वीकली एक्सपायरी के बाद Nifty हिट कर सकता है 19000 का स्तर, शॉर्ट टर्म में अच्छे रिटर्न के लिए इन 2 शेयरों पर लगाएं दांव
Nifty इस समय खुले आसमान में नजर आ रहा है। ऐसे में इसकी उड़ान की सीमा असीमित दिख रही है। वीकली एक्सपायरी के बाद निफ्टी हमें 19000 के मनोवैज्ञानिक लेवल की तरफ जाता दिख सकता है
निफ्टी के लिए सबसे ज्यादा परेशानी 18700 पर दिख रही है, ये लेवल वीकली एक्सपायरी में अमह भूमिका निभाएगा
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Vishal Wagh-Bonanza Portfolio
30 नवंबर को निफ्टी 140 अंकों की तेजी लेकर 18758.35 के स्तर पर बंद हुआ। कल डेली स्केल पर इसने एक बुलिश कैंडलिस्टिक बनाया। सभी टाइम फ्रेमों पर निफ्टी हायर हाईज और हायर लोज फॉर्मेशन में घूम रहा है। ये बाजार में बुलिश ट्रेंड कायम रहने का संकेत है। इचिमोकू क्लाउड टेक्निकल इंडीकेटर (Ichimoku Cloud technical indicator) से संकेत मिल रहा है कि कीमतें कनवर्जन और बेस लाइन से ऊपर हैं, जो शॉर्ट टर्म में बाजार में तेजी कायम रहने की ओर इशारा कर रहा है। मोमेंटम ऑसीलेटर RSI (relative strength index 14) डेली चार्ट पर 73 के एक दम करीब है। ये इस बात का संकेत है कि ये बस ओवरबॉट जोन में जाने ही वाला है। इसके साथ ही फीयर इंडेक्स India VIX कल 1.41 फीसदी की बढ़त के साथ 13.8075 पर आ गया। निफ्टी के लिए सबसे ज्यादा परेशानी 18700 पर दिख रही है, ये लेवल वीकली एक्सपायरी में अमह भूमिका निभाएगा।
ऑप्शन के मोर्चे पर देखें तो 18800 के स्ट्राइक प्राइस पर सबसे ज्यादा कॉल राइटिंग देखने को मिली है। इसके बाद 18900 की स्ट्राइक प्राइस पर सबसे ज्यादा कॉल राइटिंग रही है। वहीं, 18600 की स्ट्राइक प्राइस पर सबसे ज्यादा पुट राइटिंग रही है। उसके बाद 18500 की स्ट्राइक प्राइस पर सबसे ज्यादा पुट राइटिंग रही है। निफ्टी के लिए 18600 पर अहम सपोर्ट है।
आपकी गाड़ी की 80% प्रॉब्लम्स मीटर में आए सिग्नल से आ जाती है पकड़ में, क्या आप Indicators कितने होते है इन्हें इग्नोर तो नहीं कर रहे
ऑटो डेस्क। लेटेस्ट कारों को ड्राइव करना हम सब पसंद करते हैं लेकिन नए फीचर्स से लैस गाड़ी अगर टेक्निकल प्रॉब्लम आने के कारण बीच रास्तें में ही बंद हो जाए तो हमारे लिए परेशानी का सबब बन जाती है। ऐसे में गाड़ी का मीटर क्लस्टर गाड़ी में आने वाली लगभग 80% प्रॉब्लम हमें पहले ही बता देता है। मीटर क्लस्टर ही गाड़ी की हेल्थ का रिपोर्ट कार्ड बतलाता है कि गाड़ी में किसी तरह की प्रॉब्लम है या गाड़ी को कब सर्विस की जरुरत है। यह गाड़ी में होने वाली इंजन, बैटरी, एग्जॉस्ट सिस्टम, टेम्परेचर, इग्निशन सिस्टम से रिलेटेड प्रॉब्लम को अलग-अलग वार्निंग सिग्नल्स के द्वारा हमें सचेत कर देता है। ऐसे में हमें मीटर क्लस्टर पर मौजूद वार्निंग सिग्नल्स के बारे में हमें पूरी जानकारी होने जरूरी है। तो आइए एक्सपर्ट मनप्रीत सिंह से जानते Indicators कितने होते है हैं कि कौनसा वार्निंग सिग्नल आने पर किस तरह के प्रिकॉशन लेना चाहिए.
