कैंडलस्टिक चार्ट की बुनियादी समझ
एक व्यापारी के लिए, कैंडलस्टिक चार्ट की दो सबसे पसंदीदा विशेषताएँ हैं:
- प्रत्येक कैंडलस्टिक एक विशेष अवधि के दौरान व्यापारों की विशिष्ट संख्या के पूरा होने को दर्शाता है।
- इससे यह भी पता चलता है कि उस विशेष अवधि के दौरान अधिक बिक्री का दबाव था या खरीदी का दबाव था।
इस ब्लॉग में, हम कैंडलस्टिक चार्ट और उनका विश्लेषण कैसे करें के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे:
कैंडलस्टिक्स चार्ट का उद्गम:
जापानी कैंडलस्टिक चार्ट भविष्य के मूल्य उतार-चढ़ाव का विश्लेषण करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सबसे पुरानी प्रकार की चार्टिंग तकनीक है।
1700 के दशक में, कैंडलस्टिक चार्ट के शुरुआती रूपों का इस्तेमाल चावल की कीमतों का अनुमान लगाने के लिए किया गया था।
1750 में, मुनेहिसा होमा के नाम से एक जापानी व्यापारी ने अपने कैंडलस्टिक विश्लेषण का इस्तेमाल सकाता में चावल के आदान-प्रदान में व्यापार करने के लिए करना शुरू किया।
कैंडलस्टिक चार्ट का निर्माण:
प्रत्येक कैंडलस्टिक मुख्य रूप से रियल बॉडी और विक्स से बना होता है जिसे शड़ौस या टेल्स के रूप में भी जाना जाता है:
कैंडलस्टिक चार्ट पर पैटर्न की जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण व्याख्या करना:
जैसा कि कैंडलस्टिक्स अधिक आकर्षक होती हैं, व्यापारी ऐसी कैंडलस्टिक पैटर्न की तलाश करता है जो निरंतरता या उलट-फेर हो सकती हो।
इन कैंडलस्टिक पैटर्न को मंदी और तेजी वाली कैंडलस्टिक पैटर्न में भी वर्गीकृत किया जा सकता है।
मार्केट एक्सपर्ट्स से कैंडलस्टिक विश्लेषण की मूल बातें सीखें
कैंडलस्टिक पैटर्न एक एकल कैंडलस्टिक पैटर्न हो सकता है या दो-तीन कैंडलस्टिक्स को मिलाकर बनाया जा जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण सकता है।
इस तरह के कैंडलस्टिक पैटर्न के कुछ उदाहरण हैं:
एकल कैंडलस्टिक पैटर्न का उदाहरण:
कई कैंडलस्टिक पैटर्न्स कई कैंडल्स द्वारा बनाई जाती है।
कई कैंडलस्टिक पैटर्न का उदाहरण:
o बुलिश एंगलफ़ींग
o बीयरिश एंगलफ़ींग
कैंडलस्टिक चार्ट का विश्लेषण करते समय तीन मान्य ताएँ:
1. एक को ताकत खरीदनी चाहिए और कमजोरी को बेचना चाहिए:
शक्ति आमतौर पर एक तेजी (हरे) कैंडल द्वारा दर्शायी जाती है जबकि कमजोरी एक मंदी (लाल) कैंडल द्वारा दर्शायी जाती है।
आम तौर पर हरे रंग की कैंडल के दिन खरीदना चाहिए और लाल कैंडल के दिन बेचना चाहिए।
2. एक को पैटर्न के साथ लचीला होना चाहिए:
बाजार की स्थितियों के कारण पैटर्न में मामूली बदलाव हो सकते हैं।
इसलिए, चार्ट पर इन कैंडलस्टिक पैटर्न का विश्लेषण करते समय थोड़ा फ्लेक्सिबल होना चाहिए।
3. एक को पूर्व प्रवृत्ति की तलाश करनी चाहिए:
अगर आप तेजी से कैंडलस्टिक पैटर्न की तलाश कर रहे हैं तो पूर्व प्रवृत्ति मंदी होनी चाहिए और इसी तरह, अगर आप एक मंदी के पैटर्न की तलाश कर रहे हैं तो पूर्व प्रवृत्ति तेज होनी चाहिए।
महत्वपूर्ण सीख:
- कैंडलस्टिक चार्ट एक प्रकार के तकनीकी चार्ट हैं जो बार चार्ट या लाइन चार्ट के समान मूल्य के उतार-चढ़ाव का विश्लेषण करते हैं।
- प्रत्येक कैंडलस्टिक मुख्य रूप से वास्तविक शरीर और विक्स से बना होता है जिसे छाया या पूंछ के रूप में भी जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण जाना जाता है:
- संपत्ति का शुरुआती मूल्य> समापन मूल्य = ओपन कैंडलस्टिक बॉडी के शीर्ष पर होगा।
- संपत्ति का समापन मूल्य> प्रारंभिक मूल्य = क्लोज कैंडलस्टिक बॉडी के शीर्ष पर होगा।
- जैसा कि कैंडलस्टिक्स अधिक आकर्षक होती हैं, व्यापारी ऐसी कैंडलस्टिक पैटर्न की तलाश करता है जो निरंतरता या उलट-फेर हो सकती हो।
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Japanese Candlestick क्या हैं ? – 400 साल पुराणी तकनीक।
Japanese Candlestick क्या हैं ?
