ऑनलाइन शिशु मुद्रा ऋण

हमारे बैंक ने बैंक द्वारा कारोबार करने के तरीके को डिजिटाइज़ करने के उद्देश्य से “प्रोजेक्ट वेव” शुरू किया है। डिजिटल पहल के एक हिस्से के रूप में हमारे बैंक ने “ऑनलाइन शिशु मुद्रा ऋण” लॉन्च किया है जो मौजूदा पूर्व-चयनित ग्राहकों को डिजिटल प्रोसेसिंग के माध्यम से तत्काल एमएसएमई ऋण प्रदान करता है। विभिन्न मानदंडों जैसे आयु, क्रेडिट स्कोर और खाते में लेनदेन के विवरण आदि के आधार पर ग्राहक का पूर्व-चयन किया जाता है।

ग्राहक ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं और संपूर्ण प्रसंस्करण, मूल्यांकन, दस्तावेजीकरण, मंजूरी और संवितरण डिजिटल प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा। ग्राहक निम्नलिखित में से किसी भी चैनल के माध्यम से इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं:

  • अप्लाई लोन टैब के तहत इंटरनेट बैंकिंग
  • अप्लाई लोन टैब के तहत मोबाइल बैंकिंग
  • इंडियन बैंक वेबसाईट

ऑनलाइन शिशु मुद्रा ऋण के विशेष लाभ:

  • ग्राहक को शाखा में जाने की कोई आवश्यकता नहीं
  • भौतिक आवेदन की आवश्यकता नहीं
  • केवाईसी सत्यापन की आवश्यकता नहीं क्योंकि केवल केवाईसी अनुपालन करने वाले ग्राहकों का ही चयन किया जाता है
  • शाखा द्वारा कोई मैनुअल मूल्यांकन और मंजूरी की आवश्यकता नहीं
  • किसी मैनुअल दस्तावेजीकरण की आवश्यकता नहीं – ई-स्टैम्पिंग और ई-हस्ताक्षर के माध्यम से डिजिटल दस्तावेज़ निष्पादन
  • मैन्युअल खाता खोलने और संवितरण की आवश्यकता नहीं
  • शाखा के हस्तक्षेप के बिना तत्काल स्वीकृति और संवितरण

पूर्व-आवश्यक / दस्तावेज़ :
ऑनलाइन शिशु मुद्रा ऋण के लिए आवेदन करने से पहले आवेदक के पास निम्नलिखित विवरण होना चाहिए:

  • पैन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • उद्यम पंजीकरण प्रमाणपत्र (लिंक किया गया मोबाइल नंबर सीबीएस और प्रमाणपत्र में एक समान होना चाहिए)
  • वैध ई-मेल आईडी
  • सक्रिय मोबाइल नंबर जो बचत खाते / चालू खाते, आधार कार्ड और उद्यम पंजीकरण प्रमाणपत्र (यूआरसी) से जुड़ा हुआ हो। ओटीपी संबंधित साइट के साथ पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा

योजना के दिशानिर्देश – ऑनलाइन शिशु मुद्रा ऋण

  • 18 वर्ष से अधिक एवं 60 वर्ष तक की आयु के भारत में निवास करने वाले व्यक्ति / प्रोप्राइटर।
  • स्टाफ सदस्य एवं सरकारी वेतनभोगी से इतर व्यक्ति
  • प्रोप्राइटरशिप फर्म।
  • बैंक का मौजूदा ग्राहक जिसका खाता कम से कम 12 महीने से हमारे बैंक में है।
  • बचत खाते या चालू खाते के रूप में व्यावसायिक खाता परिचालन अवस्था में हो एवं एकल आवेदक द्वारा परिचालित होन चाहिए।
  • ग्राहक का खाता पहले से सी-केवाईसी / ई-केवाईसी अनुपालित होना चाहिए।
  • खाता वर्तमान में और विगत 2 वर्षों के दौरान कभी एनपीए नहीं हुआ हो।
  • आवेदन की तिथि को आवेदक के सीआईएफ़ पर हमारे बैंक में अन्य कोई व्यावसायिक ऋण नहीं लिया गया हो।

