एनआरओ खाता क्या है?
अस्वीकरण :
इस वेबसाइट पर दी की गई जानकारी, प्रोडक्ट और सर्विसेज़ बिना किसी वारंटी या प्रतिनिधित्व, व्यक्त या निहित के "जैसा है" और "जैसा उपलब्ध है" के आधार पर दी जाती हैं। Khatabook ब्लॉग विशुद्ध रूप से वित्तीय प्रोडक्ट और एनआरओ खाता क्या है? सर्विसेज़ की शैक्षिक चर्चा के लिए हैं। Khatabook यह गारंटी नहीं देता है कि सर्विस आपकी आवश्यकताओं को पूरा करेगी, या यह निर्बाध, समय पर और सुरक्षित होगी, और यह कि त्रुटियां, यदि कोई हों, को ठीक किया जाएगा। यहां उपलब्ध सभी सामग्री और जानकारी केवल सामान्य सूचना उद्देश्यों के लिए है। कोई भी कानूनी, वित्तीय या व्यावसायिक निर्णय लेने के लिए जानकारी पर भरोसा करने से पहले किसी पेशेवर से सलाह लें। इस जानकारी का सख्ती से अपने जोखिम पर उपयोग करें। वेबसाइट पर मौजूद किसी भी गलत, गलत या अधूरी जानकारी के लिए Khatabook जिम्मेदार नहीं होगा। यह सुनिश्चित करने के हमारे प्रयासों के बावजूद कि इस वेबसाइट पर निहित जानकारी अद्यतन और मान्य है, Khatabook किसी भी उद्देश्य के लिए वेबसाइट की जानकारी, प्रोडक्ट, सर्विसेज़ या संबंधित ग्राफिक्स की पूर्णता, विश्वसनीयता, सटीकता, संगतता या उपलब्धता की गारंटी नहीं देता है।यदि वेबसाइट अस्थायी रूप से अनुपलब्ध है, तो Khatabook किसी भी तकनीकी समस्या या इसके नियंत्रण एनआरओ खाता क्या है? से परे क्षति और इस वेबसाइट तक आपके उपयोग या पहुंच के परिणामस्वरूप होने वाली किसी भी हानि या क्षति के लिए उत्तरदायी नहीं होगा।
We'd love to hear from you
We are always available to address the needs of our users.
+91-9606800800
Demat Account: जानें कितनी तरह के होते हैं डीमैट अकाउंट, शेयर बाजार में करनी है एंट्री तो खुलवाना होगा खाता
Demat Account Opening: भारतीय शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो सबसे पहले डीमैट खाता खुलवाना होगा. लिहाजा यहां पर आपको डीमैट खातों के टाइप के बारे में जानकारी दी जा रही है.
By: ABP Live | Updated at : 01 Dec 2021 12:03 PM (IST)
Edited By: Meenakshi
डीमैट खाते के प्रकार
Demat Account: घरेलू शेयर बाजार में इस साल काफी अच्छी तेजी दर्ज की गई है, हाल फिलहाल की बात करें तो शेयर बाजार में बीते हफ्ते भारी गिरावट आई लेकिन आज स्टॉक मार्केट में जोरदार बढ़त देखी जा रही है. साल 2021 की तेजी ने ऐसे निवेशकों का ध्यान भी शेयर बाजार की तरफ खींचा है जो शेयर बाजार में इंवेस्टमेंट करने से ये कहकर बचते हैं कि 'शेयर बाजार में पैसा लगाना अपने बस की बात नहीं'. इसीलिए हम आपको ये बता रहे हैं कि स्टॉक मार्केट में पैसा लगाना इतना भी मुश्किल नहीं है और थोड़ी रिसर्च और एक्सपर्ट्स की राय लेकर आप इसमें निवेश के लिए एंट्री कर सकते हैं. शेयर बाजार में पैसा लगाने के लिए आपको डीमैट खाते की जरूरत पड़ेगी. यहां हम आपको डीमैट खाते के बारे में अहम एनआरओ खाता क्या है? जानकारी दे रहे हैं
डीमैट खातों को देखे तो ये 3 तरह के होते हैं और इन्हें इंवेस्टर्स की प्रोफाइल के हिसाब से एनआरओ खाता क्या है? तैयार किया जाता हैं. डीमैट खातों का मैनेजमेंट आपकी ब्रोकिंग फर्म ही करेगी. इन तीन तरह के डीमैट खातों का नाम जानें-
रेगुलर डीमैट खाता
रिपाट्राइबल डीमैट अकाउंट
नॉन-रिपाट्राइबल डीमैट अकाउंट
रेगुलर डीमैट खाता
अगर आप स्टॉक मार्केट में नई एंट्री करते हैं तो आपका रेगुलर डीमैट खाता बनाया जाता है जिसमें कोई भी इंडियन इंवेस्टर या ट्रेडर देश में ही रहकर शेयरों की खरीद-फरोख्त कर सकता है. आप ये रजिस्टर्ड ब्रोकर या ब्रोकिंग फर्म के पास खुलवा सकते हैं और किसी भी डिपॉजिट्री (NSDL/CDSL) में खुलवा सकते हैं.
