निवेशक केवल एनएफओ का चयन कर सकते हैं और प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध ऑनलाइन भुगतान मोड के माध्यम से निवेश करने और उसी के लिए भुगतान करने के लिए इकाइयों की संख्या का चयन करके निवेश कर सकते हैं।
Aadhar Card: UIDAI ने कहा अपने 10 साल पुराने आधार कार्ड को करें अपडेट, यहां जानें तरीका
Aadhar Card: अगर आपका आधार कार्ड 10 साल पहले बना था, तो उसे अपडेट करा लें। दरअसल, भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने आधार धारकों से आग्रह किया है, जिन्हें 10 साल पहले आधार कार्ड जारी किया गया है, वह अपने आधार कार्ड को अपडेट करा लें। अगर आपका भी आधार कार्ड काफी पुराना है और कोई भी जानकारी इस बीच अपडेट हुई है, तो डेटाबेस में अपनी जानकारी को रिवाइज कर लें।
myAadhaar पोर्टल पर करें अपडेट
UIDAI ने बयान में कहा कि आधार कार्ड धारक myAadhaar पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन अपनी जानकारी को रिवाइज कर सकते हैं। साथ ही अपने आईडी का प्रमाण पत्र और एड्रेस प्रूफ से जुड़ी डॉक्यूमेंट की कॉपी को अपलोड करना होगा। वहीं, अगर आप जानकारी को ऑनलाइन अपडेट नहीं कर पाते हैं तो ऑफलाइन आधार केंद्र पर जाकर भी करा सकते हैं। यहां आपको सेल्फ अटेस्टेड कॉपी जमा करनी होगी।
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10 साल पुराना आधार कराएं अपडेट
UIDAI ने कहा है कि जिन भी लोगों को आधार 10 साल पहले जारी किया गया था, इसके बाद अगर आधार को अपडेट नहीं कराया है तो उसे अपडेट कर लीजिए। देशभर में आधार कार्ड का इस्तेमाल एक बड़े आईडी के तौर पर इस्तेमाल होता है। केंद्र सरकार की चलाई जा रही 1,100 योजनाओं आधार कार्ड का इस्तेमाल होता है। इसमें से 319 योजनाएं केंद्र सरकार चला रही है। इसके अलावा कई वित्तीय संस्थान जैसे बैंक और एनबीएफसी ग्राहकों को प्रमाणित करने और उन्हें ऑनबोर्ड लाने के लिए आधार का इस्तेमाल करते हैं।
New Fund Offer (NFO) क्या है?
एनएफओ (न्यू फंड ऑफर) को एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (एएमसी) द्वारा एक नया म्यूचुअल फंड लॉन्च करने के लिए फंड जेनरेट करने के लिए लॉन्च ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद किया गया है।
फिर इन फंडों को फंड के अधिदेश या दिशानिर्देशों के अनुसार शेयर या अन्य प्रतिभूतियों को खरीदने के लिए जमा किया जाता है, जिसके आधार पर फंड लॉन्च किया जाता है।
एनएफओ आईपीओ की तरह हैं जहां फंड के सभी ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद प्रासंगिक विवरण उनके लॉन्च के समय प्रदान किए जाते हैं और फंड की इकाइयां आमतौर पर रुपये पर निर्धारित की जाती हैं। सदस्यता के लिए 10 प्रति यूनिट।
सेबी के दिशानिर्देश एनएफओ को अधिकतम 30 दिनों की अवधि के लिए सक्रिय ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद रहने की अनुमति देते हैं, जिसके बाद फंड की इकाइयों को उनके दैनिक उदाहरण एनएवी के आधार पर कारोबार किया जाता है।
एनएफओ कितने प्रकार के होते हैं?
