महामारी ने न केवल लोगों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाया है साथ ही इसने अर्थव्यवस्थाओं को भी तबाह कर दिया है। इसकी वजह से लैंगिक असमानता में भी वृद्धि दर्ज की गई है। गौरतलब है कि इस दौरान वैश्विक लैंगिक असमानता में 6.7 फीसदी की वृद्धि हुई है।

यूपीएससी परीक्षा में पूछे प्रमुख वैश्विक सूचकांक जाने वाले महत्वपूर्ण सूचकांक – important index for upsc

प्रमुख वैश्विक सूचकांक
upsc के लिए महत्वपूर्ण सूचकांक
वैश्विक रिश्वत जोखिम सूचकांक
♦️ भारत — 77 वें
♦️ प्रमुख वैश्विक सूचकांक टॉप — नॉर्थ कोरिया
बिजली उत्पादन रिपोर्ट
♦️ जारीकर्ता — अंतराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी
♦️ टॉप — अमेरिका
♦️ भारत — 3
जलवायु जोखिम सूचकांक 2020
♦️ जारीकर्ता — जर्मनवाच
♦️ टॉप — जापान
♦️ भारत — 5
वैश्विक आतंकवाद सूचकांक
♦️ जारीकर्ता – इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस
♦️ टॉप — अफगानिस्तान
♦️ भारत — 7
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक 2020
♦️ जारीकर्ता — जर्मनवाच
♦️ टॉप — स्वीडन
♦️ भारत — 9
अंतरराष्ट्रीय बौद्धिक संपदा सूचकांक 2020
♦️ टॉप — अमेरिका
♦️ भारत — 40
विश्व प्रतिस्पर्धा सूचकांक 2020
♦️ जारीकर्ता — IMD
♦️ टॉप — सिंगापुर
♦️ भारत — 43
विश्व डिजिटल प्रतिस्पर्धा सूचकांक 2020
♦️ जारीकर्ता — IMD
♦️ टॉप — अमेरिका
♦️ भारत — 44
समावेशी इंटरनेट सूचकांक 2020
♦️ जारीकर्ता — इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट
♦️ टॉप — स्वीडन
♦️ भारत — 46
ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स
♦️जारीकर्ता – विश्व बौद्धिक संपदा संगठन + INSEAD
♦️ टॉप — स्विटजरलैंड
♦️ भारत — 48
वैश्विक लोकतंत्र सूचकांक 2020
♦️ प्रमुख वैश्विक सूचकांक जारीकर्ता — इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस
♦️ टॉप — नॉर्वे
♦️ भारत — 51
इज ऑफ डूइंग बिजनेस इंडेक्स 2020
♦️ जारीकर्ता — विश्व बैंक
♦️ टॉप — न्यूजीलैंड
♦️ भारत — 63
वैश्विक प्रतिभा प्रतिस्पर्धा 2020
♦️ जारीकर्ता — INSEAD
♦️ टॉप — स्विट्जरलैंड
♦️ भारत — 72
वैश्विक ऊर्जा संक्रमण सूचकांक 2020
♦️ जारीकर्ता — विश्व आर्थिक मंच
♦️ टॉप — स्वीडन
♦️ भारत — 74
ग्लोबल सोशल मोबिलिटी इंडेक्स 2020
♦️ जारीकर्ता — विश्व आर्थिक मंच
♦️ टॉप — डेनमार्क
♦️ भारत — 76
मनी इन स्विस बैंक 2020
♦️ टॉप — UK
♦️ भारत — 77
हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 2020
♦️ जारीकर्ता — अंतरराष्ट्रीय हवाई परिसंघ
♦️ टॉप — जापान
♦️ भारत — 84
विश्व आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक 2020
♦️ जारीकर्ता — हेरिटेज फाउंडेशन + वाल स्ट्रीट जर्नल
♦️ टॉप — सिंगापुर
♦️ भारत — 105
ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स 2020
♦️ जारीकर्ता — विश्व आर्थिक मंच
♦️ टॉप — आइसलैंड
♦️ भारत — 112
किड्स राइट इंडेक्स 2020
♦️ जारीकर्ता — किड्स राइट फाउंडेशन
♦️ टॉप — आइसलैंड
♦️ भारत — 113
मानव पूंजी सूचकांक 2020
♦️ जारीकर्ता — विश्व बैंक
♦️ टॉप — नॉर्वे
♦️ भारत — 116
सतत विकास लक्ष्य सूचकांक 2020
♦️ जारीकर्ता — सतत विकास समाधान नेटवर्क
♦️ टॉप — स्वीडन
♦️ भारत — 117
वैश्विक शांति प्रमुख वैश्विक सूचकांक सूचकांक 2020
♦️ जारीकर्ता — इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस
♦️ टॉप — आइसलैंड
♦️ भारत — 139
विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2020
♦️ जारीकर्ता — रिपोटर्स विथाउद बोडर्स
♦️ टॉप — नॉर्वे
♦️ भारत — 142
विश्व खुशहाली सूचकांक 2020
♦️ जारीकर्ता — UNSDS
♦️ टॉप — फिनलैंड
♦️ भारत — 144
पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक 2020
♦️ जारीकर्ता — येल यूनिवर्सिटी
♦️ टॉप — डेनमार्क
♦️ भारत — 168

