दो दिन के धनतेरस त्योहार के चलते देशभर में लगभग 25 हजार करोड़ रुपये के सोने, चांदी और डायमंड जिसमें गहनों के साथ ही सोने-चांदी के सिक्के, नोट, मूर्तियां और बर्तन की बड़ी बिक्री हुई है. एक अनुमान के अनुसार ज्वेलरी के अलावा कल और आज दो दिनों में ऑटोमोबाइल सेक्टर में लगभग 6 हजार करोड़, फर्नीचर में लगभग 1500 करोड़, कंप्यूटर एवं कंप्यूटर से संबंधित सामानों में लगभग 2500 करोड़, एफएमसीजी में लगभग 3 हजार करोड़, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान में लगभग 1 हजार करोड़, स्टेनलेस स्टील, एल्युमीनियम एवं पीतल के बर्तनों में लगभग 500 करोड़, किचन के उपकरण एवं किचन के अन्य सामन में लगभग 700 करोड़, टेक्सटाइल, रेडीमेड गारमेंट एवं फैशन के कपडे में लगभग 1500 करोड़ का व्यापार हुआ है. जबकि दिवाली पूजा का सामान, घर एवं ऑफिस की साज सज्जा, बिजली एवं बिजली के उपकरण, स्टेशनरी, बिल्डर हार्डवेयर, लकड़ी एवं प्लाईवुड आदि में भी काफी बड़ा व्यापार हुआ है.

गणेश पूजा पर व्यापार जगत के अच्छे दिन, बाजार हुए गुलजार

गणेशोत्सव शुरु होते ही बाजार ने जोर पकड़ लिया है. त्यौहारों का समय शुरू होते ही व्यापारी वर्ग और सराफा वर्ग खासा उत्साहित दिख रहे हैं. व्यापार जगत को उम्मीद है कि गणेशोत्सव से व्यापार बढ़ेगा.

रायपुर: गणेशोत्सव पर्व भारत में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. गणेशोत्सव से बाजार गुलजार हो गए हैं, साथ ही बाजार में तेजी भी आ रही है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार त्योहारों के समय खरीददारी करना लोग शुभ मानते हैं. यही वजह है कि गणेश पूजा पर बाजारों में खरीदी-बिक्री बढ़ गई है.

लोगों को मिलता है रोजगार

गणेशपक्ष के आर्थिक पहलुओं की बात करें तो इस दौरन लोगों को रोजगार मिलता है, साथ ही बाजार के अलग-अलग क्षेत्रों में तेजी आती है. वहीं इस समय खरीदी करना लोग शुभ मानते हैं, जिसमें कोई सोने-चांदी के आभूषण लेता है तो कुछ लोग नई गाड़ियां खरीदता है. साथ ही लोग शुभ मुहूर्त मानते हुए प्रॉपर्टी भी खरीदते हैं. पूजन सामग्री की बिक्री भी अधिक रहती है.

तेरस पर दिन के व्यापार बाजार अकोदिया बाजार रहे गुलजार: सुबह से शाम तक बाजारों में उमड़ी भीड़, करोड़ों का हुआ व्यापार

लंबे समय से जिस दिन का व्यापारी इंतजार कर रहे थे, वह दिन आ ही गया। इस दिन व्यापारियों के मनमाफिक व्यापार भी हुआ। शनिवार को बारस-तेरस एक दिन रही। जिसके चलते लोगों ने बाजार में निकलकर अपनी जरूरत की चीजों को मुहूर्त के हिसाब से खरीदा। यह सिलसिला देर शाम तक चलता रहा।

व्यापारियों की माने तो पुष्य नक्षत्र पर जो उन्होंने उम्मीद जताई। वह फीकी रही, जिसकी कमी धनतेरस पर पूर्ण हो गई। इस दिन के व्यापार बाजार दिन के व्यापार बाजार दिन रियल स्टेट सहित दो पहिया, चार पहिया वाहनों के अलावा लोगों ने प्रॉपर्टी में भी रुचि दिखाई। पूरे नगर में देर रात तक बाजार गुलजार रहे और करोड़ों का कारोबार हुआ।

