बड़ौदा कर बचत सावधि जमा

रु. 5 लाख तक की जमाराशियों के समय-पूर्व भुगतान के मामले में समय-पूर्व भुगतान के लिए कोई दण्ड नहीं लगाया जाएगा बशर्ते कि जमाराशियां बैंक में न्यूनतम 12 माह की अवधि के लिए जमा रही हों. रू. 5 लाख से अधिक व रू. 1 करोड़ तक की जमाराशि के परिपक्वता पूर्व खाता बंद कराने पर जमा रखते समय लागू दर अथवा संविदा दर, जो भी कम हो, पर 1% का दण्ड वसूला जाएगा.

रू. 1 करोड़ से अधिक की जमाराशि के परिपक्वतापूर्व बंदी के लिए निम्नलिखित शर्तें लागू होंगी.

  • ग्राहक द्वारा 31 दिनों की पूर्व सूचना देना आवश्यक है एवं
  • जमाराशि को बैंक में रखे जाने की अवधि के लिए लागू ब्याज दर पर 1.50% की दर से दण्ड वसूल किया जाएगा.
स्वतः नवीकरण

जमा न्यूनतम 12 महीने की अवधि के लिए स्वतः नवीकृत हो जाएगा

ऋण/ओवरड्राफ्ट की उपलब्धता

मांग किए जाने पर ऋण की तिथि को खाते में बकाया राशि के 95% तक ओवरड्राफ्ट/ऋण प्रदान किया जाता है. समय-समय पर बैंक के मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार ब्याज प्रभारित किया जाएगा.