शेयर बाजार में कई प्रकार के चार्ट होते हैं जैसे की Line Chart, Renko Chart, Heikin Ashi Chart, Kegi Chart इत्यादि।
इनमेसे सबसे ज्यादा प्रसिद्द इस्तमाल किया जाने वाला चार्ट हैं Japanese Candlestick Chart.
Share Market में चाहे बडेसे बड़ा Trader या Investor क्यों न हो, ज्यादा तौर पर Candlestick Chart का ही उपयोग करते हैं।
शायद से Candlestick को शेयर मार्किट में मोमबत्ती पैटर्न या मोमबत्ती कहना ठीक नहीं होगा।
इस आर्टिकल मे हम पढ़ेंगे – Japanese Candlestick क्या हैं ? हिंदी मे, Japanese Candlestick की जानकारी, Candlestick सीखना क्यों जरुरी हैं ?, कैंडलस्टिक कितने प्रकार के होते हैं ?, Candlestick के भाग, Candlestick को कैसे समझे ?,Candlestick से हमें क्या पता चलता हैं ?
Table of Contents
1. Candlestick सीखना क्यों जरुरी हैं ?
स्टॉक ट्रेडिंग को सिखने के लिए हमें टेक्निकल एनालिसिस सिखने की जरुरत होती हैं और टेक्निकल एनालिसिस अच्छेसे सिखने के लिए हमें Candlestick को अच्छेसे सीखना बोहोत जरुरी हैं।
क्योकि Candlestick टेक्निकल एनालिसिस की जड़े होती हैं।
2. कैंडलस्टिक कितने प्रकार के होते हैं ?
कैंडलस्टिक के २ प्रकार होते हैं।
एक Bullish कैंडल जो की हरी रंग की होती हैं।
और दूसरी Bearish कैंडल जो की लाल रंग जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण की होती हैं।
जब प्राइस बढ़ कर रुक जाती हैं तो वह हरे रंग की कैंडल यानि के Bullish Candle बनाती हैं।
जब प्राइस घट कर रुक जाती हैं तो वह लाल रंग की कैंडल यानि के Bearish Candle बनाती हैं।
3. Candlestick के भाग
कैंडल स्टिक के ३ भाग होते है।
4. Candlestick को कैसे समझे ?
कैंडलस्टिक में कुल ४ चीजे रहती हैं।
Open, Close, High और जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण Low .
एक उदहारण के तौर पर अगर एक कैंडलस्टिक एक प्राइस पे खुलता या शुरू होता हैं तो उसे हम ओपनिंग प्राइस कहते हैं
उसे दिन प्राइस जितना निचे गया हैं तो उसे हम Lowest Price कहते हैं।
और प्राइस उस दिन जितना ऊपर गया हैं तो उसे हम Highest Price कहेंगे।
और कैंडल जहापे ख़तम हुआ हैं तो उसे हम Closing Price कहेंगे।
5. Japanese Candlestick से हमें क्या पता चलता हैं ?
जब शेयर बाजार खुलता हैं और जिस प्राइस पे कैंडलस्टिक खुलती हैं तब हमें उसका Opening Price पता चलता हैं।
जब शेयर बाजार ऊपर या निचे जाता हैं तब हमें Candlestick का Highest Price और Lowest Price पता चलता हैं।
और जब शेयर बाजार बंद हो जाता हैं तब हमें Candlestick का Closing Price पता चलता हैं।
और सारे पिछले Japanese Candlestick से मिलकर एक Candlestick Chart Pattern बनता हैं।
हर एक कैंडलस्टिक स्टॉक में होने वाले उतार चढाव को दिखता हैं एक समय के जरिये।
जैसे की 1 Min,1 Hour,1 Day,1 Week या 1 Month.
