व्यापार में 13 साल: उत्सव जारी है
AMarkets की सालगिरह प्रोन्नति इतनी लोकप्रिय थी कि हमने इसे विस्तारित करने का निर्णय लिया। जल्दी करें और इस अवसर का उपयोग करके उन व्यापारियों में शामिल हो जाएं जो पहले से ही कंपनी से लंबे समय से प्रतीक्षित उपहार प्राप्त कर रहे हैं: जैसे की एक आकर्षक व्यापारिक बोनस और बढ़ा हुआ कैशबैक।
हमारा जन्मदिन है, लेकिन उपहार आपको मिलते हैं! हमारे साथ यह ख़ुशी का मौका मनाएं!
Intraday के लिए Stock कैसे चुने | intraday stock kaise select kare
Intraday के लिए Stock कैसे चुने– अच्छा कमाई करने के लिए सही शेयर का चुनना बहुत जरुरी हैं। आज हम जानेंगे अच्छा intraday stock kaise select kare कौन से ऐसे Criteria होना चाहिए जिसको फॉलो करने से आप ट्रेडिंग से अच्छा पैसा कमाई करने में आसानी हो।
Table of Contents
Intraday के लिए Stock कैसे चुने
Intraday Trading में आप बहुत ही कम समय के लिए काम करते हो। इसलिए आपका Stock सफल ट्रेडरों का अनुसरण करें Selection Perfect होना बहुत जरूरी हैं। आपको पहले दिन ही देखना चाहिए कौन से स्टॉक में आपको अगले दिन काम करना हैं। पहले से ही तैयारी करके रखना चाहिए। अगर मार्केट आपके हिसाब से काम करे तो आप अच्छा ट्रेड ले सको।
ज्यादा Liquidity स्टॉक चुने:- Intraday Trading में आपको सबसे पहले ज्यादा Liquidity वाले शेयर को ही चुनना चाहिए। Liquidity का मतलब जिस शेयर में Buyer और Seller ज्यादा होता हैं उसी को High Liquidity स्टॉक कहते हैं। अगर खरीदार और बेचनेवाले कम होंगे तब हो चकता है जिस वक्त आप शेयर को Sell करना चाहते हो उस वक्त आपको खरीदार ही ना मिले। इसलिए आपको Intraday के लिए ज्यादा Liquidity स्टॉक में ही ट्रेडिंग करना चाहिए।
ज्यादातर जो कंपनी बड़ी होती है उसमे उतना ही ज्यादा Buyer और Seller मजूद होता है। इसलिए आपको Large cap Stocks को सेलेक्ट करना चाहिए। इसमें आपको हर सेकंड पर खरीदार और बेचनेवाले मिल जायेंगे।
Top Gainers/ Top Loosers स्टॉक चुने:- आपको ट्रेडिंग करने के लिए पिछले दिन के ज्यादा बढ़नेवाले या गिरनेवाला शेयर को चुनना चाहिए। आपको आज ट्रेड करना है तो पिछले दिन के Gainers और Loosers स्टॉक के Chart को देखना चाहिए। अगर कोई स्टॉक ऊपर या नीचे जाने का पहला दिन हैं। तो आपको एसी स्टॉक को Intraday के लिए लेना चाहिए।
intraday stock kaise select kare
सेक्टर के आधार पर:- मार्केट में पिछले दिन किन सेक्टर में ज्यादा ऊपर नीचे हुआ है। आपको उसमे नजर रखना चाहिए। ट्रेडिंग के दिन जिस भी सेक्टर में आपको ऊपर या नीचे जाते नजर आ रहा है। उस सेक्टर में ट्रेड लेना है ऊपर जा रहा है तो ऊपर का लेना है और नीचे जा रहा है तो नीचे का ट्रेड लेना हैं। आपको मार्केट के हिसाब से चलना चाहिए। जिस तरफ मार्केट जा रहा है उसी दिशा में आपको ट्रेडिंग करना हैं।
न्यूज़ पे असर वाले स्टॉक:- जब भी कोई न्यूज़ आता है उस स्टॉक के बारे में इसका असर शेयर प्राइस पर होते देखना चाहिए। अगर कोई अच्छी खबर आता है तो उसकी प्राइस बढ़ने चाहिए और बुरी खबर आता है तो गिरावट देखना चाहिए। ये होना इसलिए जरुरी है क्युकी कोई अच्छा न्यूज़ आता है उसकी प्राइस बड़ेगी और उसमे ट्रेडिंग करके अच्छा पैसा कमाई कर पाओगे।
Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए
Small cap Stock नहीं होना चाहिए:- Intraday में आपको बिल्कुल Small cap Stock पर ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए। Mid cap भी अच्छा है लेकिन Large cap Stock सबसे अच्छा हैं Intraday Trading के लिए।
