फिजिकल थेरेपी
फिजिकल थेरेपी में गर्दन के दर्द के कड़ेपन को दूर करने के लिए विशेषज्ञ की देखरेख में कुछ खास तरह के व्यायाम कराए जाते हैं। गर्दन के दर्द को दूर करने के लिए सही पॉस्चर सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है? के बारे में बताया जाता है।

क्या आप कंधे की जकड़न से पीड़ित हैं? आइए अपने दर्द को कम करने के लिए खिंचाव (स्ट्रेचिंग) देने और मजबूती प्रदान करने वाले कुछ प्रभावी व्यायामों के बारे में जानें।

हम दिन भर भारी वजन उठाते हैं, अपनी डेस्क इत्यादि पर झुककर काम करते हैं और बिना अपने शरीर की सुध लिए बिना लगातार अपने कंप्यूटर पर टाइप किए सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है? जाते हैं। इससे हमें अत्यधिक खिंचाव (ओवरस्ट्रेचिंग) या कंधे की जकड़न जैसी समस्या घेर सकती है।

यदि कंधे में सामान्य अवधि से ज्यादा समय तक दर्द, जकड़न की समस्या बनी रहती है और कंधे की गतिशीलता भी मुश्किल हो जाती है तो इस समस्या को कंधे की जकड़न (फ्रोजन शोल्डर) या ऐड्हीसिव कैप्सूलाइटिस कहा जाता है। इस समस्या के कारण दांतों पर ब्रश करने, कपड़े पहनने या स्नान करने जैसे नियमित कार्य करना भी कठिन हो सकता है।

यद्यपि बाजार में अस्थायी राहत के लिए कई तरह के उपाय उपलब्ध हैं, फिर भी उक्त लक्षणों की अनदेखी करना उचित नहीं होता है, और इसलिए तुरंत ही किसी सुयोग्य चिकित्सक से परामर्श करना हितकर रहता है।

कंधे की जकड़न के कारण

कंधे की जकड़न की समस्या किसी शल्यक्रिया (सर्जरी), चोट या हृदयरोग या तपेदिक, पार्किंसंस जैसी किसी अन्य बीमारी के कारण उत्पन्न होती है। यदि आप कोई चोट लगने के बाद कंधे के दर्द के लिए सुझाए गए व्यायाम नहीं करते हैं तो कंधे की जकड़न होने का जोखिम बढ़ जाता है।

मोटापा, बहुत अधिक बैठे रहने की आवश्यकता वाली जीवन शैली या हार्मोनों का असंतुलन भी कंधे की जकड़न का कारण बन सकते हैं।

कंधे की जकड़न का उपचार

आपका चिकित्सक कंधे के दर्द के लिए खिंचाव (स्ट्रेचिंग) देने और मजबूती प्रदान करने वाले व्यायाम करने की सलाह दे सकता है। यहां विशेषज्ञों द्वारा अनुशंसित कुछ व्यायामों की सूची दी गई है, जो आपके कंधे के दर्द को कम करने में अत्यधिक सहायक सिद्ध हो सकते हैं-

कंधे की जकड़न के लिए खिंचाव (स्ट्रेचिंग) देने का व्यायाम

  1. बिस्तर पर लेट जाएं और अपने प्रभावित हाथ को ऊपर उठाने का प्रयास करें। यदि सहज अनुभव हो तो अपने हाथ को सिर से ऊपर उठाने का प्रयास भी कर सकते हैं। कुछ सेकंड के लिए हाथ को ऊपर उठाकर रखें और फिर धीरे-धीरे नीचे लाएं।
  2. बैठ जाएं या अपनी पीठ के बल लेटें। अब प्रभावित हाथ को उठाएं, अपने घुटनों को मोड़ें, हाथ को फैलाएं और फिर सीधा करें।
  3. दीवार के सामने खड़े हो जाएं और अपनी बांह को उठाएं। अब अपनी कोहनी को मोड़कर अपनी उंगलियों को दीवार पर चलाने का प्रयास करें। इससे आपको कंधे के दर्द में राहत मिलेगी।
  4. आराम से बैठ जाएं या खड़े हो जाएं। अब अपनी प्रभावित बांह को ऊपर उठाएं और इसे अपनी स्वस्थ बांह के कंधे तक लाए। कोमलता से दबाव बनाए रखते हुए अपनी प्रभावित बांह को सीधा रखें।
  5. सीधे खड़े हो जाएं। अब अपने कंधों को आराम दें और फिर अपनी बांह को छोटे-छोटे घेरे बनाते हुए घुमाएं। ऐसा 10 बार करें।

गर्दन की दाईं तरफ होने वाला दर्द हो सकता है खतरनाक, गंभीर बीमारी का है लक्षण

neck pain signs, symptoms, causes (Photo Credit: Getty Images)

  • नई दिल्ली,
  • 20 जून 2022,
  • (अपडेटेड 20 जून 2022, सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है? 7:50 AM IST)
  • गर्दन में दर्द का कारण
  • गंभीर बीमारी का हो सकता है संकेत
  • लक्षणों को ना करें नजरअंदाज

गर्दन, शरीर का एक जरूरी हिस्सा है जिसमें स्पाइनल बोन्स, मांसपेशियां और कई तरह के टिशूज शामिल होते हैं. शरीर के कुछ अन्य महत्वपूर्ण हिस्सों के विपरीत, गर्दन ढकी हुई नहीं होती जिस कारण इसमें चोट लगने का खतरा होता है. गर्दन में खिंचाव की समस्या भी आम है और इसकी वजह से में दर्द का सामना करना पड़ता है.

गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है गर्दन का दर्द, जानें कारण, लक्षण और बचाव

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गर्दन में दर्द की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। शरीर का पॉस्चर ठीक न होने की वजह से गर्दन की मांसपेशियों र्में ंखचाव आ जाता है। कंप्यूटर के लगातार बढ़ते प्रचलन ने इस समस्या को और गंभीर बना दिया है, क्योंकि लोग लगातार घंटों कंप्यूटर पर झुककर काम करते रहते हैं। समय रहते उपचार न कराया जाए, तो सर्वाइकल पेन केवल गर्दन तक ही सीमित नहीं रहता है, बल्कि शरीर के दूसरे सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है? हिस्सों में भी फैल जाता है। सर्वाइकल यानी गर्दन में दर्द की शिकायत करने वालों की संख्या आजकल तेजी से बढ़ रही है। इसे नजरअंदाज किया गया, तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं। इससे बचाव के बारे में सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है? बता रहे हैं मनोज शर्मा

​तीन स्टेज में उभरती है ये स्थिति-

यह दर्दनाक स्थिति धीरे-धीरे उभरती है और तीन चरणों में आगे बढ़ती है । डॉ. कहते हैं कि हर चरण कई महीने तक चल सकता है। पहली स्टेज में कंधों को हिलाने-डुलाने में तेज दर्द होता है। दूसरी स्टेज में दर्द हल्का होने लगता है , लेकिन कंधे को हिलाना पहले से भी ज्यादा मुश्किल सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है? हो जाता है। अक्सर चीजों को उठाने और उस कंधे का उपयोग करने में परेशानी महसूस होती है। दर्द रात में बढ़ सकता है , जिससे नींद भी डिस्टर्ब हो सकती है। तीसरी स्टेज थॉइंग स्टेज होती है। इसमें बोनी स्पर्स और टेंडिनोपैथियों वाले लोगों में कंधे में दर्द बहुत तेज होता है, जिससे व्यक्ति कभी ठीक नहीं हो पाता।

​कंधे के दर्द से पड़ सकता है दिल का दौरा-

डॉ. छाबड़ा का कहना है कि ज्यादातर मामलों में गर्दन और कंधे का दर्द एक गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। दर्द अगर काफी दिनें तक बना रहा , तो इसकी जांच कराना चाहिए। अगर आपको दर्द सुन्नता या बिना किसी राहत के हफ्तों तक बना रहता है, कंधे में सूजन है, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। कंधे के दर्द के कारण दिल का दौरा पड़ने की संभावना ज्यादा रहती है। डॉ.छाबड़ा कहते हैं कि 'अगर दर्द छाती तक जाता है और सांस लेने में मुश्किल होने लगे, तो कंधे के दर्द को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। यह दिल का दौरा और स्ट्रोक का संकेत है'।

​कंधे में दर्द से राहत के लिए जीवनशैली में कौन से बदलाव करने चाहिए

  1. फल, सब्जियां, नट्स, बीज और वसायुक्त मछली जैसे एंटीइंफ्लमेट्री खाद्य पदार्थों से भरपूर आहार लें। इनमें प्रोटियो लाइटिक एंजाइम होते हैं, जो दर्द से राहत दिला सकते हैं।
  2. नियमित रूप से एक्टिव रहने और फिजिकल एक्टिविटी करने से भी दर्द की संभावना कम होती है।
  3. विशेषज्ञ के अनुसार कंधे और गर्दन में दर्द सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है? से बचने के लिए आसन करने के साथ सोने की स्थिति पर भी ध्यान देना चाहिए।
  4. दर्द के लिए आप खुद से दवाएं लेते हैं, लेकिन हफ्तों में इससे आराम नहीं मिलता , तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

कंधे और गर्दन का दर्द अहसहनीय होता है। हिलने-डुलने में भी परेशानी होती है। अगर आपके साथ आए दिन ऐसा होता है, तो अपनी लाइफस्टाइल, डाइट , स्लीपिंग और सिटिंग पॉश्चर पर ध्यान देना चाहिए।

Health Tips : जाम हो गए कंधों को राहत देंगे ये व्यायाम, जानें Frozen Shoulder का कारण और बचाव

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कंधे के जोड़ों के पास सूजन व अकड़न की समस्या लंबे समय तक परेशान करती है। रात में ज्यादा दर्द होता है। नींद आने में भी परेशानी होने लगती है। सबसे बड़ी बात यह कि फ्रोजन शोल्डर की समस्या ठीक होने में समय लगता है। कौन से व्यायामों को करना कंधे के दर्द में राहत देता सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है? है, बता रहे हैं वरिष्ठ फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. पंकज सिंघल

सरल शब्दों में कहें तो फ्रोजन शोल्डर यानी कंधे का जाम हो जाना। इसमें कंधे के जोड़ के चारों ओर के ढीले बैग (कैप्सूल) में सूजन और अकड़न आ जाती है। कई बार दर्द इतना बढ़ जाता है कि रोज के काम करने में भी समस्या होने लगती है। फ्रोजन शोल्डर के कई कारण हो सकते हैं। सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है? प्राइमरी फ्रोजन शोल्डर का सटीक कारण ज्ञात नहीं है। मधुमेह, थाइरॉएड ग्रंथि , पार्किंसन व हृदय रोगों से परेशान लोगों में इसके मामले ज्यादा देखने को मिलते हैं।

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