार भले ही निवेश का एक बड़ा विकल्प है, लेकिन रिटेल इन्वेस्टर्स इसकी बजाए सोने में ज्यादा निवेश करते हैं.

Gold Vs Stock Vs बचत खाता: गोल्ड से है गुड लक! निवेशक क्यों दनादन लगा रहे हैं पैसा

शेयर बाजार भले ही निवेश का एक बड़ा विकल्प है, लेकिन रिटेल इन्वेस्टर्स इसकी बजाए सोने में ज्यादा निवेश करते हैं.

शेयर बाजार भले ही निवेश का एक बड़ा विकल्प है, लेकिन रिटेल इन्वेस्टर्स इसकी बजाए सोने में ज्यादा निवेश करते हैं. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की हाल में जारी कंज्यूमर रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा समय में करीब 46 फीसदी रिटेल निवेशक सोने में निवेश कर रहे हैं. जबकि शेयर बाजार में करीब 30 फीसदी रिटेल निवेशकों की रूचि है. सेविंग्स स्कीम और लाइफ इंश्योरेंस ही ऐसे 2 इंस्ट्रूमेंट हैं, जहां निवेश करने वालों की संख्या सोने से ज्यादा है. रिपोर्ट में सोने में रिटेल निवेश के बारे में पूरी जानकारी दी गई है.

रिटेल निवेशकों का कहना है कि सोना गोल्ड इंस्ट्रूमेंट्स न सिर्फ सुरक्षित निवेश है, बल्कि लंबी अवधि में ज्यादा रिटर्न पाने का बेहतर विकल्प है. यह सेफ है, ड्यूरेबल है और साथ ही ट्रेडिशनल भी. वह सोने को अपना पैसा सुरक्षित रखने को बेहतर विकल्प मानते हैं. यहां तक कि उनका भरोसा देश की कंरसी के मुकाबले सोने पर ज्यादा होता है. वहीं, बहुत से निवेशकों का यह भी कहना है कि सोने के साथ उनका सेंटीमेंट जुड़ा होता है.

कहां निवेशक लगा रहे हैं ज्यादा पैसे

सेविंग्स अकाउंट में 78 फीसदी
जीवन बीमा में 54 फीसदी
सोने में 46 फीसदी
इन्वेस्टमेंट फंड में 35 फीसदी
स्टॉक मार्केट में 30 फीसदी
रियल एस्टेट में 30 फीसदी
बांड एंड सिक्युरिटीज में 25 फीसदी
फॉरेन करंसी में गोल्ड इंस्ट्रूमेंट्स 23 फीसदी
क्रिप्टोकरंसी में 18 फीसदी
कॉरपोरेट बांड में 15 फीसदी

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समृद्धि का भी प्रतीक

सर्वे में भाग लेने वाले करीब 51 फीसदी कंज्यूमर्स का मानना है कि सोना गुड लक का प्रतीक है और इससे घर में समृद्धि आती है. वहीं, करीब 67 फीसदी का मानना है कि मुद्रास्फीति और घरेलू करंसी में उतार-चढ़ाव दोनों के खिलाफ सोना एक अच्छा हेजिंग विकल्प है.

भारत में 75 फीसदी मानते हैं सेफ

भारत की बात करें तो करीब 75 फीसदी रिटेल निवेशक मानते हैं कि सोना घरेलू करंसी के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित विकल्प है. जबकि चीन में ऐसा मानने वाले 69 फीसदी, यूएसए में 60 फीसदी और जर्मनी में 57 फीसदी हैं. ओवरआल करीब 61 फीसदी लोगों का भरोसा है कि सोना करंसी की तुलना में अच्छा निवेश विकल्प है.

56 फीसदी ने कभी न कभी जवैलरी खरीदी

ज्वैलरी की बात करें तो सर्वे से पता चलता है कि करीब 56 फीसदी कंज्यूमर्स ने सोने के आभूषण खरीदे हैं, जबकि 34 फीसदी ने प्लैटिनम आभूषण खरीदने को तरजीह दी. हालांकि रिटेल निवेश और फैशन में दिलचस्पी रखने वाले करीब एक तिहाई (38%) से अधिक लोगों ने जिदंगी में कभी सोना नहीं खरीदा है.

किन देशों में हुआ सर्वे

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने यह सर्वे गोल्ड के बड़े कंज्यूमर देशों चीन, भारत, यूएस, जर्मनी और कनाडा जैसे देशों में किया है. यहां से उन्होंने करीब 18000 सैंपल तैयार किए, जिसके आधार पर सर्वे पूरा किया गया.

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Rakshabandhan Gift: रक्षाबंधन पर बहन को गिफ्ट कर सकते हैं ये आर्थिक उपहार, जिंदगी भर आएंगे काम

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बिज़नेस न्यूज़ डेस्क - रक्षाबंधन का पर्व कल मनाया जाएगा और देशभर में इसकी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के साथ-साथ बहनों को उनसे अच्छे उपहार मिलते हैं। अक्सर भाई अपनी बहनों को नकद, कपड़े, गैजेट जैसी चीजें गिफ्ट करते हैं। वैसे तो हर उपहार का अपना महत्व होता है, लेकिन अगर आप अपनी बहन को कुछ ऐसा उपहार दें जिससे उसका आर्थिक जीवन खुशहाल हो, तो चीजें अलग होंगी। यहां हम आपको उन आर्थिक उपहारों के बारे में बता रहे हैं जो आप रक्षा बंधन के मौके पर अपनी बहनों को दे सकते हैं। सावधि जमा के रूप में आप अपनी बहन को ऐसा अमूल्य उपहार दे सकते हैं जो उसकी विभिन्न जरूरतों को पूरा करे। क्या कर सकते हैं वैसे भी, वे बचत खाते की तुलना में अच्छा ब्याज कमा सकते हैं। राखी पर अपनी गोल्ड इंस्ट्रूमेंट्स बहन की अच्छी FD करवाएं और उसके जरिए अपना प्यार दिखाएं।

म्यूचुअल फंड में निवेश करना इन दिनों एक आकर्षक सौदा है और आपको अपनी बहन के आर्थिक जीवन के लिए एक अच्छा उपहार विकल्प मिल सकता है। आप बिना किसी लॉक-इन अवधि के अपनी बहन के लिए एक ओपन-एंडेड फंड चुन सकते हैं, जिसे आपकी बहन जब चाहे निकाल सकती है। गोल्ड म्यूचुअल फंड या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड या गोल्ड ईटीएफ जैसे पेपर गोल्ड इंस्ट्रूमेंट्स के जरिए आप अपनी बहन को ज्वैलरी दे सकते हैं, इसलिए इसे न दें, लेकिन आप गोल्ड गिफ्ट कर सकते हैं, जो ज्यादा उपयोगी हो सकता है। महिलाओं के पास आभूषण के रूप में सोना होता है, लेकिन अगर इसे निवेश वाहन के रूप में लिया जाए तो शुल्क जैसे खर्चों से भी बच सकते गोल्ड इंस्ट्रूमेंट्स हैं। आप अपनी बहन के लिए जीवन बीमा पॉलिसी या स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी ले सकते हैं, जो एक बहुत ही खास उपहार साबित हो सकता है जो उसकी मदद करेगा। इससे आप अपनी बहन को आपात स्थिति में आर्थिक राहत उपहार में दे सकते हैं।

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