कैसे काम करते हैं जॉइंट अकाउंट
जॉइंट अकाउंट, रेगुलर अकाउंट्स (Regular Accounts) की तरह ही काम करते हैं। अंतर इतना होता है कि जॉइंट अकाउंट में दो या दो से ज्यादा यूजर होते हैं। जॉइंट अकाउंट को स्थायी आधार पर या फिर अस्थायी आधार पर खुलवाया जा सकता है। जॉइंट बैंक अकाउंट्स के मामले में अकाउंटहोल्डर्स के लिए 'and' या 'or' टर्म रहता है। अगर अकाउंट "and" टर्म के साथ है तो उसमें मौजूद फंड को एक्सेस करने के लिए सभी खाताधारकों के सिग्नेचर की जरूरत होगी। वहीं अगर अकाउंट "or" टर्म के साथ है तो फंड एक्सेस करने के लिए केवल एक खाताधारक के सिग्नेचर से ही काम चल जाएगा। बैंक में खुलने वाले जॉइंट अकाउंट्स में सेविंग्स डिपॉजिट, एफडी (Fixed Deposit), क्रेडिट कार्ड अकाउंट, लोन अकाउंट आदि शामिल हैं।
Joint Account- जॉइंट अकाउंट
जॉइंट अकाउंट
What Is a Joint Account: जॉइंट अकाउंट, बैंक या ब्रोकरेज अकाउंट होता है। जॉइंट अकाउंट को दो या दो से ज्यादा व्यक्ति मिलकर खुलवाते हैं, यानी इस अकाउंट में सभी भागीदार होते हैं। जॉइंट अकाउंट का इस्तेमाल आमतौर पर रिश्तेदार, पति-पत्नी या बिजनेस पार्टनर्स करते हैं। जॉइंट अकाउंट में नामित सभी भागीदार, अकाउंट में मौजूद फंड को एक्सेस कर सकते हैं। जॉइंट अकाउंट में मौजूद फंड या एसेट्स को नामित लोग कैसे एक्सेस करेंगे, इसके कई तरीके रहते हैं। साथ ही इस बात को लेकर भी नियम व शर्तें होती हैं कि जॉइंट अकाउंटहोल्डर्स में से किसी एक की मृत्यु होने पर दूसरा अकाउंट को कैसे हैंडल करेगा।
जॉइंट अकाउंट में मौजूद फंड पर तो अकाउंटहोल्डर्स की बराबर एक्सेस होती ही है, साथ ही इससे जुड़ी फीस या चार्ज को लेकर भी वे बराबर के जिम्मेदार होते हैं। जॉइंट अकाउंट से ट्रांजेक्शन करेन के लिए इसके सभी नामितों के सिग्नेचर की जरूरत पड़ सकती है, या फिर केवल एक के सिग्नेचर से भी काम चल सकता है।
जॉइंट अकाउंट के फायदे – आखिर क्यों होना चाहिए आपके पास ये अकाउंट
जॉइंट अकाउंट के फायदे और नुकसान तो अपनी जगह पर हैं लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है, कि आपको वाकई में एक जॉइंट अकाउंट खुलवाना चाहिए या नहीं। इसका उत्तर शायद आपको न पता हो, लेकिन मेरी सलाह में आपके पास एक जॉइंट अकाउंट जरूर होना चाहिए।
इसका सही कारण मैं जॉइंट अकाउंट खुलवाने के फायदे? आपको बता रहा हूँ।
जॉइंट अकाउंट के फायदे
जॉइंट अकाउंट का सबसे बड़ा फायदा है कि, आप इसे आसानी से मैनेज कर सकते हैं।
यदि आप अपने काम में व्यस्त हैं तब भी परिवार के अन्य सदस्य बिना किसी दिक्कत के जमा और निकासी कर सकते हैं। इस प्रकार से जॉइंट अकाउंट के फायदे में सबसे बड़ा फायदा यही है कि, यह आपका बहुत सारा समय बचाता है।
इसका दूसरा फायदा होता है कि, इसमें वित्तीय नुकसान नहीं होता है। इसका कारण है कि, सभी सदस्यों के पास इसके लेन-देन की जानकारी रहती है। इस वजह से खर्चा बजट के बाहर जाने से बचा रहता है।
जॉइंट अकाउंट के फायदे में तीसरा बड़ा फायदा यह है कि, कोई भी परिवार का सदस्य जो कि, इस खाते जॉइंट अकाउंट खुलवाने के फायदे? का भागीदार है। अगर वह घर से दूर रहता है और उसे पैसों की जरूरत पड़े तो वह आसानी से पैसे खाते से निकाल सकता है।
निष्कर्ष
इस प्रकार से कुल मिलाकर हम जॉइंट अकाउंट के फायदे की बात करें तो आप समझ लीजिये कि, यह हर चीज को बहुत आसान बना देता है।
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अंत में एक और फायदा मैं आपको बता सकता हूँ कि, यदि आपको अपने बच्चों का खाता खुलवाना है और वह 18 वर्ष का पूरा नहीं हुआ है। तब आप जॉइंट अकॉउंट खुलवा कर उसे भी अपने साथ शामिल कर सकते हैं।
बैंक में ज्वाइंट सेविंग अकाउंट खुलवाने के मिलते हैं कई फायदे, जान लीजिए नियम और सुविधाएं
Joint Bank Account, संयुक्त खाते आमतौर पर करीबी रिश्तेदारों या व्यावसायिक भागीदारों द्वारा खोले जाते हैं.
