गूगल ने सिक्योरिटी कंसर्न को देखते हुए करीब 10 ऐप्स को प्ले स्टोर से हटाया।

LIC Jeevan Labh Policy: 253 रुपये जमा करने पर मिलेंगे 54 लाख रुपये, साथ ही मिलेंगे ये फायदे

आजादी के अगले पड़ाव की प्रतीक्षा में वित्तीय क्षेत्र

बीते दिनों भारत ने अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाई। यह अतीत के सिंहावलोकन और भविष्य की ओर निहारने का बढ़िया अवसर है। यदि विगत 75 वर्षों की बात करें तो आर्थिक नीति के क्षेत्र में उनमें से 44 साल अत्यंत दबाव वाली वित्तीय प्रणाली के नाम रहे। उदाहरण के रूप में 1947 का पूंजी निर्गम (नियंत्रण) अधिनियम प्रतिभूति बाजारों पर लागू कानून था। इस कानून के तहत सरकार ही निर्णय करती वित्तीय बाजारों के लिए तीन परिदृश्य कि कोई कंपनी सार्वजनिक बाजार से कितनी राशि जुटा सकती है और उसके लिए किस माध्यम का उपयोग कर सकती है। उसके लिए समय निर्धारण भी सरकार ही करती। इतना ही नहीं, वित्तीय बाजारों के लिए तीन परिदृश्य वित्तीय बाजारों के लिए तीन परिदृश्य कौन व्यक्ति इन प्रतिभूतियों को खरीद सकेगा और कितनी कीमत पर खरीदेगा, इसका फैसला भी सरकार के हिस्से था।

समूचे वित्तीय तंत्र पर प्रतिबंधों के समूह और सार्वजनिक क्षेत्र स्वामित्व के माध्यम से राज्य का प्रभुत्व स्थापित किया गया। बैंकिंग पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, बीमा पर भारतीय जीवन बीमा निगम/भारतीय साधारण बीमा निगम और म्युचुअल फंड्स यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया के संरक्षण में थे। वित्तीय बाजारों की अधिकांश सामान्य गतिविधियों पर कानूनी बंदिशें थीं। उस समय आत्मनिर्भरता को लेकर कायम एक धारणा के चलते सीमा-पार सक्रियता मुख्य रूप से बंद थी। इस प्रकार देखा जाए तो किसी परियोजना से लेकर जोखिम उठाने की क्षमता के संदर्भ में घरेलू निवेश का पहलू घरेलू बचत के साथ ही जुड़ा था। पूरे परिदृश्य में बहुत कम आजादी थी।

स्वतंत्र धन प्रबंधन का बदलता परिदृश्य

ऐतिहासिक रूप से, निवेशकों ने बाजार पर वित्तीय उत्पादों के पूरे स्पेक्ट्रम तक पहुंच प्रदान करने के लिए स्वतंत्र धन प्रबंधकों को देखा है। इस दृष्टिकोण को वित्तीय प्रबंधन के रामबाण के रूप में देखा गया है, जिससे ग्राहक को वित्तीय बाजारों के लिए तीन परिदृश्य पूरी तरह से बेस्पोक पोर्टफोलियो बनाने के लिए आवश्यक लचीलापन और विकल्प मिल रहा है।

द्वारा Advertiser, in फाइनेंस · 15 Month10 2021, 01:00 · 0 टिप्पणियाँ

स्वतंत्र धन प्रबंधन का बदलता परिदृश्य

2013 में वापस, ब्लैकटावर फाइनेंशियल मैनेजमेंट ने क्विल्टर चेवियोट इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट के साथ एक ऐसा पेशेवर संबंध बनाया, जिसकी विरासत को 1771 में वापस देखा जा सकता है, यूके की सबसे बड़ी स्वतंत्र स्वामित्व वाली विवेकाधीन निवेश प्रबंधन फर्मों में से एक है, जिस पर ध्यान केंद्रित किया गया है निजी ग्राहकों के लिए bespoke निवेश वित्तीय बाजारों के लिए तीन परिदृश्य पोर्टफोलियो प्रदान करना और प्रबंधित करना साथ में ब्लैकटॉवर और क्विल्टर चेवियोट ने नेक्सस परिवार का धन वित्तीय बाजारों के लिए तीन परिदृश्य बनाया, विविधीकरण, गुणवत्ता और तरलता पर ध्यान केंद्रित किया। सुरक्षा के साथ विकास का जुड़वां उद्देश्य शुरुआत में था और तब से ही बना हुआ है।