1. चेक इंजन सिग्नल (MIL) Mal-Function Indicator
यह वार्निंग सिग्नल दो कलर में जलता है। पहला रेड और दूसरीा येलो। दोनों ही तरह की लाइट जलने पर कार के ड्राइवर को प्रिकॉशन लेना जरूरी है। यह वार्निंग सिग्नल कार में कुछ सिवियर प्रॉब्लम होने पर जलता है।
रेड वार्निंग सिग्नल (Red Warning Signal): रेड लाइट गाड़ी में कुछ सीवियर प्रॉब्लम होने पर जलती है। इस कंडिशन में गाड़ी तुरंत रोक लें। रेड वार्निंग सिग्नल जलने पर कार चलाने से कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है। अगर कार का इंजन स्टार्ट हो तो उसे तुरंत बंद करें और ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर या डीलर से संपर्क करें।
येलो वार्निंग सिग्नल (Yellow Warning Signal): एमिशन रिलेटेड प्रॉब्लम होने पर येलो वार्निंग सिग्नल जलता है। इसके अलावा यह येलो वार्निंग सिग्नल इंजेक्शन सिस्टम, एग्जॉस्ट कंट्रोल सिस्टम और इनटेक एयर कंट्रोल सिस्टम में प्रॉब्लम होने की वजह से भी जलता है। यदि येलो वार्निंग सिग्नल आने पर पर कार स्टार्ट होने में , चलने में या किसी और प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आ रहीं है तो कुछ हद तक कार को ड्राइव कर सकते हैं।
2. टेम्परेचर इंडिकेटर या ओवर हीटिंग वार्निंग सिग्नल (Tempreature Indicator/Over Heating)
यह वार्निंग सिग्नल सिर्फ रेड कलर में ही जलता है। कुछ गाड़ियों में टेम्परेचर के लिए एनालॉग मीटर दिया होता है। वहीं कुछ कारों में एनालॉग मीटर की जगह डिजिटल मीटर दिया होता है।
क्या करें
- अगर कार के मीटर क्लस्टर में आपको यह वार्निंग सिग्नल दिखता है तो तुरंत गाड़ी रोक कर गाड़ी का कूलेंट चेक करें अगर फिर Indicators कितने होते है भी समस्या पकड़ में नहीं आती तो तुरंत गाड़ी के डीलर से संपर्क करें।
3. बैटरी वार्निंग सिग्नल (Battery Warning Signal)
जब इग्निशन ऑन करते ही बैटरी की लाइट जलती है और इंजन स्टार्ट होने पर यह बंद हो जाती है अगर बैटरी वार्निंग सिग्नल न बंद हो तो समझ लीजिए की बैटरी चार्जिंग सिस्टम में कोई दिक्कत है। ऐसे में हाईवे पर ड्राइव करते समय इलेक्ट्रॉनिक सामनों को कम से कम यूज करें। मुख्यत: alternetor की प्रॉब्लम होने पर बैटरी संबंधित प्रॉब्लम आती है। alternetor बैटरी को चार्ज करता है लेकिन इसके खराब होने पर यह बैटरी वार्निंग सिग्नल दिखने लगता है।
क्या करें
- ऐसी कंडिशन में गाड़ी को ज्यादा न चलाएं ज्यादा गाड़ी चलाने पर बैटरी पूरी तरह से डाउन हो जाएगी। इसलिए तुरंत सर्विस सेंटर पर संपर्क करें।
4. ऑयल प्रेशर वार्निंग सिग्नल (Oil Pressure Warning Signal)
यह वार्निंग सिग्नल रेड कलर में जलता है यह दिखने में चाय की केटली या चिराग की तरह लगता है। इंजन बंद होने पर ही यह वार्निंग सिग्नल दिखता है लेकिन इंजन के स्टार्ट होने पर नार्मल कंडिशन में यह बंद हो जाता है। अगर इंजन स्टार्ट होने पर भी यह वार्निंग सिग्नल दिखे तो समझ लीजिए की कार का इंजन ऑयल का लेवल कम है या ऑयल पंप में दिक्कत है इसके अलावा कोई इलेक्ट्रॉनिक फॉल्ट भी होने की संभावना हो सकती है।
क्या करें
- इस तरह का वार्निंग सिग्नल दिखने पर कार को ज्यादा न चलाएं तुरंत अपनी कार को सर्विस सेंटर पर ले जाएं।
5. पार्किंग ब्रेक वार्निंग सिग्नल्स (Parking Break Warning Signal)