एनएफओ, उनके लॉन्च के समय, दो श्रेणियों में लॉन्च किए जाते हैं, अर्थात् क्लोज-एंडेड फंड और ओपन-एंडेड फंड।
प्रत्येक प्रकार के फंड का विवरण नीचे दिया गया है।
ओपन एंडेड फंड (Open Ended Mutual Fund)
अधिकांश म्यूचुअल फंड ओपन-एंडेड फंड के रूप में लॉन्च किए जाते हैं। एनएफओ अवधि के दौरान निवेशक मामूली दर (आमतौर पर 10 रुपये प्रति यूनिट) पर फंड की सदस्यता ले सकते हैं।
एनएफओ अवधि के बाद, जब दैनिक एनएवी के आधार पर इकाइयों का कारोबार किया जाता है, तो निवेशकों को फंड के प्रदर्शन के आधार पर भारी पूंजीगत लाभ प्राप्त होता है।
क्लोज-एंडेड फंड (Close Ended Mutual Fund)
दूसरी ओर, क्लोज-एंडेड फंड, एनएफओ अवधि बंद होने के बाद निवेशकों को फंड की सदस्यता लेने की अनुमति नहीं देते हैं।
एनएफओ में निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
एनएफओ में निवेश रिटर्न को अधिकतम करने का एक बहुत अच्छा अवसर है क्योंकि यूनिट्स को मामूली दरों पर सब्सक्राइब किया जा सकता है और रिडेम्पशन के समय प्रचलित एनएवी के आधार पर रिटर्न संभावित रूप से अधिक होता है।
हालांकि, एनएफओ की सदस्यता लेते समय कई बिंदुओं पर विचार करने की आवश्यकता होती है।
ऐसे ही कुछ बिंदुओं पर नीचे प्रकाश डाला गया है:
a) एएमसी का ट्रैक रिकॉर्ड
नए म्यूचुअल फंड के लिए एनएफओ की पेशकश की जाती है, इसलिए निवेशकों द्वारा सूचित निवेश निर्णय लेने के लिए किसी भी सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड की समीक्षा नहीं की जा सकती है।
इसलिए निवेशकों को निवेश निर्णय लेने के लिए एएमसी की प्रतिष्ठा और एनएफओ में उल्लिखित अन्य विवरणों पर निर्भर रहना पड़ता है।
b) व्यय अनुपात (यदि उल्लेख किया गया है)
म्यूच्यूअल फण्ड प्रतिनिधि, किसी एजेंट या बैंक के माध्यम से:
अगर आप एक ऑफलाइन निवेश करने की सोच रहे हैं तो उसके लिए आप अपने नज़दीकी Mutual Fund Distributor, म्यूच्यूअल फंड ब्रांच(Mutual Fund Branch), किसी बैंक या एजेंट के पास जा सकते हैं। सबसे अहम चीज एक नए निवेशक के लिए अनिवार्य है कि वह निवेश करने से पहले केवाईसी (KYC) जरूर करा ले।
क्योंकि आप म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश की शुरुआत नहीं कर पाएंगे उसके बिना। वहां जाकर आपको पहले एक फॉर्म भरना होगा और जरूरी डाक्यूमेंट्स (Documents) को भी अटैच (जोड़ना) करना होगा डाक्यूमेंट्स की सूची नीचे दी गई है:
Documents Required to Invest in Mutual Funds
- प्रूफ आफ आईडेंटिटी (Identity proof)
- प्रूफ आफ ऐड्रेस (Address proof)
- पासपोर्ट साइज फोटो Passport size photos
- पैन कार्ड (PAN Card
- (केवाईसी इंडिविजुअल फॉर्म)KYC individual form
नाबालिक है अगर आप तो आपको थर्ड पार्टी डिक्लेरेशन फॉर माइनर्स फॉर्म(Third Party Declaration for Minors) बी भर कर देना होगा। यह सारे स्टेप्स कंप्लीट (Steps complete) हो जाएं तो आप आसानी से निवेश कर सकते हैं।
Bank/AMC(Asset Management company) की Website द्वारा:
अगर आप ऑनलाइन निवेश करने जा रहे हैं तो आपको पर्याप्त जानकारी जरूरी है Mutual Fund के बारे में। सही म्यूच्यूअल फंड का चुनाव एक निवेशक के लिए ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट(Online Investment) का पहला कदम है। इसीलिए जरूरी है कि आपके पास अधिक जानकारी हो आप moneycontrol.com पर जाकर बस फंड्स(Best Funds) के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