उधारकर्ता को बैंक के मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार सिबिल प्रभार का भुगतान करना होगा।

डिजिटल मुद्रा ऋण

विवरण

ब्यौरा

उत्पाद का नाम

डिजिटल शिशु मुद्रा लोन (एसटीपी)

उद्देश्य

कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पात्र शिशु मुद्रा ग्राहकों को आवश्यकता आधारित सावधि ऋण

मात्रा (अधिकतम)

मार्जिन

प्राथमिक प्रतिभूति

बैंक वित्त से निर्मित/खरीदे गए स्टॉक, बुक ऋण एवं वर्तमान एवं भविष्य की अन्य परिसंपत्तियों का दृष्टिबंधक

संपार्श्विक प्रतिभूति

गारंटी

ब्याज दर

वर्तमान में ईबीएलआर +1.25% यथालागू दंडात्मक ब्याज।

पुनर्भुगतान अवधि

समान मासिक किस्तों में अधिकतम 36 महीने की अवधि के भीतर चुकाया जाना है। अधिस्थगन शून्य है। प्लैटफार्म के माध्यम से ऋण आवेदन करने के समय आवेदक को न्यूनतम 12 महीने और अधिकतम 36 महीने के लिए पुनर्भुगतान अवधि के चयन करने की अनुमति है।

प्रोसेसिंग प्रभार

दस्तावेजीकरण प्रभार एवं सुविधा शुल्क

₹ 950 + जीएसटी और वास्तविक स्टांप शुल्क (संवितरण के समय स्वतः संग्रहण)

पात्रता मापदंड

विनिर्माण वाले सूक्ष्म उद्यम, व्यापार और सेवा क्षेत्र में लगे सभी व्यक्ति

आवेदक किसी भी बैंक/वित्तीय संस्थान में चूककर्ता नहीं होना चाहिए

दस्तावेजीकरण

ग्राहक एनईएसएल प्लेटफॉर्म पर आधार क्रमांक पर आधारित ओटीपी प्रणाली के माध्यम से दस्तावेजों को डिजिटल रूप से निष्पादित कर सकेंगे।

ऋण का नवीनीकरण

नवीनीकरण मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार सालाना किया जाना है।

अन्य विशेषताएं

ग्राहकों के अनुकूल, बैंक की वेबसाइट, नेट बैंकिंग और मोबाइल ऐप के माध्यम से ऑनबोर्डिंग।

कोई भौतिक दस्तावेज जमा नहीं करना।

शाखा जाने की आवश्यकता नहीं।

कम टीएटी (5-7 मिनट के भीतर मंजूरी)

व्यवसाय इकाई को सत्यापित करने के लिए जियोटैगिंग टूल का उपयोग।

पूरी तरह से स्वचालित और डिजिटल प्रक्रिया , मिनटों में ऋण दस्तावेजीकरण और सूक्ष्म उद्यमियों को ऋणों का संवितरण।

खाते का एनपीए के रूप

में वर्गीकरण

डिजिटल शिशु मुद्रा लोन (एसटीपी) के तहत मंजूर गए ऋणों के लिए आय की पहचान, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधान पर मौजूदा विवेकपूर्ण मानदंड लागू होंगे:

सामान्य एमएसएमई अग्रिम पर लागू ब्याज समान रूप से प्रभारित किया जाना है।

डिजिटल शिशु मुद्रा लोन (एसटीपी) के ऑनलाइन आवेदन के लिए, कृपया यहाँ क्लिक करें

ब्याज दर - हमारी नवीनतम ब्याज दरों को जानने के लिए कृपया यहां क्लिक करें

शर्तें लागू

अधिक जानकारी के लिए, कृपया हमारी नजदीकी शाखा से संपर्क करें

डिजिटल लोन क्या है, पैसे की आवश्यकता हो तो कैसे मिलेगा डिजिटल लोन, जानिए सभी प्रक्रिया

