म्यूचुअल फंड के मामले में ज्यादातर एक्सपर्ट्स इस बात से सहमत होते हैं कि इनमें निवेश करने के लिए कोई भी समय बुरा नहीं है.

Mutual Funds: इस रणनीति के साथ रोज निवेश करें 100 रुपये, इतने वर्षों बाद आपको मिलेंगे 1.08 करोड़ रुपये

Mutual Funds: म्यूचुअल फंड में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए लोग निवेश करना अधिक पसंद कर रहे हैं. एसआईपी के जरिए वह लोग भी बड़ा फंड बना सकते हैं जिनके पास निवेश के लिए बड़ी रकम नहीं है.

By: ABP Live | Updated at : 01 Feb 2022 08:26 PM (IST)

Mutual Funds: म्यूचुअल फंड एक लोकप्रिय निवेश ऑप्शन बनता जा रहा है. खासकर म्यूचुअल फंड में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिए लोग निवेश करना अधिक पसंद कर रहे हैं. एसआईपी के जरिए वह लोग भी बड़ा फंड बना सकते हैं जिनके पास निवेश के लिए बड़ी रकम नहीं है. आज हम आपको शानदार रिटर्न देने वाली कुछ म्युचुअल फंड स्कीम्स के बारे में बताएंगे लेकिन उससे पहले जानते हैं कि यह SIP क्या है.

दरअसल SIP में पैसा हर माह निवेश किया जाता है. SIP में निवेश कभी भी बंद किया जा सकता है, कभी घटाया या बढ़ाया जा सकता है. आप SIP बंद करने के बाद भी उसी स्कीम में निवेशित बने रह सकते हैं.

अब हम आपको बताएंगे ऐसे तरीके के बारे में जिसमें आप प्रतिदिन 100 रुपये इन्वेस्ट करके करोड़पति बन सकते हैं. इसके लिए आपको इक्विटी मार्केट म्यूचुअल फंड के एसआईपी में निवेश करना होगा. इक्विटी मार्केट के एसआईपी में हर महीने 3 हजार रुपये का निवेश करने पर 10 से 15 प्रतिशत रिटर्न मिलने की संभावना रहती है.

मान लीजिए कि आपने हर महीने 3 हजार रुपये का निवेश पूरे 30 साल तक के लिए किया तो ऐसे में आपका कुल इन्वेस्टमेंट होगा 10 लाख 95 हजार रुपये. मान लीजिए निवेश किए गए पैसों पर औसतन 12 फीसदी का रिटर्न मिला तो ऐसे में आपको कुल 97.29 लाख रुपये का रिटर्न मिलेगा. यानी आपको कुल 1.08 करोड़ की राशि एकमुश्त मिलेगी.

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बीते कुछ सालों में इक्विटी म्यूचुअल फंड का ट्रैक रिकॉर्ड काफी शानदार रहा है. कुछ इक्विटी म्यूचुअल फंड ने बीते एक साल में 100 प्रतिशत से भी अधिक का रिटर्न निवेशकों को दिया है.

(यहां ABP News द्वारा किसी भी फंड में निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है. यहां दी गई जानकारी का सिर्फ़ सूचित करने का उद्देश्य है. म्यूचुअल फंड निवेश बाज़ार जोखिम के अधीन हैं, योजना संबंधी सभी दस्तावेज़ों को सावधानी से पढ़ें. योजनाओं की NAV, ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव सहित सिक्योरिटी बाज़ार को प्रभावित करने वाले कारकों व शक्तियों के आधार पर ऊपर-नीचे हो सकती है. किसी म्यूचुअल फंड का पूर्व प्रदर्शन, आवश्यक रूप से योजनाओं के भविष्य के प्रदर्शन का परिचायक नहीं हो सकता है. म्यूचुअल फंड, किन्हीं भी योजनाओं के अंतर्गत किसी लाभांश की गारंटी या आश्वासन नहीं देता है और वह वितरण योग्य अधिशेष की उपलब्धता और पर्याप्तता से विषयित है. निवेशकों से सावधानी के साथ विवरण पत्रिका (प्रॉस्पेक्टस) की समीक्षा करने और विशिष्ट विधिक, कर तथा योजना में निवेश/प्रतिभागिता के वित्तीय निहितार्थ के बारे में विशेषज्ञ पेशेवर सलाह को हासिल करने का अनुरोध है.)

