ऑनलाइन ठगी करने का सिलसिला थमने का नाम ही नही ले रहा है। आऐ दिन ठगी के नऐ-नऐ मामले सामने आ रहे है। ऐसा ही एक ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। जहां एक महिला से 3.6 लाख रुपये की ठगी का सनसनी खेज मामला प्रकाश मे आया है। पुलिस ने महिला के ब्यान पर धोखा-धड़ी […]
Crypto के चक्कर में युवक ने लुटाए 2 करोड़ रुपये, आप भी बरतें ये सावधानियां
- Harshit Harsh
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- Updated: January 20, 2022 6:25 PM IST
Market cap: $923,017.05M The biggest and one of the oldest cryptocurrencies, Bitcoin was founded in the year 2008. The cryptocurrency came into use in the year 2009. The crypto is the only one to be accepted as a legal tender in a country. Image: Wikimedia Commons
Crypto (क्रिप्टो) करेंसी जैसे-जैसे चलन में आ रहा है, वैसे ही इससे जुड़ी ठगी की घटनाएं भी सामने आने लगी हैं। भारत समेत दुनियाभर में लोग क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currency) में इन्वेस्ट कर रहे हैं। क्रिप्टो से जुड़ी एक ताजा घटना सामने आई है, जिसमें बेंगलूरू के एक 30 वर्षीय युवक ने 2 करोड़ रुपये लुटा दिए। धनराज एस नाम का यह युवक जयनगर का रहने वाला है। युवक ने नजदीगी पुलिस स्टेशन में संतोष टीएस नाम के व्यक्ति पर ठगी का आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। Also Read - Bitcoin की वैल्यू में एक बार फिर हुई बड़ी गिरावट, कीमत जानकर हैरान रह जाएंगे आप
ठगी का आरोप
सामने आ रही रिपोर्ट के ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी मुताबिक, धनराज और संतोष एक-दूसरे को 2014 से जानते हैं। ज्यादा पैसे कमाने के लिए संतोष ने धनराज से कई जगह इन्वेस्ट करने के लिए कन्वींस किया, जिनमें क्रिप्टोकरेंसी भी शामिल था। धनराज ने संतोष की बातों में आकर 2.25 करोड़ रुपये ऑनलाइन और कैश ट्रांजैक्शन के जरिए इन्वेस्ट किया था। हालांकि, क्रिप्टो में धनराज ने कितना इन्वेस्ट किया था, इसका अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। जयनगर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ ठगी का मुकदमा दर्ज किया है। Also Read - Apex Legends Mobile कर बैठा गलती, वक्त से पहले जोड़ दिया Crypto लेजेंड
पिछले साल भी बेंगलूरू के 38 साल के युवक ने क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currency) के जरिए 10 लाख रुपये की ठगी का केस दर्ज कराया था। जिसमें युवक ने एक क्रिप्टो ट्रेडिंग वेबसाइट को अपने अकाउंट से 90 हजार रुपये ट्रांसफर कर रहा था, जिसमें गलत हेल्पलाइन नंबर की वजह से साइबर अपराधी ने युवक के बैंक अकाउंट से 9 लाख रुपये ठग लिए थे। Also Read - Top 5 Stable Coins: Tether (USDT) से TrueUSD (TUSD) तक टॉप 5 स्टेबल Cryptocurrency, जिनकी कीमत रहती है डॉलर के बराबर
ठगी किए गए पैसे को रिकवर करना मुश्किल
हालांकि, क्रिप्टो करेंसी एक ब्लॉकचेन (Blockchain) टेक्नोलॉजी पर काम करता है, जिसकी वजह से इसके ट्रांजैक्शन को ट्रेस करना लगभग नामुमकिन है। ऐसे में क्रिप्टो करेंसी के लिए लगाए गए पैसे को रिकवर करना भी मुश्किल है।
पहले भी Crypto करेंसी के जरिए ठगी की कई और घटनाएं सामने आई हैं। पिछले महीने (दिसंबर 2021) में हैदराबाद की एडिशनल कमीशनर (क्राइम और SIT) शिखा गोयल ने भी इसमें पैसा इन्वेस्ट करने वाले लोगों को आगाह किया था।
QNET मनी सर्कुलेशन स्कीम नहीं है: कंपनी ने स्पष्ट किया
By Ak Sharma | Published on 02/07/2019
