गुड़गांव में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा वीजा और इमिग्रेशन कंसल्टेंट्स

वाई-एक्सिस वीजा और इमिग्रेशन उद्योग में एक दुर्जेय नाम है। हमारे दिल्ली कार्यालयों में प्राप्त प्रतिक्रिया और प्रशंसा से उत्साहित होकर, वाई-एक्सिस ने प्रतिष्ठित डीएलएफ साइबर सिटी में अपना गुड़गांव कार्यालय स्थापित किया। आज, हम गुड़गांव में अग्रणी इमिग्रेशन सलाहकारों में गिने जाते हैं।

पता: ग्राउंड फ्लोर, सबवे से सटे, बिल्डिंग 10 टॉवर ए, डीएलएफ साइबर सिटी, डीएलएफ फेज 2, गुड़गांव-122002
फोन: +91 7670 800 001
ई - मेल: गुड़गांव@y-axis.com
समय: सोम से शनिवार - सुबह 10 बजे से शाम 6.30 बजे तक

गुड़गांव में एक कॉर्पोरेट पार्क, डीएलएफ साइबर सिटी को दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में आईटी गतिविधि का एक प्रमुख केंद्र माना जाता है। अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और एक असाधारण कार्यबल के एक विजयी संयोजन के साथ, वाई-एक्सिस गुड़गांव में एक विश्वसनीय वीजा सलाहकार बन गया है।

वाई-एक्सिस गुड़गांव वीजा और आव्रजन उद्योग से संबंधित सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। गुड़गांव में वीजा एजेंटों की हमारी क्षमता में, हम निम्नलिखित से संबंधित सेवाएं प्रदान करते हैं - विदेशों में अध्ययन, विदेशों में प्रवास, विदेशों में निवेश, विदेशों में काम करना, और विदेशों में जाना।

वाई-एक्सिस गुड़गांव द्वारा दी जा रही प्रमुख सेवाएं

गुड़गांव में सबसे अच्छी पीआर एजेंसियों में से एक के रूप में, वाई-एक्सिस गुड़गांव को गुड़गांव में आव्रजन सलाहकारों की तलाश करने वाले लोगों से कई प्रश्न मिलते हैं।

किसी भी दिन, हमारे पास कई छात्र और/या उनके माता-पिता हमारे गुड़गांव कार्यालय में स्टडी ओवरसीज से संबंधित विकल्पों का पता लगाने के लिए आते हैं। हम गुड़गांव में अग्रणी शिक्षा सलाहकार हैं।

गुड़गांव में प्रतिष्ठित विदेशी शिक्षा सलाहकारों में से एक की क्षमता में, हम वीजा और आप्रवासन से संबंधित कई सेवाएं प्रदान करते हैं।

वाई-एक्सिस हमेशा मुफ्त परामर्श प्रदान करता है, जिसमें खरीदारी करने की कोई बाध्यता नहीं है।

हम सबसे उपयुक्त पाठ्यक्रम अनुशंसाएँ बनाने में भी विशेषज्ञ हैं। विदेशों में अध्ययन के लिए बहुत सारे विकल्प उपलब्ध होने के कारण, यह छात्रों के साथ-साथ उनके माता-पिता के लिए भी काफी भारी हो सकता है। 23 वर्षों के अनुभव के साथ, Y-Axis के पास आपको सही दिशा में ले जाने के लिए समय-सिद्ध तरीके हैं।

किसी भी विश्वविद्यालय के साथ हमारी कोई साझेदारी या टाई-अप नहीं है। हमारे द्वारा दी गई सलाह निष्पक्ष है और आपके सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखते हुए। विभिन्न प्रकार के छात्रों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए, हम प्रदान करते हैं

  • सिंगल कोर्स करियर काउंसलिंग
  • 3-पाठ्यक्रम करियर परामर्श
  • 5-पाठ्यक्रम करियर परामर्श
  • 8-पाठ्यक्रम करियर परामर्श
  • 10-पाठ्यक्रम करियर परामर्श

अपनी पूरी क्षमता का दोहन करने के लिए सही पाठ्यक्रम और विश्वविद्यालय का चयन करना महत्वपूर्ण है।

आपको प्रवेश के लिए तैयार करने के अलावा, वाई-एक्सिस स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद रोजगार के अवसरों को विकसित करने पर भी काम करता है। हमारी कैम्पस रेडी पहल विशेष रूप से यूएसए, यूके, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप पर लक्षित है।