सरकारी विभागों द्वारा प्रतिभूति के रूप में स्वीकृत

गैर-निधि आधारित गतिविधियों के लिए मार्जिन के रूप में स्वीकृत

  • वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज दर: केवल 1 करोड़ से कम जमा पर रु.0.50% की दर से अतिरिक्त ब्याज देय है.
  • नामांकन की सुविधा : नामांकन की सुविधा उपलब्ध
  • स्रोत पर कर कटौती: आयकर नियमों के अनुसार टीडीएस की कटौती की जाएगी. यदि कोई व्यक्ति फॉर्म 15G/15H लागू जमा करता है तो कोई टीडीएस नहीं काटा जाएगा.
  • परिपक्वता पर या उससे पहले ब्याज की गणना की विधि: "घरेलू सावधि जमा के सभी मामलों में जहां टर्मिनल तिमाही अधूरी है, ब्याज की गणना वर्ष 365/366 दिनों की गणना करते हुए, वास्तविक दिनों की संख्या के लिए की जानी चाहिए, अर्थात ब्याज की गणना ऐसी जमाराशियों पर पूर्ण तिमाहियों और दिनों के क्रम में होना चाहिए. ब्याज की गणना और चक्रवृद्धि तिमाही अंतराल पर की जाएगी.
  • टीडीएस प्रमाणपत्र: सभी ग्राहकों को टीडीएस प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा.
  • अतिदेय जमा: यदि परिपक्वता की आपको अपनी न्यूनतम जमा राशि के लिए क्या मिलेगा? तारीख के बाद नवीकरण अनुरोध प्राप्त होता है, तो ऐसी अतिदेय जमाराशि परिपक्वता की तारीख से देय तिथि पर लागू ब्याज दर पर नवीकृत की जाएगी, बशर्ते ऐसा अनुरोध जमा की परिपक्वता के 14 दिनों के भीतर प्राप्त हो, जिसके बाद ब्याज अतिदेय अवधि के लिए बैंक द्वारा समय-समय पर निर्धारित दर पर भुगतान किया जाएगा.
  • जमाराशियों के एवज में अग्रिम: यह सुविधा नाबालिग खाते में एकल नाम और एचयूएफ में उपलब्ध नहीं है. यदि ब्याज 2 तिमाहियों से अधिक के लिए जमा नहीं किया जाता है, तो सावधि आपको अपनी न्यूनतम जमा राशि के लिए क्या मिलेगा? जमा को तुरंत विभाजित किया जाएगा.
  • ग्राहक के अनुरोध पर उपलब्ध ब्याज प्रमाणपत्र
  • जमा प्रमाणपत्र : सावधि जमा रसीद प्रदान की जाती है
  • ग्राहक के अनुरोध पर सावधि जमा को एक शाखा से दूसरी शाखा में अंतरित किया जा सकता है.
  • भुगतान का माध्यम : परिपक्वता राशि ग्राहक के बचत बैंक/चालू खाते में जमा की जाती है. ऐसे मामलों में जहां ग्राहक के कोई ऑपरेटिव खाते नहीं हैं, रू. 20,000 से कम की परिपक्वता राशि नकद में दी जा सकती है उससे अधिक राशि हेतुर डीडी/पे आर्डर जारी किया जाएगा.
  • 10 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए अधिकतम रु. 1,00,000 तक की राशि के साथ नाबालिग खाते खोले जा सकते हैं.
बल्क डिपॉजिट (थोक जमा) (1 करोड़ रुपये से अधिक)
  • खुदरा सावधि जमा के तहत उपरोक्त किसी भी योजना के तहत बल्क डिपॉजिट (थोक जमा) खाता खोला जा सकता है.
  • बैंक रु.25 करोड़ से अधिक जमा स्वीकार करने का अधिकार सुरक्षित रखता है.
  • थोक जमाराशियों के लिए ब्याज दर रिटेल सावधि जमाओं से अलग होती है जिसे नियमित रूप से बैंक की वेबसाइट पर अपडेट किया जाता है.
  • बैंक परिपक्वता पूर्व भुगतान के लिए अनुरोध स्वीकार करने का अधिकार सुरक्षित रखता है क्योंकि ग्राहक द्वारा खाता खोलने के समय इस बारे में सहमति ली जाती है. समयपूर्व भुगतान अनुरोध की स्वीकृति पर, दंडात्मक क्लॉज वही होगा जो खुदरा सावधि जमा के तहत योजनाओं में होता है.
ब्याज भुगतान :
  • भारतीय रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों के अनुसार सावधि जमाराशियों पर ब्याज की गणना तिमाही चक्रवृद्धि अंतराल पर की जाएगी और जमाराशियों की अवधि के आधार पर बैंक द्वारा निर्धारित दर पर भुगतान किया जाएगा. मासिक जमा योजना के मामले में ब्‍याज की गणना चक्रवृद्धि आधार पर तिमाही के लिए की जाएगी और डिस्काउंटिड वैल्यू पर मासिक भुगतान किया जाएगा. सावधि जमाओं बैंक द्वारा पर ब्याज की गणना भारतीय बैंक संघ द्वारा बताए गए सूत्रों और विधि के अनुसार की जाती है.

तदनुसार बैंक ने निम्नलिखित पद्धति अपनाई है :

“घरेलू सावधि जमाराशि (एक वर्ष से अधिक के लिए रखी गई जमा राशि) के ऐसे सभी मामलों में जहां तिमाही अपूर्ण है वहां ब्‍याज की गणना पूर्ण तिमाही और वर्ष के 365 / 366 दिनों को ध्‍यान में रखते हुए वास्‍तविक दिनों की संख्‍या के आधार पर की जानी चाहिए अर्थात् ऐसी जमाराशियों पर ब्‍याज की गणना संपूर्ण तिमाहियों और दिनों के अनुसार की जाएगी.