6. निष्कर्ष
अगर आप नए ट्रेडर या इन्वेस्टर हो तो Candlestick से अपने शेयर मार्किट सिखने की शुरवात करना बहुत ही अच्छा पर्याय हैं। क्योकि Candlestick Technical Analysis की जढ़ हैं। Candlestick सबसे आसान और जल्दी समझने वाली चार्ट पद्धति हैं।
- (आप Candlestick की प्रैक्टिस Tradingview.com पर कर सकते हैं ।)
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7. अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :
Q.1. Japanese Candlestick क्या हैं ?
Ans: Japanese Candlestick Technical Analysis में एक तकनीक हैं जिससे हमें किसी शेयर की Open, Close, High और Low Price का पता चलता हैं .
Q.2. Candlestick सीखना क्यों जरुरी हैं ?
Ans: स्टॉक ट्रेडिंग को सिखने के लिए हमें टेक्निकल एनालिसिस सिखने की जरुरत होती हैं और टेक्निकल एनालिसिस अच्छेसे सिखने के लिए हमें Candlestick को अच्छेसे सीखना बोहोत जरुरी हैं।
Q.3. Candlestick के कितने भाग होते हैं ?
Ans: कैंडल स्टिक के ३ भाग होते है।
1. Upper Shadow
2. Body
3. Lower Shadow
what is Japanese charts Candlesticks pattern - कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न क्या है
यदि आप stock market, commodity market अथवा currency market में ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग करते है तो आपको कैंडल स्टिक चार्ट पैटर्न का ज्ञान होना बहुत ही जरूरी है,इनका अविष्कार जापान के चावल के व्यापारियों ने किया था इसलिए इनको Japanese Candlesticks Pattern के नाम से जाना जाता है। यह रियल टाइम प्राइस एक्शन को दर्शाता है, इसके साथ आप lagging indicator टेक्निकल टूल्स का उपयोग करके बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं जैसे RSI, Stochastic Oscillator आदि, इनका उपयोग केवल सिग्नल को कन्फर्म करने के लिए करना चाहिए, ज्यादातर बड़े निवेशक यही युक्ति अपनाते हैं। आप एक technical indicator यूज़ करके श्योर हो सकते कि Candlestick pattern जो बता रहा है वह सही है या नहीं। इस पोस्ट को पड़ने के बाद आप किसी भी कैंडलस्टिक चार्ट को बहुत ही आसानी से समझ सकते हैं। Price action strategy को समझने के लिए Technical Analysis के साथ -साथ कैडलस्टिक्स पैटर्न को समझना भी बहुत ही जरूरी है तभी आप stocks में entry तथा exit के सही समय के बारे में जान पाएगें। Japanese Candlestick Chart Pattern Analysis in Hindi.