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Published at : 01 Feb 2022 08:26 PM (IST) Tags: Mutual Funds mutual funds in India हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

Mutual Funds: मौजूदा समय में क्या म्यूचुअल फंड में निवेश है बेहतर विकल्प? कहां मिलेगा ज्यादा रिटर्न? एक्सपर्ट्स की राय

Mutual Funds: एक्सपर्ट्स का कहना है कि म्यूचुअल फंड में कभी भी निवेश किया जा सकता है. इसके सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) लंबे समय में उतार-चढ़ाव को मात देने में मदद करते हैं.

Mutual Funds: मौजूदा समय में क्या म्यूचुअल फंड में निवेश है बेहतर विकल्प? कहां मिलेगा ज्यादा रिटर्न? एक्सपर्ट्स की राय

म्यूचुअल फंड के मामले में ज्यादातर एक्सपर्ट्स इस बात से सहमत होते हैं कि इनमें निवेश करने के लिए कोई भी समय बुरा नहीं है.

Mutual Funds SIP: 2022 निवेशकों के लिए एक कठिन वर्ष रहा है. हाई इन्फ्लेशन और मंदी की आशंका के चलते कई निवेशक इस उलझन में रहे कि मार्केट बेस्ड प्रोडक्ट्स जैसे स्टॉक और म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए यह समय अच्छा है या नहीं. हालांकि, म्यूचुअल फंड के मामले में ज्यादातर एक्सपर्ट्स इस बात से सहमत होते हैं कि इनमें निवेश करने के लिए कोई भी समय बुरा नहीं है. विशेषज्ञों का कहना है कि म्यूचुअल फंड हमेशा निवेश के लायक होते हैं क्योंकि सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) लंबे समय में उतार-चढ़ाव को मात देने में मदद करते हैं.

SIP है बेहतर विकल्प

ज्यादातर एक्सपर्ट्स का कहना है कि म्यूचुअल फंड में कभी भी निवेश किया जा सकता है. इसके सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) लंबे समय में उतार-चढ़ाव को मात देने में मदद करते हैं. MarketsMojo के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर सुनील दमानिया कहत हैं, “एसआईपी सबसे अच्छा विकल्प है क्योंकि यह बाजार के उतार-चढ़ाव को दूर करता है और निवेशक बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद अपनी निवेश गति को बनाए रखते हैं. समय के साथ, म्यूचुअल फंड अच्छा रिटर्न देते हैं. इसलिए, म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट के लिए टाइमिंग जरूरी नहीं है. बल्कि निवेश के बाद इसे टाइम देना ज्यादा जरूरी है.” जब म्यूचुअल फंड में निवेश करने की बात आती है तो 3-5 साल की निवेश टाइम फ्रेम को बेहतर माना जाता है.

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सिंपली म्यूचुअल: द 1% फॉर्मूला के लेखक दीपक मलिक कहते हैं कि भारतीय बाजारों में ग्रोथ की काफी गुंजाइश है, जो म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए अच्छा संकेत है. उनका कहना है कि भारत वर्तमान में सबसे आकर्षक डेमोग्राफिक में से एक होने का दावा करता है, जिसमें कामकाजी उम्र में 140 करोड़ आबादी में से 90 करोड़ से अधिक हैं. यह एक उच्च शिक्षित, प्रतिभाशाली वर्कफोर्स है. उन्होंने आगे कहा, “म्यूचुअल फंड निवेशक मौजूदा स्थिति से अच्छी तरह वाकिफ हैं. मेरा मानना है कि निकट भविष्य में म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए भारत के विकास में भाग लेने के लिए सबसे लोकप्रिय विकल्पों में से एक रहेगा.”