ऐसे मामलों में आयकर की कटौती की जाएगी जहां किसी जमाकर्ता के नाम पर आपको अपनी न्यूनतम जमा राशि के लिए क्या मिलेगा? बैंक में उसके एकल नाम पर या संयुक्त रूप से (पहले नाम वाले व्यक्ति के रूप में) रखी गई सभी सावधि जमाराशियों पर प्रदत्त या जमा कुल ब्याज आयकर अधिनियम, 1961 के तहत प्रति वित्तीय वर्ष के लिए निर्दिष्ट सीमा से अधिक है. कर की कटौती खाते को क्रेडिट करते समय या जमाकर्ता को ब्याज का भुगतान करते समय, इनमें से जो भी पहले हो, की जाएगी, जो समय-समय पर कर सीमा हेतु पात्र ब्याज सीमाओं में परिवर्तन के अधीन होगी.

यदि जमाकर्ता प्रति वर्ष अप्रैल माह की समाप्ति से पहले निम्नलिखित फॉर्म जमा करता है, तो कोई कर कटौती नहीं की जाएगी.

तथापि, एनआरओ सावधि जमा पर प्रदत्त / देय किसी भी ब्याज पर विनिर्दिष्ट दरों पर स्रोत पर कर कटौती करना बैंक का सांविधिक दायित्व है. यदि दोहरा कराधान बचाव संधि (डबल टैक्स अवॉइडेंस ट्रीटी) के तहत लागू घोषणापत्र के साथ पैन प्रस्‍तुत किया जाता है - ग्राहक के निवास के देश में लागू दर पर टीडीएस की कटौती की जाती है.

यदि ग्राहक अवधि में परिवर्तन करना चाहता है या सावधि जमा को समयपूर्व आहरित करना चाहता है, तो ग्राहक के लिखित अनुरोध पर इसकी अनुमति है. प्रतिदेय (कॉलेबल) योजना के अंतर्गत रखी गई जमाराशियों के मामले में थोक जमाराशि का समयपूर्व आपको अपनी न्यूनतम जमा राशि के लिए क्या मिलेगा? आहरण बैंक के विवेकाधिकार पर किया जाता है.

पीपीएफ अकाउंट में निवेश सीमा क्या है? | What is Deposit Limits of PPF account

PPF स्कीम आपको थोड़ा-थोड़ा पैसा जमा करके, 15 साल में लगभग 40 लाख रुपए तक जुटाने में मदद करती है। हमारे कुछ पाठकों ने जानना चाहा था कि PPF account में हर साल निवेश या जमा की सीमा क्या होती है? न्यूनतम जमा (Minimum Deposit ) जमा कितनी कर सकते है और अधिकतम जमा (maximum Deposit) कितना जमा कर सकते हैं? कुछ लोगों ने यह भी पूछा था कि PPF account में एक साल में कितनी बार पैसा जमा कर सकते हैं? इस लेख में हम इन सवालों का जवाब पेश करेंगे। साथ में PPF स्कीम से जुड़ी कुछ अन्य जरूरी जानकारियां भी साझा करेंगे।

पूरा लेख एक नजर में

पीपीएफ अकाउंट में जमा की सीमा
Deposit limits of PPF Account

न्यूनतम जमा सीमा: PPF account में हर साल कम से कम ₹500 जमा करना अनिवार्य है। अगर किसी साल ( Financial year) के दौरान आप कम से कम ₹500 जमा नहीं करते हैं तो आपका PPF account, डिफॉल्ट अकाउंट की कैटेगरी में डाल दिया आपको अपनी न्यूनतम जमा राशि के लिए क्या मिलेगा? जाएगा। Default PPF account को दोबारा चालू कराने के लिए, ₹50 पेनल्टी लगती है साथ ही बकाया न्यूनतम जमा की रकम भी जमा करनी पड़ती है। जितने साल तक आपने न्यूनतम जमा नहीं की होगी, उन सभी वर्षों के लिए ₹50 प्रति वर्ष के हिसाब से पेनाल्टी देनी होगी और बकाया न्यूनतम रकम का टोटल भी जमा करना पड़ेगा।

