क्रिप्टोकरेंसी पर ED की जबरदस्त छापेमारी, 22 करोड़ की कीमत के 150 से ज्यादा बिटकॉइन जब्त
ईडी ने बिनेंस क्रिप्टो एक्सचेंज में वॉलेट/यूजर आईडी पर छापेमारी की है. इस कार्रवाई में ईडी ने 22 करोड़ से ज्यादा बाइनेंस क्रिप्टोकरेन्सी एक्सचेंज कीमत वाले 150 से ज्यादा बिटकॉइन जब्त किए हैं. ये कार्रवाई ईडी ने बाइनेंस क्रिप्टोकरेन्सी एक्सचेंज PMLA के तहत की है.
ईडी ने बाइनेंस क्रिप्टो एक्सचेंज में वॉलेट/यूजर आईडी पर छापेमारी की है. इस कार्रवाई में ईडी ने 22 करोड़ से ज्यादा कीमत वाले 150 से ज्यादा बिटकॉइन जब्त किए हैं. ये कार्रवाई ईडी ने PMLA के तहत की है. ईडी की ये कार्रवाई मोबाइल गेमिंग ऐप्लीकेशन की जांच से जुड़ी है. ईडी मोबाइल गेमिंग ऐप E-Nuggets केस की जांच कर रही थी, जिसको लेकर ये कार्रवाई की गई है.
कल 10 नवंबर का दिन क्रिप्टो मार्केट में काफी अफरा तफरी वाला रहा है. सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में 8 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज हुई है. बिटकॉइन के भाव 17 हजार डॉलर से ज्यादा नीचे गिर गए हैं. वर्तमान में एक बिटकॉइन की कीमत 14,03,120.73 रुपये है. पूरे ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप की बात करें तो इसमें 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है. ये मार्केट 67.29 लाख करोड़ रुपये के लेवल पर पहुंच चुका है.
ग्लोबल इनवेस्टमेंट बैंक जेपी मॉर्गन ने क्रिप्टोकरेंसी के बाजार के बारे में चेतावनी दी है. फर्म के विश्लेषकों ने यह भविष्यवाणी की है कि बिटकॉइन की कीमत गिरकर 13,000 डॉलर हो सकती है. जेपी मॉर्गन चेस के एनालिस्ट, ग्लोबल मार्केट के स्ट्रैटेजिस्ट निकोलाओस पैनिगिर्त्ज़ोग्लू के नेतृत्व में, गुरुवार को एक नोट में एफटीएक्स स्थिति और बिटकॉइन के लिए कीमतों के पूर्वानुमान पर विश्लेषण प्रदान किया.
देश के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज को फेमा उल्लंघन के लिए ED का नोटिस
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। एक्सचेंज को यह नोटिस 2,790 करोड़ रुपये के लेनदेन में कथित रूप से विदेशी विनिमय प्रबंधन कानून (फेमा) के उल्लंघन के लिए जारी किया गया है।
इस एक्सचेंज वजीरएक्स की स्थापना दिसंबर, 2017 में कंपनी जन्माई लैब्स बाइनेंस क्रिप्टोकरेन्सी एक्सचेंज प्राइवेट लि. के तहत हुई थी। इसे घरेलू क्रिप्टोकरेंसी स्टार्टअप के रूप में स्थापित किया गया था। केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा जांच के बाद जो नोटिस जारी किया गया है उसमें एक्सचेंज के निदेशक निश्चल सेठी और हनुमान महात्रे का भी नाम है। ईडी ने कहा कि एक ‘चीनी के स्वामित्व’ वाली गैरकानूनी ऑनलाइन बेटिंग ऐप से संबंधित मनी लांड्रिंग की जांच के दौरान उसे कंपनी के इस लेनदेन की जानकारी मिली।
ईडी ने कहा कि यह कारण बताओ नोटिस 2,790.74 करोड़ रुपये के लेनदेन के संदर्भ में है। प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि जांच में यह तथ्य सामने आया कि चीन के नागरिकों ने भारतीय रुपये की जमा को क्रिप्टोकरेंसी टीथर (यूएसडीटी) में बदलकर 57 करोड़ रुपये की अपराध की कमाई का धनशोधन किया। बाद में इसे बाइनेंस (केमैन आइलैंड में पंजीकृत एक्सचेंज) वॉलेट को स्थानांतरित कर दिया गया।
बाइनेंस ने 2019 में वजीरएक्स का अधिग्रहण किया था। ईडी का आरोप है कि वजीरएक्स ने क्रिप्टोकरेंसी के जरिये व्यापक लेनदेन की अनुमति दी। वजीरएक्स ने धन शोधन रोधक कानून और आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) और साथ में फेमा दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए जरूरी दस्तावेजों को जुटाए बिना इनकी अनुमति दी।
Cryptocurrency jobs: बाइनेंस बड़े स्तर पर करेगा हायरिंग, दिसंबर तक इतने लोगों को रोजगार देने का टारगेट
Binance hiring: बाइनेंस के सीईओ चांगपेंग झाओ (Changpeng बाइनेंस क्रिप्टोकरेन्सी एक्सचेंज Zhao) ने ऐलान किया है कि उनकी कंपनी साल के आखिरी तक कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने वाली है.
