अनुराग ठाकुर हिमाचल के साथ-साथ देश की राजनीति में खासा दखल रखते हैं. अनुराग, हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता प्रेम कुमार धूमल के पुत्र हैं और हिमाचल की हमीरपुर लोकसभा सीट से सांसद हैं. वह अब तक चार बार सांसद चुने जा चुके हैं. वह भाजयुमो के अध्यक्ष भी रहे हैं.
Gujarat Himachal Elections Result 2022: काउंटिंग सेंटर से स्ट्रांग रूम तक कड़ी सुरक्षा- Video
गुजरात और हिमाचल प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव का परिणाम आज आएगा. 8 बजे से मतगणना शुरू होगी. दोनों राज्यों में मतगणना स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. TV9 भारतवर्ष पर देखिए दोनों राज्यों के सबसे तेज नतीजे. हर काउंटिंग सेंटर पर TV9 के रिपोर्टर मौजूद हैं.
Himachal Pradesh Election Results: भाजपा क्यों हार गई अनुराग ठाकुर के जिले की पांचों विधानसभा सीट, जानिए कारण?
(Photo Credit – Facebook/official.anuragthakur)रुझान क्यों मौजूद हैं?
Himachal Pradesh Election Result: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के 68 विधानसभा सीटों में से 40 सीटों को जीतकर कांग्रेस (Congress) ने भाजपा (BJP) को सत्ता से बाहर कर दिया है। हिमाचल प्रदेश से कई नेता भाजपा और केंद्र सरकार में बड़े पदों पर हैं। ऐसे ही एक नेता अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) हैं, जो केंद्र सरकार में मंत्री हैं और हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल (Prem Kumar Dhumal) के बेटे हैं। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी अनुराग ठाकुर के पैतृक हमीरपुर जिले की पांचों सीट हार गई है।
धूमल ने दिया था भाजपा को सुझाव
अनुराग ठाकुर ने हालिया विधानसभा चुनाव के लिए हिमाचल में काफी समय बिताया था। हमीरपुर जिले में बड़े पैमाने पर प्रचार भी किया था। धूमल परिवार का जिले के समीरपुर गांव में अपना पुश्तैनी घर है। भाजपा के चुनावी घोषणापत्र के जारी होने से ठीक पहले द इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक साक्षात्कार में धूमल ने कहा था कि उन्होंने पार्टी को सुझाव दिया था कि उसे कम से कम चतुर्थ श्रेणी के सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना की वापसी की घोषणा करनी चाहिए।
दूसरी तरफ कांग्रेस ने सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना की वापसी की घोषणा। माना जा रहा है कि यह घोषण कांग्रेस की जीत के विभिन्न कारणों में से एक है।
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अनुराग ठाकुर के प्रचार में क्या था?
चुनाव प्रचार के दौरान अनुराग ठाकुर ने वन रैंक वन पेंशन योजना, सेना के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट के स्वदेशी निर्माण, राफेल विमान के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में मोदी सरकार द्वारा संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने जैसे मुद्दों पर बात की।
हमीपुर की पांच विधानसभा सीटों में से सुजानपुर पर कांग्रेस के मौजूदा विधायक राजिंदर सिंह ने 399 मतों से जीत दर्ज की है। कांग्रेस के सुरेश कुमार ने भोरंज सीट जीती, जिसमें धूमल का पैतृक गांव समीरपुर पड़ता है।
नादौन में कांग्रेस के उम्मीदवार और उसके प्रमुख सीएम दावेदारों में से एक सुखविंदर सुक्खू विजेता हैं। हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र की लड़ाई कांग्रेस के उम्मीदवार पुष्पिंदर वर्मा और कांग्रेस के बागी आशीष शर्मा के बीच थी। शर्मा ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप से चुनाव लड़ा था। इस सीट से आशीष शर्मा 12,899 मतों से जीते हैं। बड़सर सीट से कांग्रेस के इंदर दत्त लखनपाल ने 13,792 मतों से जीत हासिल की है।
Himachal Pradesh Election result live: सबसे दिलचस्प हुआ हिमाचल प्रदेश का चुनाव, सत्ता के लिए BJP और कांग्रेस में कड़ी टक्कर
By: ABP Live | Updated at : 08 Dec 2022 09:08 AM (IST)
हिमाचल प्रदेश से आ रहे शुरुआती रुझानों में क्या नतीजे रहे, यहां देखें.