Upper circuit / Lower Circuit स्टॉक:- एसी स्टॉक में आपको बिल्कुल ट्रेडिंग नहीं करनी है जिसमे Upper circuit या Lower Circuit को जल्दी हित करे। अगर कोई भी Intraday Stocks में ये जल्दी लगेगा तो आपको शेयर Buy और Sell करने में प्रॉब्लम होगा। इसलिए आपको एसी स्टॉक से दूर रहना हैं।
मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा कैसे पता करे
Intraday Trading में मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा इसमें नजर रखना बहुत जरुरी हैं। आपको जानना बहुत जरुरी है मार्केट किस तरफ जाने की संभावना ज्यादा हैं। ऐसे में आपको Global मार्केट को देखना बहुत जरुरी हैं। ये देखना इसलिए जरुरी है क्युकी आम तौर पर ऐसा देखा गया है जब भी Global Market गिरता है Indian मार्केट भी गिरता हैं।
और ऐसा इसलिए भी होता है आज के जो मार्केट है एक दुसरे में लिंक हैं। बहुत सारे ऐसे कंपनी है जो भारत में भी लिस्टेड है और Global बाज़ार में भी लिस्टेड हैं। अगर उसमे प्राइस गिरता है तो इसमें भी इसका असर देखने को मिलता हैं। इसलिए आपको Intraday ट्रेडिंग से पहले Global Market को देखना चाहिए। जिससे उसके आधार पर आप एक अच्छा फैसला ले सके।
Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे
Stop Loss और Target जरुर लगाए:- Intraday Trading में Stop Loss और Target लगाना बहुत जरुरी हैं। अगर आप Stop loss नहीं लगायेंगे तो नुकसान होने की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी। और Target नहीं लगाया तो हो चकता है एक बार में अच्छा प्रॉफिट हो लेकिन ज्यादातर आपको नुकसान का सामना करना पर चकता हैं। इसलिए दोनों ट्रेड एक साथ डालना बहुत सफल ट्रेडरों का अनुसरण करें जरुरी हैं।
लालश से दूर रहे:- ट्रेडिंग से पहले आपने जो भी टारगेट के लिए ट्रेड लिया है उसको हासिल होने के बाद आप प्रॉफिट बुक कर ले और ज्यादा लालश के चक्कर में ना पड़े। ज्यादा देर तक ट्रेडिंग करते रहोगे तो बाद में नुकसान होने की संभावना बढ़ जाता हैं।
मेरी राय:-
शेयर मार्केट में Intraday Trading में बहुत ही रिस्क होता हैं। इसमें जितना जल्दी सफल ट्रेडरों का अनुसरण करें आप मुनाफा कमा चकते हो उतना जल्दी आप पैसा गवा भी चकते हो। अगर आपको यदि करना ही है तो सबसे पहले कम पैसे से सुरवात करना चाहिए। उतना ही पैसा ट्रेडिंग में लगाए जितना नुकसान होने पर भी ज्यादा फर्क ना पड़े। अगर आप practice और साथ साथ सीखते रहोगे तो जरुर एक सफल ट्रेडर बन पाओगे।
आशा करता हु आपको Intraday के लिए Stock कैसे चुने intraday stock kaise select kare पोस्ट को पढ़के अच्छी तरह से समझ गए होंगे कैसे एक अच्छा शेयर को चुने जाते हैं। अगर आपके मन में इससे जुड़ी कोई भी सवाल या सुझाब है तो कमेंट में जरुर बताए। शेयर मार्केट से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी के साथ अपडेट रहने के लिए जरुर हमारे साथ बने रहना चाहिए।
लॉन्ग टर्म निवेश योजना के लिए मजबूत बुनियाद वाले स्टॉक्स का चयन करें
यूटिलिटी डेस्क. क्या आप इस सोच में पड़े हैं कि अपना पैसा अभी कहां निवेश करें? अभी स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिश्रित सेंटिमेंट का दौर है। ऐसे में एक निवेशक के लिए निवेश का प्लान बनाना मुश्किल हो जाता है।
मौजूदा समय में कुछ निवेशक इक्विटी में निवेश को जोखिमभरा मान सकते हैं क्योंकि लार्ज कैप काफी ओवरप्राइस हो गए हैं। वहीं, कुछ निवेशक फिक्स्ड डिपोजिट को सुरक्षित निवेश मान कर पैसा वहां लगा सकते हैं। कोई 100 फीसदी आश्वस्त होकर यह अनुमान नहीं लगा सकता है कि मार्केट किस दिशा में जा रहा है और यहीं से अनुमान लगाने की शुरुआत हो जाती है। ऐसी स्थिति में निवेशकों को दलाल स्ट्रीट में होने वाली रोज के उतार-चढ़ाव को नजरअंदाज करना चाहिए और ट्रेंड पर फोकस करना चाहिए। मशहूर स्टॉक ट्रेडर जेसी लिवरमोर की यह बात याद रखे कि किसी ट्रेंड के कायम रखने की संभावना ज्यादा होती है और उलटने की कम।