रिपाट्राइबल डीमैट अकाउंट
एनआरआई (NRI) के लिए रिपाट्राइबल डीमैट अकाउंट (Repatriable Demat account) होता है. इसके जरिए वो इंडियन स्टॉक मार्केट में निवेश कर सकते हैं और पैसा भी विदेश ट्रांसफर कर सकते हैं. हालांकि फंड ट्रांसफर करने के लिए उनके पास NRE अकाउंट होना चाहिए. इस अकाउंट में ज्वॉइंट होल्डर के साथ भी फंड ट्रांसफर कर सकते हैं, बशर्ते वो ज्वाइंट होल्डर भारतीय सिटीजन हो. रिपाट्राइबल डीमैट खाता खुलवाने के प्रोसेस में एनआरआई को पासपोर्ट साइज फोटो, पासपोर्ट की कॉपी, अपना PAN कार्ड, विदेश में जहां रह रहे हैं वहां का एड्रेस और वीजा के डॉक्यूमेंट लगेंगे. इसके अलावा FEMA डिक्लियरेशन और एनआरई या एनआरओ खाते का कैंसिल्ड चेक भी देना पड़ेगा.
नॉन-रिपाट्राइबल डीमैट अकाउंट
ये नॉन-रिपाट्राइबल डीमैट अकाउंट (Non-Repatriable एनआरओ खाता क्या है? Demat account) भी नॉन रेजीडेंट इंडियंस यानी एनआरआई के लिए होता है लेकिन इस अकाउंट के जरिए आप विदेश में पैसा ट्रांसफर नहीं कर सकते हैं. जिनकी इनकम भारत और विदेश दोनों में होती है ये अकाउंट उनके लिए होता है.
यह भी पढ़ें:
Published at : 01 Dec 2021 12:03 PM (IST) Tags: Stock Market demat account Regular Demat Account Non-Repatriable Demat account Repatriable Demat account हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
एनआरओ खाता क्या है?
27 Jul, 2020 01 Dec, 2022
NRO Full Form Hindi
NRO का फुलफॉर्म Non-Resident Ordinary और हिंदी में एनआरओ का मतलब अनिवासी आयुध है। नॉन-रेजिडेंट ऑर्डिनरी (एनआरओ) एक गैर-निवासी भारतीय (एनआरआई) या भारतीय मूल के व्यक्ति (पीआईओ) के लिए एक बैंक खाता है जो भारत में अर्जित अपनी आय को बनाए रखने और प्रबंधित करने की अनुमति देता है जैसे किराया, लाभांश, पेंशन आदि। कोई भी एनआरआई एक एनआरओ खाता खोल सकता है। भारत से उत्पन्न होने वाले फंड केवल एक एनआरओ खाते में जमा किए जा सकते हैं। एनआरओ खाता कर योग्य है।
NRO का मतलब क्या है ? | |
---|---|
परिभाषा: | Non-Resident Ordinary |
हिंदी अर्थ: | अनिवासी आयुध |
श्रेणी: | व्यापार » बैंकिंग |
NRO: Non-Resident Ordinary
आज के लेख में आपने NRO के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में जानी, एनआरओ से जुड़े सभी सवालों के जवाब आपको इस पोस्ट में पढने को मिल जायेंगे, NRO का फुल फॉर्म Non-Resident Ordinary होता है जिसे हिंदी में अनिवासी आयुध कहते है जिसे व्यापार » बैंकिंग की श्रेणी में रखा गया है।
NRO का हिंदी में अर्थ क्या है? इसके उच्चारण और अर्थ की जानकारी NRO क्या है हिंदी में से बहुत ही आसान शब्दों में पढ़ सकते हैं, Sahu4You.com को रोजाना पढ़ें, साथ ही हमसे फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर जरूर जुड़े।
Inquisitive and passionate Front-end Developer and Co-Founder of Sahu4you.
NRI Full Form in Hindi – NRI क्या होता है? – NRI Meaning In Hindi
जानने के लिए आप इस पोस्ट को शुरू से अंत तक जरुर पढ़े तो चलिए सबसे पहले जानते है की एनआरआई का फुल फॉर्म और NRI मतलब क्या होता है ?
