Photo:PTI (FILE PHOTO) Petrol-Diesel के दाम को लेकर आई अच्छी खबर

Crude Oil- 10 महीने के निचले स्तर पर पहुंचा कच्चे तेल का भाव, जानिए इस बड़ी गिरावट की क्या है वजह

Crude Oil- चीन की ओर से डिमांड सुस्त पड़ने की आशंका से क्रूड में गिरावट कच्चे तेल की कीमत में गिरावट देखने को मिल रही है। क्रूड 10 महीनों के निचले स्तरों पर पहुंचा है

Crude Oil- चीन की ओर से डिमांड सुस्त पड़ने की आशंका से क्रूड में गिरावट देखने को मिल रही है। क्रूड 10 महीनों के निचले स्तरों पर पहुंचा है। ब्रेंट क्रूड का भाव 81 डॉलर तक लुढ़का है जबकि WTI का भाव 71 डॉलर तक लुढ़का है। वहीं MCX पर क्रूड 6100 रुपये के नीचे फिसला है। क्रूड का भाव जनवरी के निचले स्तर तक पहुंचा है। बाजार जानकारों का कहना है कि रूसी क्रूड कीमतों पर लगाम से भाव और गिर सकते हैं।

क्रूड में गिरावट के कारण

कच्चे तेल में आई गिरावट की वजहों पर नजर डालें तो चीन में कोरोना के मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। चीन में 1 दिन में कोरोना के 38,000 मामले आए है। चीन में कोरोना प्रतिबंधों के खिलाफ लोग सड़क पर उतरे है। दूसरी तरफ रूसी तेल पर G7 की सख्ती से भी कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई है। इधर वेनेजुएला में क्रूड उत्पादन की US की मंजूरी मिली है। वेनेजुएला में शेवरॉन कार्प क्रूड उत्पादन करेगा। लगातार तीसरे दिन डॉलर 107 के नीचे कायम है।

संबंधित खबरें

दो साल के निचले स्तर पर रबड़ की कीमतें, उत्पादन गिरने के बावजूद भाव में रिकवरी के आसार नहीं

कॉटन का टूटा 'वायदा', जनवरी कॉन्ट्रैक्ट नहीं खुलने से घबराएं निवेशक काट रहें पोजिशन

नेचुरल गैस की कीमतों दबाव जारी, MCX पर 1 हफ्ते में 21% टूटे भाव

इस बीच ब्रेंट की चाल पर नजर डालें तो 1 हफ्ते में इसमें 7 फीसदी , 1 महीने में 12 फीसदी की गिरावट आई है जबकि 1 साल में ब्रेंट में 11 कच्चे तेल की कीमत में गिरावट फीसदी का उछाल देखने को मिला है। वहीं WTI क्रूड 1 हफ्ते में इसमें 7 फीसदी , 1 महीने में 13 फीसदी की गिरावट आई है जबकि 1 साल में ब्रेंट में 6.5 फीसदी का भागा है।

वहीं MCX पर कच्चा तेल 1 हफ्ते में इसमें 5 फीसदी , 1 कच्चे तेल की कीमत में गिरावट महीने में 14 फीसदी की गिरावट आई है जबकि 1 साल में 18 फीसदी का उछाल देखने को मिला है।

कैसी रह सोने-चांदी की चाल

अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में सोना और चांदी के भाव आज गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। सोने का हाजिर भाव आज 0.27 फीसदी गिरकर 1,749.68 डॉलर प्रति औंस हो गया है। वहीं, अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में चांदी का भाव आज लुढ़क गया है। चांदी आज 0.34 फीसदी गिरकर 21.02 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही है। पिछले एक महीने में सोने का भाव 7.47 फीसदी चढ़ा है। वहीं, चांदी का रेट एक महीने में 11 फीसदी तेज हो गया है। भारतीय सर्राफा बाजार में पिछले सप्‍ताह सोने की कीमतों में तेजी आई थी। सोने के भाव में 254 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी के भाव में 1,387 रुपये प्रति किलोग्राम का उछाल आया था।

Petrol Diesel Price: कच्चे तेल के भाव में गिरावट, देखिए आपके शहर में आज क्या हैं पेट्रोल-डीजल की नई कीमतें


नई दिल्ली: देशभर में पेट्रोल और डीजल (Petrol Diesel) के ताजा दाम जारी कर दिए गए हैं. बुधवार, 16 फरवरी के लिए जारी किए गए ईंधन के भाव (Fuel Prices) में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है. इसी के साथ देश में पेट्रोल और डीजल के भाव में किसी तरह का कोई बदलाव हुए आज 105 दिन हो गए हैं. देशभर में 105 दिनों से ईंधन की कीमतों में न तो कोई कटौती हुई है और न ही कोई बढ़ोतरी हुई है, देशभर में 105 दिनों से पेट्रोल और डीजल के भाव स्थिर हैं.