What is digital loan if you need money how can you get help from digital loan PC- pixabay.com

what is digital loan डिजिटल लोन नए जमाने का कर्ज देने की पद्धति है ऑनलाइन तकनीक प्लेटफॉर्म का उपयोग कर कर्ज दिया जाता है। किसी भी ऑनलाइन कर्जदाता के पोर्टल या ऐप पर जाकर कर्ज के लिए आवेदन कर सकते हैं।

नई दिल्ली, रोहित गर्ग। भारत और दुनिया के एक तिहाई से अधिक लोग कोरोना महामारी के कारण दो मोर्चों पर लड़ाई लड़ रहे हैं। एक है डिजिटल मुद्रा ऋण जान बचाने की लड़ाई और दूसरी है रोजी-रोटी, कारोबार और अर्थव्यवस्था को बचाने की जद्दोजहद। कोविड पहली बार मार्च 2020 में सामने आया और आज, एक साल बाद भी, यह जीवन और देश की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है। कोरोना वायरस के हालिया वैरिएंट ने देश में सभी स्तरों पर व्यवसायों को फिर से परेशानी में डाल दिया है। देश के अधिकांश राज्यों ने कोरोना वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए नए दिशानिर्देशों की घोषणा की है। कोरोना वायरस वैक्सीन या टीका के लॉन्च और उपलब्धता के बाद भी स्थिति नियंत्रण में नजर नहीं आ रही है। राज्यों और देश में लगातार बढ़ती मौतों की खबर हैरान करने वाली है। व्यवसायी इस समय को किसी तरह से गुजार रहे हैं और कई नौकरी करने वाले घर से काम कर रहे हैं। हालाँकि हम इस कठिन समय में घर के अंदर रह रहे हैं, लेकिन हमारे वित्तीय दायित्व पहले वाले ही हैं। इस कठिन समय में डिजिटल कर्ज के जरिए आपको अपने वित्तीय दायित्वों को दूर करने में मदद मिल सकती है।

डिजिटल कर्ज क्या है?

डिजिटल लेंडिंग यानी डिजिटल कर्ज नए जमाने का लेंडिंग मॉडल (कर्ज देने की पद्धति) है, जिसके तहत ऑनलाइन तकनीक प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हुए कर्ज दिया जाता है। पर्सनल लोन प्राप्त करने की प्रक्रिया काफी सरल है। आपको बस किसी भी ऑनलाइन कर्जदाता के पोर्टल या ऐप पर जाने और कर्ज के लिए आवेदन करने की आवश्यकता है। ऐप या पोर्टल पर उपलब्ध ऐप्लिकेशन फॉर्म (आवेदन प्रपत्र) को भरकर डिजिटल पर्सनल लोन के लिए अप्लाई किया जा सकता है। ऑनलाइन पर्सनल लोन बहुउद्देश्यीय होते हैं और इसलिए आपकी किसी भी व्यक्तिगत या व्यावसायिक आवश्यकता के लिए इनका लाभ लिया जा सकता है।

डिजिटल कर्जदाता तत्काल पर्सनल लोन कैसे प्रोसेस करते हैं

कर्ज की आवश्यकता वाले प्रत्येक कर्जदार की एक विशिष्ट वित्तीय पृष्ठभूमि और आवश्यकता होती है। डिजिटल कर्जदाताओं के साथ स्वचालित सॉफ्टवेयर आपकी वित्तीय स्थिति के आधार पर आपको वर्गीकृत करने के लिए पर्याप्त स्मार्ट होते हैं। जैसे ही आप कर्जदाता के पोर्टल या ऐप पर कर्ज के लिए आवेदन करते हैं, उनके सॉफ़्टवेयर द्वारा तुरंत आपके क्रेडिट इतिहास, वित्तीय स्थिति आदि की जाँच की जाती है। आपको अपनी क्रेडिट सीमा उस विशेष ऋणदाता की वेबसाइट या ऐप्लिकेशन पर मिलती है जिसके तहत आप कोई भी राशि उधार ले सकते हैं। अब, प्रारंभिक फॉर्म भरने और कर्ज की सीमा तय करने की की तरह ही फण्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया भी काफी तेज है। दस्तावेजीकरण प्रक्रिया तेज है क्योंकि आपको कोई भौतिक दस्तावेज़ जमा करने की आवश्यकता नहीं है। आप अपने सभी दस्तावेजों को कर्जदाता के ऐप या पोर्टल पर ऑनलाइन अपलोड कर सकते हैं। जैसे ही आप कर्ज के दस्तावेज पोरे करते हैं और कर्ज के लिए आवेदन करते हैं, कर्ज की राशि आपके खाते में वितरित कर दी जाती है।

