Cryptocurrency Bill: भारत में क्रिप्टो पर लगेगा बैन, जानें क्या है क्रिप्टोकरेंसी बिल, कैसे इस पर काबू पाएगी सरकार?
नई दिल्ली: क्रिप्टोकरेंसी और बिटक्वॉइन को लेकर आजकल आए दिन कईं खबरें सुनने को मिल रही हैं। आपकी तिजौरी में पड़े लाखों करोड़ों की सेविंग्स से ज्यादा इस करेंसी की चर्चा हो रही है। लेकिन भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर काबू पाने के लिए अब मोदी सरकार ने कमर कस ली है। लगातार क्रिप्टो में उतार-चढ़ाव को […]
November 24, 2021
नई दिल्ली: क्रिप्टोकरेंसी और बिटक्वॉइन को लेकर आजकल आए दिन कईं खबरें सुनने को मिल रही हैं। आपकी तिजौरी में पड़े लाखों करोड़ों की सेविंग्स से ज्यादा इस करेंसी की चर्चा हो रही है। लेकिन भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर काबू पाने के लिए अब मोदी सरकार ने कमर कस ली है। लगातार क्रिप्टो में उतार-चढ़ाव को लेकर अब सरकार की ओर से क्रिप्टो शिकंजा कसने के लिए सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में ‘द क्रिप्टोक्यूरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021’ पेश करेगी। बिल आरबीआई द्वारा जारी की जाने वाली आधिकारिक डिजिटल मुद्रा के निर्माण के लिए एक सुविधाजनक ढांचा तैयार करेगी और भारत में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाएगी। आपको बता दें कि यह क्रिप्टोकरेंसी बिल संसद के इसी शीतकालीन सत्र में पेश किया जाएगा, जोकि 29 नवंबर यानी अगले सोमवार से शुरू हो रहा है।
सरकार क्रिप्टोकरेंसी एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनियमन विधेयक 2021 के नाम बिल लेकर आ रही है। इस बिल के जरिए ये प्रावधान लाया जाएगा, जिससे सारी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी बैन हो जाएंगी। साथ ही इस बिल के माध्यम से सरकार रिजर्व बैंक इंडिया के तहत एक आधिकारिक क्रिप्टोकरेंसी जारी करने के लिए आसान फ्रेमवर्क तैयार करने की योजना भी बनाएगी। आपको बता दें कि इसे लेकर 16 नवंबर को पहली बार संसदीय समिति की एक बैठक हुई थी जिसमें क्रिप्टो एक्सचेंज, ब्लॉकचेन. क्रिप्टो एसेट काउंसिल, उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के अलावा अन्य पक्षों को लेकर क्रिप्टोकरेंसी के नियमन और प्रोत्साहन से जुड़े पहलुओं पर विचार किया गया था।
आखिर क्रिप्टोकरेंसी क्या है? और इसका सारा लेनदेन कैसे होता है? क्या यह पूरी तरह से सेफ है? इन सब सवालों के जवाब अब हर कोई जानना चाहता है। तो चलिए आज हम आपको इस वीडियो में बताएंगे कि आखिर क्रिप्टोकरेंसी क्या है और यह कैसे काम करती है।
दरअसल क्रिप्टोकरेंसी एक ऐसी करेंसी है जो डिजीटल होती है। यानि कि आप इसे न तो देख सकते हैं और ना ही आप इसे छू सकते हैं। यह सिर्फ डिजिटल रूप में होती है लेकिन देश की सरकारें इस करंसी के लिए कोई नोट या सिक्के जारी नहीं करती। यानि कि आप के पास कोई नोट या कोई सिक्का नहीं है और इसका सारा लेनदेन ऑनलाइन ही किया जाता है।
अब आप सोच रहे होंगे कि आपके पास कोई नोट या कोई सिक्का नहीं है तो ऐसे क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे में ऑनलाइन लेन देन भी कैसे होगा तो आपको बता दें कि इस करेंसी का सारा लेन देन एक ब्लॉकचेन सॉफ्टवेयर के जरिए किया जाता है। यानि कि यह डिजिटल करेंसी इनक्रिप्टेड यानी कोडेड होती है। और इसके लेनदेन को मैनेज करने के लिए डिसेंट्रेलाइज्ड सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है।