उधर दूसरी ओर, जिस कच्चे तेल से पेट्रोल और डीजल बनाया जाता है, उस कच्चे तेल के दाम (Crude Oil Price) में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव लगातार तेजी के साथ ट्रेड कर रहे हैं. बुधवार, 16 फरवरी को इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमतें मामूली सुस्ती के साथ 93.18 डॉलर प्रति बैरल हो गई हैं. बताते चलें कि अभी हाल ही में कच्चे तेल की कीमतें 95 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई थीं.

यह भी पढ़ें | साल की आखिरी विनायक चतुर्थी आज, पूजा में करें ये काम, विघ्न दूर करेंगे विघ्नहर्ता

कच्चे तेल की कीमतों में मामूली गिरावट
आज क्रूड ऑयल की कीमतों में मामूली सुस्ती दर्ज की जा कच्चे तेल की कीमत में गिरावट रही है. जिसकी वजह से इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमतें घटकर 93.18 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई हैं. oilprice.com कच्चे तेल की कीमत में गिरावट के मुताबिक, बुधवार को WTI Crude की कीमतें 0.01 फीसदी की मामूली बढ़त के साथ 92.08 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रही हैं. वहीं दूसरी ओर, Brent Crude के भाव में आज मामूली गिरावट देखने को मिल रही है. Brent Crude के दाम 0.11 फीसदी की गिरावट के साथ 93.18 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए हैं.

कच्चा तेल महंगा होने के बावजूद स्थिर हैं ईंधन के भाव
बताते चलें कि आम आदमी के जीवन पर कच्चे तेल की कीमतों का बहुत गहरा असर पड़ता है. कच्चे तेल का इस्तेमाल सिर्फ कच्चे तेल की कीमत में गिरावट पेट्रोल और डीजल बनाने के लिए ही नहीं बल्कि सैकड़ों चीजों को बनाने में किया जाता है. ऐसे में जब कच्चे तेल के दाम बढ़ते हैं तो रोजमर्रा के जीवन में इस्तेमाल होने वाली कई चीजों के दाम भी बढ़ जाते हैं. हालांकि, भारत में फिलहाल कच्चे तेल की ऊंची कीमतों का कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है.

जहां एक तरफ अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती जा रही हैं, वहीं दूसरी ओर देशभर में पेट्रोल और डीजल के दाम स्थिर हैं. आमतौर पर कच्चे तेल के भाव बढ़ने पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भी बढ़ोतरी कर दी जाती है लेकिन फिलहाल महंगे हुए कच्चे तेल के बावजूद देशभर में ईंधन के दाम स्थिर हैं. खैर, ये देखने वाली बात होगी कि सरकार कच्चे तेल की ऊंची कीमतों के बावजूद कब तक ईंधन के भाव में बढ़ोतरी नहीं करती है.

कच्चे तेल के दाम में गिरावट, पेट्रोल-डीजल की कीमत में हुआ बदलाव ? जानिए क्या है रेट

01_petrol_diesel.png

भोपाल। कच्चे तेल के दाम में उतार-चढ़ाव जारी है। शुक्रवार को कच्चे तेल में मामूली गिरावट दर्ज की गई है और ब्रेंट क्रूड का भाव 0.12 डॉलर या 0.14 प्रतिशत गिरकर 86.76 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। डब्लूटीआई क्रूड का भाव 0.13 डॉलर या 0.13 प्रतिशत गिरकर 81.09 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है। पिछले कुछ समय से कच्चे तेल में गिरावट या तेजी का असर भारतीय बाजार में पेट्रोल- डीजल के दामों में नहीं देखने को मिला है। आज बड़े महानगरों में दाम स्थिर बने हुए हैं, जबकि कुछ शहरों में ढुलाई और अन्य कच्चे तेल की कीमत में गिरावट कारणों से पेट्रोल-डीजल के दाम में कुछ बदलाव हुआ है।

Petrol-Diesel के दाम को लेकर आई अच्छी खबर, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से रेट में आएगी कमी

Petrol Diesel Price: अंतर्राष्ट्रीय बाजार में महंगाई में कमी और ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण पिछले कुछ हफ्तों में बेंचमार्क सरकारी बॉन्ड पर 18 बेसिस प्वाइंट्स से अधिक की गिरावट आई है। जल्द ही पेट्रोल डीजल की कीमतों में भी कमी देखने को मिलेगी।