सोमवार को ई-कॉमर्स डायरेक्ट सेलिंग कंपनी QNET ने किसी भी मनी सर्कुलेशन स्कीम के प्रचार, कॅश को स्वीकार करना, नौकरी के अवसर की पेशकश करना, निवेश करना या अपने वितरकों से कोई पंजीकरण शुल्क लेने के संबंध में स्पष्ट रूप से इनकार कर दिया। “QNET एक ई-कॉमर्स आधारित डायरेक्ट सेलिंग कंपनी है जो होम केयर, […]
तेजी से बढ़ रहे आॅनलाइन फ्राड ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी से सावधान
By Mahender Singh | Published on 15/02/2016
लोगो के फायदे और काम को आसान बनाने के लिए इंटरनेट पर सोशल नेटवर्किंग साइटो का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन कुछ शातिर ठग ठगी के लिय इन वेबसाइटो का इस्तेमाल कर रहें है। यह ठग लोगो को बहकाने के लिए अलग अलग व्यवसाय बताकर व उन्हे झुठे ई-मेल भेजकर ठगी को अंजाम दे रहे है। इतना […]
CERT india ने QNET की वेबसाइटो को किया बंद।
By Chanchal Bhandari | Published on 24/05/2014
मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी QNET को Indian Computer Emergency Response team (CERT) द्वारा बड़ा झटका लगा है। CERT ने QNet की कई वेबसाइटों को बदं कर दिया है। कंपनी कथित तौर पर 425 करोड़ रुपयो के मल्टी लेवल मार्केटिंग घोटाले मे शामिल है जिसकी जाँच मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) कर रही है। […]
राजनांदगांव में छत्तीसगढ़ का पहला मामला जिसकी जाँच का जिम्मा पुलिस को, भारतीय युवक 81 लाख रूपये के ठगी का हुआ शिकार, चीनी महिला द्वारा निवेश कराने के नाम पर हड़पी गई रकम
राजनांदगांव। चीन से शुरू हुए ऑनलाइन घोटाला जो एक चीनी महिला द्वारा क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कराने के माध्यम से एक भारतीय युवक को 81 लाख रूपये के वैश्विक ठगी का शिकार बनाई। विशाल पैमाने में पेशेवर प्रशिक्षण प्राप्त लोग और संगठित संचालन कर आश्चर्यजनक व परिष्कृत रूप से ऐसे घोटाला को अंजाम देने के पीछे एक संगठित अपराध सिंडिकेट की ओर इशारा करते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म से रहें सावधान, Crypto Currency के नाम पर होने वाली ठगी से बचें।
डॉ. अभिषेक पाल पुत्र डॉ. बंशी लाल पाल निवासी बलदेवबाग नर्सिंग कॉलेज के पास, राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ ने थाना कोतवाली राजनांदगांव में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि वह क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी का शिकार हो गया है। विवरण इस प्रकार है कि हांगकांग की एना-ली नाम की एक महिला ने उसके साथ सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट Vkontatke और बाद में व्हाट्सएप पर भी चैट करना शुरू किया।
Noida: अमेरिका में भारतीय मूल के नागरिकों को ड्रग्स केस में फंसाने के नाम पर फर्जी कॉल सेंटर से ठगी, 8 लोग ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी गिरफ्तार, सरगना फरार
दिल्ली NCR से सटे नोएडा (Noida) में पुलिस ने अमेरिका के नागरिकों को ड्रग्स केस (Drugs Case) में फंसाने के नाम पर ठगने वाले फर्जी कॉल सेंटर (Fake Call Center) का भंडाफोड़ किया है. ऐसे में पुलिस ने बुधवार सुबह तड़के सेक्टर-62 के आइथम टावर में चल रहे कॉल सेंटर से 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि मुख्य आरोपी मौके से फरार हो गया. उन्होंने बताया कि सूचना के आधार पर पुलिस ने वहां पर छापा मारा और मौके से सभी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि ये लोग भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों को अपना शिकार बनाते हैं.
