आम तौर पर, एक ब्लू-चिप स्टॉक अपने क्षेत्र में एक मार्केट लीडर (market leader) होता है या मार्केट कैपिटलाइज़ेशन (market capitalization) द्वारा शीर्ष तीन में से होता है। ये सभी कारण उन्हें निवेशकों (investors) के बीच मैं बहुत लोकप्रिय बिटकॉइन मार्केट कैपिटलाइज़ेशन बनाते हैं।

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डॉज मीम: हर कॉमेडी सिचुएशन में जिस कुत्ते का मीम इस्तेमाल होता है, वो आया कहां से है?

'स्पाइडरमैन: फ़ार फ्रॉम होम' में ये डायलॉग पीटर पार्कर बोलता है टोनी स्टार्क के लिए. वी ऑल्सो लव हिम 3000, लेकिन हम ये बात टोनी स्टार्क के लिए नहीं बल्कि एक डॉगी स्टार के लिए बोल रहे हैं. वो डॉगी, जो सोशल मीडिया नामक शहर की फेसबुक कॉलोनी से लेकर ट्विटर टोले और इंस्टाग्राम सोसाइटी तक हर जगह चक्कर मारता बिटकॉइन मार्केट कैपिटलाइज़ेशन दिख ही जाता है. गनीमत है कि ये डॉगी ना काटता है, ना भौंकता है. सिर्फ़ हंसाता है.
हम बात कर रहे हैं मीम्स में दिखने वाले उस डॉग की, जिसका नाम शायद आप ना जानते हों, लेकिन देखा तो ज़रूर होगा.

डॉग से डॉज बनने की कहानी.

ये हैं तो डॉग लेकिन इंटरनेट की दुनिया में इन्हें डॉज कहा जाता है. वर्तमान के सबसे पॉपुलर, ट्रेंडिंग मीम्स के सुपरस्टार. दुनिया भर में इनके फैन्स लाखों में नहीं, करोड़ों में हैं. और हां इस फैन लिस्ट में सिर्फ़ हमारे-आपके जैसे मैंगो मैन ही नहीं हैं, बल्कि एलन मस्क जैसे वड्डे-वड्डे बिटकॉइन मार्केट कैपिटलाइज़ेशन लोग भी शामिल हैं. शेख़ीबाज़ लोगों को आपने अक्सर बोलते हुए सुना होगा,

#दास्तान-ए- डॉज

मीम वर्ल्ड में डॉज के नाम से फ़ेमस जिस डॉग को हम अब तक भाई कह कर संबोधित करते आए हैं, वो असल में बेन है. यानी फीमेल डॉग है. जिसका असली नाम है काबोसु. इंटरनेट डार्लिंग काबोसु अभी 5 नवंबर को ही स्वीट सिक्सटीन की हुई है. काबोसु जापान में पाई जाने वाली शीबा इनु ब्रीड की डॉग है.
काबोसु की कहानी की शुरुआत होती है 2008 से. दो साल की काबोसु जिस फार्म पर बाकी डॉग्स के साथ रहती थी, वो बंद हो गया था. सभी डॉग्स को वहां से निकाला जा रहा था. ऐसे में प्राइमरी स्कूल में पढ़ाने वाली अतसुको सातो वहां पहुंचीं. उन्होंने दो साल की इस नन्ही डॉग को अडॉप्ट कर लिया. अतसुको को इस छोटी सी डॉगी की शक्ल जापान में बिटकॉइन मार्केट कैपिटलाइज़ेशन पाए जाने वाले नींबू जैसे फ़ल से मिलती लगी. तो अतसुको ने इसका नाम भी उसी फल के नाम पर रख दिया. काबोसु.