संपत्ति गुणवत्ता पर चिंता को लेकर मूडीज ने भारतीय बैंकों का परिदृश्य घटाया

Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म. पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप

Get business news in hindi , stock exchange, sensex news and all breaking news from share market in Hindi . Browse Navbharat Times to get latest news in hindi from Business.

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के इनफ्लो पर विशेषज्ञ की राय

मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर मैनेजर रिसर्च हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि एफपीआई प्रवाह के संबंध में इसे प्रवृत्ति में बदलाव कहना अभी थोड़ी जल्दबाजी होगी। इसलिए, अधिक स्पष्टता के लिए यह देखना समझदारी होगी कि अगले कुछ हफ्तों या महीनों में कैसा परिदृश्य वित्तीय बाजारों के लिए तीन परिदृश्य सामने आता है।

12:51 PM, 10 Apr 2022

FPIs बने शुद्ध खरीदार

छह महीने की बिकवाली के बाद विदेशी निवेशकों ने अप्रैल में अब तक भारतीय इक्विटी में 7,707 करोड़ रुपये का निवेश किया और शुद्ध खरीदार बन गए। इन दिनों बाजारों में सुधार ने उन्हें खरीदारी का अच्छा अवसर दिया है।

12:24 PM, 10 Apr 2022

रिलायंस और बजाज फाइनेंस का बाजार मूल्यांकन

बीते सप्ताह रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) का बाजार मूल्यांकन 25,503.68 करोड़ रुपये घटकर 17,70,205.42 करोड़ रुपये और बजाज फाइनेंस का बाजार मूल्यांकन 2,999.9 करोड़ रुपये घटकर 4,45,810.84 करोड़ रुपये रह गया।

12:23 PM, 10 Apr 2022

Long Term Investment: लॉन्‍ग टर्म निवेश के लिए क्‍या हो सकते हैं बेहतर विकल्‍प, आसान बिंदुओं में समझें

किसी फंड हाउस में हर फंड मैनेजर अपने उत्‍पाद के मैंडेट के मुताबिक निवेश वित्तीय बाजारों के लिए तीन परिदृश्य का तरीका अपनाता है. इसी तरह देखें तो हम आमतौर पर वित्‍तीय, औद्योगिक और कंज्‍यूमर डिस्क्रेशनेरी (जिसका नेतृत्‍व ऑटो करता है) सेगमेंट के लिए सकारात्‍मक नजरिया रखते हैं.

Long Term Investment: लॉन्‍ग टर्म निवेश के लिए क्‍या हो सकते हैं बेहतर विकल्‍प, आसान बिंदुओं में समझें

श्रीनिवास राव रावुरी, CIO, PGIM इंडिया म्‍यूचुअल फंड

"यह सबसे अच्छा समय वित्तीय बाजारों के लिए तीन परिदृश्य था, यह सबसे बुरा समय था" -

चार्ल्‍स डिकेंस के अ टेल ऑफ टू सिटीज की यह शुरुआती पंक्ति है और यह संभवत: बाजार के मौजूदा परिदृश्‍य को सटीक तरीके से बताती है. हमारे सामने तरक्‍की का लंबा रास्‍ता है, लेकिन वैश्‍विक सुस्‍ती, भू-राजनीतिक मसलों, ऊंची ब्‍याज दरों जैसे तमाम मसलों का शोर भी है. भारतीय बाजारों वित्तीय बाजारों के लिए तीन परिदृश्य में करीब 18 महीने तक की तेजी के बाद पिछले एक साल में मिलाजुला रुख देखा गया.

रेटिंग: 4.58
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 637