क्या करें निवेशक

एक्सपर्ट्स का कहना है कि इक्विटी बाजार में नए निवेशक जो अपने पोर्टफोलियो में अंडरपरफॉर्मिंग म्यूचुअल फंड स्कीम का जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं, वे डिसीप्लीन निवेश अपनाने और संपत्ति बनाने के लिए एसआईपी के क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए माध्यम से Nifty 50 ETF पर विचार कर सकते हैं. Mastertrust की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट पालका अरोड़ा चोपड़ा का कहना है कि मौजूदा परिदृश्य में जब केंद्रीय बैंक बढ़ती महंगाई और कमोडिटी की ऊंची कीमतों के कारण दरें बढ़ा रहे हैं, निवेशकों को अपना एसआईपी जारी रखना चाहिए. अरोड़ा कहते हैं, “अगर बाजार में गिरावट जारी रहती है, तो वैल्यूएशन हिस्टोरिकल एवरेज से नीचे गिरने के साथ, उन्हें धीरे-धीरे अपने इक्विटी एलोकेशन को नियंत्रित तरीके से बढ़ाना चाहिए. एक निवेशक जो इक्विटी में कम निवेश करता है, उसे मौजूदा बाजार करेक्शन का फायदा उठाना चाहिए और अधिक इक्विटी को शामिल करने के लिए अपने पोर्टफोलियो को री-बैलेंस करना शुरू करना चाहिए.” मौजूदा और इच्छुक म्यूचुअल फंड निवेशकों को अपने निवेश का अधिकतम लाभ उठाने के लिए पेशेवर वित्तीय सलाहकारों से मार्गदर्शन लेना चाहिए.

(Article: Rajeev Kumar)
(ऊपर निवेश को लेकर व्यक्त विचार एक्सपर्ट्स के हैं और Financialexpress.com इसकी जिम्मेदारी नहीं लेता है. कृपया कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले अपने क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें.)

Mutual Fund से भी बना सकते हैं करोड़ों का फंड, जान लीजिए इसके 5 बड़े फायदे

Mutual Fund Benefits: म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम्‍स में निवेश करने के कई फायदे हैं. इसमें एकमुश्‍त के अलावा एसआईपी यानी बैंक आरडी की तरह मंथली निवेश की सुविधा मिलती है.

Mutual Fund Benefits: बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के बावजूद म्‍यूचुअल फंड (Mutual Funds) में निवेशकों का रुझान बना हुआ है. इसमें सबसे ज्‍यादा आकर्षण SIP (सिस्‍टमैटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान) को लेकर है. आंकड़ों के मुताबिक, SIP नवंबर 2021 में मंथली SIP कंट्रीब्‍यूशन ने पहली बार 11 हजार का आंकड़ा पार किया और यह 11,005 करोड़ रुपये हो गया. म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम्‍स (Mutual Fund Schemes) में निवेश करने के कई फायदे हैं. इसमें एकमुश्‍त के अलावा एसआईपी यानी बैंक आरडी की तरह मंथली निवेश की सुविधा मिलती है. 100 रुपये से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. म्‍यूचुअल फंड के जरिए लॉन्‍ग टर्म में आसानी से बड़ा कॉर्पस बनाया जा सकता है. जानते हैं इसके 5 बड़े फायदे.

100 रुपये से शुरू कर सकते हैं निवेश

Mutual Fund में निवेश शुरू करने के लिए जरूरी नहीं है कि आपको बड़ी रकम की जरूरत पड़ेगी. आप महज 100 रुपये की छोटी बचत से भी निवेश शुरू कर सकते हैं. कई म्‍यूचुअल फंड्स स्‍कीम्‍स में महज 100 रुपये मंथली SIP निवेश किया जा सकता है. SIP में लॉन्‍ग टर्म का निवेश किया जाए तो, इसमें कम्‍पाउंडिंग का जबरदस्‍त फायदा मिलता है. कई ऐसे फंड्स हैं, जिन्‍होंने मंथली निवेश से करोड़ों का फंड बना दिया.