हिमाचल प्रदेश की जनता एक बार फिर अपना कार्ड खेल दिया है. यहां के वोटर्स ने BJP और कांग्रेस दोनों के बीच पेंच फंसा दिया है. सबसे दिलचस्प मुकाबला हिमाचल प्रदेश विधानसभा में ही है. शुरुआती रुझानों में हिमाचल प्रदेश में BJP और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. हिमाचल प्रदेश में कुल 68 सीटें हैं. इनमें से कभी बीजेपी आगे हो जाती है, कभी कांग्रेस. फिलहाल सुबह करीब नौ बजे तक रुझान क्यों मौजूद हैं? बीजेपी 32 और कांग्रेस 33 सीटों पर आगे चल रही है. हालांकि ये शुरुआती रुझान हैं, पर ये तय कि पासा किसी भी पार्टी की तरफ पटल सकता है. हिमाचल प्रदेश में किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 35 सीटों की जरूरत है.
दिल्ली MCD चुनाव में क्यों हारी BJP? 5 पॉइंट में समझें पूरा समीकरण
हाइलाइट्स
- एमसीडी में आम आदमी पार्टी को बहुमत, 134 वॉर्ड रुझान क्यों मौजूद हैं? में पार्टी को मिली जीत
- बीजेपी के 15 साल के सफर पर लगा ब्रेक, बहुमत के आंकड़े से रह गई पीछे
- बीजेपी की हार के बाद पार्टी के भीतर कई सवाल, गंभीर के इलाके में बेहतर प्रदर्शन
सवाल बड़ा. बीजेपी की ओर से चेहरा कौन
एमसीडी चुनाव में भले ही दिल्ली में बीजेपी की ओर से केंद्रीय मंत्रियों समेत सांसदों की टीम प्रचार में उतरी लेकिन पार्टी के कार्यकर्ताओं समेत मतदाताओं के बीच एक बड़ा सवाल यह था कि आखिर दिल्ली में बीजेपी की अगुवाई कौन कर रहा है। आदेश गुप्ता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भले ही हैं लेकिन उनकी लोकप्रियता उतनी अधिक नहीं है कि वह ब्रांड केजरीवाल का मुकाबला कर सकें। दिल्ली में लंबे समय से बीजेपी को ऐसे नेता की तलाश है जो दिल्ली में पार्टी की अगुवाई कर सके। पूर्व के विधानसभा चुनाव में भी यह देखने को मिला जब पार्टी इस असमंजस की स्थिति में थी कि वह किस चेहरे के साथ आगे बढ़े।
दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर बीजेपी के ही सांसद हैं। मनोज तिवारी, गौतम गंभीर, हर्ष वर्धन, मीनाक्षी लेखी, रमेश विधूड़ी, प्रवेश वर्मा। समय-समय पर यह केजरीवाल सरकार की अलग-अलग मुद्दों पर आलोचना करने के लिए सामने आते हैं लेकिन केंद्रीय नेतृत्व की ओर से किसी एक नेता को आगे नहीं बढ़ाया गया जिसके चेहरे पर पार्टी आगे बढ़ सके।
Himachal Election: भूपेश बघेल को भेजा, स्पष्ट बहुमत के बावजूद कांग्रेस को हिमाचल में राजस्थान जैसा डर क्यों है?
- हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस जीत की ओर अपना कदम बढ़ा रही है
- कांग्रेस को अपने विधायकों के खरीद-फरोख्त का डर सता रहा है
- कांग्रेस ने भूपेश बघेल समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को चंडीगढ़ भेजा
'हमने अपने खिड़की-दरवाजे बंद कर लिए हैं'
भूपेश बघेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस विधायकों के खरीद-फरोख्त की आशंका है। भूपेश बघेल और राजीव शुक्ला चंडीगढ़ पहुंचने वाले हैं जबकि भूपिंदर हुड्डा पहले से ही चंडीगढ़ में मौजूद हैं। हिमाचल में कांग्रेस इनचार्ज तजिंदर सिंह बिट्टू ने कहा, 'हम अपने नेताओं को चंडीगढ़ ले जा रहे हैं और हमने अपने खिड़की-दरवाजे बंद कर लिए हैं क्योंकि बीजेपी खरीद-फरोख्त की कोशिश करेगी। उन्होंने पहले भी ऐसा कई बार किया है।'
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