जब भी आप क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से कोई लेन देन करते हैं तो वह डिजिटल सिग्नेचर द्वारा वेरिफिकेशन होता है। इतना ही नहीं इसके सारे लेन देन का क्रिप्टोग्राफी की मदद से रिकॉर्ड रखा जाता है और हर जानकारी का डिजिटल रूप से डेटाबेस तैयार किया जाता है।
आसान भाषा में समझें तो क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है जो क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित है। यानि कि आप यूं कह लीजिए कि यह सारा क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे काम ऐसे कंप्यूटर्स के जरिए होता है जो बेहद पावरफुल होते हैं। जिन पॉवरफुल कंप्यूटर्स द्वारा इसकी निगरानी रखी जाती है उसे क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग कहते हैं और जिनके द्वारा यह माइनिंग क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे की जाती है उन्हें माइनर्स कहा जाता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो इसके कोड तक को कॉपी करना भी नामुमकिन है।
बता दें कि वर्तमान में, देश में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई भी रेगुलेशन नहीं है। इस वजह से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ क्रिप्टोकरेंसी पर एक बैठक की थी और मजबूत रेगुलेटरी स्टेप्स उठाने के संकेत दिए थे।
अब आपको बताते हैं कि आखिर इसका लेन देन कैसे किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी में जब भी कोई ट्रैंजेक्शन होता है तो इसकी जानकारी ब्लॉकचेन में दर्ज की जाती है। यानी कि आपने किसी के साथ कोई लेन देन किया तो उसकी जानकारी ब्लॉक में रख ली जाती है। ये सुनने के बाद आपके दिमाग में पहला सवाल ये आया होगा कि अगर इसकी जानकारी ब्लॉक में रखी जाती है तो ये कितना सेफ है? तो इस पर भी आपको बता दें कि ब्लॉक की सिक्योरिटी और इंक्रिप्शन का काम माइनर्स का होता है। इसके लिए एक क्रिप्टोग्राफिक पहेली को हल कर ब्लॉक के लिए उचित हैश यानि कि कोड खोजा जाता है।
जब कोई माइनर या कोई शख्स जो माइनिंग कर रहा है वह सही हैश खोज लेता है तो ब्लॉक को सिक्योर कर दिया जाता है और उसे ब्लॉकचेन से जोड़ दिया जाता है। इस सारे प्रोसेस को consensus कहा जाता है। यानि कि अगर consensus हो गया तो इसका अर्थ है कि ब्लॉक में सिक्योर होने की पुष्टि हो गई। और फिर इसके बाद सिक्योर करने वाले माइनर को क्रिप्टोक्वॉइन cryptocoin दे दिए जाते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी से आप सामान खरीद सकते हैं। आप इससे टरेड कर सकते हैं चाहे तो इन्वेस्ट भी कर सकते हैं लेकिन अपनी तिजोरी में नहीं रख सकते और न ही बैंक के लॉकर में रख सकते हैं क्योंकि यह डिजीट्स के रूप में ऑनलाइन रहती है।
बेशक आज के समय में क्रिप्टोकरेंसी काफी नाम कमा रही है लेकिन इसके कईं नुकसान भी हैं जैसे कि पहला नुकसान
2. क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना आपके लिए फायदेमंद रह सकता है क्योंकि इसकी कीमतों में बहुत तेजी से उछाल आता है