छः दिन का छुट्‌टी, शुभ मुहूर्त में खुलेगी मंडी

धनतेरस पर गुलजार हुए बाजार, दो दिन में करीब 45 हजार करोड़ का कारोबार

धनतेरस पर लोगों ने जमकर की जेब ढीली (सांकेतिक तस्वीर)

राम किंकर सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 23 अक्टूबर 2022,
  • (अपडेटेड 23 अक्टूबर 2022, 7:21 PM IST)

देशभर में पंचांग तिथि के अनुसार कल और आज दो दिन (22-23 अक्टूबर) धनतेरस का त्यौहार मनाया गया. जिसमें एक अनुमान के मुताबिक लगभग 45 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार हुआ. जबकि ज्वेलरी व्यापार दो दिनों में लगभग 25 हजार करोड़ के आस-पास हुआ. इसके अलावा लगभग 20 हजार करोड़ का व्यापार ऑटोमोबाइल, कम्प्यूटर एवं कम्प्यूटर से संबंधित सामान, फर्नीचर, घर और ऑफिसों की साज-सज्जा के लिए जरूरी सामान, मिठाई एवं नमकीन, किचन का सामान, सभी प्रकार के बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल वस्तुओं में हुआ.

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कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि कल और आज दो दिन देशभर के बाजारों में ग्राहकों की भारी भीड़ उमड़ी. माना जा रहा है कि दो साल कोरोना की वजह से बाजार से दूर रहने वाले ग्राहक अब फिर वापिस बाजार में पूरे जोर-शोर से आ गए हैं और इसीलिए कैट का यह अनुमान है की इस वर्ष दिवाली त्योहार की बिक्री का आंकड़ा 1 लाख 50 हजार करोड़ के पार दिन के व्यापार बाजार होगा. इस बार यह भी देखा जा रहा है कि देशभर के बाजारों में भारतीय सामान को खरीदने पर जोर दिया जा रहा है, जिसके कारण चीन को इस वर्ष दिवाली से संबंधित सामान की 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होगा.

फिर से गुलजार हुए बाजार

कैट के सहयोगी संगठन आल इंडिया ज्वेलर्स एवं गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा ने बताया कि भारतीय स्वर्ण उद्योग कोरोना संकट से पूरी तरह उबर चुका है और भारत में सोने की मांग अपने उच्चतम स्तर पर आ गई है. आर्थिक गतिविधियों में जोरदार उछाल और उपभोक्ता मांग में सुधार के बाद जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की सोने की मांग में सालाना आधार पर घरेलू बाजार में 80% तक की बढ़ोतरी हुई है. अरोरा के मुताबिक 2021 के मुकाबले 2022 में भारत में स्वर्ण आयात में लगभग 11.72% की कमी आई है. पिछले वर्ष जहां भारत में पहली छमाही में 346.38 टन सोना आयात किया गया जो इस बार 308.78 टन रह गया, जिसकी भरपाई कोरोना काल से उत्पन्न संकट के रिजर्व स्टॉक से की गई. वहीं देशभर में बड़ी मात्रा में लोगो ने पुराने गहने देकर नए गहने बनवाए हैं और पिछले दो सालों के स्टॉक की भी बिक्री बड़ी मात्रा में हुई है.

Diwali Shopping 2022: आइनलाइन बाजार ने घटा दिया ग्वालियर की दुकानों का व्यापार

आनलाइन व्यापार ने दुकानों का व्यापार घटा दिया। कपड़ा,कास्मेटिक, इलेक्ट्रानिक सामान का बाजार पिछले कुछ सालों में घटा है। असल में लोगों को बाजार में दुकानों से सामान खरीदने से अधिक सुविधा आनलाइन खरीदारी में लगता है।इसलिए इस बार धनतेरस पर करीब तीस फीसद बाजार कम चला।

