अंत में बस एक बात. अभी तक देखा गया है कि पिछले दो दशकों में शेयर बाजार वाले म्यूचुअल फंड में निवेश पर कम से कम 11 प्रतिशत सालाना का रिटर्न मिला है वहीं टैक्स सेविंग में 18 प्रतिशत तक का रिटर्न प्राप्त हुआ है. बाजार ने पिछले दो दशकों में देश की तरक्की के साथ खासी मजबूती भी हासिल की है और निरंतर प्रगति के ओर बढ़ रहा है. यह अलग बात है कि बाजार हमेशा जोखिम से भरा होता है इसलिए बाजार से जुड़े किसी भी निवेश में केवल उसी व्यक्ति को निवेश करना चाहिए जो यह रिस्क लेने को तैयार है.
क्या बाजार में निवेश करने के लिए कोई 'सही समय' है?
बाजार को समय देने का प्रयास बार-बार एक मूर्खतापूर्ण विचार साबित हुआ है। इससे आपको बहुत पैसा भी लग सकता है। जब निवेश की बात आती है, तो दीर्घकालिक, विविध रणनीति के परिणामस्वरूप अल्पकालिक लाभ का पीछा करने की तुलना में सकारात्मक रिटर्न होने की संभावना अधिक होती है।
द्वारा Advertiser, in फाइनेंस · 29 Month4 2022, 10:02 · 0 टिप्पणियाँ
चल रही वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं को देखते हुए, रहने की लागत में वृद्धि और हाल ही में शेयर बाजार में अस्थिरता, कई लोग सोच रहे हैं कि क्या अब निवेश करने का एक अच्छा समय है। संक्षिप्त उत्तर हां है। आज बाजारों में क्या चल रहा है, इसकी चिंता करने के बजाय सबसे बुद्धिमान योजना निवेश करना और दीर्घकालिक दृष्टिकोण लेना है। यदि आपके पास निवेश करने के लिए पूंजी उपलब्ध है, तो बाजार को समय देने की कोशिश करना सबसे खराब रणनीति है जिसे आप नियोजित कर सकते हैं।
टाइम द मार्केट की कोशिश करने के जोखिम क्या हैं?
बाजार की चोटियों और गर्तों की भविष्यवाणी करना असंभव है। बाजार अप्रत्याशित रूप से और बहुत तेज़ी से किसी भी दिशा में आगे बढ़ सकते हैं - यह अक्सर एक बाहरी घटना का परिणाम होता है जो संपत्ति की बड़े पैमाने पर खरीद या बिक्री को ट्रिगर करता है - एक हालिया उदाहरण यूक्रेन में संघर्ष का प्रकोप है। बाजार के निचले हिस्से की प्रतीक्षा करने वालों को यह अनिवार्य रूप से मिलेगा, यह केवल घटना के बाद ही जाना जाता है।
बाजार को समय देने की कोशिश करने के बजाय, आपको यह विचार करना चाहिए कि निवेश आपके लिए सही है या नहीं। बार-बार खरीदने और बेचने का प्रयास करने से ट्रेडिंग की अधिक लागत होती है।
सफल होने के लिए, और निवेशक को खरीदने के लिए सबसे अच्छा समय और बेचने के लिए सबसे अच्छा समय दोनों की आवश्यकता होगी। यह बस संभव नहीं है और यहां तक कि सबसे अनुभवी निवेशकों को भी यह सही नहीं लगता है।
विविधीकरण का महत्व क्या है?