3. इस करेंसी की कोई अथॉरिटी या कोई बॉडी ना होने के कारण आपको नोटबंदी और करेंसी का मूल्य घटने जैसा कोई डर भी नहीं होता है
अब आपको बताते हैं उस बिटकॉइन के बारे में जो पिछले कुछ दिनों से काफी चर्चा में है। बिटकॉइन दुनिया की सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी है। कहा जाता है कि साल 2009 में Satoshi Nakamoto छद्म नाम के शख्स ने इसे बनाया था बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी पहले इतनी चर्चित नहीं थी। सालों पहले इसके बारे में बहुत कम लोग जानते थे लेकिन आज यह दुनिया की सबसे महंगी डिजीटल करेंसी है। हालांकि शुरुआत में कईं देशों की तरफ से इसे अवैध करार दिया गया था लेकिन बाद में इसकी लोकप्रियता बढ़ती चली गई।
इसका बड़ा कारण यह है कि इसमें रिटर्न अनुमान से कहीं ज्यादा मिलने लगा है। रिपोर्टस की मानें तो एक समय में जिस 10 हजार बिटकॉइन से महज 2 पिज्जा खरीदे जाते थे, अब उस एक बिटकॉइन की कीमत ही 17 लाख रुपये के आस-पास है। इसलिए अच्छे रिटर्न की आस में कई लोग बिटकॉइन को खरीदने में वास्तविक मुद्रा लगा रहे हैं।
जब भी क्रिप्टोकरेंसी का नाम लिया जाता है तो लोगों क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे को सबसे पहला ख्याल बिटकॉइन का आता है लेकिन बिटकॉइन के अलावा भी बहुत सारी करेंसी हैं जिनता इस्तेमाल आप कर सकते हैं। जैसे कि एथेरियम (ETH), लिटकोइन (LTC), डॉगकॉइन (Dogecoin) फेयरकॉइन (FAIR), डैश (DASH), पीरकॉइन (PPC), रिपल (XRP)।
क्रिप्टोकरेंसी क्या है? जानिए इसका पूरा गणित
क्रिप्टोकरेंसी, यानी कि नए जमाने की डिजिटल करेंसी। इसका जिक्र आजकल खूब किया जा रहा है और इसे भविष्य की मुद्रा मानते हुए युवा एकदूसरे को इसमें निवेश की सलाह दे रहे हैं। हालांकि, ज्यादातर लोगों के लिए क्रिप्टोकरेंसी एक नया शब्द है और वे इसके लेनदेन के बारे में कुछ नहीं जानते। जरूरी है कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने या इसके बारे में चर्चा करने से पहले इसका मतलब समझा जाए और इसके काम करने का तरीका पता हो।
क्या है क्रिप्टोकरेंसी का मतलब?
कागज या सिक्कों की मदद से तैयार किए जाने वाली मुद्रा के मुकाबले डिजिटल लेनदेन का चलन बढ़ गया है। इससे एक कदम आगे बढ़कर मुद्रा की ऐसी व्यवस्था तैयार की गई है, जो पूरी तरह वर्चुअल या डिजिटल होती है। साल 2009 में बिटकॉइन के साथ इस वर्चुअल करेंसी सिस्टम की शुरुआत हुई और ढेरों नाम इस वर्चुअल करेंसी सिस्टम से जुड़ते चले गए। क्रिप्टोकरेंसी ऐसी मुद्रा है, जो दिखती नहीं और जिसका लेनदेन पूरी तरह वर्चुअल होता है।
कितनी तरह की होती है क्रिप्टोकरेंसी?
मार्केट रिसर्च वेबसाइट कॉइनमार्केटकैप की मानें तो अभी 10 हजार से ज्यादा तरह ही क्रिप्टोकरेंसीज का इस्तेमाल पब्लिकली किया जा रहा है। अगस्त, 2021 तक इनकी कुल वैल्यू 1.9 ट्रिलियन डॉलर (करीब 1.39 लाख अरब रुपये) से ज्यादा की है। बिटकॉइन, ईथेरम और बाइनेंस कॉइन सबसे ज्यादा मार्केट कैपिटल वाली और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसीज हैं। इन करेंसीज की वैल्यू मार्केट के हिसाब से लगातार बदलती रहती है और इन्हें अलग-अलग कीमत पर खरीदा जा सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी तेजी से लोकप्रिय क्यों हो रही है?