Basic Candle Stick Pattern:
Candlestick दो प्रकार की होती हैं, पहली bullish candlestick (बुलिश ) तथा दूसरी bearish candlestick (बेयरिश), बुलिश कैंडलस्टिक हरे या सफेद रंग होती हैं तथा बेयरिश लाल या काले रंग की होती है। बुलिश यानि बुल्स (BULLS ) जो मार्केट को ऊपर ले जाना चाहते हैं, बेयर्स ( BEARS) जो मार्केट को गिरना चाहते हैं। स्टॉक मार्केट में एक तरह से बुल्स और बेयर्स के बीच में फाइट होती रहती है जिस दिन मार्केट गिरता है उस दिन बेयर्स की जीत होती है तथा लाल रंग की कैंडल बनती है तथा जिस दिन मार्केट चढ़ता है उस दिन बुल्स की जीत होती है तथा हरे रंग की कैंडल बनती है। कैंडल के रंग से हमे जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण यह पता चल जाता है कि stock market को कंट्रोल कौन कर रहा है ? बुल्स या बेयर्स तथा कौन कंट्रोल खो रहा है ? इनके हिसाब से हम अपनी प्राइस एक्शन स्ट्रेटेजी बना सकते हैं।
यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से ऊपर है तो हरे अथवा सफेद रंग की कैंडल बनेगी और यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से नीचे है तो लाल अथवा काले रंग की कैंडल बनेगी। आप उपर्युक्त चित्र में देख सकते हैं। Candlestick के बीच का जो हिस्सा होता है उसे Real body कहते हैं। Real body के ऊपर और नीचे जो पतली लाइन होती है उसे शैडो (shadow ) या विक (wick )कहते हैं। Upper shadow का टॉप शेयर के हाई प्राइस को दर्शाता है तथा Lower shadow का निचला सिरा शेयर के low प्राइस को दर्शाता है। यदि कैंडल की रियल बॉडी छोटी होती है तो यह कम मात्रा में buying और selling के रुझान को दर्शाती है।
लम्बी हरी जापानी कैंडलस्टिक स्ट्रांग बाइंग प्रेशर को दर्शाती है, इसमें शेयर के प्राइस अपने खुलने के प्राइस से ऊपर बंद होते हैं। लम्बी लाल कैंडलस्टिक स्ट्रांग सेलिंग प्रेशर को दर्शाती है तथा इसमें प्राइस अपने खुलने के प्राइस से नीचे बंद होते हैं। छोटी शैडो वाली Japanese candlestick ये दर्शाती है कि ज्यादातर ट्रेडिंग सेशन अपने ओपनिंग एवं क्लोजिंग प्राइस के आसपास ही घूमता रहा।
यदि कैंडलस्टिक की ऊपरी शैडो लम्बी तथा लोअर शैडो छोटी होती है तो इसका मतलब buyer अपनी ताकत दिखायगे तथा बिड प्राइस हाई होगा लेकिन सेशन के आखिर में सेलर अपनी ताकत दिखायगे तथा प्राइस वापस ओपन प्राइस के आसपास आ जायेगा। यदि कैंडलस्टिक की निचली शैडो लांग तथा ऊपरी शैडो छोटी होती है तो इसका मतलब सेशन के शुरू में sellers हावी रहेंगे और प्राइस को नीचे गिरा देंगे लेकिन सेशन के आखिर में buyers वापस आ जायेगे तथा प्राइस फिर से अपने ओपनिंग प्राइस के आसपास हो जायेगा।
Candlesticks pattern कई तरह के होते हैं इसलिए स्टॉक चार्ट को समझने के लिए आपको ये पता होना बहुत जरूरी है कि ये पैटर्न आपको क्या संदेश देते हैं। तभी आप इनका उपयोग अपने फायदे के लिए कर पायगे। Types of charts & it's importance of technical analysis- in hindi.
कैंडलस्टिक पैटर्न सामान्यतः कई प्रकार के होते है, इनकी सहायता से आप मूमेंटम तथा ब्रेकऑउट तथा वर्तमान ट्रैंड आगे चलेगा या नहीं इस बात का पता लगा सकते हैं। स्टॉक में कितना मूमेंटम बना हुआ है या बचा हुआ है,इसके साथ आप ये भी पता लगा सकते है कि क्या ब्रेकऑउट हो सकता है ? क्या वर्तमान ट्रैंड आगे चलेगा या रिवर्सल आ सकता है।
कैंडलस्टिक पैटर्न कई प्रकार हैं उन्हें निम्नलिखित कैटेगरी में बाँटा जा सकता हैं -
एक - बेसिक कैंडलस्टिक पैटर्न
दो - सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न
तीन - डबल कैंडलस्टिक पैटर्न
चार - ट्रिपल कैंडलस्टिक पैटर्न
Opening and closing time of stock market in India
Candlesticks pattern एक बड़ा सब्जेक्ट है इसलिए इसको एक पोस्ट में कवर नहीं किया सकता, इसके ऊपर मैं और भी पोस्ट लिख रही हूँ। कृपया कैंडलस्टिक पैटर्न की सम्पूर्ण जानकारी के लिए उन्हें भी पढ़े।
उम्मीद है , आपको ये पोस्ट जरूर पसंद आयी होगी । मेरी यही कोशिश रहती है कि जो भी लिखू जानवर्द्धक लिखू ऐसी ही इन्फॉर्मेशनल पोस्ट पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग को subscribe जरूर कीजिये ,इस पोस्ट से सम्बन्धित कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है।यदि ये पोस्ट आपको पसंद आयी हो तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
How candlestick charts work and what timeframe to choose
There are two basic types of charts available in Forex: Line and Japanese Candlestick. Let’s look closer at both of them.