विविधीकरण दुनिया भर में विभिन्न परिसंपत्तियों की एक श्रृंखला में निवेश के माध्यम से जोखिम के प्रबंधन के बारे में है - आमतौर पर उपयोग की जाने वाली संपत्ति नकदी, शेयर (इक्विटी) बॉन्ड और संपत्ति हैं। एक अच्छी तरह से विविध पोर्टफोलियो निवेशकों के लिए कुछ जोखिम क्या हैं बाजार के विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों और क्षेत्रों तक पहुंच प्रदान करेगा। किसी भी पोर्टफोलियो को निवेश जोखिम के प्रति आपके दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करना चाहिए और आपके दीर्घकालिक लक्ष्यों को पूरा करना चाहिए।
वास्तव में एक स्वतंत्र वित्तीय सलाहकार आपको अपनी विशिष्ट स्थिति के अनुरूप पोर्टफोलियो बनाने में मदद कर सकता है और यह सुनिश्चित करने के लिए एक सतत समीक्षा सेवा प्रदान करेगा कि आपका पोर्टफोलियो समय के साथ अच्छा प्रदर्शन करता है और उपयुक्त रहता है।
Year Ender 2022: सोने में रोलर-कोस्टर राइड से ज्यादा रहा उतार-चढ़ाव, ये रही अहम वजह
Edited By: Alok Kumar @alocksone
Updated on: December 27, 2022 20:53 IST
Photo:FILE सोने
उद्योग के विशेषज्ञों का कहना है कि वर्ष 2022 में सोने के बाजार की तुलना में रोलर-कोस्टर की सवारी में कम उतार-चढ़ाव रहे होंगे। नवनीत दमानी, सीनियर वीपी, करेंसी एंड कमोडिटी, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने कहा- 2022 के वर्ष में सर्राफा बाजार की तुलना में रोलर-कोस्टर की सवारी में कम उतार-चढ़ाव थे। दमानी के अनुसार, कॉमेक्स गोल्ड ने लगभग 1,935 डॉलर का उच्च और लगभग 1,630 डॉलर का निचला स्तर बनाया, जबकि चांदी ने लगभग निवेशकों के लिए कुछ जोखिम क्या हैं 25 डॉलर का उच्च और लगभग 18 डॉलर का निचला स्तर बनाया। कुछ कारक हैं जो बाजार में अस्थिरता को ट्रिगर करते हैं जैसे, डॉलर इंडेक्स, प्रमुख केंद्रीय बैंकों से आक्रामक मौद्रिक नीति रुख, मुद्रास्फीति की बढ़ती चिंता, भू-राजनीतिक तनाव, जिसके कारण यह अस्थिरता हुई।
आइए समझें टैक्स सेविंग वाले म्यूचुअल निवेशकों के लिए कुछ जोखिम क्या हैं फंड का निवेश क्यों है सबसे फायदेमंद
म्यूचुअल फंड निवेश का अच्छा विकल्प.
म्यूचुअल फंड में निवेश आज की तारीख में सबसे बेहतर निवेश माना जा रहा है. कारण सिर्फ यह है कि अगर कोई भी नौकरीपेशा या बिजनेसमैन यह चाहता है कि वह अपने काम के साथ अपने पैसे को बढ़ाना चाहता है और उस पर ज्यादा सोच विचार का समय नहीं है तब म्यूचुअल फंड का निवेश उसके सामने एक अच्छा विकल्प है. साथ ही ऐसे निवेशकों के लिए यह सबसे उपयोगी जो बाजार के उतार-चढ़ाव को तो समझते हैं मगर उससे सीधे जुड़े नहीं रह पाते हैं. नौकरी या बिजनेस उन्हें इतना वक्त नहीं देता कि वे बाजार की चाल के साथ निवेश कर सकें और अपना पैसा सही समय में निकाल सकें. ऐसे लोगों के लिए म्यूचुअल फंड शानदार मौका उपलब्ध कराता है जिससे वे अपने पैसे का ज्यादा रिटर्न ले सकें.
यह भी पढ़ें
म्यूचुअल फंड में एक फंड टैक्स सेविंग फंड भी होता है जिसे आम तौर पर ELSS (Equity Link Saving scheme) कहते हैं. चूंकि यह एक टैक्स सेविंग स्कीम है तो इसके साथ कुछ पाबंदियां भी आती हैं. यानि इस योजना में कुछ लॉकिन इन समय है. इससे साफ है कि इस दौरान आप निवेश की गई राशि को निकाल नहीं सकते हैं. अमूमन यह लॉकइन समय कम से कम तीन साल का होता है.
ELSS ईएलएसएस ऐसे म्यूचुअल फंड होते हैं, जिनका सर्वाधिक भाग (65% से अधिक) शेयरों (equity) में और इक्विटी लिंक्ड सिक्योरिटीज में निवेश कि जाता है. साथ ही इसका एक हिस्सा फिक्स्ड इंकम प्रतिभूति (fixed-income securities) आदि में भी लगाया जाता है.
चूंकि इनमें निवेश लॉकइन निवेशकों के लिए कुछ जोखिम क्या हैं समय के साथ आता है. तो सरकार की ओर से आयकर की धारा 80 सी के तहत टैक्स में छूट का लाभ लिया जा सकता है. यह साफ करना भी जरूरी है कि इस सेक्शन के तहत केवल 150000 रुपये सालाना ही टैक्स में छूट का दायरा है. क्योंकि यहां पर टैक्स में छूट के साथ कमाई भी हो रही है तभी इसे टैक्स सेविंग स्कीम भी कहा जा रहा है.
जानकारी के लिए बता दें कि आयकर के सेक्शन 80 सी के तहत कुछ अन्य निवेश और खर्च भी आते हैं. इनमें EPF, PPF, NSC, सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम, सुकन्या समृद्धि योजना, जीवन बीमा आदि भी सम्मिलित हैं. टैक्स की लिमिट में इन सभी को शामिल किया जाता है.