हर एसेट क्‍लास में निवेश का ऑप्‍शन

म्‍यूचुअल फंड (Mutual Fund) एक ऐसा तरीका है, जिसके जरिए आप किसी भी एसेट क्‍लास में निवेश कर सकते हैं. गोल्‍ड खरीदने का प्‍लान है, तो आपको गोल्‍ड फंड का ऑप्‍शन मिलेगा. इसी तरह, फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट के लिए डेट फंड, रीयल एस्‍टेट के लिए इंफ्रा फंड जैसे ऑप्‍शन आपको मिल जाएंगे.

म्‍यूचुअल फंड में निवेश की प्रक्रिया काफी आसान है. आपको नो योर कस्‍टमर (KYC) पूरी करानी होगी. KYC के लिए डॉक्‍यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है. इनमें एड्रेस प्रूफ और आईडेंटिटी प्रूफ डॉक्‍यूमेंट्स शामिल हैं. आज के समय में कई मोबाइल ऐप हैं, जिनके जरिए आसानी से म्‍यूचुअल फंड में निवेश शुरू किया जा सकता है.

निवेशक को मिलती है एक्‍सपर्ट की सलाह

Mutual Fund में निवेश का मैनजमेंट म्‍यूचुअल फंड हाउसेस करते हैं. इसके लिए डेडिकेटेड फंड मैनेजर होते हैं, जो आपके निवेश का मैनेजमेंट करता है. यानी, एक प्रोफेशनल व्‍यक्ति आपके पैसे को किस जगह, कब और कितना लगाना है, इसका फैसला करता है. जिससे कि निवेशक को ज्‍यादा से ज्‍यादा रिटर्न मिल सके.

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पेमेंट का डिजिटल ऑप्‍शन

म्‍यूचुअल फंड में निवेश के लिए पेमेंट मोड भी काफी सुविधानजक है. पूरा प्रॉसेस डिजिटल और कॉन्‍टेक्‍टलेस है. आपको सिर्फ मंथली निवेश की लिमिट के लिए फंड हाउस को देनी होगी. जिससे कि बैंक से ऑटोमेटिक पेमेंट हो जाए. इसके अलावा मोबाइल ऐप से आप अपनी सुविधानुसार पेमेंट कर सकते हैं.

जान सकते हैं अपने 1-1 रुपये का निवेश

म्‍यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश में पूरी तरह ट्रांसपरेंसी यानी पारदर्शिता रहती है. फंड मैनेजर आपका कितना पैसा किस स्‍टॉक में लगा रहा है, इसकी पूरी डिटेल आप ऑनलाइन जब चाहें देख सकते हैं. इसके अलावा, आप रोज अपनी स्‍कीम की परफॉर्मेंस चेक कर सकते हैं.

Mutual Funds: पसंदीदा एसेट क्‍लास में निवेश की सुविधा, मंथली SIP से बन सकते हैं करोड़पति; जानिए म्‍यूचुअल फंड के फायदे

Mutual Fund: शेयर बाजार में बीते कई महीने से उतार-चढ़ाव के बावजूद म्‍यूचुअल फंड में निवेशकों का भरोसा बना हुआ है. महंगाई और बढ़ती ब्‍याज दरों की चिंताओं के बीच लगातार इस साल जुलाई में 17वें महीने इक्विटी स्‍कीम्‍स में इनफ्लो देखा गया.

Mutual Fund: शेयर बाजार में बीते कई महीने से उतार-चढ़ाव के बावजूद म्‍यूचुअल फंड में निवेशकों का भरोसा बना हुआ है. महंगाई और बढ़ती ब्‍याज दरों की चिंताओं के बीच लगातार इस साल जुलाई में 17वें महीने इक्विटी स्‍कीम्‍स में इनफ्लो देखा गया. म्‍यूचुअल फंड एक ऐसा इंस्‍ट्रूमेंट है, जिसमें निवेशक को उसकी सुविधा के मुताबिक निवेश का ऑप्‍शन मिलता है. वह एकमुश्‍त या हर महीने सिस्‍टमेटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान (SIP) के जरिए निवेश कर सकते हैं. म्‍यूचुअल फंड में निवेश पर बाजार के उतार-चढ़ाव का असर होता है. यानी, निवेश में जोखिम रहता है. बावजूद इसके कई ऐसे फायदे हैं, जो दूसरे निवेश ऑप्‍शन में नहीं मिलते हैं.