तत्काल व्यक्तिगत ऋण एप के माध्यम से व्यक्तिगत ऋण प्राप्त करने की पूरी प्रक्रिया में, आपको ऋणदाता के साथ आमने-सामने बातचीत करने की आवश्यकता नहीं है। इस प्रकार, यह नए जमाने का कर्ज मॉडल पूरी तरह से मिलेनियल्स के कर्ज की जरूरतों को पूरा करता है।

अगर आप लॉकडाउन की स्थिति में कर्ज चाहते हैं तो तत्काल व्यक्तिगत कर्ज (इंस्टेंट पर्सनल लोन) आपके लिए कर्ज का सबसे अच्छा विकल्प है। चूँकि सोशल डिस्टेंसिंग और घर पर रहना वायरस से सुरक्षित रहने का सबसे अच्छा तरीका है, इसलिए डिजिटली संपादित होने वाली सभी चीजें हमें सुरक्षित रहने में मदद कर सकती हैं। इसलिए, जब आप अपने घर से बाहर निकले बिना अपनी ज़रूरत का कर्ज प्राप्त कर सकते हैं, तो आप सुरक्षित रहते हैं और अपनी जरूरत के पैसे समय पर और बिना किसी परेशानी के प्राप्त करते हैं।

डिजिटल पर्सनल लोन के लाभ

तत्काल व्यक्तिगत ऋण उन व्यक्तियों के लिए सही विकल्प हैं जिन्हें तत्काल धन की आवश्यकता है। एक डिजिटल कर्जदाता आपको कुछ ही घंटों में पर्सनल लोन प्रदान कर सकता है। तत्काल मिलने वाले पर्सनल लोन बहुउद्देश्यीय होते हैं और इसे किसी भी प्रकार के खर्च के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। पर्सनल लोन में लचीलेपन की सुविधा होती है, इसलिए आप उधार ली गई राशि का उपयोग व्यक्तिगत और व्यावसायिक उपयोग दोनों के लिए कर सकते हैं। आप तत्काल मिले पर्सनल लोन के माध्यम से उधार लिए गए धन का उपयोग चिकित्सा व्यय, उच्च शिक्षा, शादी, यात्रा, गृह नवीकरण आदि के लिए कर सकते हैं।

निष्कर्ष

इस प्रकार, यदि आप इस लॉकडाउन के दौरान धन के स्रोतों की तलाश कर रहे हैं, तो डिजिटल पर्सनल लोन आपके लिए बिल्कुल उपयुक्त हैं। स्मार्टकॉइन देश में अग्रणी डिजिटल कर्जदाताओं में से एक है, जो डिजिटल कर्ज प्रदान करता है। इसलिए, यदि आपको इस चुनौतीपूर्ण समय में किसी वित्तीय सहायता की आवश्यकता है, तो आप उसे डिजिटल पद्धति से तुरंत प्राप्त कर सकते हैं।

(लेखक- स्मार्टकॉइन के सीईओ और सह-संस्थापक हैं, लेख में व्यक्त उनके विचार निजी हैं)

भारतीय रिजर्व बैंक के डिजिटल रुपये से व्‍यापारियों को कितना होगा फायदा? जानें

आरबीआई के डिजिटल करेंसी से क्‍या होगा व्‍यापारियों को फायदा, जानें (फोटो- मनीकंट्रोल)