गुड़गांव में प्रमुख विदेशी शिक्षा सलाहकारों में से एक के रूप में, वाई-एक्सिस आपको शुरू से अंत तक छात्र वीजा सेवाएं प्रदान करता है। आवश्यक अनुभव और विशेषज्ञता के साथ, हम आपके वीजा और आव्रजन प्रक्रिया को यथासंभव सुव्यवस्थित बनाते हैं। पूरी प्रक्रिया के दौरान एक समर्पित सलाहकार आपके साथ रहेगा।

गुड़गांव में अच्छी तरह से स्थापित शिक्षा सलाहकारों में से एक होने के नाते, वाई-एक्सिस आपको एक प्रभावशाली स्टेटमेंट ऑफ पर्पस (एसओपी) के साथ बाहर खड़े होने में मदद करता है। आपके एसओपी के स्वर की पहचान करते हुए, यदि आवश्यक हो, तो वाई-एक्सिस आपके लिए एसओपी भी लिखता है, इसे आपकी विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलित करता है।

कंसीयज या आपके लिए की गई सेवाएं भी प्रदान की जाती हैं। वाई-एक्सिस में, हम समझते हैं कि वीज़ा और आप्रवासन प्रक्रिया हम में से अधिकांश के लिए काफी कठिन हो सकती है। हम कंसीयज सेवाएं प्रदान करते हैं जो आपके लिए अन्य संबंधित कार्यों का ध्यान रखती हैं।

जब आप प्लेन में चढ़ते हैं तो हमारी सेवाएं यूं ही नहीं रुक जातीं। हमारी कंसीयज सेवाओं के एक भाग के रूप में, अन्य सेवाओं के साथ, हम नए देश में आपके लिए एक अंतर्राष्ट्रीय सिम कार्ड की व्यवस्था करेंगे। विदेशी मुद्रा सहायता और टैवेल बीमा भी प्रदान किए जाते हैं।

वाई-एक्सिस आईईएलटीएस/टीओईएफएल/जीआरई/सैट/जीमैट/पीटीई के लिए कोचिंग भी प्रदान करता है। वाई-एक्सिस के साथ, आप कहीं भी, कभी भी कक्षा में भाग ले सकते हैं। हमारे पास पियर्सन और ब्रिटिश काउंसिल से विश्व स्तरीय कोचिंग सामग्री है।

हम आपके व्यस्त कार्यक्रम के अनुकूल कोचिंग प्रदान करते हैं। अपनी सुविधा के अनुसार, आप क्लासरूम टीचिंग, लाइव स्ट्रीमिंग, प्राइवेट ट्यूटर के साथ वन टू वन कोचिंग, नाइट क्लासेस या अर्ली मॉर्निंग क्लासेस में से चुन सकते हैं। हम गुड़गांव में सर्वश्रेष्ठ आईईएलटीजी कोचिंग प्रदान करने में गर्व महसूस करते हैं। हम टेस्ट स्लॉट बुकिंग में भी सहायता करते हैं।

Y-Axis जॉब सर्च सर्विसेज भी प्रदान करता है जो आपको करियर के बेहतरीन अवसरों के संपर्क में आने में मदद करता है।

वाई-एक्सिस और गुड़गांव - कई लोगों को उनके विदेशी सपने को साकार करने में मदद करना

गुड़गांव में अग्रणी पीआर एजेंसियों में से एक के रूप में विशेषज्ञता वाले गुड़गांव में वीजा सलाहकार के रूप में हमें प्राप्त होने वाली सामान्य पूछताछ में गुड़गांव में ऑस्ट्रेलिया के आव्रजन सलाहकार और गुड़गांव में कनाडा के आव्रजन सलाहकार शामिल हैं।

OSTTRA की इंडियन यूनिट विश्व भर में पोस्ट-ट्रेड उत्पाद विदेशी मुद्रा व्यापार गुरुग्राम मुहैया कराएगी

लंदन स्थित कंपनी OSTTRA अपने भारतीय परिचालन (Indian operations) का इस्तेमाल निवेश बैंकरों, हेज फंड, परिसंपत्ति प्रबंधकों, प्राइम ब्रोकर्स और अन्य संस्थागत निवेशकों के लिए मुद्रा और प्रतिभूति बाजारों में पोस्ट-ट्रेड समाधान (सॉल्यूशन) प्रदान करने के लिए करेगी, जो भू-राजनीतिक तनाव और कोविड -19 के बाद की परिस्थितियों के बीच विश्व भर में उतार-चढाव का सामना कर रहे हैं।

OSTTRA, एसएंडपी ग्लोबल और सीएमई की एक संयुक्त उद्यम है, जो पोस्ट-ट्रेड समाधान प्रदान करता है। गुरुग्राम में इसका सेंटर ऑफ एक्सीलेंस है।