13 फ़रवरी 2010. काबोसु की मालकिन अतसुको ने अपने पर्सनल ब्लॉग पर काबोसु के साथ अपनी कुछ फोटोज़ अपलोड कीं. इन कई तस्वीरों में से एक फ़ोटो में काबोसु की एक सोलो तस्वीर थी. जिसमें वो अपनी दोनों भौहें उठाए तिरछी निगाहों से कैमरे को देख रही थी.
करीब आठ महीने बाद 28 अक्टूबर 2010 को काबोसु की बिटकॉइन मार्केट कैपिटलाइज़ेशन ये तस्वीर रेडिट डॉट कॉम पर अपलोड की गई. अपलोडर ने काबोसु की फ़ोटो के साथ कैप्शन में पहली बार 'डॉज' शब्द का इस्तेमाल किया था. असल में ये 'डॉज' वर्ड 2005 में एयर हुए अमेरिकन एनिमेटेड टीवी शो 'होमस्टार रनर' के एक एपिसोड से निकला था. कुछ महीने बाद काबोसु की इस तस्वीर को टम्बलर पर भी अपलोड किया गया. सेम कैप्शन के साथ.
खैर, तीन साल ज़्यादा कुछ नहीं हुआ. लेकिन 2013 में अचानक से काबोसु की ये तस्वीर वायरल होने लगी. लोग काबोसु की तस्वीर को अलग-अलग तरीके से एडिट कर धड़ाधड़ शेयर किए जा रहे थे. जुलाई 2013 तक 'डॉज' कीवर्ड ऑनलाइन सर्च में टॉप पर आ गया. एक महीने बाद अगस्त में रेडिट जैसी साइट डॉज मीम्स से भरी पड़ी थीं.

लिटिकोइन (LTC)

चार्ली ली मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का स्नातक है और एक पूर्व Google इंजीनियर है जो 2011 में बिटकॉइन में रुचि रखता था। ली के अनुसार, “2011 के अक्टूबर में, मैं बिटकॉइन कोड बेस के साथ खेल रहा था, और मुझे लगता है कि शॉर्ट यह था कि मैं बस बनाने की कोशिश कर रहा था… बिटकॉइन का एक कांटा। यह मुख्य रूप से एक मजेदार साइड प्रोजेक्ट था। “

स्क्रीप्ट प्रूफ-ऑफ-वर्क एल्गोरिथम

स्क्रीप्ट एक पासवर्ड-आधारित कुंजी व्युत्पत्ति फ़ंक्शन है।टार्सनिप के अनुसार, “स्क्रिफ़ कुंजी व्युत्पत्ति फ़ंक्शन मूल रूप से टार्सनैप ऑनलाइन बैकअप सिस्टम में उपयोग के लिए बिटकॉइन मार्केट कैपिटलाइज़ेशन विकसित किया गया था और इसे पीबीकेडीएफ 2 या बायोट्रिप जैसे वैकल्पिक कार्यों की तुलना में हार्डवेयर ब्रूट-बल हमलों के खिलाफ अधिक सुरक्षित बनाया गया है।”

ली द्वारा विशेष रूप से बड़े पैमाने पर, कस्टम-निर्मित हार्डवेयर हमलों को और अधिक कठिन बनाने के लिए स्क्रीप्ट विकसित किया गया था। बिटकॉइन के SHA-256 एल्गोरिथ्म को समानांतर प्रसंस्करण के लिए बाधा के रूप में बहुत अधिक यादृच्छिक अभिगम स्मृति (RAM) की आवश्यकता नहीं होती है, जबकि क्रिप्टोग्राफ करता है।

बिटकॉइन (BTC) Litecoin (LTC) से कैसे अलग है?

बिटकॉइन के “गोल्ड” होने के उद्देश्य से लिटकोइन को लॉन्च किया गया था। Bitcoin की तरह, Litecoin एक पीयर-टू-पीयर इंटरनेट मुद्रा है । यह पूरी तरह से विकेंद्रीकृत, खुला-स्रोत, वैश्विक भुगतान नेटवर्क है। Bitcoin की कमियों को सुधारने के उद्देश्य से ली ने Litecoin को विकसित किया। दो क्रिप्टोकरेंसी के बीच व्यापक अंतर नीचे दी गई तालिका में सूचीबद्ध हैं।