Diwali Shopping 2022: आइनलाइन बाजार ने घटा दिया ग्वालियर की दुकानों का व्यापार

ग्वालियर.नईदुनिया प्रतिनिधि। आनलाइन व्यापार ने दुकानों का व्यापार घटा दिया। कपड़ा,कास्मेटिक, इलेक्ट्रानिक सामान का बाजार पिछले कुछ सालों में घटा है। असल में लोगों को बाजार में दुकानों से सामान खरीदने से अधिक सुविधा आनलाइन खरीदारी में लगता है। इसलिए इस बार धनतेरस पर करीब दिन के व्यापार बाजार तीस फीसद बाजार कम चला। दुकानदारों का कहना है कि पिछले बार के मुकाबले इस बार ग्राहकों ने कम खरीदारी की। असल में आनलाइन बाजार तेजी से बढ़ रहा है। जिस पर ग्राहक घर बैठकर मोबाइल पर अलग अलग प्लेटफार्म पर इलेक्ट्रोनिक सामान, कपड़े ,जूते,कास्मेटिक आदि की कीमत व उस पर मिलने वाले आफर के बारे में जानकारी लेता है। आनलाइन बाजार पर ब्रांडेड सामान कीकीमत आफलाइन से कम होती है। इसलिए लोग आनलाइन खरीद करते हैं। यदि सामान खराब निकलता है या फिर पसंद नहीं आता है दिन के व्यापार बाजार तो उसे बदलने का भी प्रावधान होता है। इसलिए लोग आनलाइन खरीदारी में अधिक रुचि दिखाते हैं। यही कारण है कि इस बार आइनलान खरीदारी के कारण बाजारों में भीड़ तो दिखी पर खरीदारी कम हुई। धनतेरस इस बार दो दिन मनाई जा रही है। जिन लोगों ने शनिवार को धनतेरस के दिन खरीदारी नहीं की। वह लोग रविवार को धनतेरस पर खरीदारी करेंगे। व्यापारियों का मानना है कि इस बार शनिवार से भी अधिक खरीदारी रविवार को हो सकती है। कोरोना के दो साल व्यापारिक रुप से कमजोर रहे।लेकिन इस बार इन दो साल में जिन लोगों ने खरीदारी नहींकी वह इस बार खरीदारी करेंगे। जिससे व्यापार अच्छा चल रहा है। शनिवार को भी करोड़ों रुपये का व्यापार हुआ। दिन के व्यापार बाजार अब रविवार को कपड़ा, गहने, बर्तन,कास्मेटिक , इलेक्ट्रोनिक सामान आदि की बिक्री बढ़ेगी। माना जा रहा है कि दीपावली के एक दिन पहले धनतेरस अधिक शुभ मानी जा रही है। व्यापारियों के लिए व्यापार करने का दोहरा मौका भी है। लोग भीड़ में आराम से खरीदारी नहीं कर पाते अब वह शांति से खरीदारी कर सकेंगे। त्योहार पर किराना कारोबार भी अच्छा रहा है, पर सब्जी आदि के दाम बढ़ गए हैं।

ढील दी है ढिलाई न बरतें: 59वें दिन 50% खुला बाजार, व्यापार मंडल-5 लाख का कारोबार मुश्किल

59वें दिन दिन के व्यापार बाजार शहर में रोस्टर के हिसाब से दुकानें खुली। कुछ दुकानदार कंफ्यूजन में रहे तो कुछ ने बिना रोस्टर के ही दुकान खोल कर सामान बेचने के लिए बैठ गए। लॉकडाउन में छूट के पहले दिन शहर में अफरा-तफरी का माहौल दिखा। दुकानों के बाहर लोग डिस्टेंसिंग भूल बैठे। वहीं, कुछ दुकानदारों को पुलिस दुकान खोलने पर पकड़कर पुलिस स्टेशन में लेकर पहुंच गई। दुकानदारों को पकडऩे की खबर फैली तो व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने पुलिस को बताया कि जो दुकानदार पकड़े है, वे रोस्टर के हिसाब से ही दुकान खोल रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने पकड़े गए दुकानदारों को छोड़ दिया। व्यापार मंडल की मानें तो पहले दिन 5 लाख रुपए तक का धंधा नहीं हुआ है। दुकान खोलने का समय सुबह १० से पांच बजे तक था, लेकिन काफी दुकानदार तीन बजे ही दुकान बंद कर घर चले गए। उधर, प्रशासन का कहना है कि आप जरूरत की चीजें खरीद सकें, इसलिए बाजार खोला गया है, आम दिनों की तरह बाहर न निकलें।

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