यह वार्निंग सिग्नल रेड कलर में जलता है। यदि पार्किंग ब्रेक या हैंड ब्रेक हटाने पर भी यह वार्निंग सिग्नल मीटर क्लस्टर से नहीं जाता है तो समझ लीजिए की आपकी कार में कोई इलेक्ट्रॉनिक फॉल्ट या ब्रेक फ्यूइड की कमी हो सकती है।
क्या करें
- यदि ब्रेक ऑयल कम है तो आप घर पर भी टॉप अप कर सकते हैं यदि उसके बाद भी प्रॉब्लम न जाएं तो तुरंत ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर या Indicators कितने होते है डीलर से संपर्क करें। याद रहे हमेशा कंपनी स्पेसिफाइड ब्रेक ऑयल का ही उपयोग करें
नोट- कार के मीटर क्लस्टर में कोई भी रेड वार्निंग सिग्नल दिखें तो इसे इग्नोर न करें
Road Safety Campaign Dhar: धार में संकेतक के अभाव में रास्ता भटकते, फिर रांग साइड चलने की मजबूरी से होते हादसे
Road Safety Campaign Dhar: यातायात व्यवस्था में सड़क पर लगे संकेतक महत्वपूर्ण कार्य करते हैं। वाहनों की गति नियंत्रित करने से लेकर वाहन चालकों को इस बात के लिए इशारा मिलता Indicators कितने होते है है कि इस सड़क की दशा और आगामी स्थान पर वाहन किस तरह से नियंत्रित किया जाए।
Road Safety Campaign Dhar: धार। नईदुनिया प्रतिनिधि। यातायात व्यवस्था में सड़क पर लगे संकेतक महत्वपूर्ण कार्य करते हैं। वाहनों की गति नियंत्रित करने से लेकर वाहन चालकों को इस बात के लिए इशारा मिलता है कि इस सड़क की दशा और आगामी स्थान पर वाहन किस तरह से नियंत्रित किया जाए। देखने में आया है कि कई बार लोग शहर या मुख्य कस्बे के प्रवेश के एंट्री बोर्ड नहीं होने के कारण भटक जाते हैं। ऐसे में वह अपनी गलती सुधारने के लिए जब पीछे पलटते हैं तो रांग साइड चलने लगते हैं और यही एक हादसे का कारण बन जाता है। ऐसे में हर स्तर पर संकेतों को का महत्व है। मुंबई -आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर इंदौर अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुछ संकेतों अभाव है। अलबत्ता जगह-जगह शहरों की दूरी और अन्य सूचना बोर्ड जरूर लगे। खतरे से आगाह करने के लिए जानकारी नहीं है। गणपति घाट की तकनीकी खामी को लेकर पर्याप्प संकेतक नहीं है। एक या दो साइनेज बोर्ड से मकसद पूरा Indicators कितने होते है नहीं हो सकता।
Road Safety Campaign Dhar: धार में संकेतक के अभाव में रास्ता भटकते, फिर रांग साइड चलने की मजबूरी से होते हादसे https://t.co/R3F81Pfvpy#Roadsafety #MadhyaPradesh #MPNews #Naidunia pic.twitter.com/FKsU32ZLLJ
घाट की भयावहता संकेतक से बताना होंगी
-विशेषज्ञ विनोद डोंगले ने बताया कि मुंबई-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग के करीब 50 किलोमीटर में यातायात संकेतक लगे हुए हैं लेकिन गणपति घाट के हादसों की भयावहता के प्रति जागरूक करने के लिए बहुत बड़े स्तर पर कोई जागरूकता भरा संकेतक नहीं है। घाट शुरू होने पर ही यह संकेतक लगा है। गणपति घाट में सावधान होकर वाहन चलाएं। जबकि ये संकेतक किलोमीटर दूर से लगाना चाहिए। इससे कि लोगों में जिज्ञासा और जागरूकता दोनों की स्थिति बेहतर हो सके। आमतौर पर यह देखने में आया कि लोगों को धामनोद शहर में प्रवेश करना होता है तो वह कई बार भ्रमित हो जाते हैं और बायपास की ओर निकल जाते हैं। जबकि संकेतकों को स्पष्ट और एक किलोमीटर पूर्व भी लगाया जाना चाहिए।
रेडियम युक्त स्टापर की कमी