लिटकोइन को बिटकॉइन के रूप में चार ब्लॉक (बिटकॉइन के 10 में हर 2.5 मिनट में 1 नया ब्लॉक) के रूप में तैयार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, और यह 4x सिक्का सीमा की भी अनुमति देता है, जो बिटकॉइन पर अपनी मुख्य अपील गति और अधिग्रहण में आसानी के साथ करता है। हालाँकि, क्योंकि Litecoin, Scrypt का उपयोग करता है (बिटकॉइन के SHA-256 के विपरीत) एक प्रूफ-ऑफ-वर्क एल्गोरिथम के रूप में, ASIC खनिक या GPU खनन रिग जैसे खनन हार्डवेयर के उपयोग के लिए काफी अधिक प्रोसेसिंग पावर की आवश्यकता होती है।

Litecoin के लिए योजनाएं (LTC)

Litecoin ने अपनी लॉन्चिंग के बाद से नेटवर्क की सुरक्षा और अखंडता से समझौता किए बिना अपनी लेन-देन की गति को बेहतर बनाने के उद्देश्य से कई सुविधाएँ लागू की हैं।

SegWit

SegWit या Segregated Witness को पहली बार 2015 में Bitcoin के लिए प्रस्तावित किया गया था। यह ब्लॉकचेन में बेस ब्लॉक के बाहर डिजिटल सिग्नल डेटा (“गवाह”) को “अलग” करके काम करता है। SegWit को Bitcoin के स्केलेबिलिटी मुद्दे को संबोधित करने के लिए विकसित किया गया था, लेकिन इस प्रस्ताव बिटकॉइन मार्केट कैपिटलाइज़ेशन ने बिटकॉइन समुदाय के भीतर गहरा विवाद पैदा कर दिया।

2017 में, Litecoin ने SegWit को अपनाया और बिटकॉइन के लिए Litecoin की समानता के कारण, इसने बड़े Bitcoin नेटवर्क पर SegWit की व्यवहार्यता के लिए परीक्षण ग्राउंड या टेस्टनेट के रूप में काम किया। परीक्षण एक सफलता थी और इसके बाद बिटकॉइन ने सेगविट को अपनाया। SegWit गोद लेने के कुछ विरोधियों ने बड़े बिटकॉइन ब्लॉक आकार की वकालत की और बिटकॉइन कैश के परिणामस्वरूप बिटकॉइन हार्ड कांटा बनाया ।

Cryptocurrency Index:भारत का पहला Crypto currency Index लॉन्च,कैसे काम करेगा जानिए ?

Cryptocurrency Index

Cryptocurrency Index:IC15 इंडेक्‍स क्रिप्‍टो इन्‍वेस्‍टर्स को Cryptocurrency बाजार की स्थितियों, वास्‍तविकताओं और अहम तथ्‍यों की जानकारी देगा ताकि निवेशक सही निवेश निर्णय ले पायें और जोखिमों को कम कर सके.

दुनियाभर में किप्‍टोकरेंसी का व्‍यापार तेजी से बढ़ रहा है. भारत में भी क्रिप्‍टोकरेंसी लोगों को खूब आकर्षित कर रही है. क्रिप्‍टो में बढ़ते निवेश को देखते हुए क्रिप्टो सुपर ऐप क्रिप्टोवायर (CryptoWire) ने देश का पहला क्रिप्टोकरेंसी सूचकांक (Cryptocurrency Index) IC15 लॉन्च किया है.

IC15 इंडेक्‍स दुनियाभर के प्रमुख क्रिप्‍टो एक्‍सचेंज पर कारोबार करने वाली बड़ी क्रिप्‍टोकरेंसी पर नजर रखेगा. इसके लिए कारोबारियों, डोमेन एक्‍सपर्ट और शिक्षाविदों को शामिल कर एक कमेटी (Index Governance Committee) बनाई गई है. ये कमेटी टॉप 15 क्रिप्‍टोकरेंसी का चयन करेगी और उनके बारे में गहराई से जानकारियां जुटायेगी.

करेंसी चयन करने के कड़े मानक

400 कॉइन्‍स की लिस्‍ट में शामिल होने के लिए क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार कम-से-कम 90 प्रतिशत होना चाहिए. साथ ही ट्रेडिंग वैल्यू के मामले में 100 शीर्ष करेंसी में इसका स्‍थान होना चाहिए. सर्कुलेटिंग मार्केट कैपिटलाइज़ेशन के मामले में योग्य क्रिप्टोकरेंसी शीर्ष 50 में भी होनी चाहिए. फिर समिति शीर्ष 15 क्रिप्टोकरेंसी का चयन करेगी. सूचकांक का आधार मूल्य 10,000 तय किया गया है और आधार तिथि एक अप्रैल 2018 है.