Line charts
Line Charts are the simplest, as they only connect closing prices over a given time period and depict the general price trend.
You can use this type of chart as an overlay or for comparing charts when performing an inter-market analysis.
For example, you might compare the prices of the Australian dollar and gold using a line chart.
Candle charts
Japanese Candlesticks offer the most popular form of charting.
The candle chart bears much more information than the line chart and it is represented in an easy-to-grasp visual form.
The real body marks the area between the open and the close price. If price closes above the open, the body is hollow. If the price ends up closing lower, the body is solid.
The hollow candle is referred to as white, and the solid candle is called black, though, in reality, the chart जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण can be shown in any color.
The narrow line - called a shadow - shows the price range for the set time period.
One Japanese candlestick is basically a linear chart representing a price for a selected timeframe but shown in a more compact form.
Take a look at how a linear chart that represents a growing price converts into a white Japanese five-minute candle.
Now, this is how a linear chart that represents a falling price converts into a black Japanese five-minute candle:
What timeframe to choose for the chart
Traders use monthly, weekly, daily, 4-hour, hourly, 15-minute and even 1-minute timeframes.
Ideally, traders pick the main timeframe they are interested in and then choose a longer and a shorter timeframe to complement the main one.
The longer timeframes typically contain fewer and more reliable signals. The shorter timeframes usually contain more signals with less accuracy.
There are several types of traders, and they have different trading styles.
Swing or position traders prefer holding trades for days or weeks.
They mainly focus on the daily charts for their trades. They can also make use of a weekly chart when defining the long-term trend, as you can see on the example. And track a 4-hour chart when defining the immediate short-term trend.
Intraday traders, who enter and exit the market the same day, pay more attention to shorter timeframes such as the hourly and 4-hour charts for entry signals, and the daily chart for the broader trend.
Heiken Ashi कैंडलस्टिक चार्ट पहचान और प्रयोग
जापानी शब्दों Heiken Ashi का अर्थ है “औसत बार” – औसत मूल्य का बार| यह परिवर्तनीय घातों के बगैर भी आंकड़ों का बहुत अच्छी तरह विश्लेषण कर सकता है| बेसिक जापानी कैंडलस्टिक चार्ट से विकसित हुआ, Heiken Ashi चार्ट में हाई, लो और समाप्ति पर कीमतें आदि सभी औसत के फार्मूला द्वारा एडजस्ट की हुई होती हैं| फार्मूला लगाने के लिए आपको जापानी कैंडलस्टिक चार्ट लगाना होता है| खास तौर पर फार्मूला कुछ ऐसा होता है:
- Close: जापानी कैंडल समाप्ति पर मूल्य है
- Open: जापानी कैंडल की शुरुआत पर मूल्य
- High: जापानी कैंडल पर उच्चतम मूल्य
- Low: जापानी कैंडल पर सबसे कम मूल्य
- HA Open: Heiken Ashi कैंडलस्टिक पर शुरूआती मूल्य
- HA Close: Heiken Ashi कैंडलस्टिक पर समाप्ति मूल्य
- 0: वर्तमान सत्र
- -1: पिछला सत्र
- Max: विकल्पों में उच्चतम मूल्य
- Min: विकल्पों में निम्नतम मूल्य
Heiken Ashi कैंडल्स के लाभ?