- विशेषज्ञ प्रफुल्ल रावल ने बताया परिवर्तित मार्ग रेडियम युक्त स्टापर की कमी रहती है। अधिकांश स्थानों पर शहर के प्रवेश के स्थान पर तो बोर्ड लगे हैं, लेकिन शहरी सीमा समापन का कोई संकेतक नहीं लगा हुआ है।
डायवर्सन उस स्थान बनाया जाता है जहां पर सड़क निर्माण कार्य चल रहा है।
साथ ही बायपास पर भी इस तरह के डायवर्सन बोर्ड लगाना आवश्यक होते हैं। देखने में आया कि डायवर्सन बोर्डों का अभाव रहता है। प
रिणाम स्वरूप दिन में तो किसी तरह से व्यवस्था बन जाती है लेकिन रात के समय में डायवर्सन मार्ग पर रेडियम
युक्त पर संकेतक नहीं होने से बेहद चिंताजनक स्थिति बन जाती है। कई बार निर्माणाधीन सड़क और बायपास के परिवर्तित मार्ग पर हादसे होते हैं। दिन में फोरलेन स्टाफ का कर्मचारी तैनात नहीं रहता है रात की तो बहुत दूर की बात है।
पानी और शौचालय की सुविधा तक सीमित
पेट्रोल पंप संचालक मानकों का पालन नहीं करें पेट्रोल पंप संचालकों को पीने का पानी तथा पुरुष और महिलाओं के अलग-अलग शौचालय उपलब्ध कराना अनिवार्य है इसके अलावा ऐसा रेस्ट एरिया होना चाहिए जहां पर व्यक्ति कुछ पल के लिए आराम कर लगे कर सके साथी पेट्रोल पंप परिसर के आसपास इस तरह के इंतजाम होना चाहिए जिससे कि अल्पाहार का भी इंतजाम हो सके इस तरह की मानव व्यवस्था का पालन कहीं भी नहीं हो रहा है अलबत्ता पीने के पानी और शौचालय का इंतजाम जरूर हो रहा है लेकिन अन्य मानकों के मामले में बेहद चिंताजनक स्थिति है खासकर वाहनों की पार्किंग यानी रेस्ट एरिया के लिए पेट्रोल पंप के पास में जगह नहीं होती है।
Walky Talkie- अगर आपका भी है बड़ा बिजनेस तो हम आपके लिए लाए हैं बहुत बढ़िया डिवाइस, वह भी मात्र 1 स्मार्टफोन की रेंज में
Walky Talkie का इस्तेमाल करते हुए आपने Police और Army के जवानों को जरूर देखा होगा, इसके साथ ही Restaurant और बड़े Hotels में भी इनका इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि इनकी रीच काफी अच्छी रहती है और इन्हें इस्तेमाल करना भी आसान रहता है. इतना ही नहीं बिना नेटवर्क के भी आप इन्हें चला सकते हैं. क्या आप जानते हैं कि Walky Talkie Online भी उपलब्ध हैं और आप चाहें तो इनका इस्तेमाल भी कर सकते हैं. आज हम आपको इनकी खासियत और कीमत के बारे में बताने जा रहे हैं.
जिस Walky-Talky की हम बात कर रहे हैं वो Amazon पर उपलब्ध है. इसकी कीमत इतनी कम है कि आप आसानी से तकरीबन 30 हजार रुपये में इसे खरीद सकते हैं. आपको सिर्फ एक या दो नहीं बल्कि पूरे 6 Walky-Talky ऑफर किए जाते हैं. ये तकरीबन 1 Smartphone जितनी कीमत है और इस कीमत में 6 High-quality Walky-Talky मिलना एक बड़ी बात है. अगर आप भी इसे खरीदने का मन बना रहे हैं तो आज हम आपको इसकी खासियत के बारे में बताने जा रहे हैं.
जिस प्रोडक्ट की हम बात कर रहे हैं उसका नाम Retevis H-777 2-Way Walkie Talkie UHF 400-470MHz 5W 16CH Single Band है. इसमें आपको सिंगल बैंड सपोर्ट दिया जाता है. इसमें आपको 6 पीस ऑफर किए जाते हैं जिन्हें आप आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं. इनमें आपको Indicator से लेकर तगड़े Speaker और Microphone मिल जाते हैं और इनका वजन भी काफी कम होता है. ये रीचार्जेबल होते हैं ऐसे में आपको इनकी बैटरी के बारे में फिक्र करने की जरूरत नहीं पड़ती है.
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