OSTTRA में विदेशी मुद्रा और प्रतिभूति प्रभाग के प्रमुख जोआना डेविस ने 'बिजनेस स्टैंडर्ड' को बताया, "मुद्रा बाजार, इक्विटी (नकद और डेरिवेटिव दोनों) को लेकर कंपनी के सभी नवाचार, नए उत्पाद गुरुग्राम में हमारे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस से निकल बाहर आ रहे हैं।"

उन्होंने कहा कि कंपनी की गुरुग्राम इकाई में विदेशी मुद्रा व्यापार गुरुग्राम भी बडी टीम -ऑपरेशन (operations) की तैनाती है। डेविस ने कहा, “हम भारत से पूरी दुनिया में अपने ग्राहकों को सपोर्ट कर रहे हैं। गुरुग्राम में हमारी टीम के सदस्य पूरी दुनिया में ग्राहकों से बात करते हैं और उनकी परिचालन (operational) संबंधी समस्याओं का समाधान करते हैं। भारतीय टीम बेहद प्रभावी है। इसलिए, भारत से वैश्विक स्तर पर OSTTRA के बिजनेस को बढावा देने के लिए हमने प्रौद्योगिकी (technology) और संचालन (operations) को लेकर यहां दो अलग टीमें बनायी है ।"

गुड़गांव केंद्र ने एक उत्पाद बनाया है जो प्रतिभागियों (participants) को वायदा बाजार में लेनदेन की प्रगति को ट्रैक करने में सक्षम बनाता है।

उन्होंने कहा, "हमने सीएमई, यूएस-आधारित वैश्विक डेरिवेटिव मार्केट प्लेस और यूरोप-आधारित डेरिवेटिव्स के लिए वैश्विक एक्सचेंज -यूरेक्सेस के लिए सीसीपी कनेक्टिविटी का निर्माण किया है। हम वर्तमान में सिंगापुर एक्सचेंज लिमिटेड के लिए इसका निर्माण कर रहे हैं।"

डेविस ने कहा कि कोविड -19 के प्रकोप और रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के कारण उपजे भू-राजनीतिक तनाव के बाद वायदा बाजारों में जोखिम बढ़ गया है।

उन्होंने कहा, "उन जोखिमों का प्रबंधन करने के लिए, गुरुग्राम केंद्र ने वायदा बाजारों में वास्तविक समय (रियल टाइम) में ट्रेड को ट्रैक करने और निश्चितता और सटीकता बढ़ाने के लिए एक उत्पाद बनाया है। "हम इस उत्पाद को बेचने के लिए सभी बाजार सहभागियों (participants) से बात कर रहे हैं । इस उत्पाद को OSTTRA ETD (एक्सचेंज ट्रेडेड डेरिवेटिव क्लाइंट लिंक) कहा जाता है।"

कोविड -19 और भू-राजनीति के अलावा, दुनिया भर के बाजार सहभागियों को नए नियमों को पूरा करना होगा। उदाहरण के लिए, यूएस में फ्यूचर्स इंडस्ट्री एसोसिएशन ने अनिवार्य किया है कि निष्पादन के 90 मिनट के भीतर एक ट्रेड (व्यापार) को क्लियर किया जाना चाहिए।

डेविस ने कहा, "हम वास्तविक समय (रियल टाइम) में ट्रेड की सुविधा प्रदान करते हैं। हमें 90 मिनट की आवश्यकता नहीं है, हम इसे पांच मिनट में कर सकते हैं।" ये सभी उत्पाद या तो नए हैं या गुड़गांव केंद्र द्वारा मुद्रा और प्रतिभूति बाजारों में OSTTRA के वैश्विक ग्राहकों के लिए अपग्रेड किए गए हैं ।

क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency)

डेविस ने कहा, "क्रिप्टोकरेंसी मुद्रा क्षेत्र (currency space) में एक नया अवसर है और हमारी टीम इसके लिए तैयार है। इसको लेकर भारत में एक टीम भी बनायी है, जैसे हम किसी अन्य करेंसी ट्रेड को निष्पादित करते हैं उसी तरह से क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड को भी निष्पादित करने की क्षमता हमने विकसित कर ली है ।"