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क्रिप्‍टो बाजार पर गहरी नजर

आईसी 15 इंडेक्‍स 80 प्रतिशत से अधिक क्रिप्‍टो बाजार गतिविधियों की निगरानी करेगा. बाजार के सभी पैमानों की समीक्षा कर वास्‍तविक स्थिति निवेशक के सामने रखेगा. इससे पारदर्शिता बढ़ेगी. क्रिप्टोवायर की समिति हर तिमाही में टॉप 400 कॉइन्‍स की समीक्षा करेगी.

क्रिप्‍टो इन्‍वेस्‍टर्स की ऐसे करेगा मदद

क्रिप्टोवायर के प्रबंध निदेशक जिगीश सोनागारा का कहना है कि आईसी 15 लॉन्च करने का मकसद निवेशक को सीखने के लिए एक प्‍लेटफार्म उपलब्‍ध कराना है. यह न केवल निवेशकों का क्रिप्‍टो बाजार के बारे में ज्ञान बढ़ायेगा, बल्कि उन्‍हें अपने बिजनेस लक्ष्‍य हासिल करने में भी मदद करेगा. आईसी 15 से इस करोबार में पारदर्शिता को बढ़ावा मिलेगा. निवेशक को सही और सटीक जानकारी हासिल होगी. इससे जोखिम को कम करने में मदद मिलेगी.

Hindustan Unilever Limited (HUL)

हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड – Hindustan Unilever Limited (HUL) यूनिलीवर की भारतीय सहायक कंपनी है। इसका मुख्यालय भारत के मुंबई में है।

इसके उत्पादों में खाद्य पदार्थ, पेय पदार्थ, सफाई एजेंट, व्यक्तिगत देखभाल उत्पाद, वाटर प्यूरीफायर और उपभोक्ता सामान शामिल हैं।

Hindustan Unilever Limited (HUL)

असाधारण आर्थिक मंदी के बावजूद, HUL को मजबूत राजस्व वृद्धि और मजबूत परिचालन मार्जिन को बनाए रखने की संभावना है।

हिंदुस्तान यूनिलीवर 397601.86 करोड़ रुपये की मार्केट कैप के साथ लार्जकैप कंपनी है, जो FMGG सेक्टर में काम कर रही है।

Larsen & Toubro (LT)

L&T एक प्रमुख प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, निर्माण, विनिर्माण और वित्तीय सेवाओं का समूह है, जो वैश्विक परिचालन के साथ है।

1946 में निगमित, लार्सन एंड टुब्रो एक लार्जकैप कंपनी है जिसकी मार्केट कैप 101599.67 करोड़ रुपये है।

Larsen & Toubro (LT)

भारत में सबसे बड़ी इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास फर्मों में से एक| जीरो प्रमोटर प्लेज के साथ कंपनी| उच्च लाभांश, पिछले पांच वर्षों में बढ़ती लाभांश पैदावार के साथ| पिछले 2 वर्षों के लिए वार्षिक शुद्ध लाभ में सुधार|

Titan Company Limited

Titan Company Limited – टाइटन कंपनी लिमिटेड, टाटा समूह की सहायक कंपनी है। टाइटन दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा एकीकृत घड़ी निर्माता है।

Titan Company Limited

Titan का ब्रांड FastTrack (फास्टट्रैक) एक लोकप्रिय और ट्रेंडिंग वॉच ब्रांड में से एक है। टाइटन ने भारत के सबसे विश्वसनीय और अग्रणी गहने बिटकॉइन मार्केट कैपिटलाइज़ेशन ब्रांड “Tanishq” (तनिष्क) को भी लॉन्च किया।

इस कंपनी का अपनी पुस्तक में कोई ऋण दर्ज नहीं है। इसके अलावा, इक्विटी पर रिटर्न कंपनी के उच्च पक्ष पर रहा है।

तो ये थे वो कुछ 5 Best Indian Stocks for Long Term (Blue Chip Shares).