अधिकतम जमा सीमा: आप अपने PPF account में हर साल अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं। अगर आप किसी तरीके से, एक साल के भीतर 1.5 लाख रुपए से अधिक जमा करेंगे तो आपका ट्रांजेक्शन रिजेक्ट हो जाएगा। अगर आपने ऑफलाइन भी एक साल के भीतर 1.5 लाख रुपए से अधिक जमा करते हैं, तो आपकी अतिरिक्त रकम स्वीकार नहीं की जाएगी। अगर जमा हो भी गई है तो लौटा दी जाएगी।

कितनी बार जमा कर सकते हैं? PPF account में आप हर साल चाहे जितनी बार पैसा जमा कर सकते हैं। पहले 1 साल के अंदर ज्यादा ज्यादा 12 बार तक पैसा जमा करने की छूट थी। और 1 महीने में ज्यादा से ज्यादा 2 बार तक पैसा जमा किया जा सकता था। 2019 मैं सरकार ने यह प्रतिबंध हटा दिए। अब आप हर साल या 1 महीने में कितनी बार पैसा जमा कर सकते हैं। लेकिन, किसी भी बार, एक बार में ₹50 से कम जमा नहीं कर सकते।

कुल कितना पैसा इकट्ठा हो सकता है? PPF account सामान्य रूप से 15 साल तक चलता है। अगर आप 15 साल तक हर साल 1.5 लाख रुपए जमा करते हैं तो कुल 22.5 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं। वर्तमान ब्याज दर (7.1%) के हिसाब से, आपको 15 साल की मेच्योरिटी पूरी होने पर कुल 40 लाख 68 हजार 209 रुपए वापस मिलते हैं। 15 साल पूरे होने के बाद भी आप चाहें तो, अगले 5 साल के लिए खाता-विस्तार (Account extension) भी करा सकते हैं। उसके बाद भी 5-5 साल करके कितनी भी बार खाता-विस्तार करा सकते हैं।

बच्चे के नाम पीपीएफ अकाउंट होने पर जमा सीमा

आप अपने PPF account के अलावा आपको अपनी न्यूनतम जमा राशि के लिए क्या मिलेगा? अपने बच्चे के नाम भी PPF Account खुलवा सकते हैं। जब तक बच्चा वयस्क (18 वर्ष की उम्र का) नहीं हो जाता उस Account में पैसा जमा करने और निकालने का अधिकार भी आपके पास रहेगा। तब तक अधिकतम जमा का नियम दोनों PPF Accounts के योग (Total) पर लागू होगा। मतलब यह कि अपने PPF Account और बच्चे के PPF Account को मिलाकर आप सालाना 1.5 लाख रुपए से अधिक नहीं जमा कर सकते।

बच्चे के वयस्क (18 साल की उम्र पूरी) होने पर उसका PPF Account अलग से गिना जाएगा और फिर अधिकतम जमा का नियम भी अलग-अलग लागू होगा। तब आप दोनों लोग अलग-अलग अपने खातों में 1.5-1.5 लाख रुपए हर साल जमा कर सकते हैं। तब दोनों लोग अलग-अलग टैक्स छूट भी ले सकते हैं।

हर अकाउंट में न्यूनतम जमा होना जरूरी

लेकिन न्यूनतम जमा के मामले में शुरू से ही हर PPF Account का अलग-ध्यान रखना होगा। आपको अपने बच्चे के PPF Account में, और अपने खुद के पीपीएफ अकाउंट में, हर साल अलग-अलग कम से कम 500 रुपए जमा करना अनिवार्य है।

बच्चे का अकाउंट खुलवाने में रखें ध्यान

  • किसी बच्चे के लिए अभिभावक (Guardian) के रूप में, PPF Account सिर्फ उसके माता या पिता ही खोल सकते हैं। उनमें भी दोनों में से कोई एक। माता-पिता दोनों चाहें तो उसी बच्चे के PPF Account में अभिभावक नहीं बन सकते। एक साथ भी नहीं और अलग-अलग भी नहीं।
  • बच्चे के माता-पिता के रहते उसके दादा या दादी PPF Account में अभिभावक नहीं बन सकते। वे सिर्फ तभी खुद को ​अभिभावक के रूप में दर्ज करा सकते हैं, जबकि बच्चे के माता-पिता दोनों की मौत हो चुकी हो। और दादा आपको अपनी न्यूनतम जमा राशि के लिए क्या मिलेगा? या दादी को उनका कानूनी अभिभावक (legal guardian) नियुक्त किया गया हो।

