ईटीपी क्या हैं? क्या इन्हें आरबीआई से अनुमति लेनी पड़ती है?
इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म स्टॉक एक्सचेंजों से फोरेक्स ट्रेडिंग रणनीति क्या है इतर ऐसे इलेक्ट्रॉनिक् सिस्टम हैं, जहां शेयर, मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स या विदेशी मुद्रा की ट्रेडिंग की जा सकती है। आरबीआई से अनुमति लिए बगैर ये भारत में ऑपरेट नहीं कर सकते।

Bermuda Option क्या है?

Bermuda options forex traders द्वारा उपयोग किए जाने वाले सबसे आम शब्दों में से एक है, और यह समझने में सबसे कठिन है। यह मुख्य रूप से इससे जुड़े कई अलग-अलग अर्थों के कारण है। नाम इस तथ्य से आता है कि Option holder cash में Exercise price का भुगतान करता है और उसके बाद कंपनी में इक्विटी की स्थिति होती है।

दूसरे शब्दों में, बरमूडा विकल्प एक प्रकार का इक्विटी मुआवजा है जहां पुरस्कार की राशि अभ्यास के समय स्टॉक की कीमत पर निर्भर होती है। यह ब्लॉग बरमूडा विकल्प पर विभिन्न दृष्टिकोणों को विभाजित करता है और आपको इसका अर्थ बताने में मदद करता है।

बरमूडा विकल्प क्या है? [What is Bermuda Option? In Hindi]

बरमूडा विकल्प नौसिखियों के लिए द्विआधारी विकल्प व्यापार के लिए सबसे अच्छे उपकरणों में से एक है। बरमूडा विकल्प को "डिजिटल विकल्प" भी कहा जाता है। अनुभवी व्यापारी शायद ही कभी बरमूडा विकल्प का उपयोग करते हैं क्योंकि यह केवल नौसिखियों के लिए है। यह द्विआधारी विकल्प आईपीओ वाले शेयरों पर सबसे अच्छा उपयोग किया जाता है और शुरुआती कीमत पर बैठा है। यह द्विआधारी विकल्प आपको उन सभी का उच्चतम भुगतान अनुपात देता है। यदि आप कुछ गंभीर नकदी बनाना चाहते हैं तो यह द्विआधारी विकल्प उपयोग करने वाला है!

बरमूडा विकल्प क्या है? [What is Bermuda Option? In Hindi]

याद रखने योग्य महत्वपूर्ण बिंदु [Important points to remember]

बरमूडा ऑप्शंस अमेरिकी और यूरोपीय ऑप्शंस के मिश्रण के रूप में कार्य करता है; हालाँकि, जो उन्हें अधिक प्रासंगिक और उपयोगी बनाता है वह यह है कि वे विशिष्ट तिथियाँ प्रदान करते हैं जिन पर उन्हें समाप्ति से पहले प्रयोग किया जा सकता है और अमेरिकी विकल्पों की तुलना में कम खर्चीला है, जो समाप्ति पर या उससे पहले किसी भी समय व्यायाम करने की अनुमति देता है। इस प्रकार यदि एक व्यापारी अंतर्निहित परिसंपत्ति में गति की अपेक्षा करता है । Benjamin Graham थे?

एक निर्दिष्ट अवधि/तारीखों में केवल किसी बाहरी घटना या फोरेक्स ट्रेडिंग रणनीति क्या है अंतर्निहित संपत्ति से जुड़ी घटना के कारण, वह एक अमेरिकी विकल्प की तुलना में बरमूडा विकल्प चुनकर बेहतर लागत प्रभावी रिटर्न उत्पन्न कर सकता है।

उदाहरण के लिए, कच्चे तेल की कीमतों पर दांव लगाने वाले व्यापारी बरमूडा विकल्प का विकल्प चुन सकते हैं जब ओपेक (तेल उत्पादक और निर्यातक देश) मिलते हैं (जो सीधे कच्चे तेल की कीमतों को प्रभावित करता है) विशिष्ट तिथियों के साथ मेल खाता है क्योंकि यह चुनने के बजाय लागत की रक्षा कर सकता है। एक अमेरिकी विकल्प, जिससे हाइब्रिड मॉडल से फायदा हो रहा है।