हालांकि, संस्थागत निवेशकों की तरफ से क्रिप्टो में ट्रेडिंग वॉल्यूम बहुत कम है। "अगर मुझे क्रिप्टो व्यापार करने वाले संस्थागत निवेशक मिलते हैं, विदेशी मुद्रा व्यापार गुरुग्राम तो मैं उनके लिए उसी तरह से से काम कर सकता हूं जैसे मैं आज एनडीएफ (नॉन-डिलीवरेबल फॉरवर्ड) के लिए करता हूं। वर्तमान में, संस्थागत निवेशकों की रुचि क्रिप्टो में बहुत कम है। बाजार मानकीकृत नियमों की प्रतीक्षा कर रहा है जो संस्थागत निवेशकों को क्रिप्टो में पूरे दिल से व्यापार करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।"

OSTTRA ने पहले कहा था कि वह गुरुग्राम इकाई में 2023 में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाकर 400 और 2024 तक 600 करेगी । इस बाबत डेविस ने कहा "हमारे पास पहले से ही केंद्र में 300 लोग काम कर रहे हैं और हम इस संख्या को पूरा करने की दिशा में अग्रसर हैं।"

कोरोना संकट के बीच आई अच्छी खबर, देश का विदेशी मुद्रा भंडार पहली बार 500 अरब डॉलर के पार

यह भंडार एक साल के आयात जरूरतों को पूरा करने के बराबर है.

Published: June 13, 2020 10:22 PM IST

कोरोना संकट के बीच आई अच्छी खबर, देश का विदेशी मुद्रा भंडार पहली बार 500 अरब डॉलर के पार

मुंबई: विदेशी निवेश में तेजी के चलते पांच जून को समाप्त विदेशी मुद्रा व्यापार गुरुग्राम सप्ताह में देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 8.22 अरब डॉलर की जोरदार वृद्धि हुई. इसके दम पर देश का विदेशी मुद्रा भंडार इतिहास में पहली बार 500 अरब डॉलर के स्तर को पार कर गया. रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों में इसकी जानकारी मिली. आंकड़ों के अनुसार, विदेशी मुद्रा आस्तियों में तेज वृद्धि के कारण आलोच्य सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 501.70 अरब डॉलर पर पहुंच गया.

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यह भंडार एक साल के आयात जरूरतों को पूरा करने के बराबर है. इससे पहले 29 मई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.44 अरब डॉलर बढ़कर 493.48 अरब डॉलर पर पहुंच गया था. पांच जून को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा आस्तियों में 3.44 अरब डॉलर की वृद्धि हुई और यह 493.48 अरब डॉलर पर पहुंच गई. विदेशी मुद्रा भंडार में सर्वाधिक योगदान विदेशी मुद्रा आस्तियों का होता है.

विदेशी मुद्रा भंडार को डॉलर के संदर्भ में गिना जाता है. हालांकि, इसमें यूरो, पाउंड, येन जैसी अन्य मुद्राएं भी शामिल होती हैं. कुल भंडार पर इन मुद्राओं के उतार व चढ़ाव का भी असर पड़ता है. वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, विदेशी मुद्रा भंडार का 500 अरब डॉलर के पार हो जाना देश के लिये एक ऐतिहासिक क्षण है. अधिकारी ने कहा, “मार्च 2020 के बाद, लगभग 24 अरब डॉलर की वृद्धि होना भारतीय अर्थव्यवस्था में विश्वास का प्रतीक है.”

केयर रेटिंग्स के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार में इस उछाल का एक कारण चालू खाता घाटा कम होना है. उन्होंने कहा, “दूसरी बात यह है कि हम पूंजी प्रवाह में काफी वृद्धि देख रहे हैं. वित्तीय संकट के कारण बैंक ऋण देने के लिये उत्साहित नहीं हैं. ऐसे में अधिकांश कंपनियां धन जुटाने के लिये बाहरी वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) का तरीका अपनाने की कोशिश कर रही हैं.”

प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में 2019-20 में 13 प्रतिशत की विदेशी मुद्रा व्यापार गुरुग्राम वृद्धि दर्ज की गयी. यह पिछले चार वित्त वर्ष के दौरान एफडीआई में आया सबसे तेज उछाल है. इसके दम पर एफडीआई 2018-19 के 44.36 अरब डॉलर के मुकाबले बढ़कर 2019-20 में 49.97 अरब डॉलर पर पहुंच गया.

जून के पहले सप्ताह में, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने बड़े पैमाने पर 18,589 करोड़ रुपये भारतीय बाजारों में डाले. रिलायंस इंडस्ट्रीज के राइट्स इश्यू और कोटक महिंद्रा बैंक में उदय कोटक की 2.8 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री ने महत्वपूर्ण विदेशी निवेश आकर्षित किया है. इनके अलावा, पिछले सात हफ्तों में, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने फेसबुक और केकेआर सहित आठ निवेशकों को जियो में हिस्सेदारी बेचकर 97,886 करोड़ रुपये जुटाये हैं.