बना सकते हैं करोड़ों का फंड

म्‍यूचुअल फंड में आप महज 100 रुपये की छोटी बचत से भी निवेश शुरू कर सकते हैं. SIP में लॉन्‍ग टर्म का निवेश किया जाए तो, इसमें कम्‍पाउंडिंग का जबरदस्‍त फायदा मिलता है. कई ऐसे फंड्स हैं, जिन्‍होंने मंथली निवेश से करोड़ों का फंड बना दिया. लंबी अवधि में SIP का सालाना औसत रिटर्न 12 फीसदी रहा है. SIP Calculator के मुताबिक, अगर 5,000 रुपये की मंथली एसआईपी अगले 25 साल तक बनाए रखते क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए हैं, तो 12 फीसदी सालाना औसत रिटर्न पर करीब 95 लाख का फंड बना सकते हैं. इसमें आपका निवेश करीब 15 लाख रुपये होगा. जबकि, अनुमानित वेल्‍थ गेन करीब 80 लाख हो सकता है.

म्‍यूचुअल फंड के जरिए हर एसेट क्‍लास में निवेश

म्‍यूचुअल फंड एक ऐसा तरीका है, जिसके जरिए आप किसी भी एसेट क्‍लास में निवेश कर सकते हैं. गोल्‍ड खरीदने का प्‍लान है तो आपको गोल्‍ड फंड का ऑप्‍शन मिलेगा. इसी तरह, फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट के लिए डेट फंड, रीयल एस्‍टेट के लिए इंफ्रा फंड जैसे ऑप्‍शन आपको मिल जाएंगे. यानी, आप अपनी जोखिम उठाने की क्षमता और निवेश के लक्ष्‍य को देखकर अपनी पसंद के एसेट क्‍लास की स्‍कीम्‍स चुन सकते हैं.

निवेश करना बेहद आसान

म्‍यूचुअल फंड में निवेश की प्रक्रिया काफी आसान है. आपको नो योर कस्‍टमर (KYC) पूरी करानी होगी. KYC के लिए डॉक्‍यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है. इनमें एड्रेस प्रूफ और आईडेंटिटी प्रूफ डॉक्‍यूमेंट्स शामिल हैं. आज के समय में कई मोबाइल ऐप हैं, जिनके जरिए आसानी से म्‍यूचुअल फंड में निवेश शुरू किया जा सकता है. म्‍यूचुअल फंड में निवेश के लिए पेमेंट मोड भी काफी सुविधानजक है. पूरा प्रॉसेस क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए डिजिटल और कॉन्‍टेक्‍टलेस है. आपको सिर्फ मंथली निवेश की लिमिट के लिए फंड हाउस को देनी होगी. जिससे कि बैंक से ऑटोमेटिक पेमेंट हो जाए. इसके अलावा मोबाइल ऐप से आप अपनी सुविधानुसार पेमेंट कर सकते हैं.

फंड मैनेजर की सुविधा

म्‍यूचुअल फंड में निवेश का मैनजमेंट म्‍यूचुअल फंड हाउसेस करते हैं. इसके लिए डेडिकेटेड फंड मैनेजर होते हैं, जो आपके निवेश का मैनेजमेंट करता है. यानी, एक प्रोफेशनल व्‍यक्ति क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए आपके पैसे को किस जगह, कब और कितना लगाना है, इसका फैसला करता है. जिससे कि निवेशक को ज्‍यादा से ज्‍यादा रिटर्न मिल सके. वहीं, म्‍यूचुअल फंड में निवेश में पूरी तरह ट्रांसपरेंसी यानी पारदर्शिता रहती है. फंड मैनेजर आपका कितना पैसा किस स्‍टॉक में लगा रहा है, इसकी पूरी डिटेल आप ऑनलाइन जब चाहें देख सकते हैं. इसके अलावा, आप रोज अपनी स्‍कीम की परफॉर्मेंस चेक कर सकते हैं.

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