कैट के महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि प्रमाणित बिक्री कारोबार डेटा के अभाव में खुदरा व्यापारी बैंकों से ऋण प्राप्त . अधिक पढ़ें

  • News18 हिंदी
  • Last Updated : December 02, 2022, 15:03 IST

नई दिल्‍ली. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज रिटेल डिजिटल रुपया (Digital Rupee– e₹-R) लॉन्च किया है. शुरुआत में चार बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक से इसकी खरीद की जा सकेगी. जहां आम लोगों को इससे फायदा होने की बात कही जा रही है वहीं इस डिजिटल करेंसी से भारत के व्‍यापारियों को कितना लाभ होगा, ये बड़ा सवाल है.

इस बारे में कन्‍फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की ओर से कहा गया कि खुदरा स्तर पर डिजिटल मुद्रा शुरू करने का भारतीय रिजर्व बैंक का निर्णय एक स्वागत योग्य कदम है और कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) जल्द ही व्यापार में भुगतान के तरीके के रूप में डिजिटल रुपये को अपनाने और स्वीकार करने के लिए देश भर के व्यापारिक समुदाय के बीच एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू करेगा.
" isDesktop="true" >

कैट के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष बीसी भरतिया और राष्‍ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था को जमीनी स्तर से बढ़ावा देगा. भारतीय अर्थव्यवस्था उपभोग आधारित है. खुदरा विक्रेता और उपभोक्ता अर्थव्यवस्था में राजा हैं. भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत बड़ी है लेकिन खुदरा स्तर पर नकद मुद्रा के उपयोग के कारण व्यापार में कैश करेंसी का एक बड़ा हिस्सा है जो बेहिसाब रह जाता है. डिजिटल मुद्रा की शुरुआत के साथ, प्रत्येक लेनदेन भारतीय रिजर्व बैंक की पुस्तकों और भारत सरकार के रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा. हम दुनिया की सबसे बड़ी घरेलू अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में सक्षम होंगे. हमारे देश में खुदरा बाजार का सटीक आकार रिकॉर्ड किए गए लेन-देन से प्रमाणित होगा.

आपके शहर से (दिल्ली-एनसीआर)

दिल्ली: IGI एयरपोर्ट पर चेकिंग के दौरान पुलिस ने लूट लिया 50 लाख का सोना, 2 हेड कांस्टेबल सस्पेंड, केस दर्ज

सिर्फ बूस्‍टर या पहली-दूसरी डोज में भी ले सकेंगे नेजल वैक्‍सीन? NTAGI चीफ ने बताया

1 जनवरी से व्‍यापारी करेंगे आंदोलन, जीएसटी और ई-कॉमर्स को लेकर ये है मांग

राहुल गांधी को ठंड नहीं लगती? आखिर एक टी-शर्ट में कैसे कर रहे भारत जोड़ो यात्रा? कन्हैया कुमार ने यह दिया जवाब

दिल्लीः जसोला विहार मेट्रो स्टेशन पर ड्रोन गिरने से मचा हड़कंप, कुछ देर के लिए रोकनी पड़ी मेट्रो

स्वाद का सफ़रनामा: विदेशी फल ड्रैगन फ्रूट गुणों से है भरपूर, पीएम नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैं इसकी तारीफ

नेजल वैक्‍सीन iNCOVACC की पहली-दूसरी डोज के बीच कितना होगा अंतराल? जानें

दिल्ली: सेक्रेड हार्ट कैथेड्रल पहुंचकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की प्रार्थना, बच्चों ने गाए क्रिसमस कैरोल

दिल्‍ली मेट्रो को हुए 20 साल, कश्‍मीरी गेट से चलाई गई पहली ट्रेन

भारत में कोरोना को लेकर आयुष की तैयारी, काढ़ा सहित रक्षा किटें हो रहीं तैयार

दिल्ली में आज सबसे सर्द दिन, अभी और लुढ़केगा पारा, IMD ने जारी किया 'कोल्ड वेव' अलर्ट

दोनों व्यापारी नेताओं ने कहा क‍ि डिजिटल करेंसी डिजिटल इंडिया की स्वीकार्यता के प्रसार में मदद करेगी. खुदरा कारोबार की वास्तविक गणना प्राप्त करने से, भारतीय रिजर्व बैंक और साथ ही भारत सरकार व्यापारी और उपभोक्ता अनुकूल नीतियां बनाने की स्थिति में होगी.