यह वेबसाइट आपको सभी Mutual Fund scheme टॉप के फंड्स के बारे में बताती है और आपको Equity, Debt ,Money market, Hybrid (इक्विटी, ,डेट,मनी मार्केट,हाइब्रिड) आदि के बारे में जानकारी देती है। इस वेबसाइट से आप ओवरऑल परफॉर्मेंस (Overall performance) भी देख सकते हैं किसी भी फंड की। यह वेबसाइट आपको मदद कर सकती है एक बेस्ट म्यूच्यूअल फंड (Best Mutual Fund) चुनने के लिए।
उसके बाद आप किसी Bank/AMC की वेबसाइट पर जा कर Register कर सकतें हैं या सीधे Mutual fund house की वेबसाइट पर। उसके बाद आपको एक फॉर्म भरना होगा ऑनलाइन निवेश करने के लिए भी आपको पहले केवाईसी (KYC) कराने की जरूरत है। आप online invest शुरू कर सकते है जब एक बार यह पूरी प्रक्रिया हो जाए ।
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान क्या होता है और SIP कैसे काम ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद करती है?
म्यूच्यूअल फण्ड में SIP का फुल फॉर्म सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) है. यह म्यूचुअल फंड में ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद व्यवस्थित तरीके से निवेश का एक तरीका है जिसमें एक निश्चित राशि नियमित समय के अंतर पर निवेश की जाती है, बजाय एक बार में एकमुश्त (lump sum) निवेश करने के. नियमित अंतराल साप्ताहिक, मासिक या किसी अन्य पूर्व निर्धारित समय पर हो सकता है. एसआईपी का उपयोग अक्सर म्यूचुअल फंड या अन्य प्रकार के निवेश वाहनों में निवेश करने के तरीके के रूप में किया जाता है. सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में 100 रूपये से भी निवेश किया जा सकता है.
- एसआईपी का उपयोग करने का एक लाभ यह है कि यह निवेशकों को बड़े निवेश के बजाय समय के साथ छोटी मात्रा में धन का निवेश करने की अनुमति देता है.
- जो स्टॉक मार्केट में निवेश करना चाहते है लेकिन उन्हें स्टॉक मार्केट का ज्ञान नहीं होता है. उनके लिए SIP के जरिये निवेश करना आसान होता है. क्योंकि सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में मार्केट के जानकार आपके पैसो को सही तरीके से निवेश करते है.
- इसके अतिरिक्त, एसआईपी एक निवेश पोर्टफोलियो पर बाजार के उतार-चढ़ाव के प्रभाव को सुचारू बनाने में मदद कर सकता है, क्योंकि निश्चित राशि को एक बार में सभी के बजाय समय के साथ लगातार निवेश किया जाता है.
- सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद एक निर्धारित राशि होती है जिसे आप हर महीने निवेश करते हैं. यह एक बार में बड़ी एकमुश्त राशि निवेश करने के दबाव को कम करने में मदद करता है. आप किसी भी राशि का निवेश कर सकते हैं जो आपके लिए सुविधाजनक हो
- जब आप समय के साथ लगातार निवेश करते हैं, तो आप कीमतों के कम होने पर अधिक यूनिट प्राप्त करते हैं और कीमतें अधिक होने पर कम यूनिट प्राप्त करते हैं. यह आपके निवेश की औसत लागत को कम करने में योगदान देता है.
म्यूचुअल फंड में SIP कैसे काम करता है?
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान तीन चरणों में काम करता है.
यह इस तरह काम करता है;
1 – एसआईपी मैंडेट
निवेशकों को म्युचुअल फंड में निवेश करने के लिए एक मैंडेट (एसआईपी के माध्यम से निवेश करने का अधिकार) देना होगा. जब आप किसी म्यूच्यूअल फण्ड ऐप से निवेश कर रहे हों तो “सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान” विकल्प का चयन करके इसे ऑनलाइन किया जा सकता है.