ऐसा बैंक अकाउंट जिसे 2 या उससे ज्यादा लोग मिलकर खाता खुलवाते हैं इसे ज्वाइंट बैंक अकाउंट कहते हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (जॉइंट अकाउंट खुलवाने के फायदे? RBI) के अनुसार इस तरह के बैंक अकाउंट में खाता बिजनेस पार्टनर, पति-पत्नी या फिर परिवार के सदस्य मिल कर खोल सकते हैं. इसमें खाता धारकों के नाम वाले डेबिट कार्ड जारी किए जा सकते हैं. इसके अलावा कोई भी खाता धारक ज्वाइंट अकाउंट में जमा राशि का निकास कर सकता है. ज्वाइंट अकाउंट (Joint Account) एक नॉर्मल खाते की तरह ही होता है जो कि 2 तरह का हो सकता है. स्थायी या अस्थायी. 2 लोगों में से किसी भी एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर अन्य व्यक्ति इसे संचलित कर सकता है.
एनिवन या सर्वाइवर (Anyone or Survivor)
इस तरह का खाता तब खोला जाता है जब दो लोग संयुक्त रूप से अकाउंट खुलवाते हैं. यह खाता 2 से अधिक लोग भी संयुक्त रूप में खुलवा सकते हैं. इनमें कोई भी जमाकर्ता किसी भी समय पर खाते का उपयोग कर सकता है. जमाकर्ता में से अगर किसी एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो अन्य खाते के साथ इसे जारी रख सकते हैं.
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फॉर्मर या सर्वाइवर (Former or Survivor)
इसमें सिर्फ जो पहला खाता धारक(Account Holder) है वही अकाउंट का उपयोग कर सकता है. पहले खाताधारक की मृत्यु के बाद ही दूसरा व्यक्ति इसे उपयोग कर सकता है. लेकिन इसके लिए कुछ जरूरी दस्तावेज देना भी जरूरी होते हैं, जैसे कि डेथ सर्टिफिकेट.
माइनर यानि कि छोटे बच्चों के लिए भी बैंक खाता (Bank Account) खोला जा सकता है. ये जॉइंट अकाउंट खुलवाने के फायदे? खाता माता-पिता के साथ संयुक्त रूप से खोला जाता है. इसमें नाबालिग के ओर से पेरेंट्स खाते का उपयोग करते हैं.
Joint Account चलाने के क्या हैं नियम, कौन सी बातों का रखना होता है ध्यान, जानिए
एक बैंक खाता जिसे दो या अधिक व्यक्तियों द्वारा साझा किया जाता है उसे जॉइंट अकाउंट के तौर पर जाना जाता है। पति-पत्नी बिजनेस पार्टनर दोस्त या परिवारों के सदस्य जो एक दूसरे को जानते हैं वे आम तौर पर संयुक्त खाते खोलते हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। एक बैंक खाता जिसे दो या अधिक व्यक्तियों द्वारा साझा किया जाता है, उसे जॉइंट अकाउंट के तौर पर जाना जाता है। पति-पत्नी, बिजनेस पार्टनर, दोस्त या परिवारों के सदस्य जो एक दूसरे को जानते हैं वे आम तौर पर संयुक्त खाते खोलते हैं। खाताधारकों में से कोई भी संयुक्त खाते में जमा धन वापस ले सकता है। प्रत्येक खाताधारक के नाम वाले डेबिट कार्ड भी अलग से जारी किए जा सकते हैं।
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दांपत्य में पारदर्शिता, भरोसे और साझी ज्िाम्मेदारियों के निर्वाह का माध्यम है जॉइंट बैंक अकाउंट, लेकिन बहुत सोच-समझ कर ही इसका निर्णय लिया जाना चाहिए। ज्ारा सी लापरवाही, ग्ौर-ज्िाम्मेदारी और भरोसे की कमी से रिश्तों में बिगाड भी हो सकता है। जॉइंट अकाउंट के लाभ क्या हैं और इसमें क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, जानें इस लेख में।
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