काम फोरेक्स ट्रेडिंग रणनीति क्या है की बात: लोगों को बरगला रहे अनधिकृत फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, कमाई गंवा रहे निवेशक

रिजर्व बैंक ने विदेशी करेंसी में पैसा लगाने वाले निवेशकों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है। खास तौर पर ऐसे अनधिकृत फॉरेन एक्सचेंज ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स के प्रति चेताया है, जो हाल के महीनों में बड़े पैमाने पर उभरे हैं और लोगों से ऊंचे रिटर्न का वादा कर रहे हैं।

आरबीआई ने एक बयान जारी करके कहा है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉम्स, सर्च इंजन्स, ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और गेमिंग एप्स पर अनधिकृत ईटीपी के ढेर सारे भ्रामक विज्ञापन आ रहे हैं। अनधिकृत ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स लोगों को निजी तौर पर संपर्क कर उन्हें फॉरेक्स में ट्रेड कर मोटा मुनाफा कमाने का लालच दे रहे हैं। इसमें फ्रॉड की शिकायतें आ रही हैं, और इनमें निवेश करने वाले अपनी गाढ़ी कमाई गंवा रहे हैं।

Options Trading: क्‍या होती है ऑप्‍शंस ट्रेडिंग? कैसे कमाते हैं इससे मुनाफा और क्‍या हो आपकी रणनीति

By: मनीश कुमार मिश्र | Updated at : 18 Oct 2022 03:40 PM (IST)

ऑप्‍शंस ट्रेडिंग ( Image Source : Getty )

डेरिवेटिव सेगमेंट (Derivative Segment) भारतीय बाजार के दैनिक कारोबार में 97% से अधिक का योगदान देता है, जिसमें ऑप्शंस एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनता है. निवेशकों के बीच बाजार की जागरूकता बढ़ने के साथ, ऑप्शंस ट्रेडिंग (Options Trading) जैसे डेरिवेटिव सेगमेंट (Derivative Segment) में रिटेल भागीदारी में उछाल आया है. इसकी मुख्‍य वजह उच्च संभावित रिटर्न और कम मार्जिन की आवश्यकता है. हालांकि, ऑप्शंस ट्रेडिंग में उच्च जोखिम शामिल है.

क्‍या है ऑप्‍शंस ट्रेडिंग?

Options Trading में निवेशक किसी शेयर की कीमत में संभावित गिरावट या तेजी पर दांव लगाते हैं. आपने कॉल और पुष ऑप्‍शंस सुना ही होगा. जो निवेशक किसी शेयर में फोरेक्स ट्रेडिंग रणनीति क्या है तेजी का अनुमान लगाते हैं, वे कॉल ऑप्‍शंस (Call Options) खरीदते हैं और गिरावट का रुख देखने वाले निवेशक पुट ऑप्‍शंस (Put Options) में पैसे लगाते हैं. इसमें एक टर्म और इस्‍तेमाल किया जाता है स्‍ट्राइक रेट (Strike Rate). यह वह भाव होता है जहां आप किसी शेयर या इंडेक्‍स को भविष्‍य में जाता हुआ देखते हैं.

धन की आवश्यकता: ऑप्शंस की शेल्फ लाइफ बहुत कम होती है, ज्यादातर एक महीने की, इसलिए व्यक्ति को किसी भी समय पूरी राशि का उपयोग नहीं करना चाहिए. किसी विशेष व्यापार के लिए कुल पूंजी का लगभग 5-10% आवंटित करना उचित होगा.