लेकिन ऑफलाइन के लिए, आपको एक मैंडेट फॉर्म भरना होगा और इसे आवेदन फॉर्म के साथ जमा करना होगा.
साथ ही फॉर्म पर आपको तिथि (जिस पर राशि निवेश की जाएगी) और राशि बतानी होगी .
ऑफ़लाइन में, आपको म्युचुअल फंड हाउस,या कार्वी के कार्यालय में मैंडेट फॉर्म जमा करना होगा या उन्हें डाक के द्वारा भेजना होगा .
2 – ऑटो डेबिट
जब आप फॉर्म जमा कर देते हैं, तो फंड हाउस स्थायी निर्देश के माध्यम से बताई गयी निवेश राशि को आपके बैंक खाते से ऑटो-डेबिट कर लेता है.
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के लाभ (SIP benefits in Hindi)
निवेश करने के लिए व्यवस्थित निवेश योजना (SIP) के कई लाभ हैं:
Flexibility: एसआईपी निवेशकों को यह चुनने ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद की आजादी देता है कि वे कितना निवेश करना चाहते हैं और कितनी बार निवेश करना चाहते हैं. यह लचीलापन निवेशकों के लिए उन्हें अपने वित्तीय लक्ष्यों को सेट करने और उन तक पहुंचना आसान बना सकता है.
Affordability: एसआईपी निवेशकों को छोटी मात्रा में धन का निवेश करने की सुविधा देता है. यह कम आये वाले लोगों के लिए आसान बनाता है.
Convenience: एसआईपी को अक्सर automatic किया जाता है, इसलिए निवेशकों को नियमित निवेश करने के लिए डेट याद रखने की आवश्यकता नहीं होती है. इससे निवेशकों के लिए अपनी निवेश योजना पर टिके रहना आसान होता है.
Discipline: एक एसआईपी आपको नियमित रूप से बचत और निवेश करने का अनुशासन विकसित करने में मदद करता है, जो लंबे समय में फायदेमंद हो सकता है।
क्या SIP में निवेश समझदारी है? SIP और स्टॉक मार्केट में क्या अन्तर है?
बजाय एक बार में एकमुश्त निवेश करने के SIP में एक निश्चित राशि निश्चित समय अंतराल पर निवेश की जाती है,। एसआईपी का उपयोग अक्सर म्यूचुअल फंड में निवेश करने के तरीके के रूप में किया जाता है।
दूसरी ओर, शेयर बाजार एक ऐसी जगह है जहां व्यक्ति और institutions स्टॉक खरीद और बेच सकते हैं, जो पब्लिक ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद रूप से कारोबार करने वाली कंपनियों में स्वामित्व का प्रतिनिधित्व करते हैं। स्टॉक को ब्रोकर के माध्यम से या online platforms के माध्यम से खरीदा और बेचा जा सकता है।
एसआईपी और शेयर बाजार के बीच कई अंतर हैं:
Investment strategy : एसआईपी निवेश की एक विधि है जिसमें नियमित समय अंतराल पर एक निश्चित राशि का निवेश करना होता है। दूसरी ओर शेयर बाजार, निवेशकों को किसी भी समय स्टॉक खरीदने और बेचने की अनुमति देता है।
Post Office FD: FD पर चाहिए अधिक रिटर्न? तो चेक करें डाकघर की ब्याज दरें
- फिक्स्ड डिपॉजिट या एफडी में निश्चित ब्याज दर के जरिए कमाई की जाती है।
- डाकघर की एफडी में निवेश करने से आपको कई लाभ मिलते हैं।
- इसमें FD ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से की जा सकती है।
Post Office FD: बैंक एफडी (Bank FD) उन निवेशकों के लिए पारंपरिक निवेश विकल्प (investment option) बनी हुई है जो जोखिम नहीं लेना चाहते हैं। आज डाकघर (Post Office) फिक्स्ड डिपॉजिट पर 5.5 फीसदी से 6.7 फीसदी तक की ब्याज दर दे रहा है, जो वार्षिक मुद्रास्फीति वृद्धि के करीब है।
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