आइए समझें टैक्स सेविंग वाले म्यूचुअल फंड का निवेश क्यों है सबसे फायदेमंद
म्यूचुअल फंड निवेश का अच्छा विकल्प.
म्यूचुअल फंड में निवेश आज की तारीख में सबसे बेहतर निवेश माना जा रहा है. कारण सिर्फ यह है कि अगर कोई भी नौकरीपेशा या बिजनेसमैन यह चाहता है कि वह अपने काम के साथ अपने पैसे को बढ़ाना चाहता है और उस पर ज्यादा सोच विचार का समय नहीं है तब म्यूचुअल फंड का निवेश उसके सामने एक अच्छा विकल्प है. साथ ही ऐसे निवेशकों के लिए यह सबसे उपयोगी जो बाजार के उतार-चढ़ाव को तो समझते हैं मगर उससे सीधे जुड़े नहीं रह पाते हैं. नौकरी या बिजनेस उन्हें इतना वक्त नहीं देता कि वे बाजार की चाल के साथ निवेश कर सकें और अपना पैसा सही समय में निकाल सकें. ऐसे लोगों के लिए म्यूचुअल फंड शानदार मौका उपलब्ध कराता है जिससे वे अपने पैसे का ज्यादा रिटर्न ले सकें.
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म्यूचुअल फंड में एक फंड टैक्स सेविंग फंड भी होता है जिसे आम तौर पर ELSS (Equity Link Saving scheme) कहते हैं. चूंकि यह एक टैक्स सेविंग स्कीम है तो इसके साथ कुछ पाबंदियां भी आती हैं. यानि इस योजना में कुछ लॉकिन इन समय है. इससे साफ है कि इस दौरान आप निवेश की गई राशि को निकाल नहीं सकते हैं. अमूमन यह लॉकइन समय कम से कम तीन साल का होता है.
ELSS ईएलएसएस ऐसे म्यूचुअल फंड होते हैं, जिनका सर्वाधिक भाग (65% से अधिक) शेयरों (equity) में और इक्विटी लिंक्ड सिक्योरिटीज में निवेश कि जाता है. साथ ही इसका एक हिस्सा फिक्स्ड इंकम प्रतिभूति (fixed-income securities) आदि में भी लगाया जाता है.
चूंकि इनमें निवेश लॉकइन समय के साथ आता है. तो सरकार की ओर से आयकर की धारा 80 सी के तहत टैक्स में छूट का लाभ लिया जा सकता है. यह साफ करना भी जरूरी है कि इस सेक्शन के तहत केवल 150000 रुपये सालाना ही टैक्स में छूट का दायरा है. क्योंकि यहां पर टैक्स में छूट के साथ कमाई निवेशकों के लिए कुछ जोखिम क्या हैं भी हो रही है तभी इसे टैक्स सेविंग स्कीम भी कहा जा रहा है.
जानकारी के लिए बता दें कि आयकर के सेक्शन 80 सी के तहत कुछ अन्य निवेश और खर्च भी आते हैं. इनमें EPF, PPF, NSC, सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम, सुकन्या समृद्धि योजना, जीवन बीमा आदि भी सम्मिलित हैं. टैक्स की लिमिट में इन सभी को शामिल किया जाता है.
Sarkari Investment Schemes | 2023 में जोखिम मुक्त निवेश करने के लिए इन सरकारी योजनाओं की लिस्ट सेव्ह करे
Sarkari Investment Schemes | साल 2022 कुछ ही दिनों में खत्म हो जाएगा। ऐसे समय में शेयर बाजार में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। कभी बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है तो कभी बाजार बिकवाली के दबाव में कारोबार कर रहा है। वर्तमान में, दुनिया में कोविड का प्रकोप फिर से बढ़ रहा है। इसलिए निवेशकों में डर का माहौल है। वहीं, दुनिया में आर्थिक मंदी की आशंका से शेयर बाजार में नकारात्मक सेंटीमेंट देखने को मिल रहा है। अगले कुछ महीनों में शेयर बाजार में इसी तरह की बिकवाली का दबाव देखने को मिलेगा क्योंकि कोरोना महामारी ने फिर से अपना सिर उठा लिया है। ऐसे में निवेशक इक्विटी या इक्विटी लिंक्ड निवेशकों के लिए कुछ जोखिम क्या हैं स्कीमों में पैसा लगाने के बजाय सुरक्षित जगहों पर निवेश कर रहे हैं। अगर आप भी सुरक्षित निवेश विकल्प की तलाश में हैं तो पोस्ट ऑफिस के ये प्लान आपको जबरदस्त लाभ दे सकते हैं।
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