ट्रेंड की पहचान करना आसान है
Heiken Ashi कैंडलस्टिक चार्ट की सहायता से प्राइस ट्रेंड की पहचान करना आसान होता है| निचली छाया रहित UP(बढ़त) कैंडल मजबूत अपट्रेंड दिखाती है, जबकि ऊपरी छाया रहित DOWN(गिरावट) कैंडल मजबूत डाउनट्रेंड दिखाती है| Heiken Ashi कैंडल पर रिवर्स विश्लेषण तकनीक बहुत आसानी से लग जाती है| पिछली कैंडल की जानकारी के औसत से बनी होने के कारण Heiken Ashi कैंडलस्टिक चार्ट में कोई गैप नहीं होते हैं|
शोर कम करना
जब बाजार में संतुलन होता है और अस्थिरता बहुत कम होती है तो Heiken Ashi कैंडलस्टिक तकनीक शोर को कम करती है| यह ट्रेडरों को इस जोन में ट्रेडिंग करने से बचने में सहायता करती है| खासतौर पर गैप का शोर जिसके कारण विश्लेषण टूल कीमत का विश्लेषण नहीं कर पाते| औसतों के मीन द्वारा, अधिक आसान विश्लेषण के लिए जानकरी देकर, यह अनावश्यक उतार-चढ़ाव को कम करती है|
अस्थिरता को आसानी से ट्रैक करना
चूँकि Heiken Ashi कैंडल दो क्रमागत कैंडल्स के बीच का शोर कम करती हैं, इसलिए आप ट्रेंड, रिवर्सल और पैटर्न को अधिक आसानी से पहचान सकते हैं| बेसिक जापानी कैंडल्स में आमतौर पर खाली जगहें(GAP) होती हैं, इनमें लगातार अप और डाउन होने के कारण इनका विश्लेषण करना कठिन होता है| Heiken Ashi द्वारा शोर को कम करने से समान रंग की कई कैंडल्स बनती हैं जिससे पीछे के लघु-अवधि उतार-चढ़ावों को पहचानना आसान हो जाता है|
Heiken Ashi और Renko के बीच अंतर
Heiken Ashi चार्ट दो क्रमागत कैंडल्स की जानकारियों के आधार पर औसत के सूत्र का उपयोग करता है| इसी बीच, Renko चार्ट केवल स्पष्ट आकार वाली गतिविधियाँ दिखाता है| Renko चार्ट में बॉक्स के आकार होते हैं जो समय द्वारा नियंत्रित नहीं होते बल्कि अप और डाउन चाल को फॉलो करते हैं| Heiken Ashi हर निश्चित समयावधि में नयी कैंडलस्टिक बनाती है जबकि Renko केवल तब नया ब्लॉक बनाती है जब कीमत में एक विशेष वृद्धि होती है|
Heiken Ashi कैंडलस्टिक चार्ट की सीमाएँ
Swing के लिए उचित नहीं होती है
Heiken Ashi तकनीक विश्लेषण के लिए दो क्रमागत सत्रों की जानकारी का उपयोग करती है, इसलिए इस अक्सर दीर्घावधि ट्रेडिंग के लिए प्रयोग किया जाता है| जो ट्रेडर Swing ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं उनके लिए यह ठीक नहीं है| फिर भी, ट्रेडरों को अक्सर तत्काल कदम उठाने पड़ते हैं लेकिन Heiken Ashi समय पर प्रतिक्रिया नहीं देती है| थोड़ी बहुत ट्रेडिंग करने के बाद आपको यह पता चलने लगेगा|
बहुत सारी जानकारियाँ छूट जाती हैं
औसत डेटा अस्थिरता पर प्रतिक्रिया नहीं देता है, और कभी-कभी समय पर प्रतिक्रिया न मिलने से बहुत सी जानकारियाँ छूट जाती हैं| बहुत से ट्रेडरों के लिए हर सत्र के समापन मूल्य बहुत महत्वपूर्ण होता है, लेकिन Heiken Ashi चार्ट पर वास्तविक समापन मूल्य नहीं दिखाई देता है|
जोखिम से बचने और समय पर टेक प्रॉफिट और स्टॉप लॉस लेने के लिए ट्रेडरों को वास्तविक कीमत लेनी चाहिए| बहुत से ट्रेडर Heiken Ashi कैंडलस्टिक के साथ जापानी कैंडलस्टिक भी प्रयोग करते हैं|
कोई Gap नहीं होता
बहुत से ट्रेडर, मोमेंटम के विश्लेषण, स्टॉप लॉस सेट करने या एंट्री को ट्रिगर करने के लिए Gap का प्रयोग करते हैं| तकनीकी विश्लेषण में यह बहुत महतवपूर्ण कारक है, इसलिए ट्रेडर मूल डेटा को वरीयता देते हैं|
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