पांच जून को समाप्त सप्ताह में, सोने के भंडार में 32.9 करोड़ डॉलर की गिरावट आयी और यह 32.35 अरब डॉलर रह गया. इस दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ विशेष आहरण अधिकार एक करोड़ डॉलर बढ़कर 1.44 अरब डॉलर हो गया. आईएमएफ के पास देश की आरक्षित स्थिति भी समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान 12 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.28 अरब डॉलर हो गयी.

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भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 16 लाख 22 हजार डॉलर की वृद्धि के साथ 481 अरब डॉलर से ज्यादा हुआ

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 16 लाख 22 हजार डॉलर की वृद्धि के साथ 481 अरब डॉलर से ज्यादा हुआ

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार पहली मई को समाप्‍त हुए सप्‍ताह में सोलह लाख बाईस हजार डॉलर की वृद्धि के साथ 481 अरब डॉलर से अधिक हो गया है। भारतीय रिजर्व बैंक बताया है कि विदेशी मुद्रा भंडार पौने दो अरब डॉलर बढ़कर चार सौ 79 दशमलव चार पांच पांच अरब डॉलर हो गया है।

सोने का भंडार भी 62 करोड़ तीस लाख डॉलर घटकर 32 दशमलव दो सात सात अरब डॉलर रह गया था। अंतरराष्‍ट्रीय मुद्रा कोष के साथ भारत का विशेष आहरण अधिकार 50 लाख डॉलर बढकर एक दशमलव चार दो छह अरब डॉलर हो गया जबकि देश की भंडार स्थिति 48 करोड़ 90 लाख डॉलर से बढ़कर चार दशमलव शून्‍य पांच नौ अरब डॉलर हो गयी।

भारत और एशियन इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर इनवेस्‍टमेंट बैंक ने 50 करोड़ डॉलर की परियोजना पर हस्‍ताक्षर किए

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औद्योगिक संस्थानों को दोबारा शुरू करने के संबंध में राज्यों को दिशा-निर्देश जारी

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रुपया 19 पैसे टूटकर 79.45 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर

मुंबई, 11 जुलाई (भाषा) डॉलर की भारी मांग और विदेशी पूंजी की भारी निकासी के बीच अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 19 पैसे लुढ़ककर 79.45 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह इसका सर्वकालिक निचला स्तर है। बाजार सूत्रों ने कहा कि हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने रुपये के नुकसान पर कुछ अंकुश लगा दिया। कच्चे तेल की कीमतों में लगातार तीसरे दिन गिरावट आई है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 79.30 पर कमजोर खुला और कारोबार के दौरान इसने 79.24 के उच्चतम तथा 79.50

बाजार सूत्रों ने कहा कि हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने रुपये के नुकसान पर कुछ अंकुश लगा दिया। कच्चे तेल की कीमतों में लगातार तीसरे दिन गिरावट आई है।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 79.30 पर कमजोर खुला और कारोबार के दौरान इसने 79.24 के उच्चतम तथा 79.50 रुपये के निचले स्तर को छुआ। अंत में रुपया पिछले बंद भाव के मुकाबले 19 पैसे की गिरावट के साथ 79.45 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह शुक्रवार को 79.26 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।

दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.56 प्रतिशत बढ़कर 107.60 अंक हो गया।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के कमोडिटी एंड करेंसी रिसर्च विभाग की उपाध्यक्ष सुगंधा सचदेवा ने कहा, ‘‘अमेरिकी अर्थव्यवस्था में जून में नौकरियों की संख्या में प्रभावशाली वृद्धि होने के साथ ब्याज दरों में आक्रामक वृद्धि किये जाने की संभावना और प्रबल हो गई है, जो डॉलर सूचकांक को ऊंचाई की ओर धकेल रही है। डॉलर 20 साल के नए उच्च स्तर की ओर बढ़ गया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘घरेलू मोर्चे पर बढ़ते व्यापार घाटे के बारे में चिंताओं के कारण रुपये पर और दबाव है। व्यापार घाटा जून के महीने में 25.6 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया हैं।’’

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 86.61 अंक टूटकर 54,395.23 अंक पर बंद हुआ।

वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड वायदा का दाम 1.43 प्रतिशत घटकर 105.49 डॉलर प्रति बैरल रह गया।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा कि डॉलर में ताजा तेजी यूरोप, ब्रिटेन और जापान की कमजोर आर्थिक गतिविधियों की वजह से आई है।

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