आप चाहे जोखिम लेने वाले हों या जोखिम से बचने वाले। पांच ऐसे गोल्डन स्टॉक हैं जो आपको अच्छे और बुरे दोनों समय में साथ दे सकते हैं। ये पांच कंपनियां ऐसी हैं जिनके स्टॉक मार्केट में आने वाले उतार-चढ़ाव को झेलने में सक्षम हैं। साथ ही ये लॉन्ग टर्म निवेश के लिए अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं। ये स्टॉक हैं हनीवेल इंडिया, 3एम इंडिया, एशियन पेंट्स, एचडीएफसी बैंक और हिंदुस्तान यूनिलिवर। ये कंपनियां अपनी-अपनी इंडस्ट्री की लीडर मानी जाती हैं और अपने प्रोडक्ट, कीमत, नेटवर्क इफेक्ट, पहुंच और इकोनॉमिक्स के बल पर अलग मुकाम बनाने में सफल रही हैं।
पिछले कुछ सालों में इन स्टॉक्स ने निवेशकों को अच्छा-खासा रिटर्न दिया है और आगे भी इनकी मजबूत संभावनाएं बरकरार हैं। कैपिटल एलोकेशन और रीइन्वेस्टमेंट किसी बिजनेस का मूल हिस्सा होते हैं। इन पांच कंपनियों में ये खूबियां हैं। हनीवेल ने पिछले पांच सालों में 30% से ज्यादा का ग्रोथ दिया है। इसने इसी अवधि में समान सीएजीआर रिटर्न भी दिया है।
एनपीए संकट के बावजूद एचडीएफसी बैंक मजबूत रहा
एचडीएफसी बैंक भी मजबूत कंपनी है। एनपीए संकट और लिक्विडिटी से जुड़ी मुश्किल परिस्थितियों में भी इसने अच्छा परफॉर्म किया है। एशियन पेंट्स और हिंदुस्तान यूनिलीवर की रिकॉल वैल्यू ज्यादा है। इनके प्रोडक्ट ने आम लोगों के दिमाग में जगह बनाई है। 3एम इंडिया ने अपने विविध बिजनेस और सक्षम कैपिटल आवंटन स्ट्रैटजी के कारण लगातार मजबूत स्थिति में रही है।
Siddharthnagar में दो क्रिप्टो ट्रेडर गिरफ्तार, फर्जी सिम और अकाउंट बनाकर करते थे पैसों को लेनदेन
Siddharthnagar News: सिद्धार्थनगर में एसओजी, सर्विलांस और बांसी कोतवाली पुलिस की टीम को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने फर्जी सिम और अकाउंट के जरिए क्रिप्टो ट्रेड करने वाले बदमाशों को पकड़ा है.
By: ABP Ganga | Updated at : 05 Sep 2022 08:24 PM (IST)
पुलिस के हत्थे चढ़े क्रिप्टो ट्रेडर
Siddharthnagar News: उत्तर प्रदेश के जनपद सिद्धार्थनगर में एसओजी, सर्विलांस और बांसी कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता हासिल हुई है. बांसी कोतवाली के बांसी में क्रिप्टो ट्रेडर के नाम से एक संस्था चल रही थी जो लोगों के आधार कार्ड व मोबाइल नंबर की फिडिंग करती थी, उसी का फायदा उठाते हुए संबंधित फर्म के लोग आम लोगों के फर्जी आधार कार्ड बना कर फर्जी सिम के जरिए फर्जी बैंक अकाउंट खोल कर गलत ढंग से पैसों का लेनदेन करते थे.
पुलिस पूछताछ में हुआ खुलासा
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने बताया कि अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया है कि ये लोग क्रिप्टो करेंसी (यूएसडीटी) की ट्रेनिंग करते है. अपने अकाउंट से पूर्व में ट्रेडिंग करने पर ज्यादा संख्या में ट्रांजेक्शन व पैसे के कारण बैंक द्वारा पूछताछ की गयी थी, जिससे डरकर हम लोगों ने टेलीग्राम ग्रुप में जुड़े व्यक्ति से दूसरे के नाम के अकाउंट व सिम कार्ड के खरीदने के लिये संपर्क किया. उसके द्वारा 7000 रुपये प्रति फर्जी खाता व सिम कार्ड जो दूसरे के नाम से होते है, उनको ऑनलाइन पेमेन्ट कर देने पर डीटीडीसी कूरियर के माध्यम से औरंगाबाद से भेज दिया जाता था.