5 तारीख तक पैसा जमा होने पर मिलती है पूरे महीने की ब्याज

किसी महीने में जमा राशि पर आपको पूरे केे पूरे रेट पर ब्याज मिल सके इसके लिए जरूरी है कि पैसा 5 तारीख तक जमा हो जाए। अगर 5 तारीख के बाद आप पैसा जमा करते हैं तो फिर वह अगले महीने की जमा में गिनी जाएगी। क्योंकि आपको PPF Account में जो ब्याज मिलता है वह 5 तारीख और 31 तारीख के दौरान न्यूनतम जमा रकम पर आपको अपनी न्यूनतम जमा राशि के लिए क्या मिलेगा? मिलता है।

सबसे बेहतर तो यह रहेगा कि आप 5 अप्रैल के पहले ही साल भर की किस्त एक साथ जमा कर दें। ताकि पूरे साल भर की ब्याज आपको अपनी जमा पर मिल जाए। लेकिन, ऐसा नहीं हो पा रहा है तो फिर जिस भी महीने में जमा करना है, उसकी 5 तारीख तक पैसा जरूर जमा कर दें। अगर चेक से पैसा जमा करते हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि 5 तारीख से पहले पैसा ट्रांसफर हो जाना चाहिए।

पीपीएफ अकाउंट की मुख्य विशेषताएं
Major features of PPF Account

  • 15 वर्षों तक चलता है पीपीएफ खाता। कुछ आवश्यक परिस्थितियों में ही मेच्योरिटी (15 वर्ष) के पहले Account बंद करने की अनुमति मिल सकती है। जैसे कि बच्चों की उच्च शिक्षा, गंभीर बीमारी के इलाज वगैरह के लिए।
  • कम से कम 500 रुपए जमाकरके खोल सकते हैं। डाकघर या बैंक की शाखा में PPF Account खुलवाया जा सकता है। कई बैंक Online पीपीएफ अकाउंट खुलवाने की सुविधा भी दे रहे हैं।
  • किसी एक व्यक्ति के नाम पर ही खाता खुलवाया जा सकता है। दो या दो से अधिक लोग मिलकर संयुक्त खाता (Joint Account) नहीं खुलवा सकते। अविभाजित परिवार (HUF) के नाम भी नहीं खुलवा सकते।
  • बच्चे के नाम पर भी PPF Account खुलवाया जा सकता है। लेकिन, ऐसे account के संचालन का जिम्मा उसके अभिभावक (माता या पिता में से कोई एक) के पास रहेगा। 18 साल की उम्र के बाद खाता संचालन का अधिकार उसके पास चला जाएगा।
  • जमा पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है। जमा आपको अपनी न्यूनतम जमा राशि के लिए क्या मिलेगा? पर मिलने वाली ब्याज भी पूरी तरह tax-free होती है। इस तरह से यह Triple EEE (Exempted,Exempted,Exempted ) श्रेणी की बचत योजना है।
  • मेच्योरिटी के बाद अवधि बढ़वा भी सकते हैं। 15 साल की मेच्योरिटी पूरी होने के बाद भी 5-5 साल अवधि विस्तार हो सकता है। ये विस्तार आप नया अंशदान (Contribution) जारी रखते हुए भी कर सकते हैं और अंशदान (Contribution) बंद करके भी कर सकते हैं।

तो दोस्तोे! ये थी PPF Account मे निवेश सीमा पर जानकारी। सेविंग और टैक्स से जुड़ी अन्य उपयोगी जानकारियों के लिए देखें हमारे लेख-

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