दूसरी मुद्राओं या करेंसीज की तरह क्रिप्टोकरेंसी पुराने बैंकिंग सिस्टम को फॉलो नहीं करती और इसपर अलग-अलग देश की सरकारों का नियंत्रण नहीं होता। यानी कि बिना किसी मीडियेटर बॉडी के नियंत्रण इन्हें इस्तेमाल करने वालों के पास होता है और वे डिजिटल करेंसी से खरीददारी कर सकते हैं। क्रिप्टोकरेंसी को भविष्य की मुद्रा माना जा रहा है और लोग इसमें निवेश कर रहे हैं। यही वजह है कि बीते कुछ साल में इसकी वैल्यू कई गुना बढ़ गई है।
कैसे मिल सकती है क्रिप्टोकरेंसी?
क्रिप्टोकरेंसी को आप किसी कंपनी के शेयर्स मान सकते हैं, जिन्हें खरीदने के लिए तय रकम देनी होती है। इन शेयर्स की कीमत घट या बढ़ सकती है और जरूरत पड़ने पर आप ये शेयर बेच भी सकते हैं। ठीक इसी तरह आपको क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए अपनी मुद्रा (जैसे- डॉलर या रुपये) में रकम चुकानी होती है। कुछ वक्त बीतने के बाद आपकी ओर से खरीदी गई क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू कम या ज्यादा मिल सकती है।
कैसे काम करता है क्रिप्टोकरेंसी का लेनदेन?
जाहिर सी बात है कि क्रिप्टोकरेंसी की मदद से होने वाले लेनदेन का एक डाटाबेस होना जरूरी है और यहां ब्लॉकचेन काम आती है। क्रिप्टोकरेंसी की मदद से होने वाले लेनदेन ब्लॉकचेन में रिकॉर्ड होते हैं। यानी कि अगर एक यूजर ने क्रिप्टोकरेंसी की मदद से दूसरे को भुगतान किया तो यह जानकारी एक ब्लॉक में एनक्रिप्ट कर दी जाएगी और क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू एक से दूसरे यूजर के पास सुरक्षित ढंग से ट्रांसफर कर दी जाएगी।
कैसे स्टोर की जा सकती है क्रिप्टोकरेंसी?
किसी मुद्रा या करेंसी को स्टोर करने के लिए एक वॉलेट की जरूरत पड़ती है। असली नोट जेब में रखे पर्स में और डिजिटल लेनदेन से जुड़ी जानकारी हम पेमेंट ऐप्स या वॉलेट में रखते हैं। क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के बाद आपको उसे अपने डिजिटल वॉलेट में रखना होता है, जो काम क्रिप्टो ऐप्स कर देती हैं। ऐसे वॉलेट्स में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने या बेचने का विकल्प देते हुए भारत में एक दर्जन से ज्यादा क्रिप्टो एक्सचेंज मार्केट काम कर रहे हैं।
घटती या बढ़ती क्यों है क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू?
क्रिप्टोकरेंसी ही नहीं बल्कि दुनिया की सभी मुद्राओं की वैल्यू घटती और बढ़ती रहती है। अगर किसी करेंसी को में ज्यादा लोग निवेश करना चाहते हैं और करेंसी सीमित है, तो उसकी कीमत बढ़ जाती है। वहीं, इस्तेमाल करने वाले ज्यादा हो जाएं और निवेश करने वाले कम तो वैल्यू कम होने लगती है। बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी खरीदने वाले बढ़ गए हैं इसलिए आज एक बिटकॉइन की कीमत क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे करीब 33 लाख रुपये के बराबर है।
क्या हैं क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के फायदे?
भारत में मार्च, 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी पर लगा बैन हटा दिया है, यानी कि इसे खरीदना या इस्तेमाल करना अवैध नहीं है। क्रिप्टोकरेंसी की मदद से किए जाने वाले पेमेंट ज्यादा सुरक्षित होते हैं और इनमें मिडिलमैन ना होने के चलते ज्यादा प्रोसेसिंग फीस नहीं देनी पड़ती। क्रिप्टोकरेंसी की मदद से किया जाने वाला लेनदेन गोपनीय भी होता है। साथ ही इसकी तेजी से बढ़ती वैल्यू भी इसमें किए गए निवेश को बेहतर बना सकती है।
क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए?