प्रमुख वैश्विक सूचकांक

आज दुनिया के 191 देशों और क्षेत्रों के लिए मानव विकास सूचकांक जारी किया गया है जिसमें भारत को 132वें पायदान पर जगह दी गई है। इस इंडेक्स में भारत को कुल 0.633 अंक दिए गए हैं जो भारत को मध्यम मानव विकास वाले देशों प्रमुख वैश्विक सूचकांक की श्रेणी में रखता है। वहीं 2019 में भारत को कुल 0.645 अंक दिए गए प्रमुख वैश्विक सूचकांक थे । यह गिरावट स्पष्ट तौर पर दर्शाती है कि कोरोना महामारी ने देश में लोगों के स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवनस्तर को बुरी तरह प्रभावित किया है।

गौरतलब है कि सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के 90 फीसदी देशों ने इस बार जारी मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) में कमी दर्ज की है। यह स्पष्ट तौर पर दर्शाता है कि प्रमुख वैश्विक सूचकांक दुनिया सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में एक बार फिर पिछड़ रही है।

मानव विकास सूचकांक में भारत 132वें स्थान पर, सतत विकास लक्ष्यों में बढ़ा योगदान

मानव विकास सूचकांक में भारत 132वें स्थान पर, सतत विकास लक्ष्यों में बढ़ा योगदान

नई दिल्ली: गुरुवार (8 सितंबर) को जारी मानव विकास रिपोर्ट 2021/2022 में भारत 191 देशों और क्षेत्रों में से 132वें स्थान पर है. 2020 और 2021, पांच साल की प्रगति के उलट एक राष्ट्र के स्वास्थ्य, शिक्षा और औसत आय के मापक यंत्र मानव विकास में लगातार दो वर्षों में गिरावट आई है. यह वैश्विक गिरावट के अनुरूप है, जो दर्शाता है कि दुनिया भर में मानव विकास 32 वर्षों में पहली बार ठप हो गया है. यूएनडीपी द्वारा शुरू की गई नवीनतम मानव विकास रिपोर्ट प्रमुख वैश्विक सूचकांक – अनसर्टेन टाइम्स, अनसेटल्ड लाइव्स: शेपिंग अवर फ्यूचर इन अ ट्रांसफॉर्मिंग वर्ल्ड – बताती है कि प्रमुख वैश्विक सूचकांक नब्बे प्रतिशत देशों ने 2020 या 2021 में अपने मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) के मूल्य में कमी देखी है. हालांकि सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में बहुत अधिक प्रगति हुई है, सतत विकास में भारत का अंतरराष्ट्रीय योगदान लगातार बढ़ रहा है.

रेटिंग: 4.66
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 289