हमें उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। कृपया इस लेख को अपने निकट और प्रिय लोगों के साथ साझा करें।

Cryptocurrency Index:भारत का पहला Crypto currency Index लॉन्च,कैसे काम करेगा जानिए ?

Cryptocurrency Index

Cryptocurrency Index:IC15 इंडेक्‍स क्रिप्‍टो इन्‍वेस्‍टर्स को Cryptocurrency बाजार की स्थितियों, वास्‍तविकताओं और अहम तथ्‍यों की जानकारी देगा ताकि निवेशक सही निवेश निर्णय ले पायें और जोखिमों को कम कर सके.

दुनियाभर में किप्‍टोकरेंसी का व्‍यापार तेजी से बढ़ रहा है. भारत में भी क्रिप्‍टोकरेंसी लोगों को खूब आकर्षित कर रही है. क्रिप्‍टो में बढ़ते निवेश को देखते हुए क्रिप्टो सुपर ऐप क्रिप्टोवायर (CryptoWire) ने देश का पहला क्रिप्टोकरेंसी सूचकांक (Cryptocurrency Index) IC15 लॉन्च किया है.

IC15 इंडेक्‍स दुनियाभर के प्रमुख क्रिप्‍टो एक्‍सचेंज पर कारोबार करने वाली बड़ी क्रिप्‍टोकरेंसी पर नजर रखेगा. इसके लिए कारोबारियों, डोमेन एक्‍सपर्ट और शिक्षाविदों को शामिल कर एक कमेटी (Index Governance Committee) बनाई गई है. ये कमेटी टॉप 15 क्रिप्‍टोकरेंसी का चयन करेगी और उनके बारे में गहराई से जानकारियां जुटायेगी.

करेंसी चयन करने के कड़े मानक

400 कॉइन्‍स की लिस्‍ट में शामिल होने के लिए क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार कम-से-कम 90 प्रतिशत होना चाहिए. साथ ही ट्रेडिंग वैल्यू के मामले में 100 शीर्ष करेंसी में इसका स्‍थान होना चाहिए. सर्कुलेटिंग मार्केट कैपिटलाइज़ेशन के मामले में योग्य क्रिप्टोकरेंसी शीर्ष 50 में भी होनी चाहिए. फिर समिति शीर्ष 15 क्रिप्टोकरेंसी का चयन करेगी. सूचकांक बिटकॉइन मार्केट कैपिटलाइज़ेशन का आधार मूल्य 10,000 तय किया गया है और आधार तिथि एक अप्रैल 2018 है.

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क्रिप्‍टो बाजार पर गहरी नजर

आईसी 15 इंडेक्‍स 80 प्रतिशत से अधिक क्रिप्‍टो बाजार गतिविधियों की निगरानी करेगा. बाजार के सभी पैमानों की समीक्षा कर वास्‍तविक स्थिति निवेशक के सामने रखेगा. इससे पारदर्शिता बढ़ेगी. क्रिप्टोवायर की समिति हर तिमाही में टॉप 400 कॉइन्‍स की समीक्षा करेगी.

क्रिप्‍टो इन्‍वेस्‍टर्स की ऐसे करेगा मदद

क्रिप्टोवायर के प्रबंध निदेशक जिगीश सोनागारा का कहना है कि आईसी 15 लॉन्च करने का मकसद निवेशक को सीखने के लिए एक प्‍लेटफार्म उपलब्‍ध कराना है. यह न केवल निवेशकों का क्रिप्‍टो बाजार के बारे में ज्ञान बढ़ायेगा, बल्कि उन्‍हें अपने बिजनेस लक्ष्‍य हासिल करने में भी मदद करेगा. आईसी 15 से इस करोबार बिटकॉइन मार्केट कैपिटलाइज़ेशन में पारदर्शिता को बढ़ावा मिलेगा. निवेशक को सही और सटीक जानकारी हासिल होगी. इससे जोखिम को कम करने में मदद मिलेगी.

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