क्रिप्टोकरेंसी नया कॉन्सेप्ट नहीं है और अमेजन जैसे कई कंपनियां इससे भुगतान का विकल्प देती हैं। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसी पर नियंत्रण आसान नहीं है क्योंकि कोई संस्था या नियामक संगठन इसके मार्केट में फ्लो को मॉनीटर नहीं करता। यानी कि इसकी वैल्यू घटेगी या बढ़ेगी, इसपर कुछ नहीं कहा जा सकता जबकि किसी करेंसी का स्थिर रहना महत्वपूर्ण होता है। क्रिप्टोकरेंसी खरीदने या इसमें निवेश करने का फैसला इससे जुड़े रिस्क को ध्यान में रखने के बाद ही किया जाना चाहिए।
क्रिप्टोकरेंसी पर Reserve Bank Of India ने कही बड़ी बात, आप जरूर जान लें
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने क्रिप्टोकरेंसी पर उपलब्ध डेटा को गुमराह करने वाला कहा है. उन्होंने क्रिप्टो के प्रभावी रेगुलेशन के लिए बोर्ड में एक राय की अपील की. आइए नीचे खबर में जानते विस्तार से जानकारी.
HR Breaking News, Digital Desk- भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने शनिवार को क्रिप्टोकरेंसी पर उपलब्ध डेटा को गुमराह करने वाला कहा है. शंकर ने कहा कि ऐसी डिजिटल करेंसी से संबंधित नियमों को इस बात को पूरी तरह समझकर बनाया जाना चाहिए कि डिजिटल करेंसी क्या हैं और ये कैसे काम करती हैं. उन्होंने क्रिप्टो के प्रभावी रेगुलेशन के लिए बोर्ड में एक राय की अपील की.
विश्वसनीय जानकारी इकट्ठा करने की जरूरत: RBI डिप्टी गवर्नर-
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड द्वारा शनिवार को आयोजित की गई वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में टी शंकर ने कहा कि डेटा उपलब्ध नहीं है. जो भी डेटा उपलब्ध है, वह गुमराह करने वाला है. उन्होंने आगे कहा कि पर्याप्त जानकारी की गैर-मौजूदगी में नियम बनाने से गलत संकेत जाता है. आरबीआई के डिप्टी गवर्नर ने पर्याप्त, विश्वसनीय जानकारी इकट्ठा करने की जरूरत पर जोर दिया.
रेगुलेशन की बात पर, उन्होंने कहा कि इस बात पर साफ समझ के साथ कि क्रिप्टोकरेंसी क्या हैं और उनका क्या काम होता है, इस संबंध में नियम बनाए जाने चाहिए.
इसके अलावा आपको बता दें कि भले ही आज क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में तेजी देखने को मिल रही हो, लेकिन बीते कुछ दिन क्रिप्टो मार्केट के लिए अच्छे नहीं रहे हैं. जब से एफटीएक्स मामला सामने आया है, जब से इस मार्केट में काफी गिरावट आ चुकी है. बीते एक हफ्ते की बात करें तो दुनिया की टॉप 50 क्रिप्टो में से 8 करेंसी ऐसी हैं,
जिनमें 10 फीसदी या उससे ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है. इस लिस्ट में पोल्काडॉट, यूनिस्वैप और सोलाना जैसे टोकंस के भी नाम है. वैसे आज क्रिप्टो मार्केट 4 फीसदी से ज्यादा की उछाल के साथ कारोबार कर रहा है और बिटकॉइन, इथेरियम बीएनबी जैसी वर्चुअल करेंसी 5 फीसदी से ज्यादा के उछाल के साथ कारोबार कर रही है.
जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों का कहना है कि बिटकॉइन में आगे 25 फीसदी की और गिरावट देखी जा सकती है. उसने बिटकॉइन के निवेशकों के लिए चेतावनी जारी कर दी है. जानकारों का कहना है कि इस साल क्रिप्टो से जुड़े लगातार संकटों ने बिटकॉइन की कीमत को इस स्थिति तक पहुंचाया है. उनके मुताबिक, इससे बिटकॉइन की कीमत 13,000 डॉलर के निचले स्तर तक पहुंच सकती है.