भरतिया और खंडेलवाल दोनों ने कहा कि प्रमाणित बिक्री कारोबार डेटा के अभाव में खुदरा व्यापारी बैंकों से ऋण प्राप्त करने में असमर्थ हैं. डिजिटल मुद्रा की शुरूआत के साथ खुदरा विक्रेता के वास्तविक कारोबार को बैंकों से बेहतर ऋण प्राप्त करने के लिए डिजिटल लेनदेन द्वारा प्रमाणित किया जाएगा.

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को मुद्रा की छपाई और वितरण में करोड़ों रुपये खर्च करने पड़ते हैं. डिजिटल करेंसी से भारतीय रिजर्व बैंक को भारी बचत होगी. डिजिटल करेंसी इको फ्रेंडली भी है. कागजी मुद्रा की छपाई के लिए इस्तेमाल होने वाले कागज की बचत होगी. कागज के लिए पेड़ों की कटाई कम होगी. रासायनिक रंगों के कम प्रयोग से पर्यावरण संरक्षण होगा. डिजिटल करेंसी से सॉफ्टवेयर उद्योग विकसित करने में मदद मिलेगी. इससे लाखों युवाओं डिजिटल मुद्रा ऋण को रोजगार मिलेगा. जल्द ही हम डिजिटल इंडिया को व्यावहारिक रूप से लागू और स्वीकार करते हुए देखेंगे.

ऐसा होने से आईटी उत्पादों, सॉफ्टवेयर और डिजिटल उद्योग से जुड़े अन्य उत्पादों की बहुत मांग होगी. भारत दुनिया का सबसे युवा देश बनने जा रहा है. देश का युवा तकनीक के साथ चलता है. सरकार भारत के लोगों को डिजिटल तकनीक की ओर ले जा रही है। डिजिटल उत्पादों के लिए विशाल बाजार निकट है. भारत नवीन डिजिटल मुद्रा ऋण विचारों वाले युवाओं का देश है. हम बाजारों में आने वाले स्टार्ट अप में अत्यधिक वृद्धि देखेंगे. जिसके फल स्वरुप रोजगार चाहने वाले अब रोजगार देने वाले बनेंगे.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

Digital Currency: 100 से अधिक देशों में मौजूद है डिजिटल करेंसी, भारत में आज से होगी शुरुआत

भारत ने अपनी डिजिटल करेंसी के पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत 1 नवंबर 2022 को कर दी है। फिलहाल अभी यह सरकारी प्रतिभूतियों के लेन-देन में इस्तेमाल की जा रही है लेकिन जल्द ही रिटेल यूजर्स के लिए इसकी शुरुआत होने की उम्मीद है।

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। अब जेब में कैश लेकर चलने की जरूरत रहेगी और न ही किसी थर्ड पार्टी ऐप द्वारा ऑनलाइन पेमेंट की कोई मजबूरी होगी। आज भारत का रिटेल डिजिटल रुपया (Digital Rupee) लॉन्च होने जा रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लॉन्च करने की घोषणा कर चुका है। आपको बता दें कि इससे पहले भारतीय रिजर्व बैंक ने एक नवंबर से देश में प्रायोगिक तौर पर केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) की शुरुआत की है।

SBI Canara HDFC ICICI Bank FD Rates for senior citizen (Jagran File Photo)

भारत ही नहीं, विश्व के लगभग आधे देशों में इस समय सीबीडीसी पर काम हो रहा है। आइए समझें, क्या है यह करेंसी, कैसे काम करती है और कौन सा देश इस नवाचार में कितना आगे बढ़ा है.

रेटिंग: 4.67
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 749