Table of Contents
NRI Full Form in Hindi
NRI का फुल फॉर्म हिंदी में – नॉन रेजिडेंट इंडियन ( NRI – Non Resident Indian ) होता है। मतलब प्रवासी भारतीय जैसे अगर कोई व्यक्ति भारत में जन्म लेने के बाद विदेश में जाकर रहने लगता है और वहीं की नागरिकता ले लेता है | तो उसे एनआरआई (NRI) कहा जाता है |
NRI Full Form in English
Full Form of NRI – Non Resident Indian होता है |
NRI Meaning in Hindi
क्या आपको NRI का हिंदी मतलब पता है (nri meaning in hindi)? चलिए हम आपको यह भी बता दे रहे है। NRI का हिंदी मलतब प्रवासी/अनिवासी भारतीय होता है।
NRI क्या होता है?
NRI कोई ऐसा व्यक्ति होता है जिसका जन्म तो भारत में हुआ था और उसके पूर्वज भी भारतीय थे लेकिन अभी वह व्यक्ति भारत में नहीं रहता है। दूसरे शब्दों में एक ऐसा व्यक्ति जिसका जन्म भारत में हुआ है लेकिन वह भारत के अलावा किसी अन्य देश में रहता है उसे NRI कहा जाता है।
कौन व्यक्ति NRI हो सकता है?
बहुत से लोगों के मन में यह भी सवाल आता रहता है कि कौन सा व्यक्ति NRI हो सकता है। हम आपको बता दे कि कोई भी भारतीय व्यक्ति जो एक साल में 183 दिन या इससे ज्यादा दिनों
तक भारत के अलावा किसी अन्य देश में रहता है तो वह NRI हो जाता है। करीब 25 लाख भारतीय हर साल भारत को छोड़ करके अन्य देश में चले जाते है। यह पूरे विश्व का सबसे बड़ा नंबर है।
NRI Account Meaning in Hindi
चलिए अब हम आपको NRI के अकाउंट के बारे में बताते है। NRI अकाउंट का मतलब यह होता है कि बैंक में एक तरह का ऐसा अकाउंट जिसको NRI के लिए बनाया गया हो और उस तरह के अकाउंट को NRI खोल सके। NRI के लिए मुख्य तौर पर 3 तरह अकाउंट होते है |
- अनिवासी बाहरी (एनआरई) खाता
- विदेशी मुद्रा अनिवासी (एफसीएनआर) खाता
- अनिवासी साधारण (एनआरओ) खाता
NRI के पास कौन-सा दस्तावेज होता है?
बहुत से भारतीय का यह भी सवाल होता है कि NRI के पास कौन कौन सा दस्तावेज होता है और वह दस्तावेज किस देश का होता है हम आपको बता दे कि NRI के पास हर वह दस्तावेज होता है|
जो एक भारतीय के पास होता है जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, आदि। हम आपको बता दे कि NRI वोट भी देने का पूरा अधिकार रखता है।
प्रवासी भारतीय अपने साथ हमेसा भारत सरकार द्वारा जारी किया गया पासपोर्ट रखता है। इसी पासपोर्ट की मदद से वह एक से दूसरे देश में जा सकता है। इसके साथ ही पासपोर्ट भारत का नागरिक होने का मुख्य दस्तावेज भी होता है।
तो दोस्तों इस पोस्ट में हमने जाना कि NRI क्या होता है ?, NRI का फुल फॉर्म क्या होता है ?, इसमें दाखिला कैसे ले,NRI Full Form in Hindi क्या होता है ? आदि। हमने आपको NRI की पूरी जानकारी देने की कोशिश की है।
होता है? इस पोस्ट में हमने NRI से सम्बंधित एनआरओ खाता क्या है? सब कुछ जानने की कोशिश किया है। साथ ही nri ka Full Form से जुड़ी पूरी जानकारी साझा की है | जिससे आपको नॉन रेजिडेंट इंडियन ( एनआरआई )
की कुछ नई जानकारी मिली होंगी | Disclaimer :- पोस्ट में किसी भी डाटा या लेख का सत प्रतिशत सत्य होने की पुष्ठी नहीं करते | उम्मीद करते है |
इस पोस्ट से आपके सवालों के जवाब मिले होंगे | अगर एनआरओ खाता क्या है? आपके मन में इस पोस्ट से जुडी कोई भी सवाल या सुझाव हो तो निचे कमेंट बॉक्स में जरुर लिखें |
Q. NRI Means In Hindi
Ans – Non Resident Indian ( NRI )
Q NRI Ka Full Form
Ans – NRI Ka Full Form – नॉन रेजिडेंट इंडियन (NRI– Non Resident Indian) होता है।
Income Tax Rules : पत्नी को एफडी के लिए ट्रांसफर रकम पर देना होगा टैक्स, जान लें बचत और इनकम टैक्स से जुड़ी खास बातें
Income Tax Rules : आयकर कानून में कई बदलाव किए गए हैं, जिसके तहत पारिवारिक धन हस्तांतरण भी इनकम टैक्स के दायरे में आता है. जानिए इनकम टैक्स रिटर्न से जुड़ी ऐसी ही खास बातें.