Around the web
Latest
Featured
You may like
About Us
HR Breaking News Network – A digital news platform that will give you all the news of Haryana which is necessary for you. You will क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे bring all the news related to your life which affects your life. From the political corridors to the discussion of the: Village Chaupal, from the farm barn to the ration shop, from the street games to playground, from the city’s hospital to your health issue , there will be news of you. In the country, your health to health insurance updates, kitchen क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे or self care, dressing or dieting, election or nook meeting, entertainment or serious crime, from small kitchen gadgets to mobile and advance technology, by joining us you will be able to stay up to date.
चंदन का तेल होता है कई औषधीय गुणों से भरपूर, जानिए इससे मिलने वाले 5 फायदे
सबसे ज्यादा खुशबूदार तेलों में से एक चंदन का तेल सदियों से आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक प्रमुख सामग्री रहा है। पांरपरिक भारतीय रीति-रिवाजों में व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले इस एंटी-सेप्टिक तेल में हल्की मिट्टी की खुशबू होती है। यह प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले रासायनिक यौगिकों से भरपूर होता है जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं। आइए आज चंदन के तेल से होने वाले पांच फायदे जानते हैं।
तनाव और चिंता को कम करने में है मददगार
चंदन का तेल तनाव और चिंता जैसे मानसिक विकारों से राहत दिलाने में मदद करता है। इसमें मौजूद अल्फा सैंटालोल तत्व चिंता और तनाव जैसी समस्याओं को कम करके मन को शांत करने और भावनाओं को नियंत्रण में रखने में मदद करता है। इसके लिए आप अपनी एड़ियों या कलाई पर चंदन का तेल लगा सकते हैं और इसे सीधे सूंघ भी सकते हैं। यह आपकी नींद की गुणवत्ता में भी सुधार करता है।
त्वचा की समस्याओं से दिलाता है राहत
एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर चंदन का तेल आपकी त्वचा की देखभाल करके इसे स्वस्थ और चमकदार बनाने में सहायक है। यह शरीर से फ्री रेडिकल्स और ऑक्सीडेटिव क्षति को कम करता है। इसके अलावा एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे से भरपूर यह तेज आपकी त्वचा को आराम देता है और दाने और मुंहासों को आने से रोकता है। यह तेल दाग-धब्बों, झुर्रियों और महीन रेखाओं के खिलाफ भी प्रभावी है और उम्र बढ़ने के संकेतों से लड़ता है।
दांतों की करता है रक्षा
चंदन के तेल में ऐसे कई गुण होते हैं जो मुंह में कैविटी पैदा करने वाले बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद करते हैं और आपके दांतों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। यह आपके मुंह को साफ करने में मदद करता है, मसूड़ों से खून आने का इलाज करता है और मुंह में मामूली घावों को भी ठीक करता है। चंदन का तेल आपके मसूड़ों को भी मजबूत करता है।
ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मददगार
चंदन के तेल में हाइपोटेंशन एजेंट होता है जो सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा यह हृदय संबंधित बीमारियों के विकास के जोखिम को भी कम करता है। इस तेल में एक खास सुगंध पाई जाती है जिससे शरीर के कई जरूरी हार्मोन्स को सक्रिय रखने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में भी काफी मदद मिलती है, इसलिए चंदन के तेल का इस्तेमाल जरूर करें।
बालों की समस्याओं से दिलाता है राहत
चंदन के तेल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं जो बालों के झड़ने और डैंड्रफ जैसी बालों की समस्याओं का इलाज करने में मदद करते हैं। यह आपके बालों को मुलायम, चिकना, चमकदार और स्वस्थ बनाता है। इसके अलावा यह सिर में अतिरिक्त सीबम उत्पादन को रोकता है, दोमुंहे बालों का इलाज करता है और आपके बालों में नमी लाता है। इसके इस्तेमाल से आपके स्कैल्प को आराम मिलेगा और आपको बालों के विकास में भी मदद मिलेगी।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 736