अमेरिकी नागरिको को बनाते थे ठगी का शिकार
इस मामले में ADCP रणविजय सिंह ने बताया कि पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर तड़के आइथम टावर में चल रहे एपी टेक्नोमार्ट प्राइवेट लिमिटेड कॉल सेंटर में छापा मारा था. पुलिस को पता चला कि यहां अमेरिका के नागरिकों ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी से ठगी हो रही है. ऐसे में पुलिस ने यहां से 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. मौके से 10 कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर, 10 हेडफोन, राउटर, हार्ड डिस्क, 99 लेटरपैड समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं. आरोपी नाम बदलकर कैलिफोर्निया से फोन करने का ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी झांसा देकर अमेरिका के नागरिकों को ड्रग्स केस में फंसाने के नाम पर धमकाकर गूगल गिफ्ट कार्ड लेते थे. वहीं, गिरोह का सरगना पन्ना, मध्यप्रदेश का रहने वाला विनोद लखेरा है जो अभी भी फरार चल रहा है.
पुलिस अधिकारियों को आरोपियों से पूछताछ के दौरान पता चला है कि विनोद ने अपना नाम माइकल रखा हुआ था. आरोपी बीच-बीच ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी में नोएडा में आकर सेटअप देखता था और पन्ना से ही इस ऑफिस को कंट्रोल करते हुए चलाता था. आरोपियों ने अमेरिका के वेंडरों से ऐसे लोगों का डाटा निकाल लिया था. जो ड्रग्स लेते थे. पुलिस के अनुसार आरोपी बदमाश इन लोगों के इंटरनेट कॉलिंग कर धमकाते थे.
जानिए आरोपी ठगी को कैसे देते थे अंजाम?
बता दें कि पुलिस अधिकारी के मुताबिक, आरोपियों ने पुलिस द्वारा सख्ती से की गई पूछताछ में बताया कि ये रात में कॉल सेंटर चलाते थे. फिर इंटरनेट कॉलिंग कर खुद को FBI या अन्य अमेरिकी एजेंसी का अधिकारी बताते थे. ऐसे में आरोपी उन्हें कहते थे कि हमें अमेरिकी एजेंसियों से आपके बैंक खातों की डिटेल मिल गई है.
आपके द्वारा मैक्सिको और कोलंबिया में ड्रग्स का लेनदेन हुआ है. इसके बाद नागरिक डर जाते थे. फिर आरोपी मामले को रफा-दफा करने के लिए गूगल गिफ्ट कार्ड लेते थे. इन कार्डों को आरोपी पिक्सफुल ऑनलाइन साइट पर जाकर आधार, पैन कार्ड से वैरीफाई करके ऑनलाइन ट्रेडिंग से भारतीय रुपए में बदल लेते थे.
अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन ठगी गिरोह का पुलिस ने किया पर्दाफाश, पाकिस्तान और चीन से भी मिला कनेक्शन
भोपाल। आतंकबाद के बाद अब भारत में ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी हो रही ऑनलाइन धोखाधड़ी में पाकिस्तान और चीन का कनेक्शन सामने आया है। मध्यप्रदेश स्टेट ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी साइबर पुलिस ने अंतर्राज्जीय ठग गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ये अपरोपी जॉब लगाने के नाम पर लंबे समय से लोगों से ऑनलाइन ठगी कर रहे थे। पूछताछ और मामले की जांच में अब तक 50 करोड़ रुपए की ठगी किए जाने का खुलासा हुआ है। आरोपी क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से पाकिस्तान पैसे भेजते थे। वहीं जिन साइट्स के जरिए लोगों को झांसे में लिया जाता था, उन वेबसाइट का निर्माण भी पाकिस्तान और चीन के लोगों से इनसे कराया था।
टेरर फंडिंग की जांच में जुटी पुलिस
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