5
5
6
9
Income Tax Rules : इनकम टैक्स कानून में पिछले कुछ सालों में तमाम बदलाव किए गए हैं. इसका असर हमारी बचत और निवेश की आदतों पर भी पड़ा है. हालांकि कई बार हम जाने-अनजाने ऐसी योजनाओं में बिना सोचे समझे निवेश कर बैठते हैं, जहां हमें आयकर कानून के तहत टैक्स बचाने का कोई लाभ नहीं मिलता. टैक्स से जुड़े ऐसे ही सवाल आपके मन में भी हैं तो हमें अपने सवाल भेज सकते हैं, जिनका जवाब हम अगली सीरीज में टैक्स एक्सपर्ट के जरिये देते रहेंगे.
1. सवाल – अगर मैं अपने खाते से तीन लाख रुपये अपनी पत्नी के खाते में ट्रांसफर कर फिक्स्ड डिपॉज़िट में डालना चाहता हूं. मेरी पत्नी हाउसवाइफ है और इनकम टैक्स नहीं देती है. क्या एफडी से मिलने वाली आय पर मुझे टैक्स देना होगा?
जवाब – जी हां, आयकर की धारा 64(1) के अनुसार फिक्स्ड डिपॉजिट से मिलने वाली ब्याज को आपकी ही आय में जोड़ा जाएगा और उस पर आपको ही एनआरओ खाता क्या है? कर अदा करना होगा.
2. सवाल - क्या पीएफ से प्राप्त ब्याज कर मुक्त होता है?
जवाब - बजट 21-22 से पहले पीएफ पूरी तरह आयकर मुक्त थी, पर बजट 2021-22 के बाद अगर पीएफ में 2,50, 000 रुपये से ज्यादा का सालाना निवेश एनआरओ खाता क्या है? होता है तो आयकर की धारा 10(11) और 10(12) के तहत रु 250000/- से ऊपर के निवेश से प्राप्त ब्याज कर योग्य माना जाएगा और आपकी आय में जोड़ा जाएगा.
3. सवाल - आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत रुपये 1,50,000 के अतिरिक्त एनपीएस के टियर 2 में भी रुपये 50,000 जमा करने पर अतिरिक्त आयकर छूट धारा 80सीसीडी (1बी) के तहत मिलेगी या नहीं?
जवाब - जी नहीं। टियर 2 में निवेश किया गया आयकर अधिनियम में 80सीसीडी (1b) में छूट की पात्रता नही रखता। 80सीसीडी (1बी) में अतिरिक्त छूट लेने के लिए आपको टियर 1 में निवेश करना होगा.
4.सवाल - आयकर की धारा 80टीटीए और 80टीटीबी में क्या अंतर है ?
जवाब - 80TTA
1. इसका लाभ रेजिडेंट और एचयूएफ ले सकते हैं.
2. इसमें आप सिर्फ बचत खाता से ब्याज की आय की छूट रु 10000/- तक ले सकते हैं।
3. प्रवासी भारतीय (NRI) एनआरओ बचत खाता से उपर्जित ब्याज की छूट ले सकते हैं.
80TTB
1. इसका लाभ सिर्फ वरिष्ठ नागरिक (जिनकी उम्र 60 वर्ष से ज्यादा हो) ले सकते हैं.
2.इसमें आप बचत खाता के साथ साथ सावधि जमा खाता से प्राप्त ब्याज की छूट रु 50000/- तक ले सकते हैं.
3. प्रवासी भारतीय (एनआरआई) एनआरओ खाता से उपर्जित ब्याज की छूट नहीं ले सकते हैं.
5. सवाल - नई पद्धति वाली एनआरओ खाता क्या है? कर प्रणाली बेहतर है या पुरानी कर प्रणाली और इसका लाभ लेने के लिए आयकर विवरणों के अलावा क्या फाइल करना होगा?
जवाब – यह करदाता के कर योग्य छूट प्राप्त निवेश पर निर्भर करता है, और आपकी आय व्यापार आय से है तो आप फॉर्म 10IE फाइल करके नई आयकर प्रणाली का फायदा ले सकते हैं लेकिन ये जीवन पर्यन्त केवल एक बार ही इसका फायदा ले सकते हो.
लेकिन अगर आपकी आय व्यापार आय को छोड़ कर है तो आप नई कर प्रणाली का फायदा फॉर्म 10IE फाइल करके ले सकते हैं और करदाता इसे हर वित्तीय वर्ष बदल सकता है.
नोट- (विवेक कुमार, चार्टर्ड अकाउंटेंट औऱ कर सलाहकार हैं)
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 355