Crypto careers: जहां एक तरफ क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में लोगों का पैसा डूब रहा है. दिनोंदिन क्रिप्टोकरेंसी के दाम में कमी आ रही है. उसी वजह से निवेशक भी इस मार्केट से दूरी बना रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बाइनेंस (Binance) अपनी कंपनी में नए लोगों को रोजगार देने की बात कर रही है. दुनिया की दिग्गज कंपनियां जैसे ट्वीटर, गूगल लोगों को बाहर का रास्ता दिखा रही है. वहीं दूसरी तरफ दुनिया की बड़ी क्रिप्टोकरेंसी-एक्सचेंज बाइनेंस साल के आखिरी तक नई हायरिंग करने वाली है. ये बात खुद कंपनी के सीईओ ने ट्वीट कर बताई. इस खबर में जानते हैं कि कितने लोगों को नौकरियां मिलने वाली है.
बाइनेंस देगा नौकरी
दुनिया की ज्यादातर टेक कंपनियां छंटनी कर रही है. वहीं दूसरी तरफ दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी-एक्सचेंज बाइनेंस (Binance) नए लोगों को हायर करने का प्लान बना रही है. बाइनेंस (Binance) के सीईओ चांगपेंग झाओ (Changpeng Zhao) ने कहा है कि कंपनी इस साल के आखिरी तक अपनी टीम को बढ़ाकर 8,000 करने वाले हैं. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा है कि, " अभी तक कंपनी में लगभग 5,900 कर्मचारी थे, कुछ दिनों में हायरिंग के बाद ये संख्या बढ़कर 7,400 से ज्यादा हो चुकी हैं और साल के आखिरी तक हम इसे बढ़ाकर 8 हजार तक करने वाले हैं.
2,000 पदों पर हायर करने का लिया फैसला
झाओ ने 15 जून के एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा है कि, कुछ महीने पहले तक सुपर बाउल विज्ञापनों, स्टेडियम के नाम के राइट्स और बड़े स्पॉन्सर डील्स आदि के लिए ना करना आसान नहीं था, लेकिन हमने किया. यह 2 हजार पदों के लिए हायरिंग का फैसला था.
क्रिप्टो एक्सचेंज हुआ धराशायी
यह फैसला इसलिए भी दिलचस्प है क्योंकि कुछ दिनों पहले ही दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज FTX धराशायी हो गया था और उसके मालिक को रातोंरात एक लाख करोड़ रुपये की चपत लग चुकी बाइनेंस क्रिप्टोकरेन्सी एक्सचेंज है. ऐसे में उसकी बड़ी प्रतिद्वंदी बाइनेंस का ये फैसला चौंकाने वाला है. आपको बता दें कि FTX कुछ दिनों से नकदी संकट से जूझ रहा था. उसके बाद बाइनेंस इसे खरीदने वाला था, लेकिन बाद में वह इस डील से पीछे हट गया. जिसके बाद FTX के शेयर धराशायी हो गए.बाइनेंस क्रिप्टोकरेन्सी एक्सचेंज
देश के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज को फेमा उल्लंघन के लिए ईडी का नोटिस
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। एक्सचेंज को यह नोटिस 2,790 करोड़ रुपये के लेनदेन में कथित रूप से विदेशी विनिमय प्रबंधन कानून (फेमा) के उल्लंघन के लिए जारी किया गया है।
Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: June 11, 2021 18:02 IST
Photo:FILE
देश के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज को फेमा उल्लंघन के लिए ईडी का नोटिस
नयी दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। एक्सचेंज को यह नोटिस 2,790 करोड़ रुपये के लेनदेन में कथित रूप से विदेशी विनिमय प्रबंधन कानून (फेमा) के उल्लंघन के लिए जारी किया गया है। इस एक्सचेंज वजीरएक्स की स्थापना दिसंबर, 2017 में कंपनी जन्माई लैब्स प्राइवेट लि.के तहत हुई थी। इसे घरेलू क्रिप्टोकरेंसी स्टार्टअप के रूप में स्थापित किया गया था।
केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा जांच के बाद जो नोटिस जारी बाइनेंस क्रिप्टोकरेन्सी एक्सचेंज किया गया है उसमें एक्सचेंज के निदेशक निश्चल सेठी और हनुमान महात्रे का भी नाम है। ईडी ने कहा कि एक ‘चीनी के स्वामित्व’ वाली गैरकानूनी ऑनलाइन बेटिंग ऐप से संबंधित मनी लांड्रिंग की जांच के दौरान उसे कंपनी के इस लेनदेन की जानकारी मिली। ईडी ने कहा कि यह कारण बाइनेंस क्रिप्टोकरेन्सी एक्सचेंज बताओ नोटिस 2,790.74 करोड़ रुपये के लेनदेन के संदर्भ में है।
प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि जांच में यह तथ्य सामने आया कि चीन के नागरिकों ने भारतीय रुपये की जमा को क्रिप्टोकरेंसी टीथर (यूएसडीटी) में बदलकर बाइनेंस क्रिप्टोकरेन्सी एक्सचेंज 57 करोड़ रुपये की अपराध की कमाई का धनशोधन किया। बाद में इसे बाइनेंस (केमैन आइलैंड में पंजीकृत एक्सचेंज) वॉलेट को स्थानांतरित कर दिया गया। बाइनेंस ने 2019 में वजीरएक्स का अधिग्रहण किया था। ईडी का आरोप है कि वजीरएक्स ने क्रिप्टोकरेंसी के जरिये व्यापक लेनदेन की अनुमति दी। वजीरएक्स ने धन शोधन रोधक कानून और आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) और साथ में फेमा दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए जरूरी दस्तावेजों को जुटाए बिना इनकी अनुमति दी।
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