ऑप्शन ट्रेड का मूल्यांकन करें: एक सामान्य नियम के रूप में, कारोबारियों को यह तय करना चाहिए कि वे कितना जोखिम उठाने को तैयार हैं यानी एक एग्जिट स्‍ट्रेटजी होनी चाहिए. व्यक्ति को अपसाइड एग्जिट पॉइंट और डाउनसाइड एग्जिट पॉइंट को पहले से चुनना होगा. एक योजना के साथ कारोबार करने से व्यापार के अधिक सफल पैटर्न स्थापित करने में मदद मिलती है और आपकी चिंताओं को अधिक नियंत्रण में रखता है.

जानकारी हासिल करें: व्यक्ति को ऑप्शंस और उनके अर्थों में आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले कुछ जार्गन्स से परिचित होने का प्रयास करना चाहिए. यह न केवल ऑप्शन ट्रेडिंग से अधिकतम लाभ प्राप्त करने में मदद करेगा बल्कि सही रणनीति और बाजार के समय के बारे में भी निर्णय ले सकता है. जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते हैं, सीखना संभव हो जाता है, जो एक ही समय में आपके ज्ञान और अनुभव दोनों को बढ़ाता है.

Bermuda Option क्या है?

Bermuda options forex traders द्वारा उपयोग किए जाने वाले सबसे आम शब्दों में से एक है, और यह समझने में सबसे कठिन है। यह मुख्य रूप से इससे जुड़े कई अलग-अलग अर्थों के कारण है। नाम इस तथ्य से आता है कि Option holder cash में Exercise price का भुगतान करता है और उसके बाद कंपनी में इक्विटी की स्थिति होती है।

दूसरे शब्दों में, बरमूडा विकल्प एक प्रकार का इक्विटी मुआवजा है जहां पुरस्कार की राशि अभ्यास के समय स्टॉक की कीमत पर निर्भर होती है। यह ब्लॉग बरमूडा विकल्प पर विभिन्न दृष्टिकोणों को विभाजित करता है और आपको इसका अर्थ बताने में मदद करता है।

बरमूडा विकल्प क्या है? [What is Bermuda Option? In Hindi]

बरमूडा विकल्प नौसिखियों के लिए द्विआधारी विकल्प व्यापार के लिए सबसे अच्छे उपकरणों में से एक है। बरमूडा विकल्प को "डिजिटल विकल्प" भी कहा जाता है। अनुभवी व्यापारी शायद ही कभी बरमूडा विकल्प का उपयोग करते हैं क्योंकि यह केवल नौसिखियों के लिए है। यह द्विआधारी विकल्प आईपीओ वाले शेयरों पर सबसे अच्छा उपयोग किया जाता है और शुरुआती कीमत पर बैठा है। यह द्विआधारी विकल्प आपको उन सभी का उच्चतम भुगतान अनुपात देता है। यदि आप कुछ गंभीर नकदी बनाना चाहते हैं तो यह द्विआधारी विकल्प उपयोग करने वाला है!

बरमूडा विकल्प क्या है? [What is Bermuda Option? In Hindi]

याद रखने योग्य महत्वपूर्ण बिंदु [Important points to remember]

बरमूडा ऑप्शंस अमेरिकी और यूरोपीय ऑप्शंस के मिश्रण के रूप में कार्य करता है; हालाँकि, जो उन्हें अधिक प्रासंगिक और उपयोगी बनाता है वह यह है कि वे विशिष्ट तिथियाँ प्रदान करते हैं जिन पर उन्हें समाप्ति से पहले प्रयोग किया जा सकता है और अमेरिकी विकल्पों की तुलना में कम खर्चीला है, जो समाप्ति पर या उससे पहले किसी भी समय व्यायाम करने की अनुमति देता है। इस प्रकार यदि एक व्यापारी अंतर्निहित परिसंपत्ति में गति की अपेक्षा करता है । Benjamin Graham थे?