अलग-अलग खातों में ट्रांसफर होता था पैसा
अभियुक्तों ने खुलासा किया कि हम लोग अपने तीन मोबाइल, आईफोन में लगाकर अनवेरिफाइड व्यक्तियों को HUBYPRO-PAXFUL-BINANCE क्रिप्टो एक्सचेंन्ज के माध्यम से 20% अधिक दाम पर सेल करके लाभ कमाते है. चूंकि ये खाते दो से तीन दिनों में फ्रीज हो जाते हैं इसलिए हम लोग लाभ के पैसों को अपने और परिवार के अकाउंट में ट्रांसफर कर लेते हैं. अलग-अलग खातों से ट्रांजेक्शन करने से किसी एजेंसी की नज़रों में नहीं आते थे और हम लोगों को टैक्स भी नहीं देना पड़ता था.
आरोपियों के पास मिला ये सारा सामान
पकड़े गए दोनों अभियुक्तों के पास से कोटक बैंक के 6 फर्जी बैंक अकाउंट के साथ एमपीन व एटीएम, पासवर्ड, 4 लाख 50 हजार रुपये नगद और 11 विभिन्न बैंकों के एटीएम, 5 मोबाइल फोन, 8 चेकबुक, 1 मोटर साईकिल और 14 अलग-अलग कंपनियों के मोबाइल सिम बरामद हुए हैं. इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है.
ये भी पढ़ें-
Published at : 05 Sep 2022 08:24 PM (IST) Tags: Siddharthnagar Siddharthnagar police UP NEWS हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। सफल ट्रेडरों का अनुसरण करें For more related stories, follow: States News in Hindi
शेयर ट्रेडिंग में कीमत और वॉल्यूम के बीच क्या है संबंध?
वॉल्यूम से बाजार में ट्रेडर के एक्शन के बारे में पता चलता है. यह बाजार के सेंटिमेंट को समझने में बहुत मददगार हो सकता है.
बुनियादी रूप से जब संस्थागत निवेशक बाजार में आते हैं तो वे असर डालते हैं, क्योंकि उनके ऑर्डर काफी बड़े होते हैं. इससे शेयर की कीमत चढ़ जाती है.
वॉल्यूम में बदलाव से शेयर से जुड़े सेंटिमेंट का पता चलता है. इसके चलते ही शेयर की कीमत में बदलाव आता है. ट्रेडिंग वॉल्यूम का बढ़ना अच्छे बाय ऑर्डर का संकेत देता है. दूसरी तरफ, यदि ट्रेडिंग वॉल्यूम घटता है तो उसे बिकवाली का सही समय नहीं माना जाता है. ध्यान देने वाली एक दूसरी बात यह है कि जब किसी शेयर में वॉल्यूम नीचे से ऊपर की तरफ जाता है तो यह मजबूत खरीदारी का संकेत होता है.
बुनियादी रूप से जब संस्थागत निवेशक बाजार में आते हैं तो वे असर डालते हैं, क्योंकि उनके ऑर्डर काफी बड़े होते हैं. इससे शेयर की कीमत चढ़ जाती है. इसलिए वॉल्यूम का मतलब समझना और प्राइस और वॉल्यूम के बीच का संबंध समझना ट्रेडिंग और इनवेस्टिंग (निवेश) दोनों के लिए बहुत जरूरी है. एक निश्चित समय तक वॉल्यूम पैटर्न को देखने से किसी खास शेयर या बाजार में तेजी और गिरावट के पीछे की ताकत का पता चलता है.
वॉल्यूम को कुछ समय पहले के आंकड़ों के संदर्भ में देखा जा सकता है. आज के वॉल्यूम की तुलना 10 साल पहले के आंकड़े से करने पर सही डेटा नहीं मिलेंगे. डेटा जितना हाल का होगा, नतीजे उतने ठोस मिलेंगे. यह समझना जरूरी है कि सिर्फ वॉल्यूम से हमें ठोस संकेत नहीं मिल सकता. वॉल्यूम और प्राइस के साथ हमें एंट्री और एग्जिट सिग्नल भी देखना होगा. इसमें संदेह नहीं कि वॉल्यूम का एक ट्रेंड होता है. हम यह कह सकते हैं कि दोनों एक सिक्के के दो हिस्से हैं. निवेशक को ट्रेडिंग में दोनों का ध्यान रखने की जरूरत है.
हिन्दी में शेयर बाजार और पर्सनल फाइनेंस पर नियमित अपडेट्स के लिए लाइक करें हमारा फेसबुक पेज. पेज लाइक करने के लिए यहां क्लिक करें
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 328