India TV Business Desk

Edited By: India TV Business Desk
Published on: September 10, 2022 18:06 IST

Petrol-Diesel के दाम को लेकर आई. - India TV Hindi

Photo:PTI (FILE PHOTO) Petrol-Diesel के दाम को लेकर आई अच्छी खबर

Petrol Diesel Price: अंतर्राष्ट्रीय बाजार में महंगाई में कमी और ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण पिछले कुछ हफ्तों में बेंचमार्क सरकारी बॉन्ड पर 18 बेसिस प्वाइंट्स से अधिक की गिरावट आई है। जल्द ही पेट्रोल डीजल की कीमतों में भी कमी देखने को मिलेगी।

मुंबई की डेट एडवाइजरी फर्म रॉकफोर्ट फिनकॉर्प एलएलपी के फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर वेंकटकृष्णन श्रीनिवासन ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के अलावा, भारतीय बॉन्ड इंडेक्स में बहुत जल्द शामिल होने की उम्मीद है। इस खबर ने निवेशक और ट्रेडिंग सेगमेंट के बीच सकारात्मक माहौल पैदा कर दिया है, क्योंकि बाजार अब ऋण प्रतिभूतियों में 30 अरब डॉलर से अधिक की आमद की उम्मीद कर रहा है। इसके परिणामस्वरूप सरकारी बॉन्ड यील्ड लगातार गिर रही है।

कुछ महीने पहले मंहगाई चरम पर थी

कुछ महीने पहले मंहगाई चरम पर थी। जुलाई महीने कच्चे तेल की कीमत में गिरावट में भारी गिरावट देखी गई है। खाद्य कीमतों में कमी के कारण जुलाई में सीपीआई कम होकर 6.70 प्रतिशत पर आ गई थी। हालांकि, कुल संख्या अभी भी लगातार सातवें महीने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के ऊपरी टॉलरेंस बैंड से ऊपर है।

जेएम फाइनेंशियल में प्रबंध निदेशक और प्रमुख संस्थागत अजय मंगलुनिया ने कहा, "अगर हम महंगाई के पहलू से कोई झटका और आश्चर्य नहीं देखते हैं तो बॉन्ड प्रतिफल यहां से आगे बढ़ने की उम्मीद है। एफपीआई प्रवाह को फिर से शुरू करने से अंतत: इस महीने के अंत में 7 साल से नीचे जी-सेक की पैदावार हो सकती है।"

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी दी थी जानकारी

इस सप्ताह की शुरुआत में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि वैश्विक सूचकांकों में बॉन्ड को शामिल करने की अनुमति देने का 2020 का बजट प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ सकता, क्योंकि फंड प्रवाह वांछित स्तरों को पूरा नहीं करता है। श्रीनिवासन ने कहा कि सरकारी बॉन्ड इंडेक्स में शामिल होने की उम्मीद के आधार पर बाजार अभी भी सकारात्मक बना रहेगा। तेल की कीमतों में गिरावट कुछ हद तक सकारात्मक बॉन्ड बाजार रैली के ईंधन को बढ़ाएगी।

व्लादिमीर पुतिन ने स्पष्ट शब्दों में दिया था संकेत

बाजार के कई सपोर्टिव फैक्टर्स के बावजूद बुधवार को तेल में गिरावट आई है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि देश किसी भी राष्ट्र को ऊर्जा की आपूर्ति नहीं करेगा जो देश के कच्चे तेल पर एक नियोजित अमेरिकी नेतृत्व वाली मूल्य सीमा का समर्थन करता है। इसके अलावा, ऊर्जा सूचना प्रशासन ने वैश्विक तेल मांग के लिए अपना दृष्टिकोण बढ़ाया, जबकि अमेरिकी आपूर्ति के पूर्वानुमान में भी कच्चे तेल की कीमत में गिरावट कटौती की गई है।

कच्चे तेल की कीमत में गिरावट

कच्चे तेल की कीमत में गिरावट जारी, अगस्त में 14 फीसदी से ज्यादा गिरा क्रूड

अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले कारोबारी सत्र में ब्रेंट क्रूड 65.18 डॉलर प्रति बैरल की कीमत पर बंद हुआ था।

कच्चे तेल की कीमत में गिरावट जारी, अगस्त में 14 फीसदी से ज्यादा गिरा क्रूड

नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की आवक बढ़ने और दुनिया के कई देशों में कोरोना महामारी का संक्रमण एक बार फिर तेज होने की वजह से कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) की कीमत में गिरावट लगातार जारी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले कारोबारी सत्र में ब्रेंट क्रूड 65.18 डॉलर प्रति बैरल की कीमत पर बंद हुआ था। इस तरह कच्चे तेल की कीमत चार महीने के न्यूनतम स्तर पर आ गई है। इसके पहले 22 अप्रैल को ब्रेंट क्रूड 65.07 डॉलर के भाव पर बंद हुआ था। सिर्फ अगस्त के महीने में ही अभी तक अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमत में 14.61 फीसदी की कमी आ गई है। वहीं पिछले एक सप्ताह के दौरान ब्रेंट क्रूड के दाम 7.66 फीसदी घट गए हैं।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में आई इस कमी का असर भारत में भी दिखा है। भारत में बुधवार से लेकर शुक्रवार तक लगातार तीन दिन डीजल की कीमत में अलग अलग राज्यों की वैट की दर के हिसाब से प्रति लीटर 19 से 21 कच्चे तेल की कीमत में गिरावट पैसे की कटौती की गई। इसकी वजह से राजधानी दिल्ली में डीजल की कीमत 89.87 रुपये प्रति लीटर से घटकर 89.27 रुपये कच्चे तेल की कीमत में गिरावट प्रति लीटर तक पहुंच गई है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में आई कमी का फायदा अभी तक देश में पेट्रोल का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं को नहीं मिल सका है। कच्चे तेल के भाव में आई कमी की वजह से आज भी भारत में लोगों को कम से कम डीजल की कीमत में कमी आने का इंतजार था, लेकिन आज सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने भारत में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस महीने लगातार कच्चे तेल की कीमत में नरमी का रुख बना हुआ है। इसकी वजह से पिछले कारोबारी सत्र में ब्रेंट क्रूड 1.37 डॉलर प्रति बैरल घटकर 65.18 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इसी तरह अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (डब्ल्यूटीआई क्रूड) भी 1.27 डॉलर की कमजोरी के साथ 62.32 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया है। अगस्त के महीने में कच्चे तेल की कीमत में लगातार तेज गिरावट आई है। जुलाई के महीने में ब्रेंट क्रूड अंतरराष्ट्रीय बाजार में 76.33 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर बंद हुआ था। इस तरह पिछले कारोबारी सत्र तक ब्रेंट क्रूड की कीमत 14.61 फीसदी की नरमी के साथ 11.15 डॉलर प्रति बैरल घटकर 65.18 डॉलर के स्तर पर पहुंच चुकी है।

अगर सिर्फ एक कारोबारी सप्ताह में कच्चे तेल की कीमत में आई कमी की बात करें, तो शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमत में 5.41 डॉलर प्रति बैरल की कमी आ चुकी है। पिछले कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन 13 अगस्त को ब्रेंट क्रूड 70.59 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर अंतरराष्ट्रीय बाजार में बंद हुआ था। इस तरह इस कारोबारी सप्ताह के दौरान ब्रेंट क्रूड अभी तक 7.66 फीसदी सस्ता हो चुका है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार से आई ये खबर भारत के लिए इसलिए भी उत्साहजनक है, क्योंकि भारत को पेट्रोल और डीजल की अपनी 80 फीसदी से अधिक जरूरत की पूर्ति के लिए आयातित कच्चे तेल का ही सहारा लेना पड़ता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ने का सीधा असर घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर पड़ता है।

जानकारों के मुताबिक तेल निर्यातक देशों (ओपेक) और उसके सहयोगी देशों (ओपेक प्लस) की बैठक में बनी सहमति के मुताबिक अगस्त के महीन में कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी की शुरुआत हो गई है। इस वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की उपलब्धता जुलाई के महीने की तुलना में ज्यादा हो गई है। दूसरी ओर चीन समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना महामारी के डेल्टा वैरिएंट के संक्रमण की वजह से कच्चे तेल की मांग भी घटी है। इसका सीधा असर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में आई कमी के रूप में पड़ा है।

कच्चे तेल के उत्पादन में हुई बढ़ोतरी और वैश्विक हालात को देखते हुए कमोडिटी मार्केट में आने वाले दिनों में कच्चे तेल की कीमत में और भी कमी आने का अनुमान लगाया जा रहा है। माना जा रहा है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में कमी का ये सिलसिला जारी रहा तो आने वाले दिनों में डीजल के साथ ही पेट्रोल की कीमत में भी कमी की जा सकती है।

रेटिंग: 4.48
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 651