एक निर्दिष्ट अवधि/तारीखों में केवल किसी बाहरी घटना या अंतर्निहित संपत्ति से जुड़ी घटना के कारण, वह एक अमेरिकी विकल्प की तुलना में बरमूडा विकल्प चुनकर बेहतर लागत प्रभावी रिटर्न उत्पन्न कर सकता है।

उदाहरण के लिए, कच्चे तेल की कीमतों पर दांव लगाने वाले व्यापारी बरमूडा विकल्प का विकल्प चुन सकते हैं जब ओपेक (तेल उत्पादक और निर्यातक देश) मिलते हैं (जो सीधे कच्चे तेल की कीमतों को प्रभावित करता है) विशिष्ट तिथियों के साथ मेल खाता है क्योंकि यह चुनने के बजाय लागत की रक्षा कर सकता है। एक अमेरिकी विकल्प, जिससे हाइब्रिड मॉडल से फायदा हो रहा है।

इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे

इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे

लोग अक्सर कहते हैं कि शेयर बाजार से मोटा कमाया जा सकता है लेकिन ये इतना आसान भी नहीं है. हालांकि अगर आप बेहतर रणनीति बनाकर लॉन्ग टर्म में सोच कर निवेश करेंगे तो यहां से कमाई की जा सकती है. वहीं इक्विटी मार्केट में इंट्रा डे के जरिए कुछ घंटों में ही अच्छा पैसा बनाया जा सकता है. इंट्रा डे में डिलवरी ट्रेडिंग के मुकाबले पैसा जल्दी बनाया जा सकता है लेकिन इसके जोखि से बचने के लिए आपको बेहतर रणनीति, कंपनी के फाइनेंशियल और एक्सपर्ट की सलाह जैसी चीजों का ध्यान रखना होता है.

क्या है इंड्रा डे ट्रेडिंग

शेयर बाजार में कुछ घंटो के लिए या एक ट्रेडिंग सेशन के लिए पैसा लगाने को इंट्रा डे कहा जाता है. मान लिजिए बाजार खुलने के समय आपने एक शेयर में पैसा लगाया और देखा की आपको आपके मन मुताबिक मुनाफा मिल रहा है तो आप उसी समय उस शेयर को बेचकर निकल सकते है. इंट्रा डे में अगर आप शेयर उसी ट्रेंडिग सेशन में नही भी बेचेंगे तो वो अपने आप भी सेल ऑफ हो जाता है. इसका मतलब आपको मुनाफा हो या घाटा हिसाब उसी दिन हो जाता है. जबकि डिलवरी ट्रेडिंग में आप शेयर को जबतक चाहे होल्ड करके रख सकते हैं. इंट्रा डे में एक बात यह भी है कि आपको ब्रोकरेज ज्यादा देनी पड़ती है. हां लेकिन इस ट्रेडिंग की खास बात यह है कि आप जब चाहे मुनाफा कमा कर निकल सकते है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

बाजार के जानकारों के मुताबिक शेयर बाजार में इंट्रा डे में निवेश करें या डिलिवरी ट्रेडिंग करें आपको पहले इसके लिए अपने आप को तैयार करना होता कि आप किसलिए निवेश करना चाहते हैं और आपका लक्ष्य क्या है. फिर इसके बाद आप इसी हिसाब से अपनी रणनीति और एक्सपर्ट के जरिए बाजार से कमाई कर सकते हैं. एंजल ब्रोकिंग के सीनियर एनालिस्ट शमित चौहान के मुताबिक इंट्रा डे में रिस्क को देखते हुए आपकी रणनीति बेहतर होनी चाहिए. इसके लिए आपको 5 अहम बाते ध्यान मं रखनी चाहिए.

डीमैट अकाउंट से कर सकते हैं ट्रेडिंग

अगर शेयर बाजार में फोरेक्स ट्रेडिंग रणनीति क्या है ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा. आप ऑनलाइन खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं या ब्रोकर को ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं. इंट्रा डे में किसी शेयर में आप जितना चाहे उतना पैसा लगा सकते हैं.

डिस्क्लेमर : आर्टिकल में इंड्रा डे ट्रेडिंग को लेकर ​बताए गए टिप्स मार्केट एक्सपर्ट्स के